In 1973, the world environment day was first celebrated which was inspired by the united nations conference on the human environment that took place a year before starting this day on 5th June.
World environment day 2018 will be celebrated by the people all across the world on 5th of June, at Tuesday.
World Environment Day 2018 Host Country is – “India”.
The theme of the year 2018 is “Beat Plastic Pollution”
plz save my environment
पर्यावरण एवं सतत विकास || Paryawaran || Shanti shiksha || AkhilAkhil
get more ppts on my YouTube channel:
https://www.youtube.com/channel/UCcWy1iNwpvkdAUj1pdgRCIQ
Shanti shiksha Evam Satat Prayas
पर्यावरण एवं सतत विकास
Environment and sustainable development
जैसे की हम सब जानते हैं, प्रतिवर्ष 21 जून को विश्व स्थर पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) मनाया जाता है। पुरे विश्व भर में इस दिन को मनाने की शुरुवात करने में भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का बहुत अहम् योगदान रहा है क्योंकि उन्होंने सर्वप्रथम इस उत्सव का शुरुवात 21 जून 2015 को किया था। भारत में योग दिवस का आयोजन आयुष मंत्रालय द्वारा किया जाता है।
World environment day 2018 will be celebrated by the people all across the world on 5th of June, at Tuesday.
World Environment Day 2018 Host Country is – “India”.
The theme of the year 2018 is “Beat Plastic Pollution”
plz save my environment
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पर्यावरण एवं सतत विकास
Environment and sustainable development
जैसे की हम सब जानते हैं, प्रतिवर्ष 21 जून को विश्व स्थर पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) मनाया जाता है। पुरे विश्व भर में इस दिन को मनाने की शुरुवात करने में भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का बहुत अहम् योगदान रहा है क्योंकि उन्होंने सर्वप्रथम इस उत्सव का शुरुवात 21 जून 2015 को किया था। भारत में योग दिवस का आयोजन आयुष मंत्रालय द्वारा किया जाता है।
प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर हिमाचल प्रदेश दूर दूर तक फैली हिमाच्छादित पर्वत श्रंखलाओं, हरे-भरे मैदानों, कल-कल करती नदियों, झरनों इसकी शोभा बढ़ाते है !मुझे मेरा हिमाचल जान से भी ज्यादा प्यारा है !
This campaign is a global celebration to mark the United Nations International Day of Happiness. ... In 2012 the first ever UN conference on Happiness took place and the UN General Assembly adopted a resolution which decreed that the International Day of Happiness would be observed every year on 20 March.
Home is the best. There is no place like home. It is the sweetest place in the whole world.
Home means family, Family with perfect relationships.
Home is a symbol of unity, care and love for each other. Luckily all of this is in our family.
I love my house a lot. My house is more lovely than my life.
My house is very beautiful. It is made by my Madam Maya.
I'm proud of my lovely home. I think this is the second name of heaven.
अगर हमको एक बढ़िया जीवन जीना है तो हमको अपने पर्यावरण के बारे में पता होना चाहिये! पर्यावरण के बिना हम एक बढ़िया जीवन नहीं जी सकते है! लेकिन आज के time में हम सब मिलकर पर्यावरण को बहुत ही बेकार कर रहे है! अगर बात करे की आखिर ये पर्यावरण किसको कहते है तो इसको हम इस प्रकार परिभाषित कर सकते है!
"हमारे आश पास दिखाई देने वाले हर एक चीज़ हमारे पर्यावरण में आता है!"
बिना पर्यावरण के हम इस ग्रह पर जीवन की कल्पना नहीं कर सकते है! अगर पर्यावरण ना होता तो ये ग्रह भी दुसरे ग्रह की तरह होता और यहाँ पर भी जीवन नहीं होता है! पर्यावरण में कीड़े-मकोड़े से लेकर पेड़-पौधे सभी आते है! लोगो ने पर्यावरण को दो भागो में बाटा है प्राकृतिक पर्यावरण और मानव निर्मित पर्यावरण! मानव निर्मित पर्यावरण से हमारे प्राकृतिक पर्यावरण पर बहुत प्रभाव पड़ता है! आज के time हम लोगो पर्यावरण के नियम से बहुत छेड़छाड़ करते है जिसके कारण पर्यावरण का संतुलन बहुत ही तेजी से बिगड़ रहा है! अगर ये छेड़छाड़ ऐसे ही चलता रहा है तो इससे पर्यावरण पर एक बहुत बड़ा संकट आ जायेगे! पर्यावरण में बहुत से ऐसी समस्याएँ है जिनके कारण हमारे जीवन पर एक संकट पैदा होता रहता है! आज के समय में हमारे सामने सबसे बड़ी समस्या ये है की हम अपने पर्यावरण के प्रति कितनी जागरूक है! पर्यावरण 'परि' और 'आवरण' से मिलकर बना है! जिसका अर्थ आदमी और जीवधारी के चारो के चीजों को कहते है! पर्यावरण को हम अंग्रेजी में environment कहते है!
मेरी खुशियों की चाबी की मेरी माँ है
आप ही हो मेरे सच्चे प्यार का सागर
आप ही हो मेरी सच्ची दोस्त,
अगर मैं मुसीबते पैदा करती और
तो आप मुसीबतो का हल निकती है
मेरी माँ के जैसा इस संसार में कोई ओर नहीं दूजा है
मेरी प्यारी माँ मेरी खुशियों की चाबी
Thank You So Much God g
Love_You_Maa
प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर हिमाचल प्रदेश दूर दूर तक फैली हिमाच्छादित पर्वत श्रंखलाओं, हरे-भरे मैदानों, कल-कल करती नदियों, झरनों इसकी शोभा बढ़ाते है !मुझे मेरा हिमाचल जान से भी ज्यादा प्यारा है !
This campaign is a global celebration to mark the United Nations International Day of Happiness. ... In 2012 the first ever UN conference on Happiness took place and the UN General Assembly adopted a resolution which decreed that the International Day of Happiness would be observed every year on 20 March.
Home is the best. There is no place like home. It is the sweetest place in the whole world.
Home means family, Family with perfect relationships.
Home is a symbol of unity, care and love for each other. Luckily all of this is in our family.
I love my house a lot. My house is more lovely than my life.
My house is very beautiful. It is made by my Madam Maya.
I'm proud of my lovely home. I think this is the second name of heaven.
अगर हमको एक बढ़िया जीवन जीना है तो हमको अपने पर्यावरण के बारे में पता होना चाहिये! पर्यावरण के बिना हम एक बढ़िया जीवन नहीं जी सकते है! लेकिन आज के time में हम सब मिलकर पर्यावरण को बहुत ही बेकार कर रहे है! अगर बात करे की आखिर ये पर्यावरण किसको कहते है तो इसको हम इस प्रकार परिभाषित कर सकते है!
"हमारे आश पास दिखाई देने वाले हर एक चीज़ हमारे पर्यावरण में आता है!"
बिना पर्यावरण के हम इस ग्रह पर जीवन की कल्पना नहीं कर सकते है! अगर पर्यावरण ना होता तो ये ग्रह भी दुसरे ग्रह की तरह होता और यहाँ पर भी जीवन नहीं होता है! पर्यावरण में कीड़े-मकोड़े से लेकर पेड़-पौधे सभी आते है! लोगो ने पर्यावरण को दो भागो में बाटा है प्राकृतिक पर्यावरण और मानव निर्मित पर्यावरण! मानव निर्मित पर्यावरण से हमारे प्राकृतिक पर्यावरण पर बहुत प्रभाव पड़ता है! आज के time हम लोगो पर्यावरण के नियम से बहुत छेड़छाड़ करते है जिसके कारण पर्यावरण का संतुलन बहुत ही तेजी से बिगड़ रहा है! अगर ये छेड़छाड़ ऐसे ही चलता रहा है तो इससे पर्यावरण पर एक बहुत बड़ा संकट आ जायेगे! पर्यावरण में बहुत से ऐसी समस्याएँ है जिनके कारण हमारे जीवन पर एक संकट पैदा होता रहता है! आज के समय में हमारे सामने सबसे बड़ी समस्या ये है की हम अपने पर्यावरण के प्रति कितनी जागरूक है! पर्यावरण 'परि' और 'आवरण' से मिलकर बना है! जिसका अर्थ आदमी और जीवधारी के चारो के चीजों को कहते है! पर्यावरण को हम अंग्रेजी में environment कहते है!
मेरी खुशियों की चाबी की मेरी माँ है
आप ही हो मेरे सच्चे प्यार का सागर
आप ही हो मेरी सच्ची दोस्त,
अगर मैं मुसीबते पैदा करती और
तो आप मुसीबतो का हल निकती है
मेरी माँ के जैसा इस संसार में कोई ओर नहीं दूजा है
मेरी प्यारी माँ मेरी खुशियों की चाबी
Thank You So Much God g
Love_You_Maa
1. पर्यावरण, ईश्वर द्वयरय दिर्य गर्य एक अमूल्य उपहयर है जो संपूणा मयनव समयज कय
एकमयत्र महत्वपूणा और अदिन्न अंग है। प्रकृ दि द्वयरय दिर्य गर्य अमूल्य िौदिक
ित्वों - पृथ्वी, जल, आकयश, वयर्ु एवं अदि से दमलकर पर्यावरण कय दनमयाण हुआ
हैं।