2. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
जहाँ िछड़ा लो�हत सं�ाम,
जहाँ मचा रौरव कु हराम,
पटा हताहत से जो ठाम!
वहाँ नह�ं है, वहाँ नह�ं है, वहाँ नह�ं है, वहाँ नह�ं।
जग क� व्याकुलता का क ��
जहाँ बली का अत्याचा,
जहाँ िनबर्ल क�चीख-पुकार,
र�, स्वे, आँसू क� धार!
वहाँ नह�ं है, वहाँ नह�ं है, वहाँ नह�ं है, वहाँ नह�ं।
जग क� व्याकुलता का क ��
जहाँ घृणा करती है वास,
जहाँ श�� क� अनबुझ प्या,
जहाँ न मानव पर �व�ास,
उसी हृदय म, उसी हृदय म, उसी हृदय म, वह�ं, वह�ं।
जग क� व्याकुलता का क ��।
- ह�रवंश राय बच्च
व्याकुलता का क�
3. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
क�ल �क ख़ोज म� नाल खोई,
नाल �क ख़ोज म� घोड़ा;
घोड़े �क ख़ोज म� यो�ा गायब,
जाने कहाँ वो दौड़ा;
�बन यो�ा हम हारे यु� म�,
न� हुआ राजपाट;
बस इक नन्ह� क�ल के कार,
खुले पराजय के कपाट!
जययापराजय?
4. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
ल�य भेदने के िलए
माध्यम क� समझ भी
उतनी ह� जरुर� है
�जतना क� �वषयवस्तु का ज्.
माध्यम साइ�कल का वो दूसरा प�हया ह�
जो साइ�कल को साइ�कल बनाता है
और आपको ल�य तक पहुँचाता है!
बदलाव कामाध्य
चलो समझ�
माध्यम क
5. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
60 का दशक
रक्षा �वभा– APRANET
यूिनविसर्ट� ऑफ़ कैिलफ़ोिनर् (लोस एंजेिलस) से स्टेनफोडर् �रसचर् इं�स्ट
70 का दशक
TCP/IP - Transmission Control Protocol / Internet Protocol
1982 म� रक्षा �वभाग ने इसे स्टैण्डडर् के रूप म�
80 का दशक
World Wide Web
�स्वट्ज़रल�(1989) म� �टम बनर्सर् ली �ारा पैदा. �ाउज़र क� प�रकल्पन
90 का दशक
World Wide Web
1991 म� www आम लोग� तक पहुँची
हैर� से ह�रयातक!
7. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
�ाउज़र
वेब/मोबाइल
www
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
ज्ञानक
सृजनकतार
8. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
URL (यूिनफामर् �रसोसर् लोके) | डोमेन नेम
TLD (टॉप लेवल डोमेन) | डोमेन एक्सट�श
IP ए�ेस (इन्टरनेट �ोटोकॉल ए�े)
DNS सवर्र(डोमेन नेम िसस्टम सवर)
google.com
DNS
सवर्
172.217.167.14
IP ए�ेस
TLD
डोमेन नेम
�ाउज़र
वेब/मोबाइल
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
ज्ञानक
सृजनकतार
जानकार� या सृजन एक िनयत जगह पर रखी �कताब क� तरह है. URL उसका पता है!
tracert < URL>
9. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
रेस्प�िसव �डजाई
�ाउज़र
वेब/मोबाइल
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
ज्ञानक
सृजनकतार
उस �कताब तक पहुँचने और उसे पड़ने के िलए हम� �ाउज़र चा�हए
फायरफोक्
इन्टरनेट एक्स्प्
�ोम
सफार�
फोन एप
डेस्कटॉ
लैपटॉप
स्माटर् फ़टेबलेट
10. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
चिलए अब बात� कर�...
आपक�...
आपके �काशन क�...
आपके सपने क�...
�ाउज़र
वेब/मोबाइल
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
ज्ञानक
सृजनकतार
11. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
आप कौन ह�?
मूल सवाल
• इस माध्यम का इस्तेमाल करने क� आपक� �ेरणा क्या?
• इस माध्यम का इस्तेमाआप क्य�करना चाहते ह�?
• इस माध्यम का इस्तेमासे आपको क्या �ा� होग? पैसा? नाम? आत्मसंतु�?
• �कतना पैसा? �कतना नाम? �कतनी आत्मसंतु�?
• क्या इस कायर् म� आपके अन्य साथी भी? अगर हाँ, तो आपका और उनका व्यावसाियक �रश्त
क्या ह? क्या आपने सार� बात� कर ली ह? कब कर�गे?
• आप �कतना समय और पैसा िनवेश करना चाहते ह�?
�ाउज़र
वेब/मोबाइल
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
ज्ञानक
सृजनकतार
लेखक? प�कार? िच�कार? छायाकार? संगीतकार? �फ़ल्मका? �वचारक?
इितहासकार? सामा�जक या राजनैितक �वचारक? या कोई और...
vision | business case | partnerships
12. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
आप क्या करना चाहते ह?
मूल सवाल
• वो क्या है जो आप �कािशत करना चाहते ह?
• क्या आपने अपने �वषय वस्तु को प�रभा�षत कर िलया ?
• आपका �काशन उपलब्ध �काशन� से अलग कैसे ह? आपके �काशन क� �विश�ता क्या ह?
• आप �कस दर से कंट�ट �कािशत कर�गे? क्या उस दर से �कािशत करने के िलए आपने पास सम,
िनवेश और लोग ह�?
• आपक� भाषा, स्टाइ, आ�द कै से ह�गे?
• अगर आपके लेख को िच� चा�हए तो वो कै सा होगा और कहाँ से आएगा?
• आप लोग� तक कै से पहुंच�गे?
�ाउज़र
वेब/मोबाइल
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
ज्ञानक
सृजनकतार
समाचार प�, प��का, �व�डयो चैनल, ऑ�डयो चैनल, ब्लॉ, संकिलत जानकार�,
व्यवसाियक जानकार, या �कसी अन्य �कार का ऑनलाइन �काश
product placement | content strategy
13. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
आप वो कै से कर� जो आप करना चाहते ह�?
मूल सवाल
• क्या आपका अपना डोमेन नेम तथा हो�स्टंग स्पेस ह?
• आपके �काशन का क्या नाम होग? आपका logo कौन बनाएगा?
क्या डोमेन नेम उपलब्ध ? डोमेन नेम बुक कै से कर�? हो�स्टंग स्पेस कहाँ से ?
godaddy.com | bluehost.com | hostgator.in | google and amazon
• क्या आपकोई मुफ्त सेवा का इस्तेमाल कर�? ऐसी सेवाओं के क्या फायदे और नुकसानह�?
wordpress.com | wix.com | medium.com | blogger.com | tumblr.com | weebly.com
• क्या आप कोई साझी सेवा का इस्तेमाल कर�? जैसे youtube
• आपका कौन सा CMS (content management system) इस्तेमाल कर�ग?
• ओपन सोसर् या �ोपराईटर�| wordpress | joomla | drupal
• आपका �डजाईन कै सा होगा?
• आपके उपभोगता आपके �काशन तक पहुँचने के िलए �कस �डवाइस का इस्तेमाल कर�ग?
• आपका सम्बंिधत काम खुदसीख�गे या �कसी से करवाएंगे? �कससे?
�ाउज़र
वेब/मोबाइल
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
ज्ञानक
सृजनकतार
design & development
14. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
आपका उपभोगता कौन है?
मूल सवाल
• आपके उपभोगता, पाठक, दशर्क कौन ह?
• क्या वो �कसी �वशेष वगर् के ?
• उनक� उ� क्या ह?
• क्या वो �कसी खास क्षे� के?
• वो �कतने पढ़े िलखे ह�? उनक� आिथर्क सामा�जक �स्थित कैसी ?
• उनक� इच्छाए, सपने क्या ह?
• वो आपको क्य� देखेग, सुन�गे या पढ�गे?
• क्या आप उनक� कोई खास जरुरत पूर� कर रहे ?
• वो क्यूँ आपक� साईट पर बार बार आय�ग?
• आप ऐसा क्या दे रहे ह� जो उन्ह� आक�षर्त कर?
• आप उसने कै सा सम्बन्ध स्था�पत करना चाहते?
�ाउज़र
वेब/मोबाइल
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
ज्ञानक
सृजनकतार
target audience
15. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
चिलए अब बात� कर�...
अगर आप इन ��� का
उ�र पा चुके ह� तो
आप ऑनलाइन �काशन
के िलए तैयार ह�!
�ाउज़र
वेब/मोबाइल
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
ज्ञानक
सृजनकतार
16. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
पहला कदम
• आपको पता है क� आप क्या करना चाहते ह, क्य� करना चाहते है और �कसके िलए करना चाहते ह
• आपको पता चल चुका है क� आप जो करना चाहते ह� वो �कसके साथ करना चाहते ह�
अब आपको अपना व्यवसाियक ढांचा तय करना होग
• िनजी रूप से या �ो�ाई�� कंपनी के रूप म
• पाटर्नरिशप कंपनी के रूम�, िलिमटेड लाय�बिलट� पाटर्नरिशप(LLP)
• �ाइवेट िलिमटेड कं पनी के रूप म
• सेक्शन८ के तहत �ाइवेट िलिमटेड कं पनी के रूप म
• सोसाइट� के रूप म
• �स्ट या फाउंडेशन के रूप
�विधवत ढांचा पंजीकृ त न भी कर� तो इस �वषय म� सोच �वचार जरुर कर ल�
17. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
दूसरा कदम
• अपना डोमेन नेम तय कर�
• तय कर� क� वो डॉट कॉम होगा, या डॉट इन, या डॉट ऑगर, या कु छ और
• नाम ऐसा तय कर� जो लम्बे समय तक आपका साथ द
• डोमेन नेम और कं पनी का नाम एक हो ये जरुर� नह�
• नाम तय होने पर लोगो (logo) बनाएँ या बनवा ल�
• �डजाईन करते या करवाते समय ध्यान रख� क� लोगो(logo) का इस्तेमाल कहाँ कहाँ होग
• अगर आप कं पनी/संस्थ/�स्ट बना रहे ह� �जसका नाम डोमेन नेम अलग है तो
उसका लोगो भी बनवा लेना चा�हए क्य��क आपका सारा व्यावसियक लेन दे
व्यवसाय के नाम से ह� होगा
18. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
तीसरा कदम
कंट�ट स्�ेटेजी(Content strategy) तय कर�
• अगर आप लेख िलख रह� ह� तो लेख �कतने शब्द� काहोगा?
• अगर आप �व�डयो बना रहे ह� तो वो �व�डयो �कतना लंबा होगा?
• आपके �वषयवस्तु का वग�करण क्या हो?
• कौन से वगर् आपके मुख्य वगर् ह?
• आपके �काशन का दर क्या होग?
• �कसी भी कृ ित क� गुणव�ा का मापदंड क्या होग? गुणव�ा का िनणर्य कैसे िलया जाएग?
• अगर अन्य लोग भी आपके �काशन के िलए िलख�गे तो वो लोग कौन ह? वो आपके िलए
क्य� िलख�ग? और ये कै से तय होगा क� �कस तरह से लेखक� से लेख िलए जा सकते ह�?
• आप �जन िच��, धुन� आ�द का इस्तेमाल कर�ग, वो कहाँ से आय�गे? उनके कॉपीराइट का
क्या होग?
• लेखक� के बारे म� आप क्या जानकार� �कािशत कर�ग? वो जानकार� इकठ्ठा कर ल
19. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
चौथा कदम
• अगर आप कोई मुफ्त सेवा इस्तेमाल कर रह� तो उसक� तकनीक को सम
• अगर आप खुद का कु छ बना या बनवा रहे ह� तो टेक्नोलॉजी तय कर
• आज के दौर का सबसे आसान और सुलभ कंटेट मैनेजम�ट िसस्टम है वडर्�!
• वडर्�ेस(wordpress) से आप अपनी शुरुआत कर सकते ह
• thewire.in जैसे बड़े न्यूज़ पोटर्ल भी वडर्�ेस पर चल रहे
• वडर्�े सीखना और मैनेज करना बहुत आसान है. अगर आप अपने �ारंिभक �डजाईन से संतु�
नह�ं ह� तो आप बड़े आराम से अपना �डजाईन बदल सकते ह�
• आप �बना अिधक समय गवाएँ अपना काम शुरू कर सकतेह�
• अन्यकंटेट मैनेजम�ट िसस्ट, जैसे जूमला (joomla), �ूपल (drupal) के इस्तेमाल म� पैसा और
समय ज्यादालगेगा
• asp, php, इत्या�द का इस्तेमाल कर अगर आप कुछ बनवाय�गे तो आप उसी म� उलझे रह जाय�ग
और आपका मूल काम पीछे छू ट जाएगा
20. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
पाँचवा कदम
• अब आप लाइव ह� अतः िम�� तथा अन्य लोग� को बताय� क� आप पधार चुके ह
• अपने �काशन का फेसबुक पेज, इन्स्ता�ाम अकाउ, �ट्वटर अकाउं, आ�द बना ल�. पर
याद रहे क� ये अनाथ न हो जाय�. ट�म म� �जम्मेदार� बाँट ल
• अपने �काशन के बारे म� बड़ा चढ़ा कर ना बोले. अगर आपके शब्, आपके बोल, आपके
िच� ये काम कर�गे तो तो पाठक�/दशर्क/�ोताओं से आत्मीय सम्बन्ध बन
• लोग� को अपनी ओर खींचने के िलए भ�ा �चार ना कर�. खबर�, क�वताओं, गीत� के नाम
पर खलबली ना मचाएँ. ये अकसर उल्टा पड़ जाता ह
• हर रोज अपने िम�� को whatsapp या ई-मेल पर अपनी कृ ितय� का िलंक न भेज�. सोशल
मी�डया पर सभी िम�� को बार बार टैग करना भी उिचत नह�ं है. ऐसा ना हो क� कह�ं
आपके िम� आपको ब्लॉक कर द
21. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
...चलो आगे चल�!
• आप बीरबल क� �खचड़� पका रहे ह�. धैयर् रख.
• बड़� बड़� कम्पिनयां बड़ा बड़ा पैसाखचर् करती ह, �फर भी उनके कई उप�म डूब जाते ह�.
पर कं पिनयाँ नह�ं डूबती क्य��क वे िनवेश करते समय ह� अपने नुकसान क� सीमा का
आंकलन कर लेते ह�. ऊपर से व�चर कै �पटल, �ाइवेट इ�क्वट, शेयर कै �पटल आ�द के खेल
को समझना और उसका लाभ उठाना हर �कसी के बस क� बात नह�ं है.
• आप अपने िनवेश और समय सीमा के �हसाब से आगे बड़े. इतना िनजी िनवेश (समय और
पैसा) ना कर� �जसके नुकसान क� आप स्वयं भरपाईनह�ं कर सकते.
• याद रहे, आपका ये कदम आपका आ�खर� कदम नह�ं है. दरवाज़े और भी खुल�गे. हार जाने
के डर के साथ मैदान म� ना उतर�!
22. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
�जस क्षे� म� आपक� महारत है वो नाकाफ़� पड़ सकती .
नए माध्यम के िलए नई महारत� क� जरुरत पड़ सकती .
इसिलए कभी भी सीखना बंद ना कर�!
सफलता का मूल मं�!
23. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
औजार� के बारे म� थोडा बहुत...
िच�
72 dpi
फोटोशोप
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िगम्
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इलस्�ेट
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• Copyright का ख्याल रख. िम� के िच� क� भी िल�खत आज्ञा माँग
• िच� को जरुरत से ज्यादा बड़ा ना क
• कलात्मकता और सन्दभर् का ख्याल. गुणव�ा के मापदंड तय कर�
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24. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
औजार� के बारे म� थोडा बहुत...
ध्विन व चलिच�
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720 p
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• �जस कहानी, क�वता या गीत का आप उपयोग कर रहे ह�, अगर वो आपक� कृ ित नह�ं है
तो कॉपीराइट के बारे म� पता कर� और आज्ञा ले .
• ये बात चलिच� के उन अंश� पर भी लागू होती है जो आपक� कृ ित नह�ं ह�
• कलात्मकता और सन्दभर् का ख्याल. गुणव�ा के मापदंड तय कर�
soundforgewav, aiff, mpeg4, mp3...
mpeg, avi, wmv, mov
25. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
िलनक्स हो�स्टं| linux hosting
औजार� के बारे म� थोडा बहुत...
wordpress | वडर्�े
वडर्�े
बैकएन्
वडर्�े
थीम
��
थीम
�ीिमयम
थीम
थीम सोच समझ कर ल�. आपके पास िच� नह�ं ह� और िच�� भरा थीम ले िलया तो गड़बड़ हो जाएगी!
आप अपना �डजाईन बना कर उसका थीम भी बनवा सकते ह�.
अगर आपको कोई साईट पसंद है
और जानना चाहते ह� क� वो कौन
सा थीम इस्तेमाल कर रहे ह.
www.wpthemedetector.com
www.themeforest.com
www.envato.com
www.themify.me/
www.elegantthemes.com
26. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
इन्टरने
माध्यम और सम्भावना
धन्यवा!