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इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
इन्टरने
माध्यम और सम्भावना
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
जहाँ िछड़ा लो�हत सं�ाम,
जहाँ मचा रौरव कु हराम,
पटा हताहत से जो ठाम!
वहाँ नह�ं है, वहाँ नह�ं है, वहाँ नह�ं है, वहाँ नह�ं।
जग क� व्याकुलता का क ��
जहाँ बली का अत्याचा,
जहाँ िनबर्ल क�चीख-पुकार,
र�, स्वे, आँसू क� धार!
वहाँ नह�ं है, वहाँ नह�ं है, वहाँ नह�ं है, वहाँ नह�ं।
जग क� व्याकुलता का क ��
जहाँ घृणा करती है वास,
जहाँ श�� क� अनबुझ प्या,
जहाँ न मानव पर �व�ास,
उसी हृदय म, उसी हृदय म, उसी हृदय म, वह�ं, वह�ं।
जग क� व्याकुलता का क ��।
- ह�रवंश राय बच्च
व्याकुलता का क�
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
क�ल �क ख़ोज म� नाल खोई,
नाल �क ख़ोज म� घोड़ा;
घोड़े �क ख़ोज म� यो�ा गायब,
जाने कहाँ वो दौड़ा;
�बन यो�ा हम हारे यु� म�,
न� हुआ राजपाट;
बस इक नन्ह� क�ल के कार,
खुले पराजय के कपाट!
जययापराजय?
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
ल�य भेदने के िलए 
माध्यम क� समझ भी
उतनी ह� जरुर� है
�जतना क� �वषयवस्तु का ज्.
माध्यम साइ�कल का वो दूसरा प�हया ह�
जो साइ�कल को साइ�कल बनाता है
और आपको ल�य तक पहुँचाता है!
बदलाव कामाध्य
चलो समझ� 
माध्यम क
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
60 का दशक
रक्षा �वभा– APRANET
यूिनविसर्ट� ऑफ़ कैिलफ़ोिनर् (लोस एंजेिलस) से स्टेनफोडर् �रसचर् इं�स्ट
70 का दशक
TCP/IP - Transmission Control Protocol / Internet Protocol
1982 म� रक्षा �वभाग ने इसे स्टैण्डडर् के रूप म� 
80 का दशक
World Wide Web
�स्वट्ज़रल�(1989) म� �टम बनर्सर् ली �ारा पैदा. �ाउज़र क� प�रकल्पन
90 का दशक
World Wide Web
1991 म� www आम लोग� तक पहुँची
हैर� से ह�रयातक!
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
www
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
�ाउज़र
वेब/मोबाइल
www
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
ज्ञानक
सृजनकतार
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
URL (यूिनफामर् �रसोसर् लोके) | डोमेन नेम
TLD (टॉप लेवल डोमेन) | डोमेन एक्सट�श
IP ए�ेस (इन्टरनेट �ोटोकॉल ए�े)
DNS सवर्र(डोमेन नेम िसस्टम सवर)
google.com
DNS
सवर्
172.217.167.14
IP ए�ेस
TLD
डोमेन नेम
�ाउज़र
वेब/मोबाइल
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
ज्ञानक
सृजनकतार
जानकार� या सृजन एक िनयत जगह पर रखी �कताब क� तरह है. URL उसका पता है!
tracert < URL>
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
रेस्प�िसव �डजाई
�ाउज़र
वेब/मोबाइल
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
ज्ञानक
सृजनकतार
उस �कताब तक पहुँचने और उसे पड़ने के िलए हम� �ाउज़र चा�हए
फायरफोक्
इन्टरनेट एक्स्प्
�ोम
सफार�
फोन एप
डेस्कटॉ
लैपटॉप
स्माटर् फ़टेबलेट
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
चिलए अब बात� कर�...
आपक�...
आपके �काशन क�...
आपके सपने क�...
�ाउज़र
वेब/मोबाइल
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
ज्ञानक
सृजनकतार
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
आप कौन ह�?
मूल सवाल
• इस माध्यम का इस्तेमाल करने क� आपक� �ेरणा क्या?
• इस माध्यम का इस्तेमाआप क्य�करना चाहते ह�?
• इस माध्यम का इस्तेमासे आपको क्या �ा� होग? पैसा? नाम? आत्मसंतु�?
• �कतना पैसा? �कतना नाम? �कतनी आत्मसंतु�?
• क्या इस कायर् म� आपके अन्य साथी भी? अगर हाँ, तो आपका और उनका व्यावसाियक �रश्त
क्या ह? क्या आपने सार� बात� कर ली ह? कब कर�गे?
• आप �कतना समय और पैसा िनवेश करना चाहते ह�?
�ाउज़र
वेब/मोबाइल
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
ज्ञानक
सृजनकतार
लेखक? प�कार? िच�कार? छायाकार? संगीतकार? �फ़ल्मका? �वचारक?
इितहासकार? सामा�जक या राजनैितक �वचारक? या कोई और...
vision | business case | partnerships
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
आप क्या करना चाहते ह?
मूल सवाल
• वो क्या है जो आप �कािशत करना चाहते ह?
• क्या आपने अपने �वषय वस्तु को प�रभा�षत कर िलया ?
• आपका �काशन उपलब्ध �काशन� से अलग कैसे ह? आपके �काशन क� �विश�ता क्या ह?
• आप �कस दर से कंट�ट �कािशत कर�गे? क्या उस दर से �कािशत करने के िलए आपने पास सम,
िनवेश और लोग ह�?
• आपक� भाषा, स्टाइ, आ�द कै से ह�गे?
• अगर आपके लेख को िच� चा�हए तो वो कै सा होगा और कहाँ से आएगा?
• आप लोग� तक कै से पहुंच�गे?
�ाउज़र
वेब/मोबाइल
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
ज्ञानक
सृजनकतार
समाचार प�, प��का, �व�डयो चैनल, ऑ�डयो चैनल, ब्लॉ, संकिलत जानकार�,
व्यवसाियक जानकार, या �कसी अन्य �कार का ऑनलाइन �काश
product placement | content strategy
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
आप वो कै से कर� जो आप करना चाहते ह�?
मूल सवाल
• क्या आपका अपना डोमेन नेम तथा हो�स्टंग स्पेस ह?
• आपके �काशन का क्या नाम होग? आपका logo कौन बनाएगा?
क्या डोमेन नेम उपलब्ध ? डोमेन नेम बुक कै से कर�? हो�स्टंग स्पेस कहाँ से ?
godaddy.com | bluehost.com | hostgator.in | google and amazon
• क्या आपकोई मुफ्त सेवा का इस्तेमाल कर�? ऐसी सेवाओं के क्या फायदे और नुकसानह�?
wordpress.com | wix.com | medium.com | blogger.com | tumblr.com | weebly.com
• क्या आप कोई साझी सेवा का इस्तेमाल कर�? जैसे youtube
• आपका कौन सा CMS (content management system) इस्तेमाल कर�ग?
• ओपन सोसर् या �ोपराईटर�| wordpress | joomla | drupal
• आपका �डजाईन कै सा होगा?
• आपके उपभोगता आपके �काशन तक पहुँचने के िलए �कस �डवाइस का इस्तेमाल कर�ग?
• आपका सम्बंिधत काम खुदसीख�गे या �कसी से करवाएंगे? �कससे?
�ाउज़र
वेब/मोबाइल
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
ज्ञानक
सृजनकतार
design & development
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
आपका उपभोगता कौन है?
मूल सवाल
• आपके उपभोगता, पाठक, दशर्क कौन ह?
• क्या वो �कसी �वशेष वगर् के ?
• उनक� उ� क्या ह?
• क्या वो �कसी खास क्षे� के?
• वो �कतने पढ़े िलखे ह�? उनक� आिथर्क सामा�जक �स्थित कैसी ?
• उनक� इच्छाए, सपने क्या ह?
• वो आपको क्य� देखेग, सुन�गे या पढ�गे?
• क्या आप उनक� कोई खास जरुरत पूर� कर रहे ?
• वो क्यूँ आपक� साईट पर बार बार आय�ग?
• आप ऐसा क्या दे रहे ह� जो उन्ह� आक�षर्त कर?
• आप उसने कै सा सम्बन्ध स्था�पत करना चाहते?
�ाउज़र
वेब/मोबाइल
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
ज्ञानक
सृजनकतार
target audience
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
चिलए अब बात� कर�...
अगर आप इन ��� का
उ�र पा चुके ह� तो
आप ऑनलाइन �काशन 
के िलए तैयार ह�!
�ाउज़र
वेब/मोबाइल
जानकार�
सृजन
लाभाथ�
उपयोगकतार
ज्ञानक
सृजनकतार
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
पहला कदम
• आपको पता है क� आप क्या करना चाहते ह, क्य� करना चाहते है और �कसके िलए करना चाहते ह
• आपको पता चल चुका है क� आप जो करना चाहते ह� वो �कसके साथ करना चाहते ह�
अब आपको अपना व्यवसाियक ढांचा तय करना होग
• िनजी रूप से या �ो�ाई�� कंपनी के रूप म
• पाटर्नरिशप कंपनी के रूम�, िलिमटेड लाय�बिलट� पाटर्नरिशप(LLP)
• �ाइवेट िलिमटेड कं पनी के रूप म
• सेक्शन८ के तहत �ाइवेट िलिमटेड कं पनी के रूप म
• सोसाइट� के रूप म
• �स्ट या फाउंडेशन के रूप 
�विधवत ढांचा पंजीकृ त न भी कर� तो इस �वषय म� सोच �वचार जरुर कर ल�
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
दूसरा कदम
• अपना डोमेन नेम तय कर�
• तय कर� क� वो डॉट कॉम होगा, या डॉट इन, या डॉट ऑगर, या कु छ और
• नाम ऐसा तय कर� जो लम्बे समय तक आपका साथ द
• डोमेन नेम और कं पनी का नाम एक हो ये जरुर� नह�
• नाम तय होने पर लोगो (logo) बनाएँ या बनवा ल�
• �डजाईन करते या करवाते समय ध्यान रख� क� लोगो(logo) का इस्तेमाल कहाँ कहाँ होग
• अगर आप कं पनी/संस्थ/�स्ट बना रहे ह� �जसका नाम डोमेन नेम अलग है तो
उसका लोगो भी बनवा लेना चा�हए क्य��क आपका सारा व्यावसियक लेन दे
व्यवसाय के नाम से ह� होगा
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
तीसरा कदम
कंट�ट स्�ेटेजी(Content strategy) तय कर�
• अगर आप लेख िलख रह� ह� तो लेख �कतने शब्द� काहोगा?
• अगर आप �व�डयो बना रहे ह� तो वो �व�डयो �कतना लंबा होगा?
• आपके �वषयवस्तु का वग�करण क्या हो?
• कौन से वगर् आपके मुख्य वगर् ह?
• आपके �काशन का दर क्या होग?
• �कसी भी कृ ित क� गुणव�ा का मापदंड क्या होग? गुणव�ा का िनणर्य कैसे िलया जाएग?
• अगर अन्य लोग भी आपके �काशन के िलए िलख�गे तो वो लोग कौन ह? वो आपके िलए 
क्य� िलख�ग? और ये कै से तय होगा क� �कस तरह से लेखक� से लेख िलए जा सकते ह�?
• आप �जन िच��, धुन� आ�द का इस्तेमाल कर�ग, वो कहाँ से आय�गे? उनके कॉपीराइट का
क्या होग?
• लेखक� के बारे म� आप क्या जानकार� �कािशत कर�ग? वो जानकार� इकठ्ठा कर ल
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
चौथा कदम
• अगर आप कोई मुफ्त सेवा इस्तेमाल कर रह� तो उसक� तकनीक को सम
• अगर आप खुद का कु छ बना या बनवा रहे ह� तो टेक्नोलॉजी तय कर
• आज के दौर का सबसे आसान और सुलभ कंटेट मैनेजम�ट िसस्टम है वडर्�!
• वडर्�ेस(wordpress) से आप अपनी शुरुआत कर सकते ह
• thewire.in जैसे बड़े न्यूज़ पोटर्ल भी वडर्�ेस पर चल रहे
• वडर्�े सीखना और मैनेज करना बहुत आसान है. अगर आप अपने �ारंिभक �डजाईन से संतु�
नह�ं ह� तो आप बड़े आराम से अपना �डजाईन बदल सकते ह�
• आप �बना अिधक समय गवाएँ अपना काम शुरू कर सकतेह�
• अन्यकंटेट मैनेजम�ट िसस्ट, जैसे जूमला (joomla), �ूपल (drupal) के इस्तेमाल म� पैसा और
समय ज्यादालगेगा
• asp, php, इत्या�द का इस्तेमाल कर अगर आप कुछ बनवाय�गे तो आप उसी म� उलझे रह जाय�ग
और आपका मूल काम पीछे छू ट जाएगा
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
पाँचवा कदम
• अब आप लाइव ह� अतः िम�� तथा अन्य लोग� को बताय� क� आप पधार चुके ह
• अपने �काशन का फेसबुक पेज, इन्स्ता�ाम अकाउ, �ट्वटर अकाउं, आ�द बना ल�. पर 
याद रहे क� ये अनाथ न हो जाय�. ट�म म� �जम्मेदार� बाँट ल
• अपने �काशन के बारे म� बड़ा चढ़ा कर ना बोले. अगर आपके शब्, आपके बोल, आपके 
िच� ये काम कर�गे तो तो पाठक�/दशर्क/�ोताओं से आत्मीय सम्बन्ध बन
• लोग� को अपनी ओर खींचने के िलए भ�ा �चार ना कर�. खबर�, क�वताओं, गीत� के नाम
पर खलबली ना मचाएँ. ये अकसर उल्टा पड़ जाता ह
• हर रोज अपने िम�� को whatsapp या ई-मेल पर अपनी कृ ितय� का िलंक न भेज�. सोशल
मी�डया पर सभी िम�� को बार बार टैग करना भी उिचत नह�ं है. ऐसा ना हो क� कह�ं 
आपके िम� आपको ब्लॉक कर द
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
...चलो आगे चल�!
• आप बीरबल क� �खचड़� पका रहे ह�. धैयर् रख.
• बड़� बड़� कम्पिनयां बड़ा बड़ा पैसाखचर् करती ह, �फर भी उनके कई उप�म डूब जाते ह�.
पर कं पिनयाँ नह�ं डूबती क्य��क वे िनवेश करते समय ह� अपने नुकसान क� सीमा का
आंकलन कर लेते ह�. ऊपर से व�चर कै �पटल, �ाइवेट इ�क्वट, शेयर कै �पटल आ�द के खेल
को समझना और उसका लाभ उठाना हर �कसी के बस क� बात नह�ं है.
• आप अपने िनवेश और समय सीमा के �हसाब से आगे बड़े. इतना िनजी िनवेश (समय और 
पैसा) ना कर� �जसके नुकसान क� आप स्वयं भरपाईनह�ं कर सकते.
• याद रहे, आपका ये कदम आपका आ�खर� कदम नह�ं है. दरवाज़े और भी खुल�गे. हार जाने 
के डर के साथ मैदान म� ना उतर�!
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
�जस क्षे� म� आपक� महारत है वो नाकाफ़� पड़ सकती .
नए माध्यम के िलए नई महारत� क� जरुरत पड़ सकती .
इसिलए कभी भी सीखना बंद ना कर�!    
सफलता का मूल मं�!
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
औजार� के बारे म� थोडा बहुत...
िच�
72 dpi
फोटोशोप
photoshop
creative commons
िगम्
gimp
jpg / gif / png
इलस्�ेट
illustrator
इंकस्के
inkscape
unsplash.com pexels.com
• Copyright का ख्याल रख. िम� के िच� क� भी िल�खत आज्ञा माँग 
• िच� को जरुरत से ज्यादा बड़ा ना क
• कलात्मकता और सन्दभर् का ख्याल. गुणव�ा के मापदंड तय कर�
px * pxDots per inch
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
औजार� के बारे म� थोडा बहुत...
ध्विन व चलिच�
audition
premiere
720 p
final cut pro
audicity
blender lighworks
horizontal scans
• �जस कहानी, क�वता या गीत का आप उपयोग कर रहे ह�, अगर वो आपक� कृ ित नह�ं है
तो कॉपीराइट के बारे म� पता कर� और आज्ञा ले .
• ये बात चलिच� के उन अंश� पर भी लागू होती है जो आपक� कृ ित नह�ं ह�
• कलात्मकता और सन्दभर् का ख्याल. गुणव�ा के मापदंड तय कर�
soundforgewav, aiff, mpeg4, mp3...
mpeg, avi, wmv, mov
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
िलनक्स हो�स्टं| linux hosting
औजार� के बारे म� थोडा बहुत...
wordpress | वडर्�े
वडर्�े
बैकएन्
वडर्�े
थीम
��
थीम
�ीिमयम
थीम
थीम सोच समझ कर ल�. आपके पास िच� नह�ं ह� और िच�� भरा थीम ले िलया तो गड़बड़ हो जाएगी!
आप अपना �डजाईन बना कर उसका थीम भी बनवा सकते ह�.
अगर आपको कोई साईट पसंद है
और जानना चाहते ह� क� वो कौन 
सा थीम इस्तेमाल कर रहे ह.
www.wpthemedetector.com
www.themeforest.com
www.envato.com
www.themify.me/
www.elegantthemes.com
इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती
इन्टरने
माध्यम और सम्भावना
धन्यवा!

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  • 6. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती जानकार� सृजन लाभाथ� उपयोगकतार www
  • 7. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती �ाउज़र वेब/मोबाइल www जानकार� सृजन लाभाथ� उपयोगकतार ज्ञानक सृजनकतार
  • 8. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती URL (यूिनफामर् �रसोसर् लोके) | डोमेन नेम TLD (टॉप लेवल डोमेन) | डोमेन एक्सट�श IP ए�ेस (इन्टरनेट �ोटोकॉल ए�े) DNS सवर्र(डोमेन नेम िसस्टम सवर) google.com DNS सवर् 172.217.167.14 IP ए�ेस TLD डोमेन नेम �ाउज़र वेब/मोबाइल जानकार� सृजन लाभाथ� उपयोगकतार ज्ञानक सृजनकतार जानकार� या सृजन एक िनयत जगह पर रखी �कताब क� तरह है. URL उसका पता है! tracert < URL>
  • 9. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती रेस्प�िसव �डजाई �ाउज़र वेब/मोबाइल जानकार� सृजन लाभाथ� उपयोगकतार ज्ञानक सृजनकतार उस �कताब तक पहुँचने और उसे पड़ने के िलए हम� �ाउज़र चा�हए फायरफोक् इन्टरनेट एक्स्प् �ोम सफार� फोन एप डेस्कटॉ लैपटॉप स्माटर् फ़टेबलेट
  • 10. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती चिलए अब बात� कर�... आपक�... आपके �काशन क�... आपके सपने क�... �ाउज़र वेब/मोबाइल जानकार� सृजन लाभाथ� उपयोगकतार ज्ञानक सृजनकतार
  • 11. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती आप कौन ह�? मूल सवाल • इस माध्यम का इस्तेमाल करने क� आपक� �ेरणा क्या? • इस माध्यम का इस्तेमाआप क्य�करना चाहते ह�? • इस माध्यम का इस्तेमासे आपको क्या �ा� होग? पैसा? नाम? आत्मसंतु�? • �कतना पैसा? �कतना नाम? �कतनी आत्मसंतु�? • क्या इस कायर् म� आपके अन्य साथी भी? अगर हाँ, तो आपका और उनका व्यावसाियक �रश्त क्या ह? क्या आपने सार� बात� कर ली ह? कब कर�गे? • आप �कतना समय और पैसा िनवेश करना चाहते ह�? �ाउज़र वेब/मोबाइल जानकार� सृजन लाभाथ� उपयोगकतार ज्ञानक सृजनकतार लेखक? प�कार? िच�कार? छायाकार? संगीतकार? �फ़ल्मका? �वचारक? इितहासकार? सामा�जक या राजनैितक �वचारक? या कोई और... vision | business case | partnerships
  • 12. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती आप क्या करना चाहते ह? मूल सवाल • वो क्या है जो आप �कािशत करना चाहते ह? • क्या आपने अपने �वषय वस्तु को प�रभा�षत कर िलया ? • आपका �काशन उपलब्ध �काशन� से अलग कैसे ह? आपके �काशन क� �विश�ता क्या ह? • आप �कस दर से कंट�ट �कािशत कर�गे? क्या उस दर से �कािशत करने के िलए आपने पास सम, िनवेश और लोग ह�? • आपक� भाषा, स्टाइ, आ�द कै से ह�गे? • अगर आपके लेख को िच� चा�हए तो वो कै सा होगा और कहाँ से आएगा? • आप लोग� तक कै से पहुंच�गे? �ाउज़र वेब/मोबाइल जानकार� सृजन लाभाथ� उपयोगकतार ज्ञानक सृजनकतार समाचार प�, प��का, �व�डयो चैनल, ऑ�डयो चैनल, ब्लॉ, संकिलत जानकार�, व्यवसाियक जानकार, या �कसी अन्य �कार का ऑनलाइन �काश product placement | content strategy
  • 13. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती आप वो कै से कर� जो आप करना चाहते ह�? मूल सवाल • क्या आपका अपना डोमेन नेम तथा हो�स्टंग स्पेस ह? • आपके �काशन का क्या नाम होग? आपका logo कौन बनाएगा? क्या डोमेन नेम उपलब्ध ? डोमेन नेम बुक कै से कर�? हो�स्टंग स्पेस कहाँ से ? godaddy.com | bluehost.com | hostgator.in | google and amazon • क्या आपकोई मुफ्त सेवा का इस्तेमाल कर�? ऐसी सेवाओं के क्या फायदे और नुकसानह�? wordpress.com | wix.com | medium.com | blogger.com | tumblr.com | weebly.com • क्या आप कोई साझी सेवा का इस्तेमाल कर�? जैसे youtube • आपका कौन सा CMS (content management system) इस्तेमाल कर�ग? • ओपन सोसर् या �ोपराईटर�| wordpress | joomla | drupal • आपका �डजाईन कै सा होगा? • आपके उपभोगता आपके �काशन तक पहुँचने के िलए �कस �डवाइस का इस्तेमाल कर�ग? • आपका सम्बंिधत काम खुदसीख�गे या �कसी से करवाएंगे? �कससे? �ाउज़र वेब/मोबाइल जानकार� सृजन लाभाथ� उपयोगकतार ज्ञानक सृजनकतार design & development
  • 14. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती आपका उपभोगता कौन है? मूल सवाल • आपके उपभोगता, पाठक, दशर्क कौन ह? • क्या वो �कसी �वशेष वगर् के ? • उनक� उ� क्या ह? • क्या वो �कसी खास क्षे� के? • वो �कतने पढ़े िलखे ह�? उनक� आिथर्क सामा�जक �स्थित कैसी ? • उनक� इच्छाए, सपने क्या ह? • वो आपको क्य� देखेग, सुन�गे या पढ�गे? • क्या आप उनक� कोई खास जरुरत पूर� कर रहे ? • वो क्यूँ आपक� साईट पर बार बार आय�ग? • आप ऐसा क्या दे रहे ह� जो उन्ह� आक�षर्त कर? • आप उसने कै सा सम्बन्ध स्था�पत करना चाहते? �ाउज़र वेब/मोबाइल जानकार� सृजन लाभाथ� उपयोगकतार ज्ञानक सृजनकतार target audience
  • 15. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती चिलए अब बात� कर�... अगर आप इन ��� का उ�र पा चुके ह� तो आप ऑनलाइन �काशन के िलए तैयार ह�! �ाउज़र वेब/मोबाइल जानकार� सृजन लाभाथ� उपयोगकतार ज्ञानक सृजनकतार
  • 16. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती पहला कदम • आपको पता है क� आप क्या करना चाहते ह, क्य� करना चाहते है और �कसके िलए करना चाहते ह • आपको पता चल चुका है क� आप जो करना चाहते ह� वो �कसके साथ करना चाहते ह� अब आपको अपना व्यवसाियक ढांचा तय करना होग • िनजी रूप से या �ो�ाई�� कंपनी के रूप म • पाटर्नरिशप कंपनी के रूम�, िलिमटेड लाय�बिलट� पाटर्नरिशप(LLP) • �ाइवेट िलिमटेड कं पनी के रूप म • सेक्शन८ के तहत �ाइवेट िलिमटेड कं पनी के रूप म • सोसाइट� के रूप म • �स्ट या फाउंडेशन के रूप �विधवत ढांचा पंजीकृ त न भी कर� तो इस �वषय म� सोच �वचार जरुर कर ल�
  • 17. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती दूसरा कदम • अपना डोमेन नेम तय कर� • तय कर� क� वो डॉट कॉम होगा, या डॉट इन, या डॉट ऑगर, या कु छ और • नाम ऐसा तय कर� जो लम्बे समय तक आपका साथ द • डोमेन नेम और कं पनी का नाम एक हो ये जरुर� नह� • नाम तय होने पर लोगो (logo) बनाएँ या बनवा ल� • �डजाईन करते या करवाते समय ध्यान रख� क� लोगो(logo) का इस्तेमाल कहाँ कहाँ होग • अगर आप कं पनी/संस्थ/�स्ट बना रहे ह� �जसका नाम डोमेन नेम अलग है तो उसका लोगो भी बनवा लेना चा�हए क्य��क आपका सारा व्यावसियक लेन दे व्यवसाय के नाम से ह� होगा
  • 18. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती तीसरा कदम कंट�ट स्�ेटेजी(Content strategy) तय कर� • अगर आप लेख िलख रह� ह� तो लेख �कतने शब्द� काहोगा? • अगर आप �व�डयो बना रहे ह� तो वो �व�डयो �कतना लंबा होगा? • आपके �वषयवस्तु का वग�करण क्या हो? • कौन से वगर् आपके मुख्य वगर् ह? • आपके �काशन का दर क्या होग? • �कसी भी कृ ित क� गुणव�ा का मापदंड क्या होग? गुणव�ा का िनणर्य कैसे िलया जाएग? • अगर अन्य लोग भी आपके �काशन के िलए िलख�गे तो वो लोग कौन ह? वो आपके िलए क्य� िलख�ग? और ये कै से तय होगा क� �कस तरह से लेखक� से लेख िलए जा सकते ह�? • आप �जन िच��, धुन� आ�द का इस्तेमाल कर�ग, वो कहाँ से आय�गे? उनके कॉपीराइट का क्या होग? • लेखक� के बारे म� आप क्या जानकार� �कािशत कर�ग? वो जानकार� इकठ्ठा कर ल
  • 19. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती चौथा कदम • अगर आप कोई मुफ्त सेवा इस्तेमाल कर रह� तो उसक� तकनीक को सम • अगर आप खुद का कु छ बना या बनवा रहे ह� तो टेक्नोलॉजी तय कर • आज के दौर का सबसे आसान और सुलभ कंटेट मैनेजम�ट िसस्टम है वडर्�! • वडर्�ेस(wordpress) से आप अपनी शुरुआत कर सकते ह • thewire.in जैसे बड़े न्यूज़ पोटर्ल भी वडर्�ेस पर चल रहे • वडर्�े सीखना और मैनेज करना बहुत आसान है. अगर आप अपने �ारंिभक �डजाईन से संतु� नह�ं ह� तो आप बड़े आराम से अपना �डजाईन बदल सकते ह� • आप �बना अिधक समय गवाएँ अपना काम शुरू कर सकतेह� • अन्यकंटेट मैनेजम�ट िसस्ट, जैसे जूमला (joomla), �ूपल (drupal) के इस्तेमाल म� पैसा और समय ज्यादालगेगा • asp, php, इत्या�द का इस्तेमाल कर अगर आप कुछ बनवाय�गे तो आप उसी म� उलझे रह जाय�ग और आपका मूल काम पीछे छू ट जाएगा
  • 20. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती पाँचवा कदम • अब आप लाइव ह� अतः िम�� तथा अन्य लोग� को बताय� क� आप पधार चुके ह • अपने �काशन का फेसबुक पेज, इन्स्ता�ाम अकाउ, �ट्वटर अकाउं, आ�द बना ल�. पर याद रहे क� ये अनाथ न हो जाय�. ट�म म� �जम्मेदार� बाँट ल • अपने �काशन के बारे म� बड़ा चढ़ा कर ना बोले. अगर आपके शब्, आपके बोल, आपके िच� ये काम कर�गे तो तो पाठक�/दशर्क/�ोताओं से आत्मीय सम्बन्ध बन • लोग� को अपनी ओर खींचने के िलए भ�ा �चार ना कर�. खबर�, क�वताओं, गीत� के नाम पर खलबली ना मचाएँ. ये अकसर उल्टा पड़ जाता ह • हर रोज अपने िम�� को whatsapp या ई-मेल पर अपनी कृ ितय� का िलंक न भेज�. सोशल मी�डया पर सभी िम�� को बार बार टैग करना भी उिचत नह�ं है. ऐसा ना हो क� कह�ं आपके िम� आपको ब्लॉक कर द
  • 21. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती ...चलो आगे चल�! • आप बीरबल क� �खचड़� पका रहे ह�. धैयर् रख. • बड़� बड़� कम्पिनयां बड़ा बड़ा पैसाखचर् करती ह, �फर भी उनके कई उप�म डूब जाते ह�. पर कं पिनयाँ नह�ं डूबती क्य��क वे िनवेश करते समय ह� अपने नुकसान क� सीमा का आंकलन कर लेते ह�. ऊपर से व�चर कै �पटल, �ाइवेट इ�क्वट, शेयर कै �पटल आ�द के खेल को समझना और उसका लाभ उठाना हर �कसी के बस क� बात नह�ं है. • आप अपने िनवेश और समय सीमा के �हसाब से आगे बड़े. इतना िनजी िनवेश (समय और पैसा) ना कर� �जसके नुकसान क� आप स्वयं भरपाईनह�ं कर सकते. • याद रहे, आपका ये कदम आपका आ�खर� कदम नह�ं है. दरवाज़े और भी खुल�गे. हार जाने के डर के साथ मैदान म� ना उतर�!
  • 22. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती �जस क्षे� म� आपक� महारत है वो नाकाफ़� पड़ सकती . नए माध्यम के िलए नई महारत� क� जरुरत पड़ सकती . इसिलए कभी भी सीखना बंद ना कर�! सफलता का मूल मं�!
  • 23. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती औजार� के बारे म� थोडा बहुत... िच� 72 dpi फोटोशोप photoshop creative commons िगम् gimp jpg / gif / png इलस्�ेट illustrator इंकस्के inkscape unsplash.com pexels.com • Copyright का ख्याल रख. िम� के िच� क� भी िल�खत आज्ञा माँग • िच� को जरुरत से ज्यादा बड़ा ना क • कलात्मकता और सन्दभर् का ख्याल. गुणव�ा के मापदंड तय कर� px * pxDots per inch
  • 24. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती औजार� के बारे म� थोडा बहुत... ध्विन व चलिच� audition premiere 720 p final cut pro audicity blender lighworks horizontal scans • �जस कहानी, क�वता या गीत का आप उपयोग कर रहे ह�, अगर वो आपक� कृ ित नह�ं है तो कॉपीराइट के बारे म� पता कर� और आज्ञा ले . • ये बात चलिच� के उन अंश� पर भी लागू होती है जो आपक� कृ ित नह�ं ह� • कलात्मकता और सन्दभर् का ख्याल. गुणव�ा के मापदंड तय कर� soundforgewav, aiff, mpeg4, mp3... mpeg, avi, wmv, mov
  • 25. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती िलनक्स हो�स्टं| linux hosting औजार� के बारे म� थोडा बहुत... wordpress | वडर्�े वडर्�े बैकएन् वडर्�े थीम �� थीम �ीिमयम थीम थीम सोच समझ कर ल�. आपके पास िच� नह�ं ह� और िच�� भरा थीम ले िलया तो गड़बड़ हो जाएगी! आप अपना �डजाईन बना कर उसका थीम भी बनवा सकते ह�. अगर आपको कोई साईट पसंद है और जानना चाहते ह� क� वो कौन सा थीम इस्तेमाल कर रहे ह. www.wpthemedetector.com www.themeforest.com www.envato.com www.themify.me/ www.elegantthemes.com
  • 26. इन्टरनेट– माध्यम और संभावनाए | नवीन पांगती इन्टरने माध्यम और सम्भावना धन्यवा!