3. MYSTERY
• The universe is full of mysteries, as is God. This presentation explains all the mysteries.
Electromagnetic (EM) waves or radiations exist everywhere in the universe. Sunlight is a
small fraction of EM waves. All these waves consist of tiny particles known as photons.
The photons are mysterious particles that display complex mysterious phenomena.
• When we compare an atom with the solar system, surprisingly, the construction of both is
the same. A heavy nucleus of 99.9% mass with electrons/planets encircling the nucleus in
an elliptical path. The nucleus is at one of the epicentres and not in the centre. The volume
of the nucleus is negligibly small; it may be of the order of 10-20. The whole universe has
this structure.
6. NEW QUANTUM THEORY
• Accordingly, I developed NEW QUANTUM THEORY in 2012 in India. This theory
states:
• ‘A photon/quantum particle has one or more nuclei of concentrated mass and charge in
the off-centre positions’.
• During the last 500 years there were extremely talented who made amazing discoveries
and innovations, however, they left the work of this discovery for me.
• The eminent scientists in India and the world have ignored and criticized this theory.
• The entire universe follows this theory.
7. • The velocities in X & Y directions vary continuously with the spin of the photon. The change in
velocities create accelerations and forces. The variable forces create wave formation and EM wave.
• The nucleus rotates around the centre of quantum particle with a constant velocity of 2πrf. A
quantum particle moves in X direction and forms an up-down wave in X-Y plane. The velocities in
the X direction is 2πrfSinθ and in Y direction 2πrfCosθ, where θ is the phase angle. The phase
angle is the angular position of the nucleus in the quantum particle. θ is the most important
information and reveals every detail of the quantum particle, such as velocities, forces and
amplitudes etc. in all the directions. The exact position of the quantum particle is known at all
the moments. All the science of mysterious quantum phenomena can now be predicted and all the
phenomena can be explained completely.
8. FEATURES
• All the particles in the universe spin, move with no exception.
• This theory is grossly ignored and criticized by the eminent scientists of India as well as world.
- All the quantum phenomena are the natural proofs of the new quantum theory, revealing all the mysteries in the
universe.
- Inertia is a property of mass; in any quantum particle it can be proved by experiments of reflection etc.
- The nucleus of a quantum particle is the smallest particle discovered in the history of science.
- This nucleus is a fundamental particle.
- All the reactions in the universe occur due to the EM forces.
- The four forces of nature: strong force, EM force, gravitational force and weak force/radioactive decay are the
different forms of EM force.
11. भगवान्
• कौन है भगवान, कै सा है, कहां है, और /या है उसक2 शि5यां?
• भगवान 78ा9ड का िवशालतम तारा है िजसे हम सब सवAशि5मान परमिपता परमेCर कहते हD। इसके अंदर Iयूि/लयस जैसे अनेक मौिलक कणL
क2 साइि/लक Mरए/शंस लगातार होती रहती हD जोिक ऊजाA के साथ-साथ मौिलक कणL को और अिधक माUा मV पैदा कर देती हD। इस Wकार
भगवान सदैव ही बढ़ते रहते हD। िजस Wकार उबलते हYए तेल से छोटे बड़े छीटV दूर-दूर तक िबखरते हD, उसी Wकार से भगवान से भी छोटे बड़े छीटV
चारL तरफ दूर चले जाते हD और भगवान क2 पMर`मा करते रहते हD। यह िवशाल तारे अपनी बहYत बड़ी गैले/सी बना लेते देते हD। एक एक
गैले/सी मV अरबो तारे और aह होते हD। इस Wकार 78ा9ड सदैव ही बढ़ता रहता है। इस Wकार सbपूणA 78ांड मV समcत तारे, aह, जीव-जंतु एवं
बनcपित इeयािद क2 उeपिf भगवान से ही हYई है। इसीिलए कहा जाता है िक हम सब मV भगवान का अंश है।
12. • सबसे िवशाल तारा गैले/सी का cवामी होता है और बाक2 समcत अरबो तारे और aह गैले/सी के cवामी क2 पMर`मा करते रहते हD। हम सब
hुव तारे क2 गैले/सी मV रहते हD, hुव तारे क2 गैले/सी के समcत तारे और aह, hुव तारे क2 पMर`मा करते हD। सूयA एक तारा है और इसके सौयA
मंडल के समcत aह इसक2 पMर`मा करते हD। hुव तारे क2 गैले/सी मV अनेक सूयA हD.
• hुव तारा, पृkवी से लगभग 330 Wकाश वषA दूर है। सूयA का Wकाश के वल 8 िमनट मV पृkवी पर पहYंच जाता है, उसी Wकार से hुव तारे का Wकाश
पृkवी पर 330 वषA मV पहYँचता है। इससे आप hुव तारे क2 दूरी का अंदाजा लगा सकते हD। hुव तारा इतना िवशाल तथा शि5शाली है िक अरबो
तारे और aह इसक2 धुरी (Axis) के अनुसार घुमते हYए इसक2 पMर`मा करते हD। पृkवी भी इसक2 धुरी के अनुसार घूमती है। इसी कारण से hुव
तारा हमेशा उfर िदशा मV ही िदखाई पड़ता है। हD। इसका मतलब हYआ िक भगवान् ही पूरे 78ा9ड के समcत तारो और aहो को अपने िनयंUण मV
रखते हD।
• hुव तारा हमारा दूसरा सबसे बड़ा भगवान है।
13. • !ाचीन काल के भारतीय वै0ािनक2 को इसके बारे म8 पता था। <वाि<तक का िच=ह ?ुव तारे कA सBपूणE गैलेGसी को दशाEता
है, <वाि<तक का क8 K ?ुव तारा ही है।
• वै0ािनक2 ने वैिदक िव0ान को अMयंत िवकिसत कर िलया था, कुछ लोग2 ने उसी िव0ान से अनेक अQुत वै0ािनक
उपकरण बना िलए, िजसके उनको असीम Tमताएयं !ाU हो गयी। उ=ही असधारण Tमताओंके कारण वह अनेक अQुत
कायE कर सकते थे। इसीिलए वह सभी XयिY देवी-देवता कहलाते ह[। आज भी !मुख देवी-देवताओंके मंिदर बने ह^ए है
तथा पूजे जाते है। कुछ देवी- जब वह भY2 के पास जाते थे तो एकदम से !कट हो जाते थे और िफर एकदम से अbcय हो
जाते थे।
14. • देव2 के देव महादेव के पास बह^त अिधक शिYयां थी। उनका िdशूल बह^त ही अQुत था। िdशूल से अनेक असBभव कायE
हो सकते थे, जैसे िक शdुओंका िवनाश और बह^त से िवकास के कायE। उनके पास िवष को बेअसर करने कA तकनीक भी
थी। उनका तीसरा नेd खुलने से सामने वाले मनुfय या अ=य कोई भी चीज एकदम से भ<म हो जाती थी।
• hीकृfणजी के पास अलौिकक शिYयां थी, उनका सुदशEन चk िकसी भी शdु का िवनाश करके वापस उनके पास लौट
आता था। हि<तनापुर के दरबार म8 जब दुयlधन के आदेश पर सैिनको ने hीकृfणजी को पकड़ने कA कोिशश करी, तब
hीकृfणजी ने हाई वोnटेज इलेGoो मैpनेिटक फAnड एकदम से अपने चार2 और बना िलया, इसके कारण कोई भी सैिनक या
हिथयार hीकृfणजी के पास नहr पह^ंच सकते थे। उ=ह8 sBहांड का 0ान था जो उ=ह2ने गीता के उपदेश म8 अजुEन को !दान
िकया।
15. • भगवान 'ी िव*णु तथा भगवान 'ी रामके पास सभी अ6ुत अलौिकक शि:यां थी। उनको पूरे ABांड का Dान था वह कोई भी
असंभव कायG सरलता से कर सकते थे। इसीिलए वह दोनK भगवान् है तथा भगवान के Nप मO ही पूजे जाते है और सदैव पूजे जाएंगे।
• भगवान 'ी राम कR असीिमत वैDािनक शि:यK कR कSपना करना भी असंभव है। उदाहरण के िलए भगवान 'ीराम ने समुT के पानी
को सुखाने का िनणGय िलया समुT के जल को सुखाने का मतलब कR पूरे संसार के सभी समुTK के जल को सुखाना। WयKिक सारे ही
समुT आपस मO िमले हYए हZ। इतनी िवशाल शि: का उपयोग सेकं ड मO कर पाना िकसी भगवान के ही बस मे है। अगर भगवान 'ीराम
चाहते तो अपने एक बाण से ही सीता माता को रा कवच पहना कर पूरी लंका का सवGनाश कर सकते थे, परंतु उ^हKने ऐसा नह`
िकया WयKिक उसमO िनरपराध लोग भी मारे जाते। भगवान 'ी राम ने अनेक असंभव कायG िकये जो आप सबको पहले से ही Dात है।
17. • हनुमान चालीसा, महािवbान 'ी तुलसीदासजी कR एक छोटी सी रचना है। यह अ6ुत रचना अपने अंदर िवशाल वैDािनक रहeयK को
अपने छोटे छोटे दोहो मO िछपाये हYए है। 'ी तुलसीदासजी के असीिमत Dान कR कSपना करना भी मेरे िलए असंभव है। 'ी
तुलसीदासजी को शत शत fणाम।
• मZने िवDानं के सहारे इसके रहeयK को थोड़ा बहYत समझने का fयास िकया है ।अनेक िडWशनiरयK का सहारा िलया, िफर भी यह कायG
मेरे िलए अkयंत किठन था और इसमO काफR समय लगा।
• इसका एक दोहा, 'ी राम को भगवान िसm करता है तथा एक अ^य दोहा 'ी हनुमानजी का सnपूणG oयि:kव उजागर कर देता है।
जय हनुमान (ान गुन सागर ।
जय कपीस ितह1ं लोक उजागर । ।
18. • इस पृ%वी पर सागर ही सबसे िवशाल है, पृ%वी के ७0% िह8से से अिधक म< सागर फै ला ह>आ है तथा इस पृ%वी पर सागर ही सबसे अिधक
गहरा है। सागर कC िवशालता एवं गहराई कC तरह Gी हनुमानजी के Kान तथा गुण भी इस संसार म< सबसे अिधक िवशाल तथा गहरे हN।
• आजकल लोग एक िवषय अथवा दो िवषयS म< Ph. D. कर लेते है, उसी Yकार से Gी हनुमानजी ने पृ%वी पर उपलZध सभी िव[ाओंम< Ph. D. से भी सबसे
अिधक Kान अपने बालकाल म< ही Yा] कर िलया। इसीिलए वह संसार म< सबसे अिधक Kानी एवं गुणी है।
• किप शZद के अथ^ है - सूय^, हाथी एवं वानर इaयािद। अथा^त Gी हनुमानजी सूय^ जैसे ऊजा^वान एवं तेज8वी, हाथी जैसे िवशाल एवं शिcशाली तथा वानर जैसे
फुतdले एवं एकदम से कहe भी पह>ंच सकने वाले gयिcयS कC सेना के Yमुख है।
• Gी हनुमानजी ने अपने सवा^िधक वैKािनक Kान का उपयोग करके ऐसे ऐसे उपकरणो का अिवjकार िकया िजससे सभी पृ%वी वािसयS का जीवन सुखी तथा सुगम
हो गया। Gी हनुमानजी ने लंका म< माता सीता से िमलने के बाद वानर kप धारण िकया िजससे िक वहा उपि8थत सैिनको को लगे िक एक वानर अशोक
वािटका म< फल खाने के िलए आ गया है, यह kप इतना Yिसm है िक Gी हनुमानजी पूरे संसार म< वानर के kप म< पूजे जाते हN।
19. परमा%मा का (ान तो हो गया पर/तु अभी आ%मा का (ान होना अभी बाक6 है।
काय9 ही सबसे बड़ी पूजा है।
मानव जाित क6 समृिB तथा िवकास के िलए काय9 करना ही सबसे बड़ा धम9 है।
जय Gी राम
जय Gी हनुमानजी
जय Gी तुलसीदासजी
! ! !