1. क
ें द्रीय विद्यालय िायुसेना नगर नागपुर
कायय-पत्रक
कक्षा - निीं
नोट -स्वच्छता एव
ं लिखावट पर ध्यान आवश्यक है।
प्रश्न 1-नीचे लिखे गद्यांश को ध्यान से पढ़कर पूछे गए प्रश्नों क
े उत्तर लिलखए।
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। उसे दूसरे िोगों क
े स
ं पक
क में रहना पड़ता है। भाषा क
े बिना ना तो वह अपनी िात समाि क
े दूसरे िोगों तक पह
ं चा सकता है और
ना ही उसकी िात स्वय
ं समझसकता है। इस प्रकार हमदेखते हैं की भाषा मन क
े भावों बवचारों को प्रकट करने और समझने में एक दूसरे की मददकरती है ।भाषा
वह साधन है जिसक
े द्वारा मनुष्य िोिकर ,लिखकर पढ़कर व सुनकरअपने मन क
े बवचारों तथा भावों का आदान प्रदान करता है ।इसप्रकार प्रयोग क
े आधार पर
भाषा क
े दो रूप होते हैं -मौलखक और लिलखत ।भाषा का मूि रूप मौलखक होता है। इसे सीखना नहीं पड़ता ।भाषा का वहरूप जिसे िािक सिसे पहिे अपने
पररवार में रहकर सीखता है ,मातृ भाषा कहिाती है जिस भाषा का प्रयोग देश क
े कायाियों में कामकाि क
े लिए बकयािाता है, उसे रािभाषा कहते हैं 14 जसत
ं िर
1949 को भारत सरकार ने हह
ं दी को रािभाषा घोबषत बकया। भारतीय स
ं बवधान में 22 भाषाओं को मान्यता प्रदान की गईहै ।िोिी िाने वािी हर ध्वबन को लिखने
2. क
े लिए क
ु छ चचन्ह बनजश्चत बकए गए हैं ।इन्हीं चचन्हों क
े लिखने क
े तरीक
े को लिबप कहते हैं। हह
ं दी स
ं स्क
ृ त मराठी िोडो स
ं थािी कोंकणी इन भाषाओं की लिबप
देवनागरी है।
प्रश्न 1 क ) मनुष्य को सामाजिक प्राणी क्यों कहा गया है?
ख) मातृभाषा और रािभाषा में क्या अ
ं तर है?
ग) लिबप बकसे कहते हैं?
घ) भारत सरकार ने हह
ं दी को रािभाषा का दिा कि बदया?
ड) गद्यांश क
े लिए उपयुक्त शीषकक लिलखए।
प्रश्न 2) बनम्नलिलखत शब्दों में उपसगक प्रत्यय एव
ं मूि शब्द छाँटकर लिलखए |
सुजशजित ,सफिता ,असुरजित ,बनरचभमानी ,अनुशासन
प्रश्न 3 ) बनम्नलिलखत गद्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों क
े उत्तर दीजिए।
झूरी काछी क
े दो िैिों क
े नाम थे हीरा और मोती ।दोनों पछाई िाचत क
े थे देखने में- सु
ं दर, काम में चौकस, बदि में ऊ
ं चे,। िहत बदनों साथ रहते -रहते दोनों में
भाईचारा हो गया था। दोनों आमने-सामने आस-पास िैठे हए एक -दूसरे से मूक- भाषा में बवचार -बवबनमय करते थे एक ,दूसरे क
े मन की िात क
ै से समझिाता था,
हम नहीं कह सकते ।अवश्य ही उनमें ऐसी गुप्त शबक्त थी ,जिससे िीवो में श्रेष्ठता का दावा करने वािा मनुष्य व
ं चचत है ।दोनों एक दूसरे को चाट कर और सू
ं घकर
3. अपना प्रेम प्रकट करते ,कभी-कभी दोनों सींग भी बमिा लिया करते थे- बवग्रह क
े नाते से नहीं, क
े वि बवनोद क
े भाव से ,आत्मीयता क
े भाव से ,िैसे दोस्तों में
घबनष्ठता होते ही धौि-धप्पा होने िगता है। इसक
े बिना दोस्ती क
ु छ फ
ु सफ
ु सी , क
ु छ हल्की- सी िगती है जिस पर ज्यादा बवश्वास नहीं बकया िा सकता।
क) कहानी एव
ं कहानीकार का नाम लिलखए।
ख) हीरा और मोती की बवशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
ग) हीरा मोती आपसी बमत्रता क
ै से प्रकट करते थे?
प्रश्न 4 ) बनम्नलिलखत प्रश्नों क
े उत्तर दीजिए।
क) कांिी हौस में क
ै द पशुओं की हाजिरी क्यों िी िाती होगी?
ख) प्रेमच
ं द ने िीवन मूल्यों को दो िैिों की कथा में बकस प्रकारस्पष्ट बकया है?
प्रश्न 5 ) नीचे लिखे प्रश्नों क
े उत्तर दीजिए।
क) मनुष्य ईश्वर को कहां-कहां ढू
ं ढता बफरता है?
ख) बकसी भी व्यबक्त की पहचान उसक
े क
ु ि से होती है या उसक
े कमों से ?तक
क सबहत उत्तर दीजिए |
प्रश्न 5 ) वैजश्वक महामारी करोना से िचाव क
े लिए महानगर बनगम पालिका को पत्र लिखकरअनुरोध कीजिए बक वह वातावरण शुद्धीकरण हेतु
दवाइयों का जछड़काव करें ताबक स
ं क्रमण को रोका िा सक
े ।
प्रश्न 6) िोकमत समाचार पत्र क
े स
ं पादक को पत्र लिखकर अपने इिाक
े में फ
ै िाने वािी िीमाररयों से अवगत कराइए एवम अनुरोध कीजिए बक
दवाईयों का जछड़काव हो |
प्रश्न 7 ) नीचे लिखे बवषयों पर अनुच्छेद लिलखए |
4. बवद्याथी और अनुशासन , वैजश्वक महामारी करोना, पयावरण प्रदूषण , िेरोिगारी की समस्या ,उड़ीसा िन-िीवन, उत्सव एव
ं दशकनीय
स्थि (आकषकक रूप में चचत्र िे साथ )