2. अनुच्छेद ३४३ -३५१
भारतीय संविधान के अनुच्छेद
३४३-३५१ तक तथा संविधान के
पररशिष्ट में अष्टम अनुसूची जो
प्रादेशिक भाषाओं को मान्यता देती
है |
3. ३५० ए: कोठारी आयोग
(१९६४ -१९६६)
इस आयोग में बताया गया
है कक सभी बचचों को
प्राइमरी कक्षाओं में
मात्रभाषा में ही शिक्षा दी
जाये | माध्यशमक स्तर पर
स्थानीय भाषाओं में
शिक्षण को प्रोत्साहन ददया
जाय|
4. राष्रीय शिक्षा नीतत -१९८६
अध्यापकों की बेहतर शिक्षा |
प्रशिक्षण ।
दहंदी-अंग्रेज़ी के साथ-साथ
क्षेत्रीय भाषओं के विकास
ककया।
सबको शिक्षा के समान
अिसर देने की प्रयास ककया ।
5. वप ओ ए-1992,एन सी ऐफ-
2005
इस में त्रत्रभाषा सूत्र के बारें में
बताया गया है।जजसमे छात्रों को
अपने मातृभाषा में पढाने को कहा
गया है।उसके साथ-साथ अंग्रेज़ी
सीखना भी प्रदान माना गया है।