1. अर्थराइटिस
अर्थराइटिस होने पर शरीर में यूररक एससड की मात्रा बढ़ जाती है, जजसकी वजह से जोड़ों में सूजन आ जाती है।
सूजन के सार्-सार् उस स्र्ान पर ददथ भी होने लगता है। अर्थराइटिस का ददथ इतना तीव्र होता है कक व्यजतत
को चलने–किरने और घुिनों को मोड़ने में भी बहुत परेशानी होती है।
वजन घिाएं
मोिापे के सशकार लोगों में अर्थराइटिस की समस्या आम होती है। वजन को ननयंत्रत्रत करना इससे बचने का
सबसे बेहतर और आसान तरीका है। हालांकक वजन बढ़ने के बाद कम करना आसान नहीं है। लेककन किर भी
आपको अर्थराइटिस से बचने के सलए वजन कम करना जरूरी होता है
कब्ज से छु िकारा
2. अर्थराइटिस के रोग को रोकने के सलए कब्ज से छु िकारा पाना बहुत जरूरी होता है, इसके सलए अर्थराइटिस के
रोगी को कु छ टदनों तक गुनगुना एननमा देना चाटहए ताकक रोगी का पेि साि हो।
आहार
वविासमन, एंिीऑतसीडेन्ि और पौजटिक तत्वों से भरपूर ताजे िल और सजजजयों का रस अर्थराइटिस के सलए
अद्भुत उपचार है। लहसुन, मौसमी, संतरा, गाजर और चुकं दर के रस का पयाथप्त सेवन इस रोग से ननजात
टदलाने में सहायक है। सार् ही िू लगोभी का रस पीते रहने से जोड़ों के ददथ में लाभ समलता है।
गनतशीलता
अर्थराइटिस रोगी को ना ही ज्यादा देर तक खाली बैठना चाटहए और न ही आवश्यकता से अधिक पररश्रम
करना चाटहए, तयोंकक गनतहीनता के कारण जोड़ों में अकड़न आ जाती है, और अधिक पररश्रम से जोड़ों को
हानन पहुंच सकती है।
3. माासलश
स्िीम बार् और शरीर की माासलश अर्थराइटिस में कािी हद तक लाभ देती है। इसके सलए लहसुन के रस को
कपूर में समलाकर मासलश करना या किर लाल तेल से मासलश करना आरामदेह रहता है। जैतून के तेल से भी
मासलश करने से अर्थराइटिस की पीड़ा कािी कम हो जाती है।
व्यायाम
अर्थराइटिस से पीड़ड़त लोगों को एक्सरसाइज करनी चाटहए। यटद आपको व्यायाम करने में परेशानी होती है
तो आप अपने घर में भी िहल सकते हैं। व्यायाम और सुबह के समय िहलने के सार् ही यटद आप जववसमंग भी
करते हैं तो यह भी आपके सलए िायदेमंद रहेगा।
4. अदरक
अर्थराइटिस के ददथ के उपचार में अदरक का सेवन बहुत ही िायदेमंद है। रोजाना दो सौ ग्राम अदरक दो बार लेने
से ददथ में बहुत राहत समलती है। हाल ही में हुए धचककत्सीय शोिों में भी यह साि हो चुका है कक सूप, सोस और
सलाद के सार् अदरक का सेवन अर्थराइटिस की समस्या में राहत देता है।
5. एलोवेरा
एलोवेरा का सेवन के वल अर्थराइटिस के ददथ में ही आराम नहीं देता बजकक अन्य बहुत सी बीमाररयों में भी यह
िायदेमंद है। एलोवेरा आपके इम्यून ससस्िम और ऊजाथ के स्तर को मजबूत करता है।
तांबा
तांबा भी अर्थराइटिस के ददथ से कािी हद तक राहत टदलाता है। कई लोग तो इसके ददथ से बचने के सलए तांबे के
बतथन में रखें पानी को पीते हैं। ऐसा माना जाता है कक तांबे में ऑजतसकरण रोिी गुण होते हैं जो अर्थराइटिस में
हो रही जलन को कम करने में सहायता करता है।