1. क
े न्द्रीय विद्यालय क्र.-1 सम्बलपुर
िसंत भाग-3 कक्षा-8
क
े . एल. यादि- मो.- 9452515357 पुनरािृवि
भगिान क
े डावकए- कविता (रामधारी वसंह ‘वदनकर’
प्रश्न.1. कवि ने पक्षी और बादल को भगिान क
े डावकए क्ोों बताया है?
प्रश्न.2.भगिान क
े डावकए’ वकसे कहा गया है?
उत्तर- पक्षी और बादल को
प्रश्न.3.भगिान क
े डावकए द्वारा लाए गए सोंदेशोों को कौन पढ़ सकते हैं?
उत्तर- पेड़, पौधे, सरोिर-सररताएँ , समुद्र ि पिवत यानी प्रक
ृ वत
प्रश्न.4.एक देश की भाप दूसरे देश को जाना क्ा सोंदेश देता है?
उत्तर- हमें अपने-पराए का भाि त्याग कर विश्वबोंधुत्व की भािना रखनी चावहए
प्रश्न.5. एक देश की धरती द्वारा भेजा गया सौरभ दूसरे देश की धरती तक क्ा पहँचाता है?
उत्तर- सुगोंध
प्रश्न.6.‘भगिान क
े डावकए’ द्वारा लाई गई वचवियोों को कौन नहीों पढ़ सकता है?
उत्तर- भगिान क
े डावकए’ द्वारा लाई गई वचवियोों को इोंसान नहीों पढ़ सकता है।
क्या वनराश हुआ जाए- वनबंध (हजारी प्रसाद वििेदी)
प्रश्न.1. दोषोों का पदावफाश करना कब बुरा रूप धारण कर सकता है? वलखखए।
वदए गए शब्ों में शुद्ध और अशुद्ध िततनी िाले शब् आलग-अलग वलखिए- -
1) पदावफ़ाश- शुद्ध
2) पदवफ़ाश – अशुद्ध
3) लैपटॉप- शुद्ध
4) क
ों प्युटर – शुद्ध
5) आवलशान – अशुद्ध
6) आलीशान – शुद्ध
7) स्वाभाविक – शुद्ध
8) प्रसासक – अशुद्ध – प्रशासक – शुद्ध
9) सोंग्रहालय – शुद्ध
10)राष्ट्रवपता – शुद्ध
11)विश्वासघात- शुद्ध
12)भ्रष्ट्ाचार – शुद्ध
13)भ्रष्ट्चार – अशुद्ध
14)अोंतररक्ष- शुद्ध
15)समाप्त – शुद्ध
16)नुकासान – अशुद्ध – नुकसान- शुद्ध
17)क
ों डक्टर - शुद्ध
18)अिाोंछीत- अशुद्ध - अिाोंवछत- शुद्ध
यह सबसे कविन समय नहीं(कविता) रचवयता – जया जादिानी
प्रश्न.1. कविता का मूल भाि क्या है?
कबीर की साखियााँ- (दोहा)
प्रश्न.1 कबीर दास जी घास या अपने से छोटे की वनोंदा करने से क्ोों मना करते हैं? पढे हए दोहे क
े आधार
पर वलखखए।
2. प्रश्न.2. ‘तलिार का महत्व है म्यान का नहीों’ इस उदाहरण क
े द्वारा कबीर दास जी क्ा कहना चाहते हैं?
कामचोर- (कहानी) लेखिका- इस्मत चुगताई
प्रश्न.1. कामचोर कहानी में ‘मोटे-मोटे वकस काम क
े हैं?’ वकसक
े वलए और क्ोों प्रयोग हआ है?
प्रश्न.2. बच्ोों क
े उधम मचाने से घर की क्ा दुदवशा हई थी?
मुहािरे-
बेनक
े ल का ऊ
ँ ट होना- वनयोंत्रण न होना
कोटव माशवल करना- सजा सुनाना
भेड़ की चाल चलना- वबना सोचे-समझे वकसी कायव का नकल या अनुसरण करना
उपसगत- स्वयं करें।
बद-
बे-
प्र-