1. 1
न्यायालय : अपर सत्र न्यायाधीश/न्यायालय संख्या-01, मथुरा।
प्रथम जमानत प्राथनापत्र संख्या-1939/2021
CNR No. UPMT01-003938-2021
J.O. CODE No. UP 5847
सिसद्दकी कप्पन पुत्र मोहम्मद, निनवासी-Cheroor Vengara Malappuram, Pin 676304.
बनाम
उ०प्र० राज्य
मु०अ०सं०-199/2020
धारा-153A,295A,124A,भा०दं०सं० व
17/14 गैर कानूनी गतितनिवतिध(रोकथाम)
अतिधनिनयम एवं 65,72,76 आई.टी.एक्ट
थाना-मांट, सिजला- मथुरा।
06.07.2021
अभिभयुक्त सिसद्दकी कप्पन द्वारा मुकदमा अ० सं०- 199/2020 धारा-
153A,295A,124A,भा०दं०सं० व धारा 17/14 गैर कानूनी गतितनिवतिध (रोकथाम)
अतिधनिनयम व धारा 65,72,76 आई.टी.एक्ट थाना- मांट, सिजला- मथुरा क
े प्रकरण में प्रथम
जमानत प्राथनापत्र प्रस्तुत निकया गया है।
संक्षेप में अभिभयोजन कथानक क
े अनुसार निदनांक 05.10.2020 समय 20.52 बजे
रपट संख्या 41 थाना मांट क
े द्वारा दाखिeल 4 नफर अभिभयुक्त 1- अतितक
ु ररहमान पुत्र रोनक
अली, निनवासी नगला थाना रतनुपरी सिजला मुजफ्फरनगर, 2- आलम पुत्र लयीक पहलवान,
निनवासी ग्राम घेरफतेर eान थाना कोतवाली सिजला रामपुर, 3- सिसदीक पुत्र मोहम्मद निनवासी
चरौर थाना वैगरा सिजला मालापुरम, क
े रल, 4- मसूद पुत्र सकील अहमद, निनवासी कस्बा
जरबल रोड थाना जरबल सिजला बहराइच अन्तगत धारा 151/107/116 सी०आर०पी०सी०
एवं दाखिeल 6 अदद स्माटफोन व एक अदद लैपटाप वेलबेस्टो P75F109 व पम्पलेट (जस्टिस्टस
फार हाथरस निवस्टिक्टम) से सम्बस्टिन्धत साक्ष्य की जांच वादी मुकदमा द्वारा की गयी, तो पाया गया
निक उक्त व्यनिक्त शास्टिन्त भंग करने क
े खिलये हाथरस जा रहे थे निक उनक
े पीछे एक बड़ी सासिजश
थी। कतितपय मीतिडया रिरपोटu में हाल में निवभिभन्न माध्यमों से प्रकाभिशत शबरों क
े अनुसार एेसा
प्रतीत हो रहा है निक क
ु छ असमासिजक तत्वों द्वारा जानबूझकर सामासिजक निवद्वेष एवं जातितगत
तनाव तथा देश क
े साम्प्रदातियक सद्भाव को प्रभानिवत करते हुये प्रदेश में अभी हाल में ही हुये
जनपद हाथरस की एक दुभाग्यपूण घटना की आड़ में दंगा भड़काने का क
ु स्टित्सत प्रयास निकया
जा रहा है। यह भी स्पष्ट हुआ है निक क
ु छ लोग जातितगत आधार पर समाज में भय एवं दंगा
भड़काने की नीयत से घटना एवं प्रदशन आयोसिजत कर रहे हैं। यह लोग इसकी आड़ में चन्दा
एकनित्रत करने क
े प्रयास में लगे हैं, यह भी ज्ञात हुआ है निक जो लोग Carrd.co नामक वेबसाइट
का संचालन कर रहे हैं। यह लोग सीधे तौर पर दंगा भड़काने एवं शांतित व्यवस्था को भंग करने
वाले क
ृ त्य तथा एेसे कायu में जो सामासिजक सद्भाव क
े खिeलाफ है, उनमें संखिलप्त हैं। यह भी ज्ञात
हुआ है निक निवदेशों से चंदा से शांतित व्यवस्था एवं सामासिजक समरस्ता को प्रभानिवत करते हुये
दंगा भड़काने क
े काय में खिलप्त हैं। जानकारी निमली है निक इस प्रकार चंदे की धनराभिश तथा सिजस
2. 2
माध्यम से प्राप्त की जा रही है, उसकी कोइ वैध प्रनि…या नहीं अपनाइ जा रही है आैर यह
धनराभिश जब्त करने योग्य है। इस प्रकार से उक्त वेबसाइट द्वारा निवदेशों से प्राप्त चंदे का उपयोग
समाज में हिंहसा भड़काने क
े प्रयोग में निकया जा रहा है। बरामद पम्पलेट, AM I NOT INDIAS
DAUGHTER, MADE WITH Carrd आनिद मुनिŽत पम्पलेट सामासिजक वैमनस्यता बढ़ाने वाले एवं
जन निवŽोह भड़काने वाले है। संकखिलत सूचना क
े आधार पर यह भी ज्ञात हुआ है निक इस
वेबसाइट का उपयोग जातितगत हिंहसा व दंगा भड़काने, चंदा एकत्र करने एवं तथाकभिथत गैंगरेप
की घटना की अफवाह फ
ै लाने में निकया जा रहा है। इस वेबसाइट से जुड़े संगठनों एवं
कायकताआें क
े द्वारा भीड़ एकत्र करने , अफवाह फ
ै लाने एवं चंदा एकत्र करने का काय न्याय
निदलाने की आड़ में निकया जा रहा है। इस प्रकार की वेबसाइट युवाआें में राष्ट्रनिवरोधी भावनाआें
को जागृत कर रहे है। इस वेबसाइट क
े माध्यम से कइ प्रकार क
े राष्ट्रनिवरोधी दुष्प्रचार भारत में
निकये जा रहे है। जैसे मांब लिंलचिंचग की घटना का दुष्प्रचार, हाल में मजदूरों का पलायन तथा
कश्मीर में निवघटनकारी तत्वों क
े समथन में व्यापक प्रचार इत्यानिद प्रमुe है। इस वेबसाइट का
मूल उद्देश्य जातितगत निवद्वेश को बढ़ावा निदया जाना एवं समाज में अस्टिस्थरता पैदा करना तथा बड़े
पैमाने पर दंगे फ
ै लाना पाया गया है। यह वेबसाइट हिंहसा फ
ै लाने क
े तरीक
े बताती है तथा हिंहसा
क
े समथन में लोगों का समथन हासिसल करने एवं जनता को दंगे क
े खिलये प्रेरिरत करती है। इस
वेबसाइट क
े माध्यम से दंगे क
े दौरान अपनी पहचान छ
ु पाने क
े , हिंहसा करने व शास्टिन्त व्यवस्था
भंग करने क
े उपायों की जानकारी दी जाती है। इसक
े साथ साथ यह वेबसाइट निकसी भी क्षेत्र में
तनाव बढ़ाने क
े बाद तथा उस क्षेत्र की शास्टिन्त व्यवस्था भंग करने क
े बाद वहां से आसानी से
निनकल जाने क
े तरीकों की जानकारी भी प्रदान करती है। यह भी पाया गया है निक इस वेबसाइट
द्वारा कइ तथ्यों को जानबूझकर तोड़ मरोड़ कर इस आशय से प्रस्तुत निकया गया है निक सिजससे
समाज में अस्टिस्थरता आये। सामासिजक सद्भाव भंग हो तथा समाज हिंहसा की चपेट में आ जाये।
यह पोटल पूण रूप से भारतीय संनिवधान एवं निवतिध द्वारा स्थानिपत निनयमों क
े निवपरीत काय में
संखिलप्त है। इस प्रकार से वेबसाइट carrd.co एवं वेबसाइट justice for hathras का मुख्य
उद्देश्य निवभिभन्न लोगों से चंदा प्राप्त करना एवं प्राप्त धनराभिश का उपयोग सामासिजक निवद्वेश एवं
जातितगत हिंहसा में बढ़ावा देने क
े खिलये निकया जाना पाया जा रहा है। इनका यह क
ृ त्य भारतीय
दण्ड निवधान की धारा 153 ए तथा 295 ए की परिरतिध में आपरातिधक क
ृ त्य की श्रेणी में आता है।
यह भी पाया गया है निक इन वेबसाइट को संचाखिलत करने वाले व्यनिक्तयों द्वारा निकये जाने वाला
क
ृ त्य भारतीय दण्ड निवधान की धारा 124 ए भादनिव० क
े अन्तगत निवतिध द्वारा स्थानिपत सरकार
क
े प्रतित घृणा पैदा करने वाला है, जो निक राजŽोह की परिरतिध में आपरातिधक क
ृ त्य की श्रेणी में
आता है। यह भी पाया गया है निक इन वेबसाइट की क
ृ त्यो से UAPA की धारा 17 एवं 18 का
भी अपराध सृसिजत हो रहा है। इसक
े अतितरिरक्त उक्त वेबसाइट से जुड़े व्यनिक्तयों द्वारा आइ टी
एक्ट की धारा 65,72 एवं 75 का अपराध कारिरत निकया गया है। उपरोक्त इण्टरनेट वेबसाइटों
को संचाखिलत करने वाले व्यनिक्तयों क
े निवषय में निवस्तृत एवं गहन जांच करने की आवश्यकता
निनम्न निबन्दुआें पर है। 1- उक्त वेबसाइट/प्लेटफॉम निकसक
े द्वारा निकस उद्देश्य से बनाया गया
है। 2- अब तक इस वेबसाइट/प्लेटफाम से निकतनी धनराभिश एकत्र की गयी है। 3- जो
धनराभिश एकत्र की गयी है, उसे कहां इस्तेमाल निकया गया है, निकन लाभार्थिथयों क
े eाते में उक्त
धनराभिश भेजी गयी है। इस प्रकार स्पष्ट रूप से उक्त इण्टरनेट प्लेटफाम carrd.co तथा
3. 3
संचाखिलत वेबसाइट justice for hathras द्वारा प्रथम दृष्टया भारतीय दण्ड निवधान की निवभिभन्न
धाराआें एवं अन्य अतिधनिनयमों क
े अन्तगत अपराध कारिरत निकया गया है। इस आपरातिधक क
ृ त्य
में उक्त चारों व्यनिक्तयों एवं अन्य अज्ञात लोगों का सस्टिम्मखिलत होना पाया जा रहा है। इनकी क
ृ त्यों
की निवस्तृत जानकारी हेतु निववेचना की आवश्यकता है। अतः निववेचनात्मक कायवाही निकये जाने
हेतु प्रथम सूचना रिरपोट दज करने की याचना की गयी।
उक्त तहरीर क
े आधार पर अभिभयुक्तगण अतितक
ु ररहमान, आलम, सिसदीक व मसूद क
े
निवरुद्ध मु०अ०सं०-199/2020 अंतगत धारा 153A,295A,124A भा०दं०सं० व धारा 17,
18 गैर कानूनी गतितनिवतिध अतिधनिनयम व धारा 65,72,75 आई.टी.एक्ट थाना- मांट सिजला-
मथुरा पर पंजीक
ृ त हुआ।
प्राथ¤/अभिभयुक्त की आेर से जमानत प्राथनापत्र व उसक
े साथ संलग्न शपथपत्र का
संक्षेप में यह कथन निकया गया है निक वह निनद¦ष है, उसे झूंठा फ
ं साया गया है। अभिभयुक्त पेशे से
पत्रकार है। वह क
े रल का रहने वाला है आैर वतमान में निदल्ली में निनवासरत है आैर वह न्यूज
पोटल अजीमुक्eां में काय करता है तथा वहां से उसे 25 हजार रूपये मासिसक प्राप्त होता है।
वह हाथरस में हुए कांड की रिरपोर्टिंटग करने हेतु हाथरस क
े खिलए चला था, परन्तु रास्ते में ही
मांट में निदनांक-05.10.2020 को पुखिलस द्वारा उसे धारा-151,107,116 दं०प्र०सं० क
े
अंतगत निगरफ्तार कर निदया गया तथा निदनांक-06.10.2020 को एस०डी०एम० मांट द्वारा उसे
न्यातियक अभिभरक्षा में भेज निदया गया आैर बादहू निदनांक-07.10.2020 को थाना मांट द्वारा
उसक
े निवरूद्घ मु०अ०सं०-199/2020 अंतगत धारा 153A,295A,124A भा०दं०सं० व
धारा 17, 18 गैर कानूनी गतितनिवतिध अतिधनिनयम व धारा 65,72,75 आई.टी.एक्ट झूंठा दज
करते हुए उसे नामजद कर निदया। उसक
े निवरूद्घ यू०ए०पी०ए० एक्ट का कोइ अपराध नहीं
बनता है। उसक
े पास से अपराध से सम्बंतिधत कोइ वस्तु बरामद नहीं हुयी है। अभिभयुक्त
शारीरिरक रूप से अस्वस्थ है। उक्त मामले में आरोपपत्र न्यायालय में आ चुका है। वह
पी०एफ०आइ० का सदस्य नहीं है आैर पी०एफ०आइ० प्रतितबंतिधत नहीं है। अभिभयुक्त पूव
सजायाफ्ता नहीं है आैर न ही उसका कोइ आपरातिधक इतितहास है। प्राथ¤/अभिभयुक्त जमानत
का दुरूपयोग नहीं करेगा। अतः उक्त कथनों क
े आधार पर जमानत पर रिरहा निकये जाने की
याचना की गइ है।
राज्य की आेर से निवद्वान सहायक सिजला शासकीय अतिधवक्ता (फौजदारी) द्वारा जमानत
प्राथनापत्र का घोर निवरोध किया गया तथा जमानत प्रार्थकया गया तथा जमानत प्राथनापत्र निनरस्त निकये जाने की याचना की
गयी।
मैंने जमानत प्राथनापत्र पर प्राथ¤/अभिभयुक्त क
े निवद्वान अतिधवक्ता तथा राज्य क
े निवद्वान
सहायक सिजला शासकीय अतिधवक्ता (फौजदारी) क
े तक सुने एवं समस्त प्रपत्रों व पत्रावली का
परिरशीलन निकया।
अभिभयोजन कथानक क
े अनुसार अभिभयुक्त पर सह अभिभयुक्तगण क
े साथ निमलकर
सामासिजक निवद्वेष एवं जातितगत तनाव तथा देश क
े साम्प्रदातियक सद्भाव को प्रभानिवत करना तथा
सीधे तौर पर दंगा भड़काने एवं शातित व्यवस्था को भंग करने वाले क
ृ त्य करना एवं अभिभयुक्त क
े
eाते में निवदेश से फण्डिंण्डग होने, सिजसका प्रयोग देश की साम्प्रदातियकता एवं अeण्डता को
नुकसान पहुंचाने क
े खिलए निकये जाने का आरोप है। अभिभयुक्त द्वारा कहा गया है निक वह पेशे से
4. 4
पत्रकार है तथा पत्रकारिरता क
े सम्बंध में हाथरस जाने की बात कही गयी है, परन्तु अभिभयुक्त की
निगरफ्तारी क
े समय उसक
े पास से तेजस न्यूज का परिरचयपत्र बरामद हुआ था आैर तेजस न्यूज
निदसम्बर, 2018 में ही बंद होना बताया गया है। निववेचना में यह भी पाया गया है निक अभिभयुक्त
पी०एफ०अाइ० क
े खिलए काम करता है तथा पी०एफ०आइ० क
े इशारे पर देश में
साम्प्रदातियक/ वग संघष को भड़का कर देश निवरोधी काय में खिलप्त होना पाया गया है। निववेचना
में यह भी प्रकाश में आया है निक अभिभयुक्त वतमान में मलयालम भाषा क
े आॅन लाइन पोटल
अजीमुख्यम में क
ं ट्रीब्यूटर क
े तौर पर काय करता है। अभिभयुक्त क
े लैपटाप से बरामद लेe क
े
जो अजीमुख्यम को भेजे गये, वे लेe साम्प्रदातियक उन्माद भड़काने वाले पाये गये हैं। अभिभयुक्त
का पत्रकारिरता की आड़ में अवैध नि…याकलाप में खिलप्त होना पाया गया है। अभिभयुक्त व उसक
े
साथ निगरफ्तार हुए अन्य सह अभिभयुक्त पी०एफ०आइ० से जुड़े हैं आैर निववेचना में यह पाया
गया निक अभिभयुक्त पत्रकारिरता की आड़ में पी०एफ०आइ० संगठन क
े पदातिधकारिरयों क
े निदशा -
निनद-श में हाथरस में साम्प्रदातियक/वग संघष को भड़का कर देश की अeण्डता को नुकसान
पहुंचाने क
े खिलए हाथरस जा रहा था। निववेचना में यह भी पाया गया है निक अभिभयुक्त
पी०एफ०अाइ० संगठन व आतंकी निगरोह का सदस्य है, जो देश व निवदेश से फण्डिंण्डग प्राप्त कर
देश की अeण्डता तथा साम्प्रदातियक सौहाद निवगाड़ने में खिलप्त होना पाया गया है। निववेचना क
े
दौरान अभिभयुक्त क
े निदल्ली निनवास की तलाशी ली गयी तो उसक
े कमरे से प्रतितबंतिधत संगठन
सिसमी का सानिहत्य पाया गया तथा वहां से बरामद लैपटाप व डाटा की जांच करने पर अभिभयुक्त
को सिसमी क
े टाॅप लीडर क
े सम्पक में होना पाया गया। दौरान निववेचना अभिभयुक्त क
े बैंक eाते में
20 हजार व 25 हजार रूपये अलग-अलग तितभिथ में अवैध नि…या कलाप करने क
े खिलए फण्डिंण्डग
होना पाया गया। उक्त प्रकरण में अभिभयुक्त नामजद अभिभयुक्त है। उक्त मामले में सह अभिभयुक्तगण
की पूव में सत्र न्यायालय से जमानत निनरस्त हो चुकी है।४
अतः प्रस्तुत मामले क
े तथ्य, परिरस्टिस्थतितयों व घटना की गंभीरता को देeते हुए मैं
प्राथ¤/अभिभयुक्त को जमानत पर छोड़े जाने का कोइ उतिचत आधार नहीं पाता हूं। तदनुसार
प्राथ¤/अभिभयुक्त का जमानत प्राथनापत्र निनरस्त निकए जाने योग्य है।
आदेश
अभिभयुक्त सिसद्दकी कप्पन की आेर से प्रस्तुत यह जमानत आवेदन निनरस्त निकया जाता
है।
निदनांक-06.07.2021 (अनिनल क
ु मार पाण्डेय)
ID No. UP 5847
अपर सत्र न्यायाधीश
न्यायालय संख्या-01, मथुरा।