1. द्वारा : पोवारी सािहत्य अना सांस्कृितक उत्कषर् समूह
पोवारी(पंवारी) भाषा
पोवारी(पंवारी) मध्यभारत को वैनगंगा �ेत्र मा िनवासरत
पंवार(पोवार) समाज क� मायबोली(मातृभाषा) आय ।
डॉ. भोलानाथ जी ितवारी को द्वारा रिचत िकताब, "भाषा
िव�ान कोष" मा ऐव तथ्य उल्लेिखत से क� पोवारी बोली
बालाघाट अना िसवनी िजला मा बोली जासे । 1891 क�
जनगणना मा 70,000 मानुष पोवारी बोलने वाला होता । अज
छ�ीस कुर का पंवार (पोवार) क� देश मा जनसंख्या 14 लाख
को आसपास से । लगभग अरधी पोवार जनसंख्या पोवारी मा
बोलसेती अना दुई ितहाई समाजला पोवारी उमजसे ।
ऐन बात क� लिगत ज�रत से क� समाज को बीच मा
आपरी मायबोली को अिधकािधक प्रचार होनो पायजे,
तब आपरी मातृभाषा को अिस्तत्व बरकरार रहे, नही त्
आपरो पुरखाइन क� या िवरासत मुराय जाहे ।