3.
यह रोग पशु क सव या होने के बाद म लगभग 72घ टे के अ दर
होता ह।
यह रोग साधारणत: सभी जानवर (गाय ,भैस, भेड़ बकरी) म होता ह।
मु यत:हां ल टन जयन म देखने को मलता ह।
यह रोग कै शयम क कमी को कारण होता ह।
यह एक ऐसा रोग है जसम पशु के शरीर का तापमान कम हो जाता ह।
इस रोग म पशु का शरीर कमजोर हो जाता ह। जससे पशु खड़ा भी नह
हो पाता ह।
By:- Raj saa
4. Etiology:- 1.
2.
3.
गौ वंश के र म कै शयम क मा ा सामा यत: 9-11mg तशत होती ह।
इस रोग कारण पशु के शरीर म आय नत कै शयम क कमी होना है जो
सव के बाद ख स के साथ कै शयम का अ धक न कासन के कारण होती
ह।
जससे पशु के शरीर म Hypocalcaemia हो जाता है।
By:- Raj saa
5. Epidemiology :-
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यह रोग अ धक ध उ पादन वाले पशु म अ धक होता है यह रोग 5-10 वष क
उ या 3-7व यांत मे होने क संभावना अ धक रहती ह।
यह रोग अ धकांशतः सव के बाद म होता है ख स म कै शयम क मा ा सामा य
ध क तुलना म लगभग 12गुना अ धक हो जाती ह।
कसी पशु को म क - फ वर होने पर उसक उ पादन मता घट जाती ह।
By:- Raj saa
6. • Pathogenesis:-
इस रोग म Hypocalcemia,Hypomagnesemia व hypophosphatemia जैसी बमा रय
के उ प होने क संभावनाएं बढ़ जाती ह।
पशु के शरीर मca ,mg,व pक कमी हो जाती ह। म क-फ वर का मु य कारण ca क
कमी होना।
इसक कमी से शरीर क मांसपे शय क ग त व धयां भा वत होती ह। ये मांसपे शयां
रोग क ग ीरता के अनुसार संकु चन ब द कर देती ह। जससे पशु के शरीर म र क
कमी हो जाती ह।
By :- Raj Saa
7.
यह रोग ल बे समय तक चलने के कारण इसके अलावा Downer
cow syndrome होने क सभांवना बढ़ जाती ह
Treatment सही समय पर नह होने पर पशु क मृ यु भी हो सकत
ह
By:- Raj Saa
8. ल ण (Symptoms):-
• इस रोग क ल ण के आधार पर तीन अव ाएं पायी जाती ह।
1. थम अव ा (stage -1):-
• इस अव ा म पशु खड़ा रहता ह। न न ल ण द शत करता ह।
i.
ii.
iii.
iv.
अ तसंवेदनशीलता (hypersensitivity)
भूख नह लगना।(Anorexia)
ध नह देना।(agalactia)
मन के ग त का क जाना।
9. v.पैर व सर म क न ।
vi.कम मा ा म मल याग।
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2. तीय अव ा:-
इस अव ा म रोगी जमीन पर गर जाती ह। व सीने के बल पर लेट
(Sternal recumbency) रहती ह
सर पीछे क तरफ मुड़ा आ होगा।
मुंह खोला रखेगा और जीभ बाहर क तरफ नकाली ई होगी। By:- Raj saa
10. • खड़ा नह हो पाना व अगर खड़ी है तो बार-बार बैठ जाती ह।
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Dry muzzle & eyes
वचा व पैर ठ डे हो जाना।
आख क पुतली के आकार बढ़ जाना।
कई बार jugular veins को ढूंढ पाना मु कल होता है।
आफरा(bloat)
गुदा क मांशपे शयां श थल पड़ जाती ह।
11. Title text addition
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3.तृतीय अव ा:-( stage-3)
रोग क इस अव ा म रोगी पशु पा अव ा म लेट ( lateral recumbency)जाती ह।
पैर एकदम सु त होना ।
तापमान कम हो जाना।
आघात व मृ यु हो जाती ह।
By :- Raj saa
12. Diagnosis:-
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इस रोग म Diagnosis ल ण के आधार पर कया जाता ह।
र म कै शयम क मा ा क भी जांच कर जाती ह।
By :- Raj saa
13. Treatment:-
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इस रोग का पता चलते ही उपचार शी ता से करना चा हए।
Inj.Calcuim borogluconate (18-20 %) slow I/v,400-800ml.of 25%CBG.
Half dose I/v half dose s/c.
Inj.calcium magnesium borogluconat
आव यकता होने पर udder inflation भी कया जाता है।
Tympany म anti -histaminic (eg. Inj.CP vet)देनी चा हए।
Inj.Magnesium sulphate (10-20%)
Inj.Antibiotic (Gentamicin, oxytetracycline etc.)
NSAIDs (meloxicam)
fluid therapy (DNS, NS) etc.
By :- Lekhraj Dewasi