परिचय
पर्यावरण मेंवह सभी प्रयकृ तिक संसयधन शयतमल हैंजो कई िरीकोंसेहमयरी मदद करिेहैंिथय चयरोंओर सेहमेंघेरेहुए हैं। र्ह
हमेंबढ़नेिथय तवकतसि होनेकय बेहिर मयध्यम देिय है, र्ह हमेंवह सब कु छ प्रदयन करिय हैजो इस ग्रह पर जीवन र्यपन करने
हेिुआवश्यक है। हमयरय पर्यावरण भी हमसेकु छ मदद की अपेक्षय रखिय हैतजससेकी हमयरय लयलन पयलन हो, हमयरय जीवन
बनय रहेऔर कभी नष्ट न हो। िकनीकी आपदय के वजह सेतदन प्रति तदन हम प्रयकृ तिक ित्व को अस्वीकयर रहेहैं।
1- Natural farming MoRD Govt. of India by Dr. Govind Sharma
परिचय.pdf
1. परिचय
पर्यावरण में वह सभी प्रयक
ृ तिक संसयधन शयतमल हैं जो कई िरीकों से हमयरी मदद करिे हैं िथय चयरों ओर से हमें घेरे हुए हैं। र्ह
हमें बढ़ने िथय तवकतसि होने कय बेहिर मयध्यम देिय है, र्ह हमें वह सब क
ु छ प्रदयन करिय है जो इस ग्रह पर जीवन र्यपन करने
हेिु आवश्यक है। हमयरय पर्यावरण भी हमसे क
ु छ मदद की अपेक्षय रखिय है तजससे की हमयरय लयलन पयलन हो, हमयरय जीवन
बनय रहे और कभी नष्ट न हो। िकनीकी आपदय क
े वजह से तदन प्रति तदन हम प्रयक
ृ तिक ित्व को अस्वीकयर रहे हैं।
विश्व पययाििण वििस
पृथ्वी पर जीवन बनयए रखने क
े तलए हमें पर्यावरण क
े वयस्ततवकिय को बनयए रखनय होगय। पूरे ब्रम्यंड में बस पृथ्वी पर ही जीवन
है। वर्षों से प्रत्येक वर्षा 05 जून को तवश्व पर्यावरण तदवस क
े रूप में लोगों में जयगरूकिय फ
ै लयने क
े तलए िथय सयथ ही पर्यावरण
स्वच्छिय और सुरक्षय क
े तलए दुतनर्य भर में मनयर्य जयिय है। पर्यावरण तदवस समयरोह क
े तवर्षर् को जयनने क
े तलए, हमयरे
पर्यावरण को तकस प्रकयर सुरतक्षि रखय जयर्े िथय हमयरे उन सभी बुरी आदिों क
े बयरे में जयनने क
े तलए तजससे पर्यावरण को
हयतन पहुंचिय है, हम सभी को इस मुतहम कय तहस्सय बननय चयतहए।
पययाििण सुिक्षय क
े उपयय
धरिी पर रहने वयले सभी व्यक्ति द्वयरय उठयए गए छोटे कदमों क
े मयध्यम से हम बहुि ही आसयन िरीक
े से पर्यावरण को सुरतक्षि
कर सकिे हैं। हमें अपतशष्ट की मयत्रय में कमी करनय चयतहए िथय अपतशष्ट पदयथा को वही फ
े कनय चयतहए जहयं उसकय स्थयन है।
प्लयक्तिक बैंग कय उपर्ोग नही करनय चयतहए िथय क
ु छ पुरयने चीजों को फ
े कने क
े बजयर् नर्े िरीक
े से उनकय उपर्ोग करनय
चयतहए।
विष्कर्ा
आईए देखें तक तकस प्रकयर हम पुरयने चीजों को दुबयरय उपर्ोग में लय सकिे हैं- तजन्हें दुबयरय चयजा तकर्य जय सकिय है उन बैटरी
र्य अक्षर् क्षयरीर् बैटरी कय उपर्ोग करें, प्रतिदीप्त प्रकयश कय तनमयाण कर, बयररस क
े पयनी कय संरक्षण कर, पयनी की अपव्यर्
कम कर, ऊजया संरक्षण कर िथय तबजली की खपि कम करक
े , हम पर्यावरण क
े वयस्ततवकिय को बनयए रखने क
े मुतहम की ओर
एक कदम बढ़य सकिे है।
परिचय
धरिी पर जीवन क
े लयलन पयलन क
े तलए पर्यावरण प्रक
ृ ति कय उपहयर है। वह प्रत्येक ित्व तजसकय उपर्ोग हम जीतवि रहने क
े
तलए करिे हैं वह सभी पर्यावरण क
े अन्तगाि आिे हैं जैसे- हवय, पयनी प्रकयश, भूतम, पेड़, जंगल और अन्य प्रयक
ृ तिक ित्व।
पययाििण प्रिू र्ण
हमयरय पर्यावरण धरिी पर स्वस्थ जीवन को अक्तस्तत्व में रखने क
े तलए महत्वपूणा भूतमकय तनभयिय है। तफर भी हमयरय पर्यावरण
तदन-प्रतितदन मयनव तनतमाि िकनीक िथय आधुतनक र्ुग क
े आधुतनकरण क
े वजह से नष्ट होिय जय रहय है। इसतलए आज हम
पर्यावरण प्रदू र्षण जैसे सबसे बड़े समस्यय कय सयमनय कर रहे हैं।
2. सयमयतजक, शयरीररक, आतथाक, भयवनयत्मक िथय बौक्तिक रूप से पर्यावरण प्रदू र्षण हमयरे दैतनक जीवन क
े तवतभन्न पहलुओं को
प्रभयतवि कर रहय है। पर्यावरण प्रदू र्षण वयियवरण में तवतभन्न प्रकयर क
े बीमयरीर्ों को जन्म देिय है, तजसे व्यक्ति जीवन भर झेलिय
रहिय है। र्ह तकसी समुदयर् र्य शहर की समस्यय नहीं है बक्ति दुतनर्य भर की समस्यय है िथय इस समस्यय कय समयधयन तकसी
एक व्यक्ति क
े प्रर्यस करने से नहीं होगय। अगर इसकय तनवयरण पूणा िरीक
े से नहीं तकर्य गर्य िो एक तदन जीवन कय अक्तस्तत्व
नहीं रहेगय। प्रत्येक आम नयगररक को सरकयर द्वयरय आर्ोतजि पर्यावरण आन्दोलन में शयतमल होनय होगय।
पययाििण संिक्षण
हम सभी को अपनी गलिी में सुधयर करनय होगय िथय स्वयथापरिय त्ययग कर पर्यावरण को प्रदू र्षण से सुरतक्षि िथय स्वस्थ करनय
होगय। र्ह मयननय कतठन है, परन्तु सत्य है की प्रत्येक व्यक्ति द्वयरय उठयर्य गर्य छोटय सकयरयत्मक कदम बड़य बदलयव कर सकिय
है िथय पर्यावरण तगरयवट को रोक सकिय है। वयर्ु िथय जल प्रदू र्षण द्वयरय तवतभन्न प्रकयर क
े रोग िथय तवकयर कय जन्म होिय है जो
हमयरे जीवन को खिरे में डयलिे हैं।
पययाििण प्रिू र्ण क
े प्रभयि
आज क
े समर् में तकसी भी चीज को स्वयस्थर् क
े दृष्टी से सही नहीं कहय जय सकिय, जो हम खयनय-खयिे हैं वह पहले से क
ृ तत्रम
उवारक क
े बुरे प्रभयव से प्रभयतवि होिय है, तजसक
े फलस्वरूप हमयरे शरीर की रोग प्रतिरक्षय क्षमिय कमजोर होिी है जो की सुक्ष्म
3. जीवों से होने वयले रोगों से लड़ने में शरीर को सहयर्िय प्रदयन करिय हैं। इसतलए, हम में से कोई भी स्वस्थ और खुश होने क
े बयद
भी कभी भी रोगग्रस्त हो सकिय है। मयनव जयति द्वयरय शहरीकरण और औद्योगीकरण क
े आन्दोलन ने तचतकत्सय, उद्योग िथय
सयमयतजक क्षेत्र को तवकतसि तकर्य परन्तु प्रयक
ृ तिक परयदृश्य को क
ं क्रीट ईमयरिों िथय सड़कों में िबदील कर तदर्य। भोजन िथय
पयनी क
े तलए प्रक
ृ ति परयदृश्यों पर हमयरी तनभारिय इिनी अतधक है की हम इन संसयधनों की रक्षय तकए तबनय जीतवि नहीं रह
सकिे हैं।
विष्कर्ा
शहरीकरण, औद्योगीकरण िथय हमयरय प्रक
ृ ति क
े प्रति व्यवहयर इन सब कयरणों क
े वजह से पर्यावरण प्रदू र्षण तवश्व की प्रमुख
समस्यय है िथय इसकय समयधयन प्रत्येक क
े तनरंिर प्रर्यस से ही संभव है। हमें तवश्व पर्यावरण तदवस क
े मुतहम में बढ़-चढ़ कर
तहस्सय लेनय चयतहए।