कश्मीर (कश्मीरी : कोशूर) भारतीय उपमहाद्वीप का एक हिस्सा है जिसके अलग-अलग भागों पर भारत तथा पाकिस्तान का अधिपत्य है।
ये ख़ूबसूरत भूभाग मुख्यतः झेलम नदी की घाटी (वादी) में बसा है।
यहाँ कई सुन्दर सरोवर हैं, जैसे डल, वुलर और नगीन।
भारतीय कश्मीर घाटी में छः ज़िले हैं :श्रीनगर,बड़ग़ाम,अनन्तनाग,पुलवामा,बारामुला और कुपवाड़ा।
धरती का स्वर्ग कहा जाने वाला कश्मीर ग्रेट हिमालयन रेंज और पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला के मध्य स्थित है।
2. कश्मीर (कश्मीरी : कोशूर) भारतीय उपमहाद्वीप का एक
हहस्सा है जिसके अलग-अलग भागों
पर भारत तथा पाककस्ताि का अधिपत्य है।
कश्मीर
3. भूगोल
ये खूबसूरत भूभाग
मुख्यतः झेलम
िदी की घाटी
(वादी) में बसा है।
भारतीय कश्मीर घाटी
में छः ज़िले
हैं :श्रीिगर,बड़गाम,अ
िन्तिाग,पुलवामा,बा
रामुला और कु पवाड़ा।
िरती का स्वगग कहा िािे वाला कश्मीर ग्रेट हहमालयि रेंि और
पीर पंिाल पवगत श्ररंखला के मध्य जस्थत है।
यहााँ कई सुन्दर
सरोवर हैं,
िैसे डल, वुलर
और िगीि।
4. मौसम
दक्षिण-पजश्िम
मािसूि अत्यंत
उच्ि िमी के साथ
इस िेत्र में िूि से
ससतंबर तक प्रमुख
बाढ़ वर्ाग लाता है।
पजश्िमी वविोभ उप-महाद्वीप में एक महत्वपूणग गैर मािसूिी
मौसम घटिा है। पजश्िमी वविोभ िूि तक मई से किर उसके
बाद मािग तक देर से हदसंबर से लगभग हर महीिे लेककि
िोहटयों में होते हैं और।
गसमगयों के महीिों
में, इि पाश्िात्य
पद्िनत
ओलावरजटट के
साथ गंभीर िूल
तूिाि लाता है।
5. मुख्य िसल
कश्मीर घाटी की प्रससद्ि
िसल िावल है िो यहााँ के
निवाससयों का मुख्य भोिि
है।
अखरोट, बादाम, िाशपाती, सेब, के सर, तथा मिु आहद का प्रिुर
मात्रा में नियागत होता है। कश्मीर के सर की कर वर् के सलए प्रससद्ि
है।
मक्का, गेहूाँ, िौ और िई भी क्रमािुसार मुख्य िसलें
हैं। इिके अनतररक्त ववसभन्ि िल एवं सजजियााँ यहााँ
उगाई िाती हैं।
6. और पक्षियों लाल,,
रक्त तीतर और
दाढ़ी वाले धगद्ि
शासमल हैं।
कश्मीर भूसम शासि करिे
वाले पशुओं के कई िंगली
और क्रू र प्रिानतयों के सलए
घर।
तेंदुआ, हंगुल या कश्मीर हररण,
हहमालयी काला भालू, कस्तूरी
मरग, हहमालय मारमोट, हहमालय
िेवला, और िैसे मारखोर के रूप
में िंगली बकररयों की प्रिानतयों।
िािवर
7. भार्ाएाँ
कश्मीर की सरकारी भार्ा उदूग है िो
िारसी सलवप में सलखी िाती है िो पूरे
राज्य में व्यापक रूप से बोली भी िाती है।
कश्मीर में लोकवप्रय कॉशुर, ُرشکأ रूप में
िािा िाता कश्मीरी, एक इंडो-आयगि
भार्ा है।
राज्य में बोली िािे वाली अन्य भार्ाओँ
में उदूग, डोगरी, पहाड़ी, बल्टी ,लद्दाखी,
गोिरी, सशिा, और पश्तो शासमल हैं।
8. पोशाक
शरीर का नििला हहस्सा िारसी
मूल के 'सलवार' िामक िौड़े
पैिामे से ढका रहता था िबकक
ऊपरी हहस्से में पूरे बांह की
कमीि पहिी िाती थी। इसके
ऊपर एक छोटा अंगरखा कोट
होता था जिसे सदरी कहते थे।
बाहरी लबादे को िोगा कहते थे
िो िीिे टखिों तक आता था
िे रि िामक एक लंबे ढीले ऊिी
वस्त्र से ढकते थे िो गदगि से
लेकर कमर तक खुला होता था,
कमर के पास वे एक पेटी बांिते
थे और यह टखिों तक िाता था।
िूते पूलहरु िामक घास से बिे
होते थे।
9. त्योहार
सशवरात्रत्र कश्मीर में श्रद्िा
और भाजक्त के साथ मिाई
िाती है।
राि ्य में मिाए िािे वाले
िार मुजस्लम त्योहार हैं-
ईद-उल-कितर, ईद उल
़िुहा, ईद-ए-समलाद या
मीलादुन्िबी और मेराि
आलम। मुहरगम भी मिाया
िाता हैं।
लद्दाख का ववश ्व
प्रससद्ि गोम ्पा
उत्सव िूि महीिे में
मिाया िाता है।
हेसमस उत्सव का
प्रमुख आकर्गक
मुखौटा िरत्य है।
लेह में जस्पतुक बौद्ि ववहार पवग में
काली की प्रनतमाएं बड़े पैमािे पर
प्रदसशगत की िाती हैं।
10. िरत्य
रौि िरत्य शैली कश्मीरी महहलाओं को यह
धित्रत्रत ककया है िब स्पटट रूप से देखा िा
सकता है कक मिुमजक्खयों के संभोग को
दशागया गया है ।
भाङ़् पाथेर आमतौर पर सामाजिक और
सांस्कर नतक कायों में प्रदशगि कश्मीर के एक
पारंपररक लोक धथएटर है।
हािीिा िरत्य वववाह समारोहों में प्रदशगि
कश्मीर िरत्य, का एक प्रकार है।
कश्मीरी लोक िरत्य का एक और एक है।
यह कु छ प्रकाश संगीत के साथ-साथ अपिे
पारंपररक शैली में 10 से 15 कलाकारों के
एक समूह द्वारा ककया िाता है ।
11. श्रीिगर का प्रमुख
उद्योग कश्मीरी शाल की बुिाई
है िो बाबर के समय से ही िली
आ रही है। कश्मीरी कालीि भी
प्रससद्ि औद्योधगक उत्पादि है।
ककं तु आिकल रेशम उद्योग
सवगप्रमुख प्रगनतशील िंिा हो
गया है।
िााँदी का काम,
लकड़ी की िक्काशी
तथा पाप्ये-माशे यहााँ
के प्रमुख उद्योग हैं
कला
12. संस्कर नत
कश्मीर की संस्कर नत कई
संस्कर नतयों का एक ववववि
समश्रण है। अपिी प्राकर नतक
सुंदरता के साथ साथ,
कश्मीर में अपिे सांस्कर नतक
ववरासत के सलए प्रससद्ि है,
यह हहंदू, ससख, बौद्ि औरइ
स्लासमक ज्ञाि ववद्या को
िोड़ती है|