घर, दफ्तर, स्कूल, आज के समय में ऐसी कोई भी जगह नहीं जिसे आप सुरक्षित कह सकें. हर जगह एक अनजाना सा खतरा हमारा पीछा करता रहता है. बच्चे को स्कूल से आने में थोड़ी सी देरी क्या हो जाये हम परेशान हो उठते है किसी अशुभ की आशंका से. पति ऑफिस से घर नहीं पहुचा तो धर्म पत्नी फ़ोन कर कर के परेशान कर देती है, लेकिन इस बार बार फ़ोन के पीछे छुपा होता है किसी अनहोनी का डर. हम अपने रोजमर्रा की जिन्दगी में होने वाले खतरों को टाल नहीं सकते लेकिन तकनीक के बढ़ते हुए क़दमों की सहायता से हम उन्हें कम जरूर कर सकते हैं.