SlideShare a Scribd company logo
ये दिल धड़कता तो जरूर हैं, पर
पता नहीं क्यों ऐसा लगता हैं की
उसका धड़कना कही तेरी यािोोँको
द िंिा ऱखने के दलए तो नहीं ?
तेरी यािोोँ की
चाोँिनी
हाोँ, अगर ये तेरी यािोोँ को द िंिा
ऱखने के दलए ही धड़कता हैं, तो
अब हर लम्हा उसी याोँि में
गु रता रहें ।
तेरी यािोोँ की
चाोँिनी
द िंिगी का हर लम्हा अब मैंने तेरी
खुशबु के साथ अपने दिल में
सिंजोके रखा हैं । तेरा हर शाम
मुझमें खो जाना याि आता हैं,
तेरी यािोोँ की
चाोँिनी
तेरी यािोोँ की
चाोँिनी
पर ऐसा नहीं की दसर्फ तुमने ही
कुछ खोया हैं । मैंने भी तो खुि
को खोया हैं। अपनी हर साोँस
को तुझ पर दनछावर दकया हैं ।
Continue reading………
https://lifometry.blogspot.com/2020/05/blog-post.html
L I F O M E T R Y

More Related Content

What's hot

Bachhe kaam par ja rahe hain Class IX Hindi poem
Bachhe kaam par ja rahe hain Class IX Hindi poemBachhe kaam par ja rahe hain Class IX Hindi poem
Bachhe kaam par ja rahe hain Class IX Hindi poem
DillipKumarBadatya
 
कविता ..... प्यार
कविता ..... प्यारकविता ..... प्यार
कविता ..... प्यार
VirendraShrivastava2
 
.....कविता ......यादें
.....कविता ......यादें.....कविता ......यादें
.....कविता ......यादें
VirendraShrivastava2
 
.....कविता.....कुछ रिश्ते
.....कविता.....कुछ रिश्ते.....कविता.....कुछ रिश्ते
.....कविता.....कुछ रिश्ते
VirendraShrivastava2
 
ऐ जिन्दगी
ऐ जिन्दगीऐ जिन्दगी
ऐ जिन्दगी
VirendraShrivastava2
 
Bacchey kaam par ja rahe hain by Rajesh joshi
Bacchey kaam par ja rahe hain by Rajesh joshi Bacchey kaam par ja rahe hain by Rajesh joshi
Bacchey kaam par ja rahe hain by Rajesh joshi
Purav77
 

What's hot (6)

Bachhe kaam par ja rahe hain Class IX Hindi poem
Bachhe kaam par ja rahe hain Class IX Hindi poemBachhe kaam par ja rahe hain Class IX Hindi poem
Bachhe kaam par ja rahe hain Class IX Hindi poem
 
कविता ..... प्यार
कविता ..... प्यारकविता ..... प्यार
कविता ..... प्यार
 
.....कविता ......यादें
.....कविता ......यादें.....कविता ......यादें
.....कविता ......यादें
 
.....कविता.....कुछ रिश्ते
.....कविता.....कुछ रिश्ते.....कविता.....कुछ रिश्ते
.....कविता.....कुछ रिश्ते
 
ऐ जिन्दगी
ऐ जिन्दगीऐ जिन्दगी
ऐ जिन्दगी
 
Bacchey kaam par ja rahe hain by Rajesh joshi
Bacchey kaam par ja rahe hain by Rajesh joshi Bacchey kaam par ja rahe hain by Rajesh joshi
Bacchey kaam par ja rahe hain by Rajesh joshi
 

तेरी यादोँ की चाँदनी

  • 1. ये दिल धड़कता तो जरूर हैं, पर पता नहीं क्यों ऐसा लगता हैं की उसका धड़कना कही तेरी यािोोँको द िंिा ऱखने के दलए तो नहीं ? तेरी यािोोँ की चाोँिनी
  • 2. हाोँ, अगर ये तेरी यािोोँ को द िंिा ऱखने के दलए ही धड़कता हैं, तो अब हर लम्हा उसी याोँि में गु रता रहें । तेरी यािोोँ की चाोँिनी
  • 3. द िंिगी का हर लम्हा अब मैंने तेरी खुशबु के साथ अपने दिल में सिंजोके रखा हैं । तेरा हर शाम मुझमें खो जाना याि आता हैं, तेरी यािोोँ की चाोँिनी
  • 4. तेरी यािोोँ की चाोँिनी पर ऐसा नहीं की दसर्फ तुमने ही कुछ खोया हैं । मैंने भी तो खुि को खोया हैं। अपनी हर साोँस को तुझ पर दनछावर दकया हैं । Continue reading……… https://lifometry.blogspot.com/2020/05/blog-post.html
  • 5. L I F O M E T R Y