एक राष्ट्र बनाएं , हम सब मिलकर । द्वेष - भाव को भूलकर ।। बन जाये हम सब , एक परिवार । करके " कोरोना महामारी " , पर वार ।। दुनिया करती है , अब नमस्कार । आओ जग में फैलाएं , भारत का ये संस्कार ।। हर नर- नारी की अब यही पुकार। मिलकर करें भारत की जय-जय कार।। कोरोना खड़ा है, घर के द्वार । करने हम सब पर, अपना प्रहार ।। हैं हम भी लड़ने को तैयार । आओ मिलकर करें राष्ट्र निर्माण ।। - रचनाकार श्री शोभित सक्सेना , उत्तम नगर , दिल्ली - ५९