2. किसी भी देश िी अपनी सभ्यता
संस्क
ृ कत होती हैं. जो सम्बन्धित देश
एवं राज्य िो कवरासत में कमलती हैं.
संस्क
ृ कत एवं सभ्यता ही वह चीज
होती हैं जो दू सरे देश से अलग
िरती हैं. भाषा रहन सहन, जीवन
दशशन, साकहत्य आकद
3. भारत िो आध्यान्धिि जीवन दशशन,
साकहत्य, लकलत िला, संस्क
ृ कत, भाषा
आकद भारत िो सकदयों पुरानी कवरासत
में कमले हैं. भारत िी कवरासत िी दुकनयां
भर अपनी अलग पैठ हैं कजसिों देखने
व समझने ि
े कलए हर साल लाखों िी
संख्या में कवदेशी सैलानी यहााँ आते हैं
4. भारत िी सभ्यता िा प्रमाकित
इकतहास पांच हजार से अकिि
वषों िा हैं. इतने लम्बे िालखंड
में सैिड़ों कवदेशी आक्रमििारी
जाकतयों ने यहााँ आक्रमि किये
और यही ि
े होिर रह गये.
भारत िी सनातन परम्परा िो
छोड़िर अन्य िोई कवचारिारा
अपने अन्धित्व में नहीं हैं अगर
हैं भी तो वे न ि
े बराबर हैं.
5. प्राचीन भारतीय कहन्दू समाज
सकहष्णु था कजसिा प्रभाव आज ि
े
सम्पूिश भारतीय समाज पर स्पष्ट
रूप से देखा जा सिता हैं. भारत
में आज कहन्दू , मुन्धिम, कसख,
इसाई, बौद्ध, जैन, पारसी, यहूदी
सभी मतों िो मानने वाले लोग
रहते हैं. भारत िा संकविान भी
राज्य िो िमश से अलग रखते हुए,
िमशकनरपेक्षता ि
े कवचार िो
अपनाएं हुए हैं.