Types of Printer in Hindi | िप ् रट ं र के प ् रकार - िप ् रट ं र की सभी जान...
It notes
1. Course: BCA Semester: I
Subject NoteS
Subject Name: Fundamentals of Computers and Information Technology
UNIT- I
Meaning of computer
कं प्यूटर एक इलेक्ट्रानिक उपकरण है, जो डाटा तथा निर्देशों को इिपुट के रूप में ग्रहण करके
उिका विश्लेषण करता है तथा आिश्यक पररणामों को निश्श्ित प्रारूप में आउटपुट साधि के
ज़ररये उत्पन्ि करता है| यह डाटा को भंडारण )Storage) भी करता| इसकी काम करिे की
गनतबहुत तेज होती है तथा यह त्रुटीरहहत कायय करता है|
ऑक्ट्सफोडय डडक्ट्शिरी के अिुसार कं प्यूटर एक स्ििाललत इलेक्ट्रानिक मशीि है, जो अिेक प्रकार
की तकय पूणय गणिाओ ं के ललए प्रयोग ककया जाता है|
डाटा: यह तथ्यों और सूििाओ ं का अव्यिाश्स्थक संकलि है|
डाटा र्दो प्रकार के होते है;
• संख्यात्मक डाटा )Numerical Data): यह अंकों से बिा डाटा है| श्जसमे 0, 1, 2, ......9 तक अंकों का प्रयोग ककया
जाता है| इस तरह के डाटा पर अंकगणणतीय किया कर सकते हैं| जैसे, विद्यार्थययों का प्राप्तंक तथा कमयिाररयों का
िेति आहर्द|
• र्िह्िात्मक डाटा (Alphanumeric Data): इसमें अंकों, अक्षरों, तथा र्िन्हों का प्रयोग ककया जाता| जैसे ककसी का पता
आहर्द|
हमारे जीिि में कं प्यूटर का महत्ि
(Importance of computer in our lives)
आज पूरे विश्ि में कं प्यूटर का महत्िपूणय स्थाि है| आज के समय में हर जगह कं प्यूटर का उपयोग बढ़ता जा रहा
है| आज हर जगह िाहे िह लशक्षण संसथाि हो या िैज्ञानिक अिुसंधाि हो, बैंक हो या र्िककत्सा जगत सम्बंर्धत
कायय, रक्षा सम्बंर्धत कायय या उद्द्योग एिं व्यापार में, प्रकाशि में या मिोरंजि में, संिार में या अंतररक्ष
प्रौद्र्दोर्गकी में हर जगह कं प्यूटर का इस्तेमाल हो रहा है|
(कं प्यूटर का महत्ि)Importance of computer)
• लशक्षा में कं प्यूटर का महत्त्ि: आज हर लशक्षण संस्थािों में विध्यानत ययों को कं प्यूटर द्िारा लशक्षा प्रर्दाि की जा रही
है| हर संस्थािों में डडश्जटल लाइब्रेरी िे पुस्तकों की सियसुलभता सुनिश्श्ित कर र्दी है| बच्िों को छोटी कक्षाओ ं में
ही कं प्यूटर के बारे में बताया और पढाया जा रहा है|इससे बच्िे छोटी उम्र से ही कं प्यूटर के बारे में जाििे लगे हैं|
• बैंककं ग क्षेत्र में कं प्यूटर का महत्त्ि: कं प्यूटर के प्रयोग िे बैंककं ग क्षेत्र में िांनत ला र्दी है| कं प्यूटरिे बैंक में काम
करिे की गनत को बढ़ा हर्दया है| ए टी म (ATM) तथा ऑिलाइि बैंककं ग, िेक का भुगताि, रुपया र्गििे में तथा
पासबुक की एंरी में कं प्यूटर का प्रोयोग ककय जा रहा है|
• र्िककत्सा क्षेत्र में कं प्यूटर का महत्त्ि: शरीर के अन्र्दर के रोगों का पता लगािे, उिका विश्लेषण और निर्दाि करिे
के ललए कं प्यूटर का िृश्स्त्रत प्रयोग हो रहा है| कं प्यूटर की मर्दर्द से ियी-ियी बीमाररयों के बारे में पता लगािे में
आसािी होती है|
• रक्षा: श्जस तरह और जगहों पर कं प्यूटर की सहायता से कु शलतापूियक तथा तेज गनत से काम हो रहा है, उसी तरह
से रक्षा क्षेत्र में भी कं प्यूटर का भरपूर प्रयोग हो रहा है| रक्षा अिुसंधाि, िायुयाि नियंत्रण, लमसाइलों का संिालि
तथा उिका नियंत्रण, रडार आहर्द में कं प्यूटर का प्रोयोग हो रह है|
Brief History of Development of Computers
2. 1822 में िार्लसय बेबेज िे सबसे पहले Digital Computer बिाया पास्कललि से प्रेरणा लेकर डडफ्रे श्न्सयल और
एिाललटीकल इंजि का अविष्कार ककया, उन्होंिे 1937 में स्ििाललत कं प्यूटर की पररकर्लपिा की श्जसमे कृ त्रत्रम
स्मृनत तथा प्रोग्राम के अिुरूप गणिा करिे की क्षमता हो, पंिकाडय की मर्दर्द से सारा कायय खुर्द ही करिे
इलेक्ट्रोनिक टेबूलेशि मशीि का निमायण ककया गया! मतलब प्रथम पीढ़ी के कं प्यूटर में Vacuum Tube या Vacuum
Valve का प्रयोग हुआ. 1948 में Valve की जगह रांश्जस्टर का उपयोग ककया जािे लगा ! इससे Vacuum Tube में
होिे िाले श्योर में पैर्दा होिे िाली गमी से निजात पाया जा सका ! इसमें कम खिीले और कम जगह घेरिे िाले
कं प्यूटर का निमायण संभि हो सका ! 1958 में रांश्जस्टर के स्थाि पर लसलकोि र्िप पर इंटीग्रेटेड सककय ट का
उपयोग कं प्यूटर के क्षेत्र में ककया जािे लगा | इसिे कं प्यूटर के क्षेत्र में मूलभूत पररितयि तथा एक ियी िांनत ला
र्दी श्जसको कं प्यूटर की तीसरी पीढ़ी कहा गया !
.Computer History by Year :कं प्यूटर तकनिकी विकास के द्िारा जो कं प्यूटर के काययशेली तथा क्षमताओ ं में विकास
हुआ इसके फलस्िरूप कं प्यूटर विलभन्ि पीहढ़यों तथा विलभन्ि प्रकार की कं प्यूटर की क्षमताओ ं का निमायण का
आविष्कार हुआ !कायय क्षमता के इस विकास को 1964 में कं प्यूटर जिरेशि कहा जािे लगा.
कं प्यूटर विकास की पहली पीढ़ी (First Generation History in Hindi) :-िैक्ट्यूम टूयूब्स (1940 - 1956) : इलेक्ट्रॉनिक
लसग्िल को नियंत्रण और प्रसाररत करिे हेतु िैक्ट्यूम टूयूब्स का उपयोग ककया गया इसमें भरी भरकम कं प्यूटर का
निमायण हुआ ककन्तु सबसे पहले उन्ही के द्िारा कं प्यूटर की पररकर्लपिा साकार हुई | ये टूयूब्स के आकार में बड़े
तथा ज्यार्दा गमी उत्पन्ि करते थे तथा उिमे टूट-फु ट तथा ज्यार्दा खराबी होिे की संभाििा रहती थी और इसकी
गणिा करिे की क्षमता भी काफी कम थी और पहली पीढ़ी के कं प्यूटर ज्यार्दा स्थाि घेरते थे.
कं प्यूटर विकास की र्दूसरी पीढ़ी (Second Generation):-रांश्जस्टर (1956 - 1963) : में रांश्जस्टर का आविष्कार हुआ |
इस र्दौराि के कं प्यूटरों में रांश्जस्टरों का एक साथ प्रयोग ककया जािे लगा था, जो िार्लव्स की अपेक्षा अर्धक सक्षम
और सस्ते होते थे | श्जन्हें कं प्यूटर निमायण हेतु िैक्ट्यूम टूयूब्स के स्थाि पर उपयोग ककया जािे लगा | रांश्जस्टर
का आकार िैक्ट्यूम टूयूब्स की तुलिा में काफी छोटा होता है | श्जससे कं प्यूटर छोटे तथा उिकी गणिा करिे की
क्षमता अर्धक और तेज | पहली पीढ़ी की तुलिा में इिका आकार छोटा और कम गमी उत्पन्ि करिे िाले तथा
अर्धक काययक्षमता ि तेज गनत के गणिा करिे में सक्षम थे.
कं प्यूटर विकास की तीसरी पीढ़ी (Third Generation Computer):- इंटीग्रेटेड सककय ट (1964 - 1971) : इस अिर्ध के
कं प्यूटरो का एक साथ प्रयोग ककया जा सकता था. यह समकाललत र्िप विकास की तीसरी पीढ़ी का महत्िपूणय
आधार बिी, कं प्यूटर के आकार को और छोटा करिे हेतु तकनिकी प्रयास ककये जाते रहे श्जसके पररणाम स्िरूप
लसलकोि र्िप पर इंटीग्रेटेड सककय ट निमायण होिे से कं प्यूटर में इिका उपयोग ककया जािे लगा ! श्जसके फलस्िरूप
कं प्यूटर अब तक के सबसे छोटे आकार का उत्पार्दि करिा संभि हो सका ! इिकी गनत माइिो सेकं ड से िेिो
सेकं ड तक की थी जो स्माल स्के ल इंटीग्रेटेड सककय ट के द्िारा संभि हो सका.
कं प्यूटर विकास की िोथी पीढ़ी (Fourth Generation (1971 - 1985) :-माइिोप्रोसेसर: िोथी पीढ़ी के कं प्यूटरों में
माइिोप्रोसेसर का प्रयोग ककया गया !िी.एस.एल.आई. की प्राश्प्त से एकल र्िप हजारों रांश्जस्टर लगाए जा सकते
थे.
कं प्यूटर विकास की पांििी पीढ़ी (Fifth Generation Computer) :-(1989 )आहटयफीलसयल इंटेललजेंस: विकास की इस
पांििी अिस्था में कं प्यूटरों में कृ त्रीम बुद्र्ध का नििेश ककया गया है ! इस तरह के कं प्यूटर अभी पूरी तरह से
विकलशत िहीं हुए है ! इस तरह के कं प्यूटरों को हम रोबोट और विविध प्रकार के ध्िनि काययकमो में र्देख सकते है
! ये मािि से भी ज्यार्दा सक्षम होगा.
3. Computer System Concept (कं प्यूटर की अिधारणा)
एक या एक से अर्धक उद्र्देश्यों को प्राप्त करिे के ललए काययरत इकाइयों के समूह को एक “System” कहते हैं|
जैसे – Hospital एक System है इसी प्रकार Computer भी एक System के रूप में कायय करता है श्जसके
निम्िललणखत भाग हैं|
Hardware
Software
User
ge Computer को र्दो भागों के बारे में जािते है! Hardware और Software Computer के िे सभी
Parts श्जन्हें आप र्देख सकते है उन्हें !Hardware कहा जाता है और !Computer के िे सभी भाग श्जन्हें
आप र्देख िहीं सकते है उन्हें Software कहते है !
Hardware त्रबिा Software के मर्दर्द के कु छ भी िहीं कर सकता है !Computer Hardware से काम
करिािे के ललए हमे Software की मर्दर्द से कु छ Commands र्देिे पड़ते है !Commands के Group को
प्रोग्राम कहा जाता है !
Hardware:-
कम्प्यूटर लसस्टम श्जि भौनतक भागो से लमलकर बिता है उन्हें हाडयिेयर कहते है Computer के िे भाग
श्जन्हें हम छु सकते है र्देख सकते है Hardware कहलाते हैं|
जैसे-Keyboard, Mouse, Printer, Scanner, Monitor, C.P.U. etc.
माइिोकं प्यूटर के हाडयिेयर को िार भागों में विभाश्जत ककया गया है –
System unit,
Inpur/Outup Devices,
Secondary Storage और 6.
System unit:-
यह कं प्यूटर का मुख़्य भाग है जिसमे कें द्रीय संसाधन इकाई (c.p.u. )होता है ससस्टम यूननट इक बोक्स होता है
,जिसमे सी.पि.यु के आलावा कं प्यूटर की कई अन्य युजक्तया तथा िररिथ बोर्ड या मदर बोर्ड िर संयोजित रहते
है इस प्रकार कं प्यूटर का अधधकतर िररिथ ससस्टम यूननट में ही रहता है
Input unit:-
कं प्यूटर ससस्टम में र्ाटा तथा प्रोग्रामो पववरणो की प्रपवजटट के सलए प्रयुक्त की िाने वाली योजक्तयां ननिुत
यूननट कहलाती है िैसे की-बोर्ड ,माउस ,फ्लॉिी डर्स्क आदद इनिुट यूननट कहलाती है
Output unit:-
कम्प्यूटर (लसस्टम यूनिट ) से प्राप्त निष्कषो को ललखिे तथा उि निष्कषो को माििीय भाषा में प्रस्तुत करिे
िाली युश्क्ट्तयां आउटपुट यूनिट कहलाती है मॉनिटर ,वप्रंटर आहर्द कु छ सामान्य निगयम युश्क्ट्तया (output unit
) है
Software:-
4. सॉफ्टिेयर Computer का िह Part होता है श्जसको हम के िल र्देख सकते हैं और उस पर कायय कर सकते
हैं, Software का निमायण Computer पर कायय करिे को Simple बिािे के ललये ककया जाता है,
आजकल काम के हहसाब से Software का निमायण ककया जाता है, जैसा काम िैसा Software ।
सॉफ्टिेयर कं प्यूटर प्रोग्रामो का समूह होता है जो ककसी कायय विशेष निष्पाहर्दत करिे के ललए तैयार ककए
र्गए है Hardware त्रबिा Software के मर्दर्द के कु छ भी िहीं कर सकता है !Computer
Hardware से काम करिािे के ललए हमे Software की मर्दर्द से कु छ Commands र्देिे पड़ते है !
“Software is a Group of Programs”
Computer On होिे के बार्द Software सबसे पहले RAM में Load होता है तथा Central Processing
Unit में Execute (कियाश्न्ित) ककया जाता है| यह Machine Language में बिा होता है, जो एक अलग
Processor के ललए विशेष होता है| यह High Level Language तथा Assembly Language में भी
ललखा जाता है|
सॉफ्टिेयर की आिश्यकता (Needs of Software) –
जैसा की हम जािते है Computer, Hardware और Software का समूह है यहर्द इसमें से Software को
निकाल हर्दया जाये तो Computer एक डडब्बे के समाि रह जायेगा यह डडब्बा उस समय तक कायय िहीं कर
सकता जब तक कक इसमें Operating System Software load ि ककया जाये| इसका अथय यह है कक
Computer में कु छ भी कायय करिे के ललए Operating System Software का होिा आिश्यक है| हमें
आपरेहटंग लसस्टम सॉफ्टिेयर के आलािा कु छ और सॉफ्टिेयसय की भी आिश्यकता पड़ती हैं| उर्दाहरण के ललए, यहर्द
आप एक पत्र को टाइप करिा अथिा ग्राकफक िाटय निलमयत करिा या एक प्रस्तुतीकरण का निमायण करिा या अपिे
कायायलय सम्बन्धी व्यश्क्ट्तगत डाटा का प्रबंधि करिा िाहते है तो आपको कफर से अलग-अलग उद्र्देश्यों के ललए
कई अलग-अलग सॉफ्टिेयरों की आिश्यकता पड़ेगी श्जन्हें अिुप्रयोग सॉफ्टिेयर (Application Software) कहा
जाता है |
इसके अनतररक्ट्त यहर्द आपका कम्प्यूटर िायरस से संिलमत हो जाये तो आपको यूहटललहट िामक सॉफ्टिेयर की
आिश्यकता पड़ेगी | संक्षेप में यहर्द आपके पास कम्प्यूटर लसस्टम है तथा आप निवियघ्ि कायय करिा िाहते है, तो
आपको समय-समय पर सॉफ्टिेयर की आिश्यकता पड़ेगी |
सॉफ्टिेयर कक आिश्यकता के निम्ि कारण हो सकते हैं-
Computer िालू करिे के ललए
पत्र टाइप करिे के ललए
िाटय का निमायण करिे के ललए
Presentation बिािे के ललए
Data को manage करिे के ललए
Internet का प्रयोग करिे के ललए
Capabilities and Limitations :-
Limitations of Computer (कं प्यूटर की सीमाये(:-
Lack of Intelligence:-
Computer एक Machine है| इसका कायय User द्िारा हर्दये गए निर्देशों का पालि करिा है Computer ककसी भी
श्स्थनत में ि तो निर्देशों से अर्धक और ि ही इससे कम कायय करता है Computer एक त्रबलकु ल मुखय िौकर
की तरह कायय करता है इसे यहर्द आप कहे की जाओ और बाजार से सब्जी खरीर्द लो ऐसा निर्देश र्देिे पर िह
5. बाजार जायेगा और सब्जी भी ख़रीर्देगा परन्तु सब्जी लेकर घर तक कभी िहीं लौटेगा | यहााँ प्रश्ि उठता है-
क्ट्यों? इसका सीधा उत्तर है कक उससे आपिे सब्जी खरीर्दिे को अिश्य कहा पर उसे घर लािे को िहीं कहा |
इसका अथय यह है कक Computer के अंर्दर सामान्य बोध िहीं होता हैं|
Unable in SelfProtection:-
Computer िाहे ककतिा शश्क्ट्तशाली क्ट्यों ि हो परन्तु उसका नियंत्रण मािि के पास ही होता है Computer
ककसी भी प्रकार से आत्मरक्षा िहीं कर सकता है उर्दाहरण के ललए श्याम िामक ककसी व्यश्क्ट्त िे एक ई-मेल
अकाउंट बिाया तथा एक विशेष पासिडय उसिे Account खोलिे के ललए िुिा | Computer यह िहीं र्देखता कक उस
Account को खोलिे िाला श्याम ही है या िहीं बश्र्लक िह र्देखता है कक Password क्ट्या हैं|
Lack of Decision Making:-
Computer में निणयय लेिे की क्षमता िहीं होती है क्ट्योकक Computer एक बुद्र्धमाि मशीि िहीं है यह
सही या गलत कक पहिाि िहीं कर पाती है|
BasicComponentsofAComputer System/BlockDiagram
1. Input Device:-
Input Device िे Device होते है श्जिके द्िारा हम अपिे डाटा या निर्देशों को Computer में Input करा सकते हैं|
Computer में कई Input Device होते है ये Devices Computer के मश्स्तष्क को निर्देलशत करती है की िह क्ट्या
करे? Input Device कई रूप में उपलब्ध है तथा सभी के विलशष्ट उद्र्देश्य है टाइवपंग के ललये हमारे पास Keyboard
होते है, जो हमारे निर्देशों को Type करते हैं|
Input Device कई प्रकार के होते है जो निम्ि प्रकार है –
Keyboard
Mouse
Joystick
Trackball
Light pen
Touch screen
Digital Camera
Scanner
Digitizer Tablet
Bar Code Reader
OMR
OCR
MICR
ATM etc.
2. C.P.U.:-
6. C.P.U का पूरा िाम सेन्रल प्रोसेलसंग यूनिट (Central Processing Unit) हैं| इसका हहंर्दी िाम के न्रीय संसाधि इकाई
होता हैं| यह Computer का सबसे महत्िपूणय भाग होता हैं| अथायत इसके त्रबिा Computer लसस्टम पूणय िहीं हो
सकता है, इससे सभी Device जुड़े हुए रहते है जैसे- Keyboard, Mouse, Monitor आहर्द | इसे Computer का
मश्ष्तस्क (Mind) भी कहते है| इसका मुख्य कायय प्रोग्राम (Programs) को कियाश्न्ित (Execute) करिा है इसके
आलािा C.P.U Computer के सभी भागो, जैसे- Memory, Input, Output Devices के कायों को भी नियंत्रत्रत करता
हैं|
C.P.U (Central Processing Unit) के तीि भाग होते है –
A.L.U.
Memory
C.U.
(a) A.L.U (Arithmetic Logic Unit):-
एररथ्मेहटक एिं लॉश्जक यूनिट को संक्षेप में A.L.U कहते हैं| यह यूनिट डाटा पर अंकगणणतीय कियाएाँ (जोड़, घटािा,
गुणा, भाग) और ताककय क कियायें (Logical operation) करती हैं| A.L.U Control Unit से निर्देश लेता हैं| यह मेमोरी
(memory) से डाटा को प्राप्त करता है तथा Processing के पश्िात सूििा को मेमोरी में लौटा र्देता हैं| A.L.U के
कायय करिे की गनत (Speed) अनत तीव्र होती हैं| यह लगभग 1000000 गणिाये प्रनत सेकं ड (Per Second) की गनत से
करता हैं| इसमें ऐसा इलेक्ट्रॉनिक पररपथ होता है जो बाइिरी अंकगणणत (Binary Arithmetic) की गणिाएाँ करिे में
सक्षम होता हैं|
(b) Memory:-
यह Input Device के द्िारा प्राप्त निर्देशों को Computer में संग्रहण (Store) करके रखता है इसे Computer की
यार्दर्दाश भी कहााँ जाता है| मािि में कु छ बातों को यार्द रखिे के ललये मश्ष्तस्क होता है, उसी प्रकार मेमोरी
(Memory) हैं| यह मेमोरी C.P.U का अलभन्ि अंग है, यह एक संग्राहक उपकरण (Storage Device) हैं| अतः इसे
Computer की मुख्य मेमोरी (Main memory), आंतररक मेमोरी (Internal Memory), या प्राथलमक मेमोरी (Primary
Memory) भी कहते हैं|
“Computer का िह स्थाि जहााँ सभी सूििाओ, आकडों या निर्देशों को Store करके रखा जाता है मेमोरी कहलाती हैं|”
(c) C.U.:-
C.U. का पूरा िाम कं रोल यूनिट (Control Unit) होता हैं| C.U. हाडयिेयर कक कियाओ को नियंत्रत्रत और संिाललत
करता हैं| यह Input, Output कियाओ को नियंत्रत्रत (Control) करता है साथ ही Memory और A.L.U. के मध्य डाटा
के आर्दाि प्रर्दाि को निर्देलशत करता है यह प्रोग्राम (Program) को कियाश्न्ित करिे के ललये निर्देशों को मेमोरी से
प्राप्त करता हैं| निर्देशों को विधुत संके तों (Electric Signals) में पररिनत यत करके यह उर्ित डीिाइसेज तक पहुिता हैं|
3. Output Device:-
Output Device िे Device होते है जो User द्िारा इिपुट ककये गए डाटा को Result के रूप में प्रर्दाि करते हैं |
Output Device के द्िारा कं प्यूटर से प्राप्त पररणामो (Result) को प्राप्त ककया जाता है इि पररणामों को प्राय:
डडस्प्ले डीिाइसेज (स्िीि) या वप्रंटर के द्िारा User को प्रस्तुत ककया जाता हैं| मुख्य रूप से Output के रूप में प्राप्त
सूििाएं या तो हम स्िीि पार र्देख सकते है या वप्रंटर से पेज पर वप्रंट कर सकते है या संगीत सुििे के ललये
आउटपुट के रूप में स्पीकर का उपयोग कर सकते हैं, Output Device कई प्रकार के होते है जैसे-Monitor
Printer
Plotter
Projector
Sound Speaker
7. Memory (मेमोरी):-
यह Device Input Device के द्िारा प्राप्त निर्देशों को Computer में संग्रहण (Store) करके रखता है इसे Computer
की यार्दर्दाश्त भी कहााँ जाता है| मािि में कु छ बातों को यार्द रखिे के ललये मश्ष्तस्क होता है, उसी प्रकार
Computer में डाटा को यार्द रखिे के ललए मेमोरी (Memory) होती हैं| यह मेमोरी C.P.U का अलभन्ि अंग है,इसे
Computer की मुख्य मेमोरी (Main memory), आंतररक मेमोरी (Internal Memory), या प्राथलमक मेमोरी (Primary
Memory) भी कहते हैं|
मेमोरी र्दो प्रकार की होती हैं|
1. प्राइमरी मेमोरी( Primary Memory)
2. सेकं डरी मेमोरी (Secondary Memory)
microprocessor :-
microprocessor एक small chip होती है जो की computer या इलेश्क्ट्रक device के
motherboard पर mounted होती है | इसका basic काम है input लेिा एिं उसको process करके
output generate करिा | र्देखिे एिं सुििे मे तो ये बहुत छोटा काम लगता है लेककि प्रोसेसर हज़ारो गुिा
स्पीड से मर्लटीप्ल tasks और trillions of calculations per सेकं ड कर सकते है| CPU is often
called as the brain of the computer.
Motherboard :-
Motherboard Computer के अंर्दर different parts को आपस मे join and connect करिे के ललए
एक circuit board होता है श्जसको की मर्दरबोडय कहते है | Motherboard, computer का main
printed circuit board (PCB) ऐिम computer का central communications board है श्जसमे
की सभी internal or external peripherals components connect होते है | Motherboard के
अंर्दर CPU, RAM, graphics cards, hard drives, disc drives, front panel ports, sound
cards, network cards, storage cards power supply आहर्द को connect करिे के ललए
sockets होते है | ये सभी computer के parts motherboard पर mounted होते है या)mount
ककये जा सकते है (and board के circuit से आपस मे connected होते है | मर्दरबोडय को system
board, mobo, planar board or logic board के िाम से भी जािा जाता है |
MICROPROCESSOR
8. MEMORY
Computer memory को मुख्यतया दो भागो में बांटा िा सकता है।
Primary Memory
Secondary Memory
1. Primary Memory
Primary Memory कोMain Memory याVolatile Memory भी कहा िाता है।
ये कं प्यूटर की tomporary memory होती है जिसमे data storage और instructions कं प्यूटर के िावर on
रहने तक ही store रहते है।
Primary Memory कं प्यूटर की internal memory होती है।
Primary Memory ही कं प्यूटर को working space प्रदान करती है।
उदहारण : RAM और ROM
RAM
RAM का िूरा नाम Random Access Memory है।
यह Read और Write मेमोरी कहलाती है।
ROM
ROM का िूरा नाम Read Only Memory है।
इसमें data storage और programmes permanantly स्टोर होते है।
ROM िर manufactrers द्वारा store ककये हुए कु छ standard processing programmes होते है।
Motherboard
9. ROM के वल CPU द्वारा ही िढ़ी िा सकती है तथा इसमें कोई िररवतडन नहीं ककया िा सकता है।
Basic input /outpt programmes ROM िर ही stored होते है
ROM primary मेमोरी होते हुए भी Non-Volatile Memory है।
अन्य Primary Memories
Programmable Read Only Memory (PROM)
Erasable ProgrammableRead Only Memory
Cache Memory: इसको CPU मेमोरी भी कहा िाता है। यह एक प्रकार की RAM ही है िरन्तु कं प्यूटर
का microprocessor एक normal RAM से Cache Memory को तेिी से access करता है।
Register
2. Secondary Memory
यह Non-Volatile Memory कहलाती क्युकक कं प्यूटर का िावर ऑफ करने के बाद भी stored रहती है।
यह external और permanent memory होती है।
उदहारण : floppy disks, magnetic tapes, magnetic disks िैसे कक Compact Disk (CD), Digital Versatile Disk
(DVD), Blue ray disks, Hard Disk Drives, Flash drives (pen drive) आदद।
Floppy disks - ये आिकल चलन में नहीं है।
Compact Disk (CD)- सामान्यतया 7 00 MBकी होती है। यह दो प्रकार की होती है - CD-R तथा CD-RW
Digital Versatile Disk (DVD) - सामान्यतया 4.7 GBकी होती है िरन्तु यह 4.7 GB से 17 GB तक की हो
सकती है। यह भी दो प्रकार की होती है - DVD-R तथा DVD-RW
Blue ray disks- सामान्यतया 25 GB से 50 GB की होती है
Hard Disk Drives - data transfer rate सबसे अधधक होती है। यह 128 GB से कई TB तक की आती है।
Flash drives - सामान्यतया 2 GB से 16 GB की होती है।