6. साराांश-सांदेश
• कहानी क
े माध्यम से दादी मााँ का प्रेमपूणि व ममतामयी
थवभाव तिा बड़े-बुजुिो का महत्व को दिािया िया है।
• बड़े लोि हमें यहद ककसी बात पर डााँटते है तो उसमें भी
प्रेम या भलाई तछपी होती है।
• ऊपर से कठोर ककिं तु अिंदर से नरम हृदय को हदखाया है।
• लेखक क
े ब पन में दादी मााँ ककस प्रकार उनका ध्यान
रखती, प्रेम करती यह याद ककया िया है।
• भले दादी मााँ मुाँह से कड़वा बोलती िी, ककिं तु वे सबकी
जरूरत क
े समय मदद भी करती िी।
• दादी मााँ क
े इसी थवभाव क
े कारण उनकी मृत्यु क
े बाद
भी लेखक उन्हें भुला नहीिं पाए है।
7.
8. प्रश्नोंत्तर-चचाथ
• दादी मााँ का थवभाव क
ै सा िा?
• लेखक को दादी मााँ की याद क्यों आ जाती है?
• लेखक नें ब पन की कौन-कौन सी घटनाओिं
का वणिन ककया है?
• पाठ क
े लेखक का नाम बताइए।
• लेखक क
े बीमार होने पर दादी मााँ नें क्या
ककया?
10. गृहकार्थ
• अपनी दादी मााँ क
े बारे में दस पिंस्क्तयााँ
शलखखए।
• हमारे जीवन में हमारे बड़े-बुजुिि क्या
महत्व रखते है? अपने िब्दों में
शलखखए।
• विंि-वृक्ष (family tree) बनाइए और सभी
सदथयों की फ़ोटो लिाकर नाम शलखखए।