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General Studies
Paper#1-
Sectional
Paper#1
Target PCS Lucknow
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General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Time Allowed: 2 HoursMaximum Marks: 200
INSTRUCTIONS
1. IMMEDITELY AFTER THE COMMENCEMENT OF THE EXAMINATION, YOU SHOULD
CHECK THAT THIS TEST BOOKLET DOES NOT HAVE ANY UNPRINTED OR TORN OR MISSING PAGES OR
ITEMS, ETC. IF SO, GET IT REPLACED BY A COMPLETE TEST BOOKLET.
2. You have to enter your Roll Number on the Test
Booklet in the Box provided alongside. DO NOT
Write anything else on the Test Booklet.
4. This Test Booklet contains 150 items (questions). Each item is printed only in English. Each item
comprises four responses (answers). You will select the response which you want to mark on the
Answer Sheet. In case you feel that there is more than one correct response, mark the response
which you consider the best. In any case, choose ONLY ONE response for each item.
5. You have to mark all your responses ONLY on the separate Answer Sheet provided. See directions
in the Answer Sheet.
6. All items carry equal marks.
7. Before you proceed to mark in the Answer Sheet the response to various items in the Test
Booklet, you have to fill in some particulars in the Answer Sheet as per instructions sent to you with
your Admission Certificate.
8. After you have completed filling in all your responses on the Answer Sheet and the examination
has concluded, you should hand over to the Invigilator only the Answer Sheet. You are permitted to
take away with you the Test Booklet.
9. Sheets for rough work are appended in the Test Booklet at the end.
10. Penalty for wrong answers:
THERE WILL BE PENALTY FOR WRONG ANSWERS MARKED BY A CANDIDATE IN THE OBJECTIVE TYPE
QUESTION PAPERS.
(i) There are four alternatives for the answer to every question. For each question for which a wrong
answer has been given by the candidate, one-third of the marks assigned to that question will be
deducted as penalty.
(ii) If a candidate gives more than one answer, it will be treated as a wrong answer even if one of the
given answers happens to be correct and there will be same penalty as above to that question.
(iii) If a question is left blank, i.e., no answer is given by the candidate, there will be no penalty for
that question.
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
1. भारत में प्रागैततहासिक पुरातत्व का जनक है
A. अरुण िोनककया
B. रॉबर्ट ब्रूि
C.वी. गॉर्टन चाइल्र्
D. र्ॉ. प्रप्रमरोज़
उत्तर:B
व्याख्या: रॉबर्ट ब्रूि 1851 में स्थाप्रपत भारतीय भूवैज्ञातनक िवेक्षण क
े एक भूप्रवज्ञानी थे । उन्होंने 1863 में
तसमलनार्ु राज्य क
े चचिंगलेपुर् जजले क
े पल्लवारम में एक बजरी क
े गड्ढे में एक पेसलयोसलचथक कायाटन्वयन की
खोज की ।
2. 41 मानव कब्र और एक ट्रिपल दफन कब्र कहााँ पर पाई गयी है
A. िराय नाहर राय
B. दमदमा
C. भीमबेर्का
D. लखखहाया
उत्तर:B
व्याख्या: दमदमा प्रतापगढ़ जजले उत्तर प्रदेश में एक िाइर् है। दमदम में, 41 मानव कब्र पाए गए थे। इन कब्रों में
िे 4 र्बल कब्र हैं और एक ट्रिपल कब्र भी यहािं पाई गयी है। िराय नाहर राय में चार मानव क
िं कालों क
े िाथ एक
कब्र समली है।
3. अनाज का उत्पादन िबिे पहले हुआ था
A. पुरापाषाण काल
B. मेिोसलचथक काल
C. नवपाषाण काल
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
D. कािंस्य युग
उत्तर:C
व्याख्या: कोल्र्ीहवा और मेहरगढ़ दो नवपाषाण गााँव थे जहााँ िे चावल और गेहूिं क
े स्पष्र् प्रमाण समले हैं।
4. जानवरों को बािंधने क
े िबिे शुरुआती िबूत कहािं िे समले है।
A. आदमगढ़
B. बागोर
C. उपरोक्त दोनों
D. उपरोक्त में िे कोई नहीिं
उत्तर:C
व्याख्या: मेिोसलचथक मनुष्य अभी भी बडे पैमाने पर सशकार पर तनभटर करता है, लेककन अब वे क
ु त्ते, भेड, बकरी,
गाय, भैंि, जिंगली घोडे आट्रद जानवरों को बािंधना या उनिे घरेलू काम करना शुरू कर देते थे। मध्य प्रदेश क
े
आदमगढ़ और राजस्थान क
े बागोर में जानवरों को बािंधने क
े शुरुआती प्रमाण समले हैं।
5. कोिट ग्रे पॉर्री पहली बार में पाया गया था
ए। गुफक्राल
B. भीमबेर्का
C. बुजटहोम
D. मेहरगढ़
उत्तर:C
व्याख्या: बुजटहोम नवपाषाण युग का एक महत्वपूणट स्थल है जो श्रीनगर िे 16 ककलोमीर्र उत्तर पजचचम में
जस्थत है।
6. िूची I क
े िाथ िूची II का समलान करें और नीचे ट्रदए गए कोर् िे िही उत्तर चुनें:
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
िूची I िूची II
(हरटपन िाइर्) (अवशेष)
a. चोपोतनमार्ो 1. 282 माइक्रोसलथ्ि
b. चककया 2. समट्र्ी क
े बतटन
c.मोरहाना 3. मानव क
िं काल
d. बबरभानपुर 4. रॉक पेंट्रर्िंग
कोर्:
a b c d
A. 3 2 4 1
B. 2 3 4 1
C. 2 4 3 1
D. 1 4 3 2
उत्तर:B
व्याख्या: चोपोनीमार्ो इलाहाबाद की मेिा तहिील में जस्थत है और यह दुतनया का िबिे पहला स्थल है जहााँ िे
समट्र्ी क
े बतटनों क
े उपयोग क
े अवशेष पाए जाते हैं। चककया वाराणिी जजले में जस्थत है और मोहनपुर मीरपुर
जजले में जस्थत है और घोडों और रथ क
े शैल चचत्रों क
े सलए प्रसिद्ध है। बबरभानपुर बधटमान जजले पजचचम बिंगाल में
जस्थत है और कारखाने और आवाि का एक ििंयुक्त स्थान है।
7. कथन (A): नवपाषाण युग क
े मानव जीवन की तीन प्रमुख प्रवशेषताएिं फिल की खेती, पशुपालन और तनजचचत
तनवाि थे।
कारण (R): कृ प्रष की शुरुआत इि युग की महत्वपूणट खोज थी।
उपरोक्त क
े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है
A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है।
B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है।
C. A ित्य है लेककन R गलत है।
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
D. A गलत है लेककन R ित्य है।
उत्तर:B
व्याख्या: नवपाषाण युग क
े मानव जीवन ने फिलों की खेती करना िीखा था। मुख्य रूप िे खेती की गई फिलें
गेहूिं, जौ, धान, बाजरा, प्रवसभन्न प्रकार की िजजजयािं थीिं। इिक
े िाथ ही, नवपाषाण मानव ने क
ु त्ते, भेड, बकरी, घोडे
आट्रद जानवरों को पालतू बनाया। वे झोपडडयों में रहते थे जो जमीन पर बािंि और समट्र्ी िे बने होते थे।
8. कथन (A): महापाषाण युग क
े प्रवसशष्र् उपकरण माइक्रोसलथ हैं।
कारण (R): महापाषाण लोग इन उपकरणों का उपयोग करक
े फल और िजजजयािं उगाने क
े सलए उपयोग करते थे।
उपरोक्त क
े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है
A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है।
B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है।
C. A ित्य है लेककन R गलत है।
D. A गलत है लेककन R ित्य है।
उत्तर: C
व्याख्या: राजस्थान, दक्षक्षणी उत्तर प्रदेश, मध्य और पूवी भारत में बडी ििंख्या में महापाषाण स्थल पाए जाते हैं
और कृ ष्णा नदी क
े दक्षक्षण में भी।
9. कथन (A): पुरापाषाण लोगों का जीवन पूरी तरह िे प्राकृ ततक था वे सशकार पर तनभटर थे।
कारण (R): वह आग िे अज्ञात थे, इिसलए वे कच्चा मािंि खाते थे।
उपरोक्त क
े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है
A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है।
B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है।
C. A ित्य है लेककन R गलत है।
D. A गलत है लेककन R ित्य है।
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
उत्तर:A
व्याख्या: पुरापाषाणकालीन लोग खेती और पशुपालन िे अनजान थे।
10. पाषाण युग क
े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा कथन िही है
1. प्रागैततहासिक काल का कोई सलखखत प्रमाण नहीिं है।
2. अजस्थ तनसमटत मााँ देवी को बेलन घार्ी क
े लोढ़ा नाला क्षेत्र िे पाया गया था।
3. पुरापाषाणकालीन लोग गेहूाँ क
े चावल और जौ उगाते थे।
4. भारत में मनुष्य का िबिे पहला प्रमाण नमटदा घार्ी में समलता है।
कोर्:
A. 1 और 2
B. 1, 2 और 3
C. 3 और 4
D. 1, 2 और 4
उत्तर:D
व्याख्या: भारतीय उपमहाद्वीप में कृ प्रष का िबिे पहला प्रमाण लाहुरदेव, ििंत कबीर नगर जजले, उत्तर प्रदेश िे
बताया गया है। पहले गेहूिं क
े िबूत पाककस्तान क
े बलूचचस्तान में पाए गए थे और चावल क
े शुरुआती िबूत बेलन
जजले इलाहाबाद क
े तर् क
े पाि िे जाने जाते हैं।
11. तनम्नसलखखत में िे कौन िी जानकारी िही नहीिं है
1. नवदतोली की खुदाई एचर्ी िािंकसलया ने की थी।
2. नवदर्ोली मध्य प्रदेश में जस्थत है।
3. नवदार्ोली भारतीय उपमहाद्वीप का िबिे व्यापक उत्खनन ग्रामीण चालकोसलचथक स्थल है।
4. नवदर्ोली भारतीय उपमहाद्वीप में कृ प्रष का िबिे पहला प्रमाण है।
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
कोर्:
A. 3 और 4
B. क
े वल 1
C. क
े वल 3
D. क
े वल 4
उत्तर:D
व्याख्या: नवदर्ोली ने गोल और आयताकार आवािीय ििंरचनाओिं दोनों क
े उत्कृ ष्र् प्रमाण प्रकर् ककए हैं जो इिंदौर
क
े पाि जस्थत हैं। घर क
े फशट समट्र्ी और नदी की बजरी िे बने होते थे और ितह को चूने क
े िाथ लेप्रपत ककया
जाता था। एक या दो मुिंह क
े चूल्हों क
े िाथ-िाथ भिंर्ारण जार और अन्य समट्र्ी क
े जारों क
े िाथ घर समलते हैं।
12. सििंधु घार्ी िभ्यता िे मोहनजो दारो की िबिे बडी इमारत है
A. महान स्नानागार
B. द ग्रेर् ग्रेनरी
C. छिंद
D. ईंर् प्लेर्फामट
उत्तर:B
व्याख्या: मोहनजो दारो का िबिे महत्वपूणट िावटजतनक स्थान महान स्नान है, लेककन िबिे बडा भवन
एक ग्रेनरी है जो 45.7 1 मीर्र लिंबा और 15.2 3 मीर्र चौडा है।
13. पूवट हडप्पा चरण में झरोखे कहााँ खोजे गए थे ?
A. कालीबिंगन
B. हररप्पा
C. मोहनजोदडो
D. बनवाली
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
उत्तर:A
व्याख्या: हल की खोज नहीिं की गई है, लेककन कालीबिंगन में पूवट हडप्पा चरण में खोजे गए झरोखे बताते हैं कक
राजस्थान में हडप्पा काल में खेतों की जुताई की गई थी।
14. जौ की खोज की गई है
A.बनवाली
B.काली बािंगन
C. लोथल
D. मोहनजो दारो
उत्तर:A
व्याख्या: सििंधु लोग गेहूिं ,जौ,िरिों, िूखी मर्र का उत्पादन करते थे और बनावली में अच्छी मात्रा में बाली की
खोज की गई है।
15. बनवाली और राखीगढ़ी हडप्पा क
े स्थल हैं
A. जम्मू कचमीर
B. हररयाणा
C. उत्तर प्रदेश
D. गुजरात
उत्तर:B
व्याख्या: बनवाली राखीगढ़ी और भगवानपुरा हररयाणा िे खुदाई की गई हडप्पा िभ्यताओिं क
े पुराताजत्वक स्थल
हैं।
16. धान की भूिी कहााँ िे खुदाई की गई थी
A. तरदीह
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
B. बैदीपुर
C. चचरािंद
D. क
ु प्पल
उत्तर:C
व्याख्या: िारण जजले में जस्थत बबहार चचरािंद पुराताजत्वक स्थल भूिी क
े भूिे, कायाटन्वयन, हड्डर्यों और पत्थरों
िे बने औजार, ग्रामीण बिावर्, हाथ िे बने समट्र्ी क
े बतटनों आट्रद की खोज की गई।
17. सििंधु िभ्यता शजद का पहली बार इस्तेमाल ककया गया था
A. आर. बबष्र्
B. जेपी जोशी
C. जॉन माशटल
D. व्हीलर
उत्तर:C
व्याख्या: सििंधु िभ्यता का िबिे उपयुक्त नाम हडप्पा िभ्यता है क्योंकक हडप्पा पहली खोज की गई जगह है।
जॉन माशटल सििंधु िभ्यता शजद का उपयोग करने वाले पहले प्रवद्वान थे। सििंधु िभ्यता ऐततहासिक काल या
कािंस्य युग िे ििंबिंचधत है।
18. अफगातनस्तान में पाया जाने वाला सििंधु घार्ी स्थल है
A. शत्रुघाई
B. लोथल
C. नवाबशाह
D. िाहीवाल
उत्तर:A
व्याख्या: शत्रुघई और मुिंडर्गैक अफगातनस्तान में पाए जाने वाले सििंधु स्थल थे।
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
19. िुमेररयन पाठ में सििंधु को ट्रदया गया नाम है
A.ट्रदलमुन ने
B. माखन
C. मेलुहा
D. िुिा
उत्तर:C
व्याख्या: िुमेररयन पाठ मेलुहा क
े िाथ व्यापार ििंबिंधों का उल्लेख करता है जो सििंधु क्षेत्र को ट्रदया गया नाम था।
ट्रदलमुन बहरीन है और माकन मकरान तर् है। इन दोनों को दो मध्यवती स्र्ेशन कहा गया। िुिा और उर
मेिोपोर्ासमया की जगहें हैं जहााँ हडप्पा की मुहरें समली थीिं।
20. हडप्पा की मुहरें बनी थीिं
A. जैस्पर िे
B. क्वार्टजाइर् िे
C. स्र्ीर्ाइर् िे
D. अगेर् िे
उत्तर:C
व्याख्या: क्वार्टजाइर्, पुरापाषाण युग में पत्थर क
े औजार का मुख्य कच्चा माल था अगेर् और ज़स्पर मुख्य
कच्चे माल थे जो मेिोसलचथक युग में पत्थर क
े औजार बनाने क
े सलए थे िीतापी हडप्पा िभ्यता की मुहर बनाने
क
े सलए इस्तेमाल ककया जाने वाला एक पत्थर था।
21. िूची I को िूची II क
े िाथ िूचीबद्ध करें और नीचे ट्रदए गए कोर् िे िही उत्तर चुनें:
िूची I िूची II
(हरटपन िाइर्) (स्थान)
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
a. िुरकोतडा 1. राजस्थान
b. राखीगढ़ी। 2. महाराष्ि
c. कालीबिंगा। 3. गुजरात
d. दायमाबाद। 4. हररयाणा
कोर्:
a b c d
A. 3 4 1 2
B. 3 1 4 2
C. 4 2 3 1
D. 4 2 1 3
उत्तर: A
व्याख्या: िुरकोतडा गुजरात क
े कच्छ जजले में है। यह एकमात्र सििंधु स्थल है जहािं वास्तव में घोडे क
े अवशेष पाए
गए हैं। राखीगढ़ी सििंधु िभ्यता का िबिे बडा भारतीय स्थल है। कालीबिंगा िे जुताई हुए खेत की ितह समली है।
दायमाबाद महाराष्ि में है और यह सििंधु िभ्यता का िबिे दक्षक्षणी स्थल है।
22. कथन (A): ऐिा प्रतीत होता है कक पूवट हडप्पा और हडप्पा िभ्यता क
े आरिंभ क
े बीच एक प्रवराम था।
कारण (R): क
ु छ िाइर्ों पर बडे पैमाने पर जलने क
े िाथ-िाथ क
ु छ बजस्तयों का पररत्याग भी था।
उपरोक्त क
े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है
A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है।
B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A की िही व्याख्या नहीिं है।
C. A ित्य है लेककन R गलत है।
D. A गलत है लेककन R ित्य है।
उत्तर:A
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
व्याख्या: प्रवसशष्र् समट्र्ी क
े बतटनों, कृ प्रष क
े िाक्ष्य और क
ु छ सशल्पों िे जुडी पररपक्व हडप्पा ििंस्कृ तत िे पहले
इि क्षेत्र में कई पुराताजत्वक ििंस्कृ ततयािं थीिं। ये बजस्तयािं आमतौर पर छोर्ी होती हैं। ऐिा प्रतीत होता है कक
शुरुआती हडप्पा और हडप्पा िभ्यता क
े बीच एक प्रवराम था जो क
ु छ स्थलों पर बडे पैमाने पर जलने क
े िाथ-िाथ
क
ु छ बजस्तयों क
े ििंशोधन िे स्पष्र् था।
23.कथन (A): सििंधु घार्ी क
े लोग देवी मााँ की पूजा करते हैं।
कारण (R): कई मिंट्रदर जैिी ििंरचनाएाँ प्रवसभन्न उत्खनन स्थलों पर पाई गईं।
उपरोक्त क
े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है
A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है।
B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A की िही व्याख्या नहीिं है।
C. A ित्य है लेककन R गलत है।
D. A गलत है लेककन R ित्य है।
उत्तर: C
व्याख्या: सििंधु घार्ी क
े लोग ििंभवतः कई आभूषणों और एक पिंखे क
े आकार की हेर्ड्रेि पहने हुए पुरुष और
मट्रहला देवताओिं क
े अलावा देवी मााँ की पूजा करते हैं।
24. सििंधु िभ्यता क
े प्रमुख शहरों की प्रवशेषता प्रवशेषताएिं हैं
1. चग्रर् प्रणाली क
े अनुिार व्यवजस्थत नगर तनयोजन
2. तनमाटण में जली हुई ईंर्ों का उपयोग
3. गढ़वाली गढ़
4. भूसमगत जल तनकािी प्रणाली
कोर्:
A. क
े वल 1
B. 2 और 3
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
C. 1 और 4
D. उपरोक्त िभी
उत्तर:D
व्याख्या: चन्हुद्रो को छोडकर सििंधु घार्ी क
े प्रमुख शहरों में गढ़वाले ककले थे। धोलावीरा में एक प्रवशाल जल भिंर्ार
भी है।
25. िही कालानुक्रसमक क्रम क्या है जजिमें तनम्नसलखखत भारत में ट्रदखाई ट्रदया
1. िोने क
े सिक्क
े
2. चचजन्हत चािंदी क
े सिक्क
े
3. लोहे का हल
4. शहरी ििंस्कृ तत
कोर्:
A. 3, 4,1,2
B. 3,4,2,1
C. 4,3,1,2
D. 4,3,2,1
उत्तर:D
व्याख्या: हडप्पा िभ्यता एक कािंस्य युग की िभ्यता थी। वैट्रदक काल में कािंस्य क
े बाद लोहे का ज्ञान बहुत बाद
में जाना गया था, जबकक पहला पिंच चचजननत सिक्का 6 ईिा पूवट में भारत में अजस्तत्व में आया था और िोने क
े
सिक्क
े 2 ईिा पूवट क
े दौरान इिंर्ो ग्रीक शािकों द्वारा पेश ककए गए थे।
26. कौन िा सशलालेख मध्य एसशयाई सिद्धािंत को आयों की मातृभूसम िाबबत करता है
A. बोगज़्काई सशलालेख
B. तुकी सशलालेख
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
C. उपरोक्त दोनों
D. उपरोक्त में िे कोई नहीिं
उत्तर:A
व्याख्या: एसशया माइनर में पाए गए बोगज़्काई सशलालेख में 4 वैट्रदक देवताओिं इिंद्र, वरुण, समत्र और निात्य का
उल्लेख है , जो मध्य एसशयाई सिद्धािंत को आयों की मातृभूसम क
े रूप में सिद्ध करते हैं।
27. स्वर प्रवज्ञान पर िबिे पुराना पाठ है
A. शुल्व िूत्र
B. अष्र्ाध्यायी
C. प्राततशाख्य
D. मनु स्मृतत
उत्तर:C
व्याख्या: प्राततशाख्य ध्वन्यात्मकता पर िबिे पुराना ग्रन्थ है अष्र्ाध्यायी, पाखणतन द्वारा सलखखत दुतनया का
िबिे पुराना व्याकरण है,शुल्व िूत्र बसलदानों िे ििंबिंचधत है और मनुस्मृतत िबिे पुराना स्मृतत ग्रिंथ है।
28. जयाि नदी का िबिे पुराना नाम है
A. प्रवपािा
B. परुष्णी
C. प्रवतस्ता
D. अिककनी
उत्तर:A
व्याख्या: अिकनी नदी चचनाब है, परुष्णी रावी नदी है और प्रवतस्ता नदी झेलम है।
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
29. प्रत्येक वेद क
े चार भागों का िही क्रम है
A. ब्रानमण ग्रन्थ, ििंट्रहता, अरण्यक और उपतनषद।
B. ििंट्रहता, ब्रानमण ग्रन्थ, आरण्यक और उपतनषद।
C. उपतनषद, ब्रानमण ग्रन्थ, अरण्यक और ििंट्रहता।
D. ििंट्रहता, उपतनषद, आरण्यक और वैट्रदक पाठ।
उत्तर:B
व्याख्या: प्रत्येक वेदों क
े चार भाग हैं, ब्रानमण पाठ जजिमें प्रवस्तृत रूप िे यज्ञ और अनुष्ठान शासमल हैं।
अरण्यकों का अथट है वनवािी लोग, वे मुख्य रूप िे हसमटट्ि और जिंगलों में रहने वाले छात्रों क
े सलए सलखे गए थे।
अरण्यक ब्रानमणों क
े िमापन भाग हैं। उपतनषद दाशटतनक पाठ हैं, वे वेदों क
े अिंत की ओर आते हैं, वे आमतौर पर
वेदािंत कहलाते हैं। 108 उपतनषद हैं।
30. िािंख्य दशटन क
े ििंस्थापक थे
A. पतिंजसल
B. कप्रपला
C. जैसमनी
D. अष्र्ापद गौतम
उत्तर: B
व्याख्या: पतिंजसल योग दशटन क
े ििंस्थापक थे, जैसमनी मीमािंिा दशटन क
े ििंस्थापक थे और गौतम न्याया दशटन
क
े ििंस्थापक थे।
31. िूची मैं िूची द्प्रवतीय क
े िाथ और नीचे ट्रदए गए कोर् िे िही उत्तर का चयन करें:
िूची I िूची II (वेद) (प्रवषय)
a. ऋग्वेद 1.भगवान कृ पा
b. अथवटवेद 2. यज्ञोपवीत ििंस्कार
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
c. िामवेद 3. ििंगीत
d. यजुवेद 4. औषचध
कोर्:
a b c d
A. 1 4 3 2
B. 1 3 4 2
C. 1 2 3 4
D. 1 4 2 3
उत्तर:A
व्याख्या: अथवटवेद में चचककत्िा क
े बारे में वणटन है, भगवान की कृ पा क
े बारे में ऋग्वेद, यज्ञ क
े अनुष्ठानों क
े बारे
में यजुवेद और ििंगीत क
े बारे में िामवेद है।
32. कथन (A): वेद अतनवायट रूप िे प्रवसभन्न देवताओिं को िमप्रपटत प्राथटना और भजन का ििंकलन हैं ।
कारण (R): वेद अचूक हैं।
उपरोक्त क
े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है
A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है।
B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है।
C. A ित्य है लेककन R गलत है।
D. A गलत है लेककन R ित्य है।
उत्तर: B
व्याख्या: वेदों को अपौरुषेय कहा जाता है जो मनुष्य द्वारा तनसमटत नहीिं है, लेककन भगवान ने िभी को अनिंत
काल में उपहार में ट्रदया है।
33. कथन (A): वेदों को श्रुतत कहा जाता है क्योंकक ऋप्रषयों ने वेदों को िुना।
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
कारण (R): वैट्रदक िाट्रहत्य को पीढ़ी-दर-पीढ़ी मुिंह क
े शजद द्वारा िौंप ट्रदया गया था इिसलए श्रुतत कहा जाता है
उपरोक्त क
े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है
A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है।
B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है।
C. A ित्य है लेककन R गलत है।
D. A गलत है लेककन R ित्य है।
उत्तर:D
व्याख्या: चार वेद ऋग्वेद, यजुवेद, िामवेद और अथवटवेद हैं। चार वेदों में, ऋग्वेद जो कक गीतों का ििंग्रह है,
दुतनया का िबिे पुराना ग्रिंथ है और इिसलए इिे मानव जातत का पहला तनयम भी कहा जाता है।
34. तनम्नसलखखत कथनों पर प्रवचार कीजजए
1. श्रीधन अपनी शादी क
े िमय एक मट्रहला को ट्रदए गए उपहारों को ििंदसभटत करता है, जजि पर धमट शास्त्र क
े
अनुिार क
े वल मट्रहला का अचधकार होता है।
2. महाभोगक
ू ला पाली बत्रप्रपर्क में ििंपन्न पररवारों क
े सलए प्रयुक्त शजद था जो प्रवलासिता में रहते हैं।
3. नागरकाि कामिूत्र में वखणटत पररष्कृ त शहरी तनवािी थे।
4. यवन प्राचीन भारतीय शजद है जजिका उपयोग ग्रीक्ि और रोमन क
े सलए ककया जाता है।
िही कथनों क
े सलए कोर् का चयन करें:
A. 1 और 2
B. 2 और 3
C. 1 और 3
D. उपरोक्त िभी
उत्तर:D
व्याख्या: वैट्रदक िाट्रहत्य में प्रवसभन्न शजदों को अलग-अलग शजदों में तनरूप्रपत ककया जाता है
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
35. ब्रानमण ििंस्कृ त में गद्य क
े शुरुआती कामों में िे हैं और मुख्य रूप िे वेदों में तनट्रहत अनुष्ठानों और मिंत्रों पर
व्याख्या या चचाट करते हैं और उनक
े िाथ ििंलग्न हैं।
1. ऋग्वेद ब्रनमण - ऐतरेय
2. यजुवेद ब्रानमण -। शतपथ
3. िामवेद ब्रानमण - जैसमनी
4. अथवटवेद ब्रानमण - गोपथ
िही कथनों क
े सलए कोर् का चयन करें:
A. 1 और 2
B. 2 और 3
C. क
े वल 2
D. 1 2 3 और 4
उत्तर: D
व्याख्या: ब्रानमण ने वेदों क
े भजनों की व्याख्या की। वे प्रकृ तत में गद्य और कमटकािंर् में सलखे गए हैं। ब्रनम का
अथट है त्याग.
36. गौतम बुद्ध क
े जीवन पर लाइर् ऑफ एसशया नामक पुस्तक ककिने सलखी थी
A. व्हीलर
B. एर्प्रवन अनोल्र्
C. जॉजट र्नूटर
D. कक्रस्र्ोफ़ िेलरीि
उत्तर:B
व्याख्या: गौतम बुद्ध को लाइर् ऑफ एसशया क
े रूप में जाना जाता है। गौतम बुद्ध क
े जीवन पर
आधाररत ककताब लाइर् ऑफ एसशया एर्प्रवन अनोल्र् द्वारा सलखी गयी थी।
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
37. गौतम बुद्ध का जन्म कब हुआ था?
A. 563 ई.पू.
B. 561 ई.पू.
C. 558 ई.पू.
D. 544 ई.पू.
उत्तर:A
व्याख्या: गौतम बौद्ध को सिद्धाथट क
े नाम िे भी जाना जाता है, जो 563 ईिा पूवट में कप्रपलवस्तु नेपाल क
े पाि
लुजम्बनी में एक क्षबत्रय पररवार में पैदा हुए थे, उनकी मृत्यु 483 ईिा पूवट में क
ु शीनगर में हुई थी, इिे
महापररतनवाटण क
े नाम िे भी जाना जाता है।
38. तनम्नसलखखत में िे कौन गौतम बौद्ध िे ज्ञान प्राप्त करने वाला अिंततम व्यजक्त था
A. िुभदा
B. गोशाल
C. विुसमत्र
D. आनिंद
उत्तर:A
व्याख्या: गौतम बौद्ध अपने अिंततम वषों में अपने सशष्य चुिंर् क
े पाि पैरा नामक स्थान पर गए थे,जहााँ उन्हें
पोक
ट खाने क
े बाद फ
ू र् पॉइज़तनिंग हुई। चुिंर् द्वारा जहर ट्रदया गया। वह क
ु शीनगर गए जहााँ उन्होंने िुबोध को
अपना अिंततम ज्ञान ट्रदया और अिंत में क
ु शीनगर में महापररतनवाटण प्राप्त ककया।
39. बुद्ध ने अपना पहला उपदेश ट्रदया
A. काशी में
B. लुिंबबनी में
C. िारनाथ में
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
D. बोधगया में
उत्तर: C
व्याख्या: बोधगया में बुद्ध क
े प्रबोधन क
े बाद बुद्ध िारनाथ गए जहााँ उन्होंने अपना पहला उपदेश ट्रदया जजिे
पाली में धम्म चक्र पावथन या धमट चक्र प्रचार क
े नाम िे जाना जाता है।
40. बुद्ध की मृत्यु क
े बाद पहली बौद्ध पररषद जल्द ही आयोजजत की गई थी, इिकी अध्यक्षता ककिने करी?
A. महाकाचयप
B. नागिेन
C. अजातशत्रु
D. धमटिेन
उत्तर:A
व्याख्या: राजा अजातशत्रु क
े ििंरक्षण में बुद्ध क
े महापररतनवाटण क
े तुरिंत बाद पहली बौद्ध पररषद आयोजजत की
गई थी, यह राजगृह की िप्तपणी गुफा में महाकाचयप की अध्यक्षता में की गई थी। आनिंद, बुद्ध क
े महान
सशष्यों में िे एक ने, िूत्र और उपली नाम क
े एक और सशष्य ने प्रवनय का पाठ ककया।
41. िूची I को िूची II क
े िाथ िूचीबद्ध करें और नीचे ट्रदए गए कोर् िे िही उत्तर चुनें:
िूची I िूची II
(ििंक
े त) (अथट)
a. जन्म। 1. बोचध वृक्ष
b. पहला उपदेश। 2. धमट चक्र
c. आत्मज्ञान 3. घोडा
d. महान प्रस्थान 4. कमल
कोर्:
a b c d
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
A. 1 2 3 4
B. 4 3 2 1
C. 3 4 1 2
D. 4 2 1 3
उत्तर: D
व्याख्या: जन्म का प्रतीक है कमल, प्रथम उपदेश का धमट चक्र, बोचध वृक्ष द्वारा ज्ञान और घोडे द्वारा महान
प्रस्थान।
42. कथन (A): गौतम बौद्ध ने अष्र्ािंचगका मागट नामक आठ गुना पथ की सिफाररश की ।
कारण (R): उन्होंने मानवीय दुखों क
े खात्मे क
े सलए इि मागट की सिफाररश की।
उपरोक्त क
े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है
A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है।
B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है।
C. A ित्य है लेककन R गलत है।
D. A गलत है लेककन R ित्य है।
उत्तर:A
व्याख्या: गौतम बौद्ध द्वारा िुझाए गए आठ गुना पथ में िही अवलोकन, िही तनधाटरण, िही भाषण, िही
कायट, िही आजीप्रवका, िही व्यायाम, िही स्मृतत और िही ध्यान शासमल थे।
43. कथन (A): 12 वीिं शताजदी तक भारत में बौद्ध धमट व्यावहाररक रूप िे प्रवलुप्त हो गया।
कारण (R): बौद्ध धमट ब्रानमणवाद की बुराइयों का सशकार हो गया, जजिक
े खखलाफ शुरुआत में यह पाया गया
था।
उपरोक्त क
े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है
A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है।
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है।
C. A ित्य है लेककन R गलत है।
D. A गलत है लेककन R ित्य है।
उत्तर:A
व्याख्या: बौद्ध चुनौती को पूरा करने क
े सलए ब्रानमणों ने अपने धमट में िुधार ककया। उन्होंने पशु धन क
े ििंरक्षण
की आवचयकता पर बल ट्रदया और मट्रहलाओिं और शूद्रों को स्वगट में प्रवेश क
े सलए आचवस्त ककया। दूिरी ओर,
बौद्ध बदतर क
े सलए बदल जाते हैं। धीरे-धीरे बौद्ध सभक्षु लोगों क
े जीवन की मुख्यधारा िे कर् गए। उन्होंने
पाली, लोगों की भाषा को छोड ट्रदया और बौद्चधक की भाषा ििंस्कृ त को ले सलया। पहली शताजदी क
े बाद िे,
उन्होंने बडे पैमाने पर मूततटपूजा का अभ्याि ककया और भक्तों िे कई भेंर् प्राप्त कीिं। बौद्ध मठों को उदार शाही
अनुदानों द्वारा ट्रदए गए िमृद्ध प्रिाद ने सभक्षुओिं क
े जीवन को आिान बना ट्रदया।
44. बौद्ध धमट क
े बारे में प्रवचारों को फ
ै लाने क
े सलए इस्तेमाल की जाने वाली कहातनयों में शासमल हैं
1. मखणमक्कलई
2. पिंचतिंत्र
3. जातक
4. ट्रहतोपदेश
िही कथन क
े सलए कोर् चुनें
A. 1 और 2
B. क
े वल 2
C. 2 और 4
D. 1 और 3
उत्तर:D
व्याख्या: बौद्ध धमट क
े बारे में प्रवचार फ
ै लाने क
े सलए मखणमेक्कलई और जातक कहातनयों का इस्तेमाल ककया
गया था।
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
45. बौद्ध मठों को उनक
े स्थान और ििंस्थापक ट्रदए गए हैं
1. नालिंदा प्रवचवप्रवद्यालय, बबहार, क
ु मारगुप्त 1।
2. प्रवक्रमसशला प्रवचवप्रवद्यालय, बबहार, धमटपाल।
3. िोमापुरी प्रवचवप्रवद्यालय, उत्तर बिंगाल, धमटपाल।
4. वल्लभ प्रवचवप्रवद्यालय, गुजरात, भट्र्ारक।
िही कथन क
े सलए कोर् चुनें
A. 1 और 3
B. 2 और 4
C. 2 3 और 4
D. 1 2 3 और 4
उत्तर:B
व्याख्या: ओदिंतपुरी बबहार की स्थापना गोपाल ने की थी और बिंगाल में जगदल की स्थापना रामपाल ने की थी। ये
प्रमुख 6 बौद्ध प्रवचवप्रवद्यालय थे।
46. भगवान महावीर का जन्म ककि स्थान पर हुआ था
A. 560 ई.पू.
B. 540 ई.पू.
C. 550 ई.पू.
D. 510 ई.पू.
उत्तर:B
व्याख्या: महावीर का जन्म 540 ईिा पूवट में बबहार क
े वैशाली क
े पाि एक गााँव क
ुिं र्ग्राम में हुआ था। वह एक
क्षबत्रय थे। उनक
े प्रपता सिद्धाथट और माता बत्रशला थीिं। महावीर का प्रववाह यशोदा िे हुआ और एक बेर्ी अन्नोजा
प्रप्रयदसशटनी पैदा हुई, जजनक
े पतत जमाली महावीर क
े पहले सशष्य बन गए।
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
47. महावीर ने िवोच्च ज्ञान प्राप्त ककया
A. जजम्भकग्राम
B. क
ुिं दग्राम
C. पावापुरी
D. बबहारशरीफ
उत्तर:A
व्याख्या: 42 वषट की आयु में, ऋजुपासलका नदी क
े तर् पर एक िाल वृक्ष क
े नीचे, महावीर ने क
ै वल्य प्राप्त ककया
जो कक िवोच्च ज्ञान है। उिक
े बाद िे उन्हें कवसलन कहा जाता है, जो कक पूणट रूप िे िीखा हुआ है, जजनेन्द्र,
जजिने अपनी इिंट्रद्रयों पर प्रवजय प्राप्त की, नृगन्धा, िभी बिंधनों िे मुक्त, अतीतिंत, एक और महावीर और उनक
े
अनुयातययों को जैन नाम ट्रदया गया।
48. उत्तर प्रदेश में बौद्धों क
े िाथ-िाथ जैतनयों का प्रसिद्ध तीथटस्थल है
A. िारनाथ
B. कौशाम्बी
C. देवी पार्न
D. क
ु शीनगर
उत्तर:B
व्याख्या: वतटमान कौशाम्बी जजला इलाहाबाद िे बाहर है जो कक इलाहाबाद क
े दक्षक्षण पजचचम िे 23 मील की दूरी
पर जस्थत है। जैन ग्रिंथों क
े अनुिार, कस्बे में क
ु शाम्ब वृक्षों की अचधकता क
े कारण कौशाम्बी का नामकरण ककया
गया। यह जैन और बौद्धों क
े प्रसिद्ध तीथटस्थल हैं। महात्मा बुद्ध ने शहर में कई बार प्रचार ककया और यहािं कई
सशष्य बनाए। यहािं कई मठ पाए गए लेककन उनमें िे िबिे प्रसिद्ध घोषीराम मठ था जजिे श्रेष्ठी घोप्रषत ने
बनवाया था।
49. िमाचध मारन ककि दशटन िे ििंबिंचधत है
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
A. बौद्ध दशटन
B. जैन दशटन
C. योग दशटन
D. लोकायत दशटन
उत्तर:B
व्याख्या: िमाचध मारन, िसललखाना, ििंन्याि मारन जैन नैततक आचार ििंट्रहता द्वारा तनधाटररत अिंततम प्रततज्ञा
है। िमाचध मारन की प्रततज्ञा जैन तपजस्वयों द्वारा देखी जाती है और भोजन और तरल क
े िेवन को धीरे-धीरे
कम करक
े अपने जीवन क
े अिंत में रखना है। यह अनुमतत दी जाती है जब वृद्धावस्था, लाइलाज बीमारी या जब
कोई व्यजक्त अपने अिंत क
े पाि होता है, तो िामान्य जीवन ििंभव नहीिं होता है।
50. तनम्नसलखखत में िे कौन जैन ज्ञान क
े 5 प्रकारों में िे नहीिं है
A. मतत ज्ञान
B. श्रुता ज्ञान
C. क
े वल ज्ञान
D. अस्तेय ज्ञान
उत्तर:D
व्याख्या: जैन धमट क
े सिद्धािंतों में वखणटत पााँच प्रकार क
े ज्ञान हैं। वे मतत हैं जो मन िट्रहत इिंट्रद्रयों की गततप्रवचध क
े
माध्यम िे धारणा है, श्रुतत जो कक शास्त्रों द्वारा प्रकर् ज्ञान है, अवधी जो कक क्लैरवयिंत धारणा है, मनपरायता है
जो कक र्ेलीपैचथक ज्ञान और क
े वल जनन है जो लौककक ज्ञान या िवटज्ञ है।
51. िूची I को िूची II क
े िाथ िूचीबद्ध करें और नीचे ट्रदए गए कोर् िे िही उत्तर चुनें:
िूची I िूची II
(जैन वास्तुकला) (स्थान)
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
a. हाथी गुम्फा। 1. माउिंर् अबू
b. चगरनार मिंट्रदर। 2. बबहार
c. पावापुरी मिंट्रदर। 3. उडीिा
d. ट्रदलवाडा मिंट्रदर। 4. गुजरात
कोर्:
a b c d
A. 4. 2. 3. 1
B. 2. 3. 4. 1
C. 3. 4. 2. 1
D. 4. 3. 2. 1
उत्तर: C
व्याख्या: प्रमुख जैन वास्तुकला में हाथीगुम्फा, बाघगुम्फा, उदयचगरर, खडचगरी, ओडडिा जैिी गुफाएाँ शासमल हैं।
गुजरात में चगरनार और पसलताना मिंट्रदर। राजगृह मिंट्रदर बबहार कनाटर्क में गोमतेचवर या बाहुबली की मूततट।
52. कथन (A): िम्मेद सशखर तीथट क
े रूप में जाना जाता है।
कारण (R): यह जैन धमट क
े 23 वें तीथंकर, पाचवटनाथ िे ििंबिंचधत है।
उपरोक्त क
े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है
A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है।
B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है।
C. A ित्य है लेककन R गलत है।
D. A गलत है लेककन R ित्य है।
उत्तर:A
व्याख्या: जैन धमट क
े पाचवटनाथ 23 वें तीथंकर थे। उनका जन्म 850 ईिा पूवट में वाराणिी क
े राजा अचविेना और
रानी वामा िे हुआ था। वह इक्ष्वाक
ु विंश क
े थे। उन्होंने दुतनया को 30 िाल की उम्र में एक सभक्षु बनने का फ
ै िला
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
ककया और क
े वला प्राप्त करने िे पहले 84 ट्रदनों तक ध्यान ककया। उन्होंने िम्मेद सशखर पर िवोच्च ज्ञान प्राप्त
ककया, इिीसलए इि स्थान को जैतनयों क
े तीथटस्थल क
े रूप में भी जाना जाता है।
53. कथन (A): 14 पुरवा जैन का िबिे पहला पप्रवत्र ग्रिंथ है
कारण (R): पूवाट का अथट है पहले।
उपरोक्त क
े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है
A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है।
B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है।
C. A ित्य है लेककन R गलत है।
D. A गलत है लेककन R ित्य है।
उत्तर:B
व्याख्या: 14 पुरवा प्राचीन जैन ग्रिंथ है जो िभी तीथंकरों द्वारा प्रचाररत ककया गया था। जो भी भगवान महावीर
क
े प्रमुख सशष्य श्री गौतम स्वामी ने उनिे प्राप्त ककया, इिे 12 भागों में जोडकर 10 अिंग कहा गया।भटगवान
महावीर िे पूवट की परिंपरा िे भी ज्ञान था जो भगवान पाचवटनाथ की परिंपरा िे है और उनिे पहले भी था। जजन्हें
पुरवा कहा जाता था । हमारे ग्रिंथों में 14 पूवाट का उल्लेख समलता है। इन 14 पुरवों का वणटन जजनवाणी क
े 12 वें
अिंग में ककया गया है, जजिे 'द्रजष्र्वद' अिंग कहा जाता है।
54. तनम्नसलखखत में िे कौन िा कथन जैन सिद्धािंत पर लागू होता है
1. कमट का प्रायजचचत करने का पक्का तरीका तपस्या करना है।
2 हर वस्तु यहािं तक कक िबिे छोर्े कण में भी एक आत्मा होती है।
3. कमट आत्मा का बैन है और इिे िमाप्त होना चाट्रहए।
नीचे ट्रदए गए कोर् का उपयोग करक
े िही उत्तर चुनें
A. क
े वल 1
B. क
े वल 2
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
C. 1 और 2
D. 1, 2 और 3
उत्तर:D
व्याख्या: जैन धमट मानता है कक प्रत्येक वस्तु में, एक कण में भी एक आत्मा है। वे कमट क
े िावटभौसमक कानून को
भी बनाए रखते हैं। इि कानून क
े अनुिार, शजद या प्रवलेख क
े माध्यम िे प्रत्येक कक्रया एक प्रभाव उत्पन्न करती
है जजिे शजद में एक और कक्रया क
े कारण क
े रूप में कायट ककया जाता है। कारण और प्रभाव की श्रृिंखला को कमट क
े
रूप में जाना जाता है। अपने कमट क
े आधार पर एक आत्मा स्वगट और नक
ट क
े रूप में या मनुष्यों या जानवरों क
े
रूप में अजस्तत्व क
े प्रवसभन्न राज्यों में स्थानािंतरण और पुनजटन्म करती है।
55. तनम्नसलखखत में िे कौन जैन धमट क
े सलए िही है?
1. स्याद्वाद जैन धमट का एक सिद्धािंत है।
2. अनुव्रत क
े िही होने की वकालत जैन धमट ने की थी।
3. अनयकािंतवाद जैन धमट का एक मुख्य सिद्धािंत और दशटन है।
4. जैन धमट का मूल बबिंदु तनष्ठा है।
नीचे ट्रदए गए कोर् िे िही उत्तर का चयन करें
A. 2 और 4
B. 3 और 4
C. 1, 2 और 4
D. 1, 2 और 3
उत्तर: D
व्याख्या: जैन धमट को अट्रहिंिा क
े धमट क
े रूप में भी जाना जाता है अट्रहिंिा अनकािंतवाद और अपररग्रह जैन धमट क
े
मुख्य सिद्धािंत हैं।
56. तनम्नसलखखत में िे ककि सशलालेख में अशोक का नाम है?
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
A. गुजरा
B. मास्की
C. उदगोलम
D. उपरोक्त िभी
उत्तर: D
व्याख्या: अशोक मुख्य रूप िे उिक
े सशलालेख सलए जाने जाते हैं। अशोक क
े 40 िे अचधक सशलालेख
समलते हैं।अशोक क
े 4 सशलालेखों में उनका नाम बताया गया है, वह हैं गुजरा, मास्की. नेत्तुर और उदगोलम
सशलालेख।
57. प्राचीन भारत की तनम्नसलखखत सलप्रपयों में िे कौन-िी एक सलप्रप दाईं िे बाईं ओर सलखी गई थी, जो 300 ईिा
पूवट िे 300 ई.प. तक प्रचसलत थी और पजचचमी क्षेत्र में अशोक क
े अचधकािंश अचधपत्रों का तनष्पादन ककया गया
था।
A. ब्रानमी
B. खरोष्ठी
C. शारदा
D. निंदनागरी
उत्तर:B
व्याख्या: अशोक क
े रॉक एडर्ट्ि, स्तिंभ एडर्र् और गुफा सशलालेख ज्यादातर प्राकृ त भाषा में सलखे गए थे, लेककन
एक क्षेत्र िे दूिरे क्षेत्र में सभन्न थे; पजचचम में खरोष्ठी और भारत क
े पूवट में ब्रानमी।
58. तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही नहीिं है
A. अथटशास्त्र कौट्रर्ल्य द्वारा सलखा गया था।
B. इिंडर्का मेगस्थनीज द्वारा सलखी गई थी।
C. मुद्रा रक्षा प्रवशाखा दत्ता द्वारा सलखी गई थी।
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
D. दीपवम्िा स्िैबो द्वारा सलखा गया था।
उत्तर: D
व्याख्या: दीपवामिा और महावस्मा बौद्ध इततहाि हैं जो अशोक द्वारा श्रीलिंका में बौद्ध धमट को फ
ै लाने में
तनभाई गई भूसमका का वणटन करते हैं।
59. रोसमला थापर क
े अनुिार, मौयों क
े पतन का कारण क्या था
A. अशोक की प्रशािंत नीतत
B. ब्रानमणवादी प्रततकक्रया
C. अत्यचधक क
ें द्रीकृ त प्रशािन
D. आधुतनक अथटव्यवस्था पर दबाव
उत्तर:C
व्याख्या: एचपी शास्त्री द्वारा ब्रानमणवादी प्रततकक्रया,एचिी शास्त्री द्वारा अशोक की प्रशािंत नीतत को कारण क
े
रूप में उद्धृत ककया गया था।
60. आधुतनक काल का सशलालेख जो अकाल क
े दौरान अपनाए जाने वाले राहत उपायों िे ििंबिंचधत है
A. भरूच
B. िोहगौरा
C. िुपारा
D. ताम्रसलजप्त
उत्तर:B
व्याख्या: गोरखपुर जजला यूपी में िोहगौरा , तािंबा प्लेर् सशलालेख और बोहरा जजला बािंग्लादेश में महास्थाना
सशलालेख अकाल क
े दौरान अपनाए जाने वाले राहत उपायों िे ििंबिंचधत हैं।
61. िूची मैं िूची द्प्रवतीय क
े िाथ और नीचे ट्रदए गए कोर् िे िही उत्तर का चयन करें:
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
िूची I िूची II
(स्थान) (स्मारक)
a. कौशाम्बी। 1. धामक स्तूप
b. क
ु शीनगर। 2. घोसितरम मठ
c. Saranath। 3. रामभरत स्तूप
d. श्रावस्ती।। 4. माहे महेत
कोर्:
a b c d
A. 2. 1. 3. 4
B. 4. 3. 2. 1
C. 2. 3. 1. 4
D. 4. 2. 1. 3
उत्तर:C
व्याख्या: वास्तुकला क
े दृजष्र्कोण िे, िािंची क
े स्तूप को िबिे अच्छा माना जाता है जो मध्य प्रदेश में जस्थत है।
िािंची स्तूप का तनमाटण अशोक ने करवाया था।
62.कथन (A): रुसमन्देई अशोक क
े स्तिंभ को बुद्ध क
े जन्म स्थल को चचजननत करने क
े सलए लगाया गया था।
कारण (R): अशोक मौयट विंश का महान शािक था।
उपरोक्त क
े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है
A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है।
B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A की िही व्याख्या नहीिं है।
C. A ित्य है लेककन R गलत है।
D. A गलत है लेककन R ित्य है।
उत्तर:B
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
व्याख्या: अशोक ने अपने राज्यासभषेक क
े 20 वें वषट में लुजम्बनी का दौरा ककया। बुद्ध क
े जन्म स्थान को
चचजननत करने क
े सलए, रुसमन्देई में स्तिंभ को क
ु छ पप्रवत्र पत्थरों की ििंरचना क
े िाथ खडा ककया गया था ।
उन्होंने लुिंबबनी क
े धासमटक कर की तनिंदा की क्योंकक यह बुद्ध का जन्मस्थान था और भूसम राजस्व की दर को 1/6
िे घर्ाकर 1/8 कर ट्रदया।
63. कथन (A): खारवेल कसलिंग क
े चेट्रद विंश का िबिे प्रतापी िम्रार् था।
कारण (R): उनका हाथीगुम्फा सशलालेख िूचना का प्रमुख स्रोत है।
उपरोक्त क
े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है
A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है।
B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A की िही व्याख्या नहीिं है।
C. A ित्य है लेककन R गलत है।
D. A गलत है लेककन R ित्य है।
उत्तर:B
व्याख्या: राजा महापद्मनिंद द्वारा कसलिंग में नहर की नक्काशी को इि सशलालेख में वणटन ककया गया है। यह
पहला सशलालेख भी है जो नहरों क
े उत्कीणटन क
े बारे में बताता है। इिमें जैन सभक्षुओिं को गािंवों क
े दान का वणटन
है। इि सशलालेख िे यह भी पता चलता है कक खारवेल ने तीन राज्यों चोल, चेरा और दक्षक्षण क
े पिंड्या को हराया।
64. महाजनपद और उनकी राजधातनयााँ नीचे दी गई हैं
1. काशी - वाराणिी
2. अिंग - चिंपा
3. वाजजी - वैशाली
4. वत्ि - कौशाम्बी
िही जोडे क
े सलए कोर् का चयन करें
A. क
े वल 1
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
B. 2 और 3
C. 1 और 4
D. 1, 2, 3 और 4
उत्तर:D
व्याख्या: काशी यूपी क
े वाराणिी जजले में है। अिंगा बबहार क
े मुिंगेर और भागलपुर जजलों में है। वाजजी बबहार में
आधुतनक ट्रदन मुजफ्फरपुर और वैशाली क
े जजलों में हैं। और वत्ि यूपी क
े इलाहाबाद और समजाटपुर जजलों में है।
65. कालानुक्रम में तनम्नसलखखत मुगल विंश की व्यवस्था करें
1. निंद
2. शुिंग
3. मौयट
4. हरनकि
तनम्नसलखखत कोर् िे उत्तर चुनें
A. 2, 1, 4 और 3
B. 4, 1, 3 और 2
C. 3, 2, 1 और 4
D. 1, 3, 4 और 2
उत्तर:B
व्याख्या: 16 महाजनपद क
े बीच, मगध एक िाम्राज्य क
े रूप में हयंक विंश क
े शािन क
े िाथ उभरा। बबजम्बिार
इि राजविंश का पहला शजक्तशाली शािक था। निंद विंश क
े ििंस्थापक महापद्मनिंद एक शूद्र शािक थे। उन्होंने
"एकरात्र और एकचत्र" की उपाचध धारण की। चिंद्रगुप्त मौयट ने अपने पूवटवती चाणक्य की मदद िे अिंततम निंद
शािक धनानिंद को हराने क
े बाद मौयट िाम्राज्य की स्थापना की थी । शुिंग विंश की स्थापना मौयट िेनापतत
पुष्यसमत्र शुिंग ने 184 ईिा पूवट में अिंततम मौयट शािक बृहद्रथ की हत्या करने क
े बाद की थी ।
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
66. महाभाष्य क
े लेखक, पतिंजसल ने दो अचवमेध यज्ञ को ककि शािक क
े राज में ककया
A. अजग्नसमत्र
B. विुसमत्र
C. पुष्यसमत्र
D. देवभूतत
उत्तर: C
व्याख्या: पुष्यसमत्र शुिंग िुिंग विंश का ििंस्थापक था जो मौयों का मूल उत्तराचधकारी था। अजग्नसमत्र पुष्यसमत्र क
े पुत्र
और कासलदाि नार्क "मालप्रवकाजग्नसमत्र" क
े नायक थे।
67. उत्तर-पजचचम र्ेक्कन या महाराष्ि में रॉक कर् प्रवहार और चैतन्य जैिे नासिक, कन्हेरी और काले का तनमाटण
शािनकाल में ककया गया था
A. िुिंग विंश
B. िातवाहन विंश
C. क
ै न्वा विंश
D. चेट्रद विंश
उत्तर:B
व्याख्या: दक्खन और मध्य भारत में मौयों क
े मूल उत्तराचधकारी िातवाहनों थे। सिमुका िातवाहन विंश का
ििंस्थापक था। उनकी राजधानी महाराष्ि क
े पैठण में थी।
68. ििंगम युग में दक्खन क
े पठार क
े दक्षक्षण में तीन राज्य उत्पन्न हुए, जो कक प्रवषम थे
A. चोल ने
बी पल्लव
C. पिंड्या
D. चेरि
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
उत्तर:A
व्याख्या: ििंगम युग में पल्लव, पािंड्य और चेरि दक्षक्षण में दक्कन क
े पठार िे उत्पन्न हुए।
69. कौन िा सशलालेख रुद्रदामन 1 की प्रवसभन्न उपलजजधयों क
े बारे में बताता है?
A. जूनागढ़
B. सभर्ारी
C. नासिक
D. रािंची
उत्तर:A
व्याख्या: ििंस्कृ त में सलखखत जूनागढ़ सशलालेख 158 ईस्वी, िािंस्कृ ततक कला और ििंस्कृ त िाट्रहत्य का िमथटन
करने और मौयों द्वारा तनसमटत बािंध क
े पुनतनटमाटण क
े सलए रुद्रदामन 1 का श्रेय देता है । वास्तव में उन्होंने
िुदशटन झील की मरम्मत की, जो मौयों द्वारा बाढ़ की जााँच क
े सलए बनाई गई थी। जूनागढ़ रॉक में अशोक क
े 14
ििंस्करणों क
े िाथ अशोक क
े सशलालेख भी हैं; रुद्रदामन 1 और स्कन्दगुप्त क
े बारे में भी है।
70. भूसम राजस्व जो मौयट काल क
े दौरान आय का मुख्य स्रोत था, ककि अचधकारी द्वारा एकत्र ककया गया था
A. एग्रोनोमोई
B. शुलकध्यक्षा
C. िीताध्याक्ष
D. अराधायक्ष
उत्तर:C
व्याख्या: िीताचधपतत जो मौयट िाम्राज्य में कृ प्रष भूसम क
े प्रमुख हैं और उन्होंने भू राजस्व उत्तोलन भी ककया
था।एग्रोनोमोई को जजला अचधकारी क
े रूप में जाना जाता था। शुलकध्यक्षा प्रवसभन्न व्यापार और िेवा कर और
अराधायक्ष तनयिंबत्रत खानों को इकट्ठा करती थी ।
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
71. िूची I को िूची II क
े िाथ िूचीबद्ध करें और नीचे ट्रदए गए कोर् िे िही उत्तर चुनें:
िूची I िूची II
(िम्रार्) (र्ाइर्ल)
a. अशोक 1. पराक्रमक
b. िमुद्रगुप्त 2. प्रप्रयदशटनी
c. चन्द्रगुप्त द्प्रवतीय 3. कमाटट्रदत्य
d. स्कन्दगुप्त 4. प्रवक्रमाट्रदत्य
कोर्:
a b c d
A. 1. 2. 3. 4
B. 3. 2. 1. 4
C. 2. 1. 4. 3
D. 4. 3. 2. 1
उत्तर:C
व्याख्या: अशोक को प्रप्रयदशटनी की उपाचध दी गई है। िमुद्रगुप्त को पराक्रमािंक की उपाचध। चिंद्रगुप्त 2
प्रवक्रमाट्रदत्य का शीषटक और स्क
िं दगुप्त का नाम क्रामाट्रदत्य शीषटक है।
72. कथन (A): पूवट गुप्त काल में कृ प्रष ििंरचना की मुख्य प्रवशेषता िामिंतवाद का प्रवकाि था।
कारण (R): भूस्वामी मध्यम वगट और आचश्रत ककिान वगट इि अवचध में अजस्तत्व में आए।
उपरोक्त क
े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है
A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है।
B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A की िही व्याख्या नहीिं है।
C. A ित्य है लेककन R गलत है।
D. A गलत है लेककन R ित्य है।
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
उत्तर: A
व्याख्या: कृ प्रष िमाज कोई भी िमुदाय है जजिकी अथटव्यवस्था फिलों और खेत क
े उत्पादन और रखरखाव पर
आधाररत है।
73. कथन (A): कपडा उद्योग गुप्त काल का एक प्राथसमक उद्योग था।
कारण (R): कपडा तनमाटण क
ें द्र गुजरात, बिंगाल, दक्कन और तसमलनार्ु में गुप्त काल क
े दौरान जस्थत थे।
उपरोक्त क
े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है
A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है।
B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A की िही व्याख्या नहीिं है।
C. A ित्य है लेककन R गलत है।
D. A गलत है लेककन R ित्य है।
उत्तर:A
व्याख्या: गुजरात, बिंगाल, दक्कन और तसमलनार्ु गुप्त काल क
े दौरान वस्त्र तनमाटण उद्योग क
े सलए प्रसिद्ध
थे।
74. गुप्त विंश क
े शािक और उनक
े सशलालेख ट्रदए गए हैं
1. िमुद्रगुप्त - नालिंदा कॉपर प्लेर्
2. चिंद्रगुप्त द्प्रवतीय - महरौली लौह स्तिंभ
3. स्कन्दगुप्त - सभतरी स्तिंभ
4. बौद्धगुप्त - इिंदौर पाषाण स्तिंभ
उि प्रवकल्प का चयन करें जो िही तरीक
े िे िमूहीकृ त नहीिं है।
A. 1 और 2
B. क
े वल 1
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
C. क
े वल 3
D. ई क
े वल 4
उत्तर:D
व्याख्या: पहाडपुर तािंबे की प्लेर् में बुद्धगुप्त क
े बारे में दशाटया गया है जबकक इिंदौर का पत्थर का स्तिंभ
स्क
िं दगुप्त क
े बारे में है।
75. िाम्राज्य - ििंगम काल क
े शािक और शािक नीचे ट्रदए गए हैं।
1. चेरा - वनजी - उडडयािंगलर
2. चोल - उररयुर - एलारा
3. पिंड्या - मदुरै - मुदुक
ु दमी
दी गई जोडडयों में िे कौन िही ढिंग िे िमूहीकृ त है?
A. क
े वल 1
B. क
े वल 2
C. क
े वल 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर:D
व्याख्या: ििंगम काल पहली िे तीिरी शताजदी ईस्वी िन्का था और इिमें चेरा, चोल और पािंड्य क
े तीन
प्रारिंसभक राज्य थे।
76. वधटन विंश क
े शािकों का िही क्रम है
A. पुष्यभूतत, प्रभाकरवधटन, राज्यवधटन, हषटवधटन
B. प्रभाकरवधटन , पुष्यभूतत, राज्यवधटन, हषटवधटन।
C. हषटवधटन, प्रभाकरवधटन, पुष्यभूतत, राज्यवधटन।
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
D. राज्यवधटन, हषटवधटन, प्रभाकरवधटन , पुष्यभूतत।
उत्तर:A
व्याख्या: वधटना राजविंश की स्थापना 6 वीिं शताजदी की शुरुआत में पुष्यभूतत द्वारा हररयाणा क
े थानेचवर में की
गई थी। राजविंश का पहला महत्वपूणट शािक प्रभाकरवधटन था । वह अपने िबिे बडे पुत्र राज्यवधटन द्वारा
अनुगत हुआ था। राज्यवधटन की मृत्यु क
े बाद उनक
े छोर्े भाई हषटवधटन ने 606 ईस्वी में राजगद्दी ििंभाली और
इिी वषट िे हषट युग की शुरुआत हुई।
77. ककिक
े शािन काल में चीनी यात्री नवेन त्िािंग भारत आया था
A. चिंद्रगुप्त 2
B. हषटवधटन ने
C. चिंद्रगुप्त मौयट
D. चिंद्रगुप्त 1
उत्तर:B
व्याख्या: नवेन त्िािंग भारत में लगभग 15 वषों तक रहे और देश क
े लगभग हर प्रािंत का दौरा ककया। नवेनत्िािंग
ने कन्नौज और प्रयाग में हषट शािनकाल की दो िबिे प्रसिद्ध घर्नाओिं का उल्लेख ककया है।
कन्नौज िभा को नवेन त्िािंग क
े िम्मान में और बौद्ध धमट क
े महामाया ििंप्रदाय को लोकप्रप्रय बनाने क
े सलए
आयोजजत ककया गया था । गिंगा, यमुना और िरस्वती क
े ििंगम पर हर 5 िाल क
े अिंत में धासमटक उत्िव मनाने
क
े सलए प्रयाग प्रवधानिभा का आयोजन ककया गया था। कहा जाता है कक यह क
ुिं भ मेले की शुरुआत थी।
78. हषटचररत ककिने सलखी है
A. आयटभट्र्
B. बाणभट्र्
C. प्रवष्णु गुप्ता
D. पररमल गुप्ता
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
उत्तर:B
व्याख्या: बाणभट्र् ने हषटचररत की रचना की। यह वधटन विंश का प्रमुख स्रोत है।
79. िप्त पैगोर्ा या रथ मिंट्रदरों का तनमाटण ककया गया था
A. महेंद्रवमटना 1
B. नरसिम्हावमटना 1
C. नरसिम्हावमटना 2
D. उपरोक्त में िे कोई नहीिं
उत्तर:B
व्याख्या: नरसििंहवमटन ने महाबलीपुरम में मिंर्प मिंट्रदर और रथ मिंट्रदर का तनमाटण कराया।
80. "नागानिंद", "रत्नावली" और "प्रप्रयदसशटका" द्वारा सलखा गया था
A. प्रवशाखा दत्ता
B. बाणभट्र्
C. नागा भट्र्ा
D. हषटवधटन ने
उत्तर:D
व्याख्या: हषटवधटन सशक्षा और प्रवद्या क
े महान प्रेमी थे। रत्नावली, प्रप्रयदसशटका और नागानिंद क
े तीन नार्क हैं
जजनक
े बारे में कहा जाता है कक इिकी रचना हषटवधटन ने की थी।
81. बत्रपक्षीय ििंघषट ककिक
े बीच था
A. पाला, प्रततहार और राष्िक
ू र्
B. पाला, प्रततहार और चिंदेला
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
C. प्रततहार, चिंदेला और गढ़वाल
D. गोट्रहलोर्ा, राष्िक
ू र् और परमार
उत्तर:A
व्याख्या: 8 वीिं ई क
े अिंततम दौर में, वहााँ भारत में तीन महान शजक्तयों थे पाला पूवट में, उत्तर में गुजटर प्रततहार और
र्ेक्कन में राष्िक
ू र्। पाला, प्रततहारों और राष्िक
ू र्ों क
े बीच वचटस्व क
े सलए बत्रपक्षीय ििंघषट िदी की महत्वपूणट
घर्ना थी। इि ििंघषट का मुख्य कारण कन्नौज शहर को रखने की इच्छा थी जो तब ििंप्रभुता का प्रतीक था।
82. प्रवक्रमसशला प्रवचवप्रवद्यालय की स्थापना ककिने की?
A. गोपाल ने
B. देवपाल
C. धमटपाल
D. रामपाल
उत्तर:C
व्याख्या: गोपला ने 758AD में पाल िाम्राज्य की स्थापना की। उनक
े पुत्र धमटपाल ने उनका उत्तराचधकार ककया।
धमटपाल ने नालिंदा प्रवचवप्रवद्यालय को पुनजीप्रवत ककया और प्रवक्रमसशला प्रवचवप्रवद्यालय की स्थापना की। पाल
विंश को बिंगाल क
े िेन राजविंश ने हराया था।
83. हम्मीर महाकाव्य क
े अनुिार चौहान थे
A. चिंद्रविंशी
B. यदुविंशी
C. िूयटविंशी
D. उपरोक्त में िे कोई नहीिं
उत्तर:C
व्याख्या: हम्मीर महाकाव्य की ररपोर्ट क
े अनुिार, चौहान िूयट क
े पुत्र, पूवटज चमन क
े विंशज थे।
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
84. अलखखिंर् द्वारा सलखा गया था
A. चिंदबरदाई
B. परमार देव
C. आल्हा ऊदल
D. जगतनक
उत्तर:D
व्याख्या: चिंदेल राजा परमार देव और पृथ्वीराज चौहान क
े भयानक ििंघषट का वणटन पृथ्वीराज रािो और परमाल
रािो में चिंदबरदाई और अलखिंद द्वारा जगतनक द्वारा प्रदान ककया गया है ।
85. तनम्नसलखखत में िे कौन अपने प्रपता क
े असभयान क
े दौरान एक िैन्य सशप्रवर में पैदा हुआ था?
A. अमोघवषट राष्िक
ू र्
B. भोज परमार
C. धमटपाल
D. नागभट्र् 2 प्रततहार
उत्तर:A
व्याख्या: राष्िक
ू र् राजा अमोघवषट 1 का जन्म 800AD में नमटदा नदी क
े पाि श्रीभवन में एक िैन्य सशप्रवर में उि
िमय हुआ था जब उनक
े प्रपता गोप्रविंद 2 उत्तर भारत क
े िफल असभयानों क
े बाद लौर् रहे थे।
86. िूची I को िूची II क
े िाथ िूचीबद्ध करें और नीचे ट्रदए गए कोर् िे िही उत्तर चुनें:
िूची I िूची II
(प्रसिद्ध स्थान) (क्षेत्र)
a. खजुराहो 1. रायलिीमा
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
b. बोधगया 2. अहमदनगर
c.सशरर्ी 3. बुिंदेलखिंर्
d. ततरुपतत 4. गया जजला
कोर्:
a b c d
A. 2. 4. 3. 1
B. 3. 2 4 1
C. 2 4. 3 1
D. 2 4। 1 3
उत्तर:B
व्याख्या: ये उत्तर भारत में प्रवसभन्न पूजा स्थल हैं जजनका तनमाटण शुरुआती मध्य काल क
े दौरान हुआ था।
87.कथन (A): महान शािक होने क
े बावजूद, राजपूत शािकों ने लगभग 500 वषों तक शािन करने क
े बाद
चगरावर् आई।
कारण (R): उनमें एकता और दूरदसशटता की कमी है और उनमें दोषपूणट िैन्य ििंगठन है।
उपरोक्त क
े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है
A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है।
B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A की िही व्याख्या नहीिं है।
C. A ित्य है लेककन R गलत है।
D. A गलत है लेककन R ित्य है।
उत्तर:A
व्याख्या: एकता और दूरदसशटता की कमी, जातत व्यवस्था और दोषपूणट िैन्य ििंगठन राजपूत शािकों क
े पतन क
े
क
ु छ कारण थे।
General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
88. कथन (A): समट्रहर भोज, गुजटर प्रततहार शािक ने आट्रदवारा की उपाचध प्राप्त की।
कारण (R): वह सशव का अनुयायी था।
उपरोक्त क
े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है
A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है।
B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है।
C. A ित्य है लेककन R गलत है।
D. A गलत है लेककन R ित्य है।
उत्तर:C
व्याख्या: समट्रहर भोज गुजटर प्रततहारों में िबिे शजक्तशाली शािक था। वह वैष्णववाद का अनुयायी था। उन्होंने
आट्रदवारा और प्रभाि की उपाचध प्राप्त की ।
89. तनम्नसलखखत में िे कौन मीडर्यावाइल इिंडर्या क
े प्रसिद्ध न्यायप्रवद थे?
1. प्रवज्ञानेचवर
2. हेमाट्रद्र
3. राजशेखर
4. जीमूतवाहन
कोर्:
A. 1, 2 और 3
B. 2, 3 और 4
C. 1, 2 और 4
D. 1 और 3
उत्तर:C
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Sectional Paper 1 Hindi - UPPSC/UPPCS Prelims Test Series Sample 2021 - 2022

  • 1. Target PCS Lucknow Page 0 General Studies Paper#1- Sectional Paper#1 Target PCS Lucknow https://targetpcslucknow.com/ Whatsapp/Call @ 7390023092
  • 2. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 Time Allowed: 2 HoursMaximum Marks: 200 INSTRUCTIONS 1. IMMEDITELY AFTER THE COMMENCEMENT OF THE EXAMINATION, YOU SHOULD CHECK THAT THIS TEST BOOKLET DOES NOT HAVE ANY UNPRINTED OR TORN OR MISSING PAGES OR ITEMS, ETC. IF SO, GET IT REPLACED BY A COMPLETE TEST BOOKLET. 2. You have to enter your Roll Number on the Test Booklet in the Box provided alongside. DO NOT Write anything else on the Test Booklet. 4. This Test Booklet contains 150 items (questions). Each item is printed only in English. Each item comprises four responses (answers). You will select the response which you want to mark on the Answer Sheet. In case you feel that there is more than one correct response, mark the response which you consider the best. In any case, choose ONLY ONE response for each item. 5. You have to mark all your responses ONLY on the separate Answer Sheet provided. See directions in the Answer Sheet. 6. All items carry equal marks. 7. Before you proceed to mark in the Answer Sheet the response to various items in the Test Booklet, you have to fill in some particulars in the Answer Sheet as per instructions sent to you with your Admission Certificate. 8. After you have completed filling in all your responses on the Answer Sheet and the examination has concluded, you should hand over to the Invigilator only the Answer Sheet. You are permitted to take away with you the Test Booklet. 9. Sheets for rough work are appended in the Test Booklet at the end. 10. Penalty for wrong answers: THERE WILL BE PENALTY FOR WRONG ANSWERS MARKED BY A CANDIDATE IN THE OBJECTIVE TYPE QUESTION PAPERS. (i) There are four alternatives for the answer to every question. For each question for which a wrong answer has been given by the candidate, one-third of the marks assigned to that question will be deducted as penalty. (ii) If a candidate gives more than one answer, it will be treated as a wrong answer even if one of the given answers happens to be correct and there will be same penalty as above to that question. (iii) If a question is left blank, i.e., no answer is given by the candidate, there will be no penalty for that question.
  • 3. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 1. भारत में प्रागैततहासिक पुरातत्व का जनक है A. अरुण िोनककया B. रॉबर्ट ब्रूि C.वी. गॉर्टन चाइल्र् D. र्ॉ. प्रप्रमरोज़ उत्तर:B व्याख्या: रॉबर्ट ब्रूि 1851 में स्थाप्रपत भारतीय भूवैज्ञातनक िवेक्षण क े एक भूप्रवज्ञानी थे । उन्होंने 1863 में तसमलनार्ु राज्य क े चचिंगलेपुर् जजले क े पल्लवारम में एक बजरी क े गड्ढे में एक पेसलयोसलचथक कायाटन्वयन की खोज की । 2. 41 मानव कब्र और एक ट्रिपल दफन कब्र कहााँ पर पाई गयी है A. िराय नाहर राय B. दमदमा C. भीमबेर्का D. लखखहाया उत्तर:B व्याख्या: दमदमा प्रतापगढ़ जजले उत्तर प्रदेश में एक िाइर् है। दमदम में, 41 मानव कब्र पाए गए थे। इन कब्रों में िे 4 र्बल कब्र हैं और एक ट्रिपल कब्र भी यहािं पाई गयी है। िराय नाहर राय में चार मानव क िं कालों क े िाथ एक कब्र समली है। 3. अनाज का उत्पादन िबिे पहले हुआ था A. पुरापाषाण काल B. मेिोसलचथक काल C. नवपाषाण काल
  • 4. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 D. कािंस्य युग उत्तर:C व्याख्या: कोल्र्ीहवा और मेहरगढ़ दो नवपाषाण गााँव थे जहााँ िे चावल और गेहूिं क े स्पष्र् प्रमाण समले हैं। 4. जानवरों को बािंधने क े िबिे शुरुआती िबूत कहािं िे समले है। A. आदमगढ़ B. बागोर C. उपरोक्त दोनों D. उपरोक्त में िे कोई नहीिं उत्तर:C व्याख्या: मेिोसलचथक मनुष्य अभी भी बडे पैमाने पर सशकार पर तनभटर करता है, लेककन अब वे क ु त्ते, भेड, बकरी, गाय, भैंि, जिंगली घोडे आट्रद जानवरों को बािंधना या उनिे घरेलू काम करना शुरू कर देते थे। मध्य प्रदेश क े आदमगढ़ और राजस्थान क े बागोर में जानवरों को बािंधने क े शुरुआती प्रमाण समले हैं। 5. कोिट ग्रे पॉर्री पहली बार में पाया गया था ए। गुफक्राल B. भीमबेर्का C. बुजटहोम D. मेहरगढ़ उत्तर:C व्याख्या: बुजटहोम नवपाषाण युग का एक महत्वपूणट स्थल है जो श्रीनगर िे 16 ककलोमीर्र उत्तर पजचचम में जस्थत है। 6. िूची I क े िाथ िूची II का समलान करें और नीचे ट्रदए गए कोर् िे िही उत्तर चुनें:
  • 5. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 िूची I िूची II (हरटपन िाइर्) (अवशेष) a. चोपोतनमार्ो 1. 282 माइक्रोसलथ्ि b. चककया 2. समट्र्ी क े बतटन c.मोरहाना 3. मानव क िं काल d. बबरभानपुर 4. रॉक पेंट्रर्िंग कोर्: a b c d A. 3 2 4 1 B. 2 3 4 1 C. 2 4 3 1 D. 1 4 3 2 उत्तर:B व्याख्या: चोपोनीमार्ो इलाहाबाद की मेिा तहिील में जस्थत है और यह दुतनया का िबिे पहला स्थल है जहााँ िे समट्र्ी क े बतटनों क े उपयोग क े अवशेष पाए जाते हैं। चककया वाराणिी जजले में जस्थत है और मोहनपुर मीरपुर जजले में जस्थत है और घोडों और रथ क े शैल चचत्रों क े सलए प्रसिद्ध है। बबरभानपुर बधटमान जजले पजचचम बिंगाल में जस्थत है और कारखाने और आवाि का एक ििंयुक्त स्थान है। 7. कथन (A): नवपाषाण युग क े मानव जीवन की तीन प्रमुख प्रवशेषताएिं फिल की खेती, पशुपालन और तनजचचत तनवाि थे। कारण (R): कृ प्रष की शुरुआत इि युग की महत्वपूणट खोज थी। उपरोक्त क े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है। B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है। C. A ित्य है लेककन R गलत है।
  • 6. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 D. A गलत है लेककन R ित्य है। उत्तर:B व्याख्या: नवपाषाण युग क े मानव जीवन ने फिलों की खेती करना िीखा था। मुख्य रूप िे खेती की गई फिलें गेहूिं, जौ, धान, बाजरा, प्रवसभन्न प्रकार की िजजजयािं थीिं। इिक े िाथ ही, नवपाषाण मानव ने क ु त्ते, भेड, बकरी, घोडे आट्रद जानवरों को पालतू बनाया। वे झोपडडयों में रहते थे जो जमीन पर बािंि और समट्र्ी िे बने होते थे। 8. कथन (A): महापाषाण युग क े प्रवसशष्र् उपकरण माइक्रोसलथ हैं। कारण (R): महापाषाण लोग इन उपकरणों का उपयोग करक े फल और िजजजयािं उगाने क े सलए उपयोग करते थे। उपरोक्त क े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है। B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है। C. A ित्य है लेककन R गलत है। D. A गलत है लेककन R ित्य है। उत्तर: C व्याख्या: राजस्थान, दक्षक्षणी उत्तर प्रदेश, मध्य और पूवी भारत में बडी ििंख्या में महापाषाण स्थल पाए जाते हैं और कृ ष्णा नदी क े दक्षक्षण में भी। 9. कथन (A): पुरापाषाण लोगों का जीवन पूरी तरह िे प्राकृ ततक था वे सशकार पर तनभटर थे। कारण (R): वह आग िे अज्ञात थे, इिसलए वे कच्चा मािंि खाते थे। उपरोक्त क े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है। B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है। C. A ित्य है लेककन R गलत है। D. A गलत है लेककन R ित्य है।
  • 7. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 उत्तर:A व्याख्या: पुरापाषाणकालीन लोग खेती और पशुपालन िे अनजान थे। 10. पाषाण युग क े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा कथन िही है 1. प्रागैततहासिक काल का कोई सलखखत प्रमाण नहीिं है। 2. अजस्थ तनसमटत मााँ देवी को बेलन घार्ी क े लोढ़ा नाला क्षेत्र िे पाया गया था। 3. पुरापाषाणकालीन लोग गेहूाँ क े चावल और जौ उगाते थे। 4. भारत में मनुष्य का िबिे पहला प्रमाण नमटदा घार्ी में समलता है। कोर्: A. 1 और 2 B. 1, 2 और 3 C. 3 और 4 D. 1, 2 और 4 उत्तर:D व्याख्या: भारतीय उपमहाद्वीप में कृ प्रष का िबिे पहला प्रमाण लाहुरदेव, ििंत कबीर नगर जजले, उत्तर प्रदेश िे बताया गया है। पहले गेहूिं क े िबूत पाककस्तान क े बलूचचस्तान में पाए गए थे और चावल क े शुरुआती िबूत बेलन जजले इलाहाबाद क े तर् क े पाि िे जाने जाते हैं। 11. तनम्नसलखखत में िे कौन िी जानकारी िही नहीिं है 1. नवदतोली की खुदाई एचर्ी िािंकसलया ने की थी। 2. नवदर्ोली मध्य प्रदेश में जस्थत है। 3. नवदार्ोली भारतीय उपमहाद्वीप का िबिे व्यापक उत्खनन ग्रामीण चालकोसलचथक स्थल है। 4. नवदर्ोली भारतीय उपमहाद्वीप में कृ प्रष का िबिे पहला प्रमाण है।
  • 8. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 कोर्: A. 3 और 4 B. क े वल 1 C. क े वल 3 D. क े वल 4 उत्तर:D व्याख्या: नवदर्ोली ने गोल और आयताकार आवािीय ििंरचनाओिं दोनों क े उत्कृ ष्र् प्रमाण प्रकर् ककए हैं जो इिंदौर क े पाि जस्थत हैं। घर क े फशट समट्र्ी और नदी की बजरी िे बने होते थे और ितह को चूने क े िाथ लेप्रपत ककया जाता था। एक या दो मुिंह क े चूल्हों क े िाथ-िाथ भिंर्ारण जार और अन्य समट्र्ी क े जारों क े िाथ घर समलते हैं। 12. सििंधु घार्ी िभ्यता िे मोहनजो दारो की िबिे बडी इमारत है A. महान स्नानागार B. द ग्रेर् ग्रेनरी C. छिंद D. ईंर् प्लेर्फामट उत्तर:B व्याख्या: मोहनजो दारो का िबिे महत्वपूणट िावटजतनक स्थान महान स्नान है, लेककन िबिे बडा भवन एक ग्रेनरी है जो 45.7 1 मीर्र लिंबा और 15.2 3 मीर्र चौडा है। 13. पूवट हडप्पा चरण में झरोखे कहााँ खोजे गए थे ? A. कालीबिंगन B. हररप्पा C. मोहनजोदडो D. बनवाली
  • 9. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 उत्तर:A व्याख्या: हल की खोज नहीिं की गई है, लेककन कालीबिंगन में पूवट हडप्पा चरण में खोजे गए झरोखे बताते हैं कक राजस्थान में हडप्पा काल में खेतों की जुताई की गई थी। 14. जौ की खोज की गई है A.बनवाली B.काली बािंगन C. लोथल D. मोहनजो दारो उत्तर:A व्याख्या: सििंधु लोग गेहूिं ,जौ,िरिों, िूखी मर्र का उत्पादन करते थे और बनावली में अच्छी मात्रा में बाली की खोज की गई है। 15. बनवाली और राखीगढ़ी हडप्पा क े स्थल हैं A. जम्मू कचमीर B. हररयाणा C. उत्तर प्रदेश D. गुजरात उत्तर:B व्याख्या: बनवाली राखीगढ़ी और भगवानपुरा हररयाणा िे खुदाई की गई हडप्पा िभ्यताओिं क े पुराताजत्वक स्थल हैं। 16. धान की भूिी कहााँ िे खुदाई की गई थी A. तरदीह
  • 10. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 B. बैदीपुर C. चचरािंद D. क ु प्पल उत्तर:C व्याख्या: िारण जजले में जस्थत बबहार चचरािंद पुराताजत्वक स्थल भूिी क े भूिे, कायाटन्वयन, हड्डर्यों और पत्थरों िे बने औजार, ग्रामीण बिावर्, हाथ िे बने समट्र्ी क े बतटनों आट्रद की खोज की गई। 17. सििंधु िभ्यता शजद का पहली बार इस्तेमाल ककया गया था A. आर. बबष्र् B. जेपी जोशी C. जॉन माशटल D. व्हीलर उत्तर:C व्याख्या: सििंधु िभ्यता का िबिे उपयुक्त नाम हडप्पा िभ्यता है क्योंकक हडप्पा पहली खोज की गई जगह है। जॉन माशटल सििंधु िभ्यता शजद का उपयोग करने वाले पहले प्रवद्वान थे। सििंधु िभ्यता ऐततहासिक काल या कािंस्य युग िे ििंबिंचधत है। 18. अफगातनस्तान में पाया जाने वाला सििंधु घार्ी स्थल है A. शत्रुघाई B. लोथल C. नवाबशाह D. िाहीवाल उत्तर:A व्याख्या: शत्रुघई और मुिंडर्गैक अफगातनस्तान में पाए जाने वाले सििंधु स्थल थे।
  • 11. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 19. िुमेररयन पाठ में सििंधु को ट्रदया गया नाम है A.ट्रदलमुन ने B. माखन C. मेलुहा D. िुिा उत्तर:C व्याख्या: िुमेररयन पाठ मेलुहा क े िाथ व्यापार ििंबिंधों का उल्लेख करता है जो सििंधु क्षेत्र को ट्रदया गया नाम था। ट्रदलमुन बहरीन है और माकन मकरान तर् है। इन दोनों को दो मध्यवती स्र्ेशन कहा गया। िुिा और उर मेिोपोर्ासमया की जगहें हैं जहााँ हडप्पा की मुहरें समली थीिं। 20. हडप्पा की मुहरें बनी थीिं A. जैस्पर िे B. क्वार्टजाइर् िे C. स्र्ीर्ाइर् िे D. अगेर् िे उत्तर:C व्याख्या: क्वार्टजाइर्, पुरापाषाण युग में पत्थर क े औजार का मुख्य कच्चा माल था अगेर् और ज़स्पर मुख्य कच्चे माल थे जो मेिोसलचथक युग में पत्थर क े औजार बनाने क े सलए थे िीतापी हडप्पा िभ्यता की मुहर बनाने क े सलए इस्तेमाल ककया जाने वाला एक पत्थर था। 21. िूची I को िूची II क े िाथ िूचीबद्ध करें और नीचे ट्रदए गए कोर् िे िही उत्तर चुनें: िूची I िूची II (हरटपन िाइर्) (स्थान)
  • 12. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 a. िुरकोतडा 1. राजस्थान b. राखीगढ़ी। 2. महाराष्ि c. कालीबिंगा। 3. गुजरात d. दायमाबाद। 4. हररयाणा कोर्: a b c d A. 3 4 1 2 B. 3 1 4 2 C. 4 2 3 1 D. 4 2 1 3 उत्तर: A व्याख्या: िुरकोतडा गुजरात क े कच्छ जजले में है। यह एकमात्र सििंधु स्थल है जहािं वास्तव में घोडे क े अवशेष पाए गए हैं। राखीगढ़ी सििंधु िभ्यता का िबिे बडा भारतीय स्थल है। कालीबिंगा िे जुताई हुए खेत की ितह समली है। दायमाबाद महाराष्ि में है और यह सििंधु िभ्यता का िबिे दक्षक्षणी स्थल है। 22. कथन (A): ऐिा प्रतीत होता है कक पूवट हडप्पा और हडप्पा िभ्यता क े आरिंभ क े बीच एक प्रवराम था। कारण (R): क ु छ िाइर्ों पर बडे पैमाने पर जलने क े िाथ-िाथ क ु छ बजस्तयों का पररत्याग भी था। उपरोक्त क े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है। B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A की िही व्याख्या नहीिं है। C. A ित्य है लेककन R गलत है। D. A गलत है लेककन R ित्य है। उत्तर:A
  • 13. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 व्याख्या: प्रवसशष्र् समट्र्ी क े बतटनों, कृ प्रष क े िाक्ष्य और क ु छ सशल्पों िे जुडी पररपक्व हडप्पा ििंस्कृ तत िे पहले इि क्षेत्र में कई पुराताजत्वक ििंस्कृ ततयािं थीिं। ये बजस्तयािं आमतौर पर छोर्ी होती हैं। ऐिा प्रतीत होता है कक शुरुआती हडप्पा और हडप्पा िभ्यता क े बीच एक प्रवराम था जो क ु छ स्थलों पर बडे पैमाने पर जलने क े िाथ-िाथ क ु छ बजस्तयों क े ििंशोधन िे स्पष्र् था। 23.कथन (A): सििंधु घार्ी क े लोग देवी मााँ की पूजा करते हैं। कारण (R): कई मिंट्रदर जैिी ििंरचनाएाँ प्रवसभन्न उत्खनन स्थलों पर पाई गईं। उपरोक्त क े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है। B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A की िही व्याख्या नहीिं है। C. A ित्य है लेककन R गलत है। D. A गलत है लेककन R ित्य है। उत्तर: C व्याख्या: सििंधु घार्ी क े लोग ििंभवतः कई आभूषणों और एक पिंखे क े आकार की हेर्ड्रेि पहने हुए पुरुष और मट्रहला देवताओिं क े अलावा देवी मााँ की पूजा करते हैं। 24. सििंधु िभ्यता क े प्रमुख शहरों की प्रवशेषता प्रवशेषताएिं हैं 1. चग्रर् प्रणाली क े अनुिार व्यवजस्थत नगर तनयोजन 2. तनमाटण में जली हुई ईंर्ों का उपयोग 3. गढ़वाली गढ़ 4. भूसमगत जल तनकािी प्रणाली कोर्: A. क े वल 1 B. 2 और 3
  • 14. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 C. 1 और 4 D. उपरोक्त िभी उत्तर:D व्याख्या: चन्हुद्रो को छोडकर सििंधु घार्ी क े प्रमुख शहरों में गढ़वाले ककले थे। धोलावीरा में एक प्रवशाल जल भिंर्ार भी है। 25. िही कालानुक्रसमक क्रम क्या है जजिमें तनम्नसलखखत भारत में ट्रदखाई ट्रदया 1. िोने क े सिक्क े 2. चचजन्हत चािंदी क े सिक्क े 3. लोहे का हल 4. शहरी ििंस्कृ तत कोर्: A. 3, 4,1,2 B. 3,4,2,1 C. 4,3,1,2 D. 4,3,2,1 उत्तर:D व्याख्या: हडप्पा िभ्यता एक कािंस्य युग की िभ्यता थी। वैट्रदक काल में कािंस्य क े बाद लोहे का ज्ञान बहुत बाद में जाना गया था, जबकक पहला पिंच चचजननत सिक्का 6 ईिा पूवट में भारत में अजस्तत्व में आया था और िोने क े सिक्क े 2 ईिा पूवट क े दौरान इिंर्ो ग्रीक शािकों द्वारा पेश ककए गए थे। 26. कौन िा सशलालेख मध्य एसशयाई सिद्धािंत को आयों की मातृभूसम िाबबत करता है A. बोगज़्काई सशलालेख B. तुकी सशलालेख
  • 15. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 C. उपरोक्त दोनों D. उपरोक्त में िे कोई नहीिं उत्तर:A व्याख्या: एसशया माइनर में पाए गए बोगज़्काई सशलालेख में 4 वैट्रदक देवताओिं इिंद्र, वरुण, समत्र और निात्य का उल्लेख है , जो मध्य एसशयाई सिद्धािंत को आयों की मातृभूसम क े रूप में सिद्ध करते हैं। 27. स्वर प्रवज्ञान पर िबिे पुराना पाठ है A. शुल्व िूत्र B. अष्र्ाध्यायी C. प्राततशाख्य D. मनु स्मृतत उत्तर:C व्याख्या: प्राततशाख्य ध्वन्यात्मकता पर िबिे पुराना ग्रन्थ है अष्र्ाध्यायी, पाखणतन द्वारा सलखखत दुतनया का िबिे पुराना व्याकरण है,शुल्व िूत्र बसलदानों िे ििंबिंचधत है और मनुस्मृतत िबिे पुराना स्मृतत ग्रिंथ है। 28. जयाि नदी का िबिे पुराना नाम है A. प्रवपािा B. परुष्णी C. प्रवतस्ता D. अिककनी उत्तर:A व्याख्या: अिकनी नदी चचनाब है, परुष्णी रावी नदी है और प्रवतस्ता नदी झेलम है।
  • 16. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 29. प्रत्येक वेद क े चार भागों का िही क्रम है A. ब्रानमण ग्रन्थ, ििंट्रहता, अरण्यक और उपतनषद। B. ििंट्रहता, ब्रानमण ग्रन्थ, आरण्यक और उपतनषद। C. उपतनषद, ब्रानमण ग्रन्थ, अरण्यक और ििंट्रहता। D. ििंट्रहता, उपतनषद, आरण्यक और वैट्रदक पाठ। उत्तर:B व्याख्या: प्रत्येक वेदों क े चार भाग हैं, ब्रानमण पाठ जजिमें प्रवस्तृत रूप िे यज्ञ और अनुष्ठान शासमल हैं। अरण्यकों का अथट है वनवािी लोग, वे मुख्य रूप िे हसमटट्ि और जिंगलों में रहने वाले छात्रों क े सलए सलखे गए थे। अरण्यक ब्रानमणों क े िमापन भाग हैं। उपतनषद दाशटतनक पाठ हैं, वे वेदों क े अिंत की ओर आते हैं, वे आमतौर पर वेदािंत कहलाते हैं। 108 उपतनषद हैं। 30. िािंख्य दशटन क े ििंस्थापक थे A. पतिंजसल B. कप्रपला C. जैसमनी D. अष्र्ापद गौतम उत्तर: B व्याख्या: पतिंजसल योग दशटन क े ििंस्थापक थे, जैसमनी मीमािंिा दशटन क े ििंस्थापक थे और गौतम न्याया दशटन क े ििंस्थापक थे। 31. िूची मैं िूची द्प्रवतीय क े िाथ और नीचे ट्रदए गए कोर् िे िही उत्तर का चयन करें: िूची I िूची II (वेद) (प्रवषय) a. ऋग्वेद 1.भगवान कृ पा b. अथवटवेद 2. यज्ञोपवीत ििंस्कार
  • 17. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 c. िामवेद 3. ििंगीत d. यजुवेद 4. औषचध कोर्: a b c d A. 1 4 3 2 B. 1 3 4 2 C. 1 2 3 4 D. 1 4 2 3 उत्तर:A व्याख्या: अथवटवेद में चचककत्िा क े बारे में वणटन है, भगवान की कृ पा क े बारे में ऋग्वेद, यज्ञ क े अनुष्ठानों क े बारे में यजुवेद और ििंगीत क े बारे में िामवेद है। 32. कथन (A): वेद अतनवायट रूप िे प्रवसभन्न देवताओिं को िमप्रपटत प्राथटना और भजन का ििंकलन हैं । कारण (R): वेद अचूक हैं। उपरोक्त क े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है। B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है। C. A ित्य है लेककन R गलत है। D. A गलत है लेककन R ित्य है। उत्तर: B व्याख्या: वेदों को अपौरुषेय कहा जाता है जो मनुष्य द्वारा तनसमटत नहीिं है, लेककन भगवान ने िभी को अनिंत काल में उपहार में ट्रदया है। 33. कथन (A): वेदों को श्रुतत कहा जाता है क्योंकक ऋप्रषयों ने वेदों को िुना।
  • 18. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 कारण (R): वैट्रदक िाट्रहत्य को पीढ़ी-दर-पीढ़ी मुिंह क े शजद द्वारा िौंप ट्रदया गया था इिसलए श्रुतत कहा जाता है उपरोक्त क े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है। B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है। C. A ित्य है लेककन R गलत है। D. A गलत है लेककन R ित्य है। उत्तर:D व्याख्या: चार वेद ऋग्वेद, यजुवेद, िामवेद और अथवटवेद हैं। चार वेदों में, ऋग्वेद जो कक गीतों का ििंग्रह है, दुतनया का िबिे पुराना ग्रिंथ है और इिसलए इिे मानव जातत का पहला तनयम भी कहा जाता है। 34. तनम्नसलखखत कथनों पर प्रवचार कीजजए 1. श्रीधन अपनी शादी क े िमय एक मट्रहला को ट्रदए गए उपहारों को ििंदसभटत करता है, जजि पर धमट शास्त्र क े अनुिार क े वल मट्रहला का अचधकार होता है। 2. महाभोगक ू ला पाली बत्रप्रपर्क में ििंपन्न पररवारों क े सलए प्रयुक्त शजद था जो प्रवलासिता में रहते हैं। 3. नागरकाि कामिूत्र में वखणटत पररष्कृ त शहरी तनवािी थे। 4. यवन प्राचीन भारतीय शजद है जजिका उपयोग ग्रीक्ि और रोमन क े सलए ककया जाता है। िही कथनों क े सलए कोर् का चयन करें: A. 1 और 2 B. 2 और 3 C. 1 और 3 D. उपरोक्त िभी उत्तर:D व्याख्या: वैट्रदक िाट्रहत्य में प्रवसभन्न शजदों को अलग-अलग शजदों में तनरूप्रपत ककया जाता है
  • 19. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 35. ब्रानमण ििंस्कृ त में गद्य क े शुरुआती कामों में िे हैं और मुख्य रूप िे वेदों में तनट्रहत अनुष्ठानों और मिंत्रों पर व्याख्या या चचाट करते हैं और उनक े िाथ ििंलग्न हैं। 1. ऋग्वेद ब्रनमण - ऐतरेय 2. यजुवेद ब्रानमण -। शतपथ 3. िामवेद ब्रानमण - जैसमनी 4. अथवटवेद ब्रानमण - गोपथ िही कथनों क े सलए कोर् का चयन करें: A. 1 और 2 B. 2 और 3 C. क े वल 2 D. 1 2 3 और 4 उत्तर: D व्याख्या: ब्रानमण ने वेदों क े भजनों की व्याख्या की। वे प्रकृ तत में गद्य और कमटकािंर् में सलखे गए हैं। ब्रनम का अथट है त्याग. 36. गौतम बुद्ध क े जीवन पर लाइर् ऑफ एसशया नामक पुस्तक ककिने सलखी थी A. व्हीलर B. एर्प्रवन अनोल्र् C. जॉजट र्नूटर D. कक्रस्र्ोफ़ िेलरीि उत्तर:B व्याख्या: गौतम बुद्ध को लाइर् ऑफ एसशया क े रूप में जाना जाता है। गौतम बुद्ध क े जीवन पर आधाररत ककताब लाइर् ऑफ एसशया एर्प्रवन अनोल्र् द्वारा सलखी गयी थी।
  • 20. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 37. गौतम बुद्ध का जन्म कब हुआ था? A. 563 ई.पू. B. 561 ई.पू. C. 558 ई.पू. D. 544 ई.पू. उत्तर:A व्याख्या: गौतम बौद्ध को सिद्धाथट क े नाम िे भी जाना जाता है, जो 563 ईिा पूवट में कप्रपलवस्तु नेपाल क े पाि लुजम्बनी में एक क्षबत्रय पररवार में पैदा हुए थे, उनकी मृत्यु 483 ईिा पूवट में क ु शीनगर में हुई थी, इिे महापररतनवाटण क े नाम िे भी जाना जाता है। 38. तनम्नसलखखत में िे कौन गौतम बौद्ध िे ज्ञान प्राप्त करने वाला अिंततम व्यजक्त था A. िुभदा B. गोशाल C. विुसमत्र D. आनिंद उत्तर:A व्याख्या: गौतम बौद्ध अपने अिंततम वषों में अपने सशष्य चुिंर् क े पाि पैरा नामक स्थान पर गए थे,जहााँ उन्हें पोक ट खाने क े बाद फ ू र् पॉइज़तनिंग हुई। चुिंर् द्वारा जहर ट्रदया गया। वह क ु शीनगर गए जहााँ उन्होंने िुबोध को अपना अिंततम ज्ञान ट्रदया और अिंत में क ु शीनगर में महापररतनवाटण प्राप्त ककया। 39. बुद्ध ने अपना पहला उपदेश ट्रदया A. काशी में B. लुिंबबनी में C. िारनाथ में
  • 21. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 D. बोधगया में उत्तर: C व्याख्या: बोधगया में बुद्ध क े प्रबोधन क े बाद बुद्ध िारनाथ गए जहााँ उन्होंने अपना पहला उपदेश ट्रदया जजिे पाली में धम्म चक्र पावथन या धमट चक्र प्रचार क े नाम िे जाना जाता है। 40. बुद्ध की मृत्यु क े बाद पहली बौद्ध पररषद जल्द ही आयोजजत की गई थी, इिकी अध्यक्षता ककिने करी? A. महाकाचयप B. नागिेन C. अजातशत्रु D. धमटिेन उत्तर:A व्याख्या: राजा अजातशत्रु क े ििंरक्षण में बुद्ध क े महापररतनवाटण क े तुरिंत बाद पहली बौद्ध पररषद आयोजजत की गई थी, यह राजगृह की िप्तपणी गुफा में महाकाचयप की अध्यक्षता में की गई थी। आनिंद, बुद्ध क े महान सशष्यों में िे एक ने, िूत्र और उपली नाम क े एक और सशष्य ने प्रवनय का पाठ ककया। 41. िूची I को िूची II क े िाथ िूचीबद्ध करें और नीचे ट्रदए गए कोर् िे िही उत्तर चुनें: िूची I िूची II (ििंक े त) (अथट) a. जन्म। 1. बोचध वृक्ष b. पहला उपदेश। 2. धमट चक्र c. आत्मज्ञान 3. घोडा d. महान प्रस्थान 4. कमल कोर्: a b c d
  • 22. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 A. 1 2 3 4 B. 4 3 2 1 C. 3 4 1 2 D. 4 2 1 3 उत्तर: D व्याख्या: जन्म का प्रतीक है कमल, प्रथम उपदेश का धमट चक्र, बोचध वृक्ष द्वारा ज्ञान और घोडे द्वारा महान प्रस्थान। 42. कथन (A): गौतम बौद्ध ने अष्र्ािंचगका मागट नामक आठ गुना पथ की सिफाररश की । कारण (R): उन्होंने मानवीय दुखों क े खात्मे क े सलए इि मागट की सिफाररश की। उपरोक्त क े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है। B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है। C. A ित्य है लेककन R गलत है। D. A गलत है लेककन R ित्य है। उत्तर:A व्याख्या: गौतम बौद्ध द्वारा िुझाए गए आठ गुना पथ में िही अवलोकन, िही तनधाटरण, िही भाषण, िही कायट, िही आजीप्रवका, िही व्यायाम, िही स्मृतत और िही ध्यान शासमल थे। 43. कथन (A): 12 वीिं शताजदी तक भारत में बौद्ध धमट व्यावहाररक रूप िे प्रवलुप्त हो गया। कारण (R): बौद्ध धमट ब्रानमणवाद की बुराइयों का सशकार हो गया, जजिक े खखलाफ शुरुआत में यह पाया गया था। उपरोक्त क े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है।
  • 23. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है। C. A ित्य है लेककन R गलत है। D. A गलत है लेककन R ित्य है। उत्तर:A व्याख्या: बौद्ध चुनौती को पूरा करने क े सलए ब्रानमणों ने अपने धमट में िुधार ककया। उन्होंने पशु धन क े ििंरक्षण की आवचयकता पर बल ट्रदया और मट्रहलाओिं और शूद्रों को स्वगट में प्रवेश क े सलए आचवस्त ककया। दूिरी ओर, बौद्ध बदतर क े सलए बदल जाते हैं। धीरे-धीरे बौद्ध सभक्षु लोगों क े जीवन की मुख्यधारा िे कर् गए। उन्होंने पाली, लोगों की भाषा को छोड ट्रदया और बौद्चधक की भाषा ििंस्कृ त को ले सलया। पहली शताजदी क े बाद िे, उन्होंने बडे पैमाने पर मूततटपूजा का अभ्याि ककया और भक्तों िे कई भेंर् प्राप्त कीिं। बौद्ध मठों को उदार शाही अनुदानों द्वारा ट्रदए गए िमृद्ध प्रिाद ने सभक्षुओिं क े जीवन को आिान बना ट्रदया। 44. बौद्ध धमट क े बारे में प्रवचारों को फ ै लाने क े सलए इस्तेमाल की जाने वाली कहातनयों में शासमल हैं 1. मखणमक्कलई 2. पिंचतिंत्र 3. जातक 4. ट्रहतोपदेश िही कथन क े सलए कोर् चुनें A. 1 और 2 B. क े वल 2 C. 2 और 4 D. 1 और 3 उत्तर:D व्याख्या: बौद्ध धमट क े बारे में प्रवचार फ ै लाने क े सलए मखणमेक्कलई और जातक कहातनयों का इस्तेमाल ककया गया था।
  • 24. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 45. बौद्ध मठों को उनक े स्थान और ििंस्थापक ट्रदए गए हैं 1. नालिंदा प्रवचवप्रवद्यालय, बबहार, क ु मारगुप्त 1। 2. प्रवक्रमसशला प्रवचवप्रवद्यालय, बबहार, धमटपाल। 3. िोमापुरी प्रवचवप्रवद्यालय, उत्तर बिंगाल, धमटपाल। 4. वल्लभ प्रवचवप्रवद्यालय, गुजरात, भट्र्ारक। िही कथन क े सलए कोर् चुनें A. 1 और 3 B. 2 और 4 C. 2 3 और 4 D. 1 2 3 और 4 उत्तर:B व्याख्या: ओदिंतपुरी बबहार की स्थापना गोपाल ने की थी और बिंगाल में जगदल की स्थापना रामपाल ने की थी। ये प्रमुख 6 बौद्ध प्रवचवप्रवद्यालय थे। 46. भगवान महावीर का जन्म ककि स्थान पर हुआ था A. 560 ई.पू. B. 540 ई.पू. C. 550 ई.पू. D. 510 ई.पू. उत्तर:B व्याख्या: महावीर का जन्म 540 ईिा पूवट में बबहार क े वैशाली क े पाि एक गााँव क ुिं र्ग्राम में हुआ था। वह एक क्षबत्रय थे। उनक े प्रपता सिद्धाथट और माता बत्रशला थीिं। महावीर का प्रववाह यशोदा िे हुआ और एक बेर्ी अन्नोजा प्रप्रयदसशटनी पैदा हुई, जजनक े पतत जमाली महावीर क े पहले सशष्य बन गए।
  • 25. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 47. महावीर ने िवोच्च ज्ञान प्राप्त ककया A. जजम्भकग्राम B. क ुिं दग्राम C. पावापुरी D. बबहारशरीफ उत्तर:A व्याख्या: 42 वषट की आयु में, ऋजुपासलका नदी क े तर् पर एक िाल वृक्ष क े नीचे, महावीर ने क ै वल्य प्राप्त ककया जो कक िवोच्च ज्ञान है। उिक े बाद िे उन्हें कवसलन कहा जाता है, जो कक पूणट रूप िे िीखा हुआ है, जजनेन्द्र, जजिने अपनी इिंट्रद्रयों पर प्रवजय प्राप्त की, नृगन्धा, िभी बिंधनों िे मुक्त, अतीतिंत, एक और महावीर और उनक े अनुयातययों को जैन नाम ट्रदया गया। 48. उत्तर प्रदेश में बौद्धों क े िाथ-िाथ जैतनयों का प्रसिद्ध तीथटस्थल है A. िारनाथ B. कौशाम्बी C. देवी पार्न D. क ु शीनगर उत्तर:B व्याख्या: वतटमान कौशाम्बी जजला इलाहाबाद िे बाहर है जो कक इलाहाबाद क े दक्षक्षण पजचचम िे 23 मील की दूरी पर जस्थत है। जैन ग्रिंथों क े अनुिार, कस्बे में क ु शाम्ब वृक्षों की अचधकता क े कारण कौशाम्बी का नामकरण ककया गया। यह जैन और बौद्धों क े प्रसिद्ध तीथटस्थल हैं। महात्मा बुद्ध ने शहर में कई बार प्रचार ककया और यहािं कई सशष्य बनाए। यहािं कई मठ पाए गए लेककन उनमें िे िबिे प्रसिद्ध घोषीराम मठ था जजिे श्रेष्ठी घोप्रषत ने बनवाया था। 49. िमाचध मारन ककि दशटन िे ििंबिंचधत है
  • 26. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 A. बौद्ध दशटन B. जैन दशटन C. योग दशटन D. लोकायत दशटन उत्तर:B व्याख्या: िमाचध मारन, िसललखाना, ििंन्याि मारन जैन नैततक आचार ििंट्रहता द्वारा तनधाटररत अिंततम प्रततज्ञा है। िमाचध मारन की प्रततज्ञा जैन तपजस्वयों द्वारा देखी जाती है और भोजन और तरल क े िेवन को धीरे-धीरे कम करक े अपने जीवन क े अिंत में रखना है। यह अनुमतत दी जाती है जब वृद्धावस्था, लाइलाज बीमारी या जब कोई व्यजक्त अपने अिंत क े पाि होता है, तो िामान्य जीवन ििंभव नहीिं होता है। 50. तनम्नसलखखत में िे कौन जैन ज्ञान क े 5 प्रकारों में िे नहीिं है A. मतत ज्ञान B. श्रुता ज्ञान C. क े वल ज्ञान D. अस्तेय ज्ञान उत्तर:D व्याख्या: जैन धमट क े सिद्धािंतों में वखणटत पााँच प्रकार क े ज्ञान हैं। वे मतत हैं जो मन िट्रहत इिंट्रद्रयों की गततप्रवचध क े माध्यम िे धारणा है, श्रुतत जो कक शास्त्रों द्वारा प्रकर् ज्ञान है, अवधी जो कक क्लैरवयिंत धारणा है, मनपरायता है जो कक र्ेलीपैचथक ज्ञान और क े वल जनन है जो लौककक ज्ञान या िवटज्ञ है। 51. िूची I को िूची II क े िाथ िूचीबद्ध करें और नीचे ट्रदए गए कोर् िे िही उत्तर चुनें: िूची I िूची II (जैन वास्तुकला) (स्थान)
  • 27. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 a. हाथी गुम्फा। 1. माउिंर् अबू b. चगरनार मिंट्रदर। 2. बबहार c. पावापुरी मिंट्रदर। 3. उडीिा d. ट्रदलवाडा मिंट्रदर। 4. गुजरात कोर्: a b c d A. 4. 2. 3. 1 B. 2. 3. 4. 1 C. 3. 4. 2. 1 D. 4. 3. 2. 1 उत्तर: C व्याख्या: प्रमुख जैन वास्तुकला में हाथीगुम्फा, बाघगुम्फा, उदयचगरर, खडचगरी, ओडडिा जैिी गुफाएाँ शासमल हैं। गुजरात में चगरनार और पसलताना मिंट्रदर। राजगृह मिंट्रदर बबहार कनाटर्क में गोमतेचवर या बाहुबली की मूततट। 52. कथन (A): िम्मेद सशखर तीथट क े रूप में जाना जाता है। कारण (R): यह जैन धमट क े 23 वें तीथंकर, पाचवटनाथ िे ििंबिंचधत है। उपरोक्त क े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है। B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है। C. A ित्य है लेककन R गलत है। D. A गलत है लेककन R ित्य है। उत्तर:A व्याख्या: जैन धमट क े पाचवटनाथ 23 वें तीथंकर थे। उनका जन्म 850 ईिा पूवट में वाराणिी क े राजा अचविेना और रानी वामा िे हुआ था। वह इक्ष्वाक ु विंश क े थे। उन्होंने दुतनया को 30 िाल की उम्र में एक सभक्षु बनने का फ ै िला
  • 28. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 ककया और क े वला प्राप्त करने िे पहले 84 ट्रदनों तक ध्यान ककया। उन्होंने िम्मेद सशखर पर िवोच्च ज्ञान प्राप्त ककया, इिीसलए इि स्थान को जैतनयों क े तीथटस्थल क े रूप में भी जाना जाता है। 53. कथन (A): 14 पुरवा जैन का िबिे पहला पप्रवत्र ग्रिंथ है कारण (R): पूवाट का अथट है पहले। उपरोक्त क े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है। B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है। C. A ित्य है लेककन R गलत है। D. A गलत है लेककन R ित्य है। उत्तर:B व्याख्या: 14 पुरवा प्राचीन जैन ग्रिंथ है जो िभी तीथंकरों द्वारा प्रचाररत ककया गया था। जो भी भगवान महावीर क े प्रमुख सशष्य श्री गौतम स्वामी ने उनिे प्राप्त ककया, इिे 12 भागों में जोडकर 10 अिंग कहा गया।भटगवान महावीर िे पूवट की परिंपरा िे भी ज्ञान था जो भगवान पाचवटनाथ की परिंपरा िे है और उनिे पहले भी था। जजन्हें पुरवा कहा जाता था । हमारे ग्रिंथों में 14 पूवाट का उल्लेख समलता है। इन 14 पुरवों का वणटन जजनवाणी क े 12 वें अिंग में ककया गया है, जजिे 'द्रजष्र्वद' अिंग कहा जाता है। 54. तनम्नसलखखत में िे कौन िा कथन जैन सिद्धािंत पर लागू होता है 1. कमट का प्रायजचचत करने का पक्का तरीका तपस्या करना है। 2 हर वस्तु यहािं तक कक िबिे छोर्े कण में भी एक आत्मा होती है। 3. कमट आत्मा का बैन है और इिे िमाप्त होना चाट्रहए। नीचे ट्रदए गए कोर् का उपयोग करक े िही उत्तर चुनें A. क े वल 1 B. क े वल 2
  • 29. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 C. 1 और 2 D. 1, 2 और 3 उत्तर:D व्याख्या: जैन धमट मानता है कक प्रत्येक वस्तु में, एक कण में भी एक आत्मा है। वे कमट क े िावटभौसमक कानून को भी बनाए रखते हैं। इि कानून क े अनुिार, शजद या प्रवलेख क े माध्यम िे प्रत्येक कक्रया एक प्रभाव उत्पन्न करती है जजिे शजद में एक और कक्रया क े कारण क े रूप में कायट ककया जाता है। कारण और प्रभाव की श्रृिंखला को कमट क े रूप में जाना जाता है। अपने कमट क े आधार पर एक आत्मा स्वगट और नक ट क े रूप में या मनुष्यों या जानवरों क े रूप में अजस्तत्व क े प्रवसभन्न राज्यों में स्थानािंतरण और पुनजटन्म करती है। 55. तनम्नसलखखत में िे कौन जैन धमट क े सलए िही है? 1. स्याद्वाद जैन धमट का एक सिद्धािंत है। 2. अनुव्रत क े िही होने की वकालत जैन धमट ने की थी। 3. अनयकािंतवाद जैन धमट का एक मुख्य सिद्धािंत और दशटन है। 4. जैन धमट का मूल बबिंदु तनष्ठा है। नीचे ट्रदए गए कोर् िे िही उत्तर का चयन करें A. 2 और 4 B. 3 और 4 C. 1, 2 और 4 D. 1, 2 और 3 उत्तर: D व्याख्या: जैन धमट को अट्रहिंिा क े धमट क े रूप में भी जाना जाता है अट्रहिंिा अनकािंतवाद और अपररग्रह जैन धमट क े मुख्य सिद्धािंत हैं। 56. तनम्नसलखखत में िे ककि सशलालेख में अशोक का नाम है?
  • 30. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 A. गुजरा B. मास्की C. उदगोलम D. उपरोक्त िभी उत्तर: D व्याख्या: अशोक मुख्य रूप िे उिक े सशलालेख सलए जाने जाते हैं। अशोक क े 40 िे अचधक सशलालेख समलते हैं।अशोक क े 4 सशलालेखों में उनका नाम बताया गया है, वह हैं गुजरा, मास्की. नेत्तुर और उदगोलम सशलालेख। 57. प्राचीन भारत की तनम्नसलखखत सलप्रपयों में िे कौन-िी एक सलप्रप दाईं िे बाईं ओर सलखी गई थी, जो 300 ईिा पूवट िे 300 ई.प. तक प्रचसलत थी और पजचचमी क्षेत्र में अशोक क े अचधकािंश अचधपत्रों का तनष्पादन ककया गया था। A. ब्रानमी B. खरोष्ठी C. शारदा D. निंदनागरी उत्तर:B व्याख्या: अशोक क े रॉक एडर्ट्ि, स्तिंभ एडर्र् और गुफा सशलालेख ज्यादातर प्राकृ त भाषा में सलखे गए थे, लेककन एक क्षेत्र िे दूिरे क्षेत्र में सभन्न थे; पजचचम में खरोष्ठी और भारत क े पूवट में ब्रानमी। 58. तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही नहीिं है A. अथटशास्त्र कौट्रर्ल्य द्वारा सलखा गया था। B. इिंडर्का मेगस्थनीज द्वारा सलखी गई थी। C. मुद्रा रक्षा प्रवशाखा दत्ता द्वारा सलखी गई थी।
  • 31. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 D. दीपवम्िा स्िैबो द्वारा सलखा गया था। उत्तर: D व्याख्या: दीपवामिा और महावस्मा बौद्ध इततहाि हैं जो अशोक द्वारा श्रीलिंका में बौद्ध धमट को फ ै लाने में तनभाई गई भूसमका का वणटन करते हैं। 59. रोसमला थापर क े अनुिार, मौयों क े पतन का कारण क्या था A. अशोक की प्रशािंत नीतत B. ब्रानमणवादी प्रततकक्रया C. अत्यचधक क ें द्रीकृ त प्रशािन D. आधुतनक अथटव्यवस्था पर दबाव उत्तर:C व्याख्या: एचपी शास्त्री द्वारा ब्रानमणवादी प्रततकक्रया,एचिी शास्त्री द्वारा अशोक की प्रशािंत नीतत को कारण क े रूप में उद्धृत ककया गया था। 60. आधुतनक काल का सशलालेख जो अकाल क े दौरान अपनाए जाने वाले राहत उपायों िे ििंबिंचधत है A. भरूच B. िोहगौरा C. िुपारा D. ताम्रसलजप्त उत्तर:B व्याख्या: गोरखपुर जजला यूपी में िोहगौरा , तािंबा प्लेर् सशलालेख और बोहरा जजला बािंग्लादेश में महास्थाना सशलालेख अकाल क े दौरान अपनाए जाने वाले राहत उपायों िे ििंबिंचधत हैं। 61. िूची मैं िूची द्प्रवतीय क े िाथ और नीचे ट्रदए गए कोर् िे िही उत्तर का चयन करें:
  • 32. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 िूची I िूची II (स्थान) (स्मारक) a. कौशाम्बी। 1. धामक स्तूप b. क ु शीनगर। 2. घोसितरम मठ c. Saranath। 3. रामभरत स्तूप d. श्रावस्ती।। 4. माहे महेत कोर्: a b c d A. 2. 1. 3. 4 B. 4. 3. 2. 1 C. 2. 3. 1. 4 D. 4. 2. 1. 3 उत्तर:C व्याख्या: वास्तुकला क े दृजष्र्कोण िे, िािंची क े स्तूप को िबिे अच्छा माना जाता है जो मध्य प्रदेश में जस्थत है। िािंची स्तूप का तनमाटण अशोक ने करवाया था। 62.कथन (A): रुसमन्देई अशोक क े स्तिंभ को बुद्ध क े जन्म स्थल को चचजननत करने क े सलए लगाया गया था। कारण (R): अशोक मौयट विंश का महान शािक था। उपरोक्त क े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है। B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A की िही व्याख्या नहीिं है। C. A ित्य है लेककन R गलत है। D. A गलत है लेककन R ित्य है। उत्तर:B
  • 33. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 व्याख्या: अशोक ने अपने राज्यासभषेक क े 20 वें वषट में लुजम्बनी का दौरा ककया। बुद्ध क े जन्म स्थान को चचजननत करने क े सलए, रुसमन्देई में स्तिंभ को क ु छ पप्रवत्र पत्थरों की ििंरचना क े िाथ खडा ककया गया था । उन्होंने लुिंबबनी क े धासमटक कर की तनिंदा की क्योंकक यह बुद्ध का जन्मस्थान था और भूसम राजस्व की दर को 1/6 िे घर्ाकर 1/8 कर ट्रदया। 63. कथन (A): खारवेल कसलिंग क े चेट्रद विंश का िबिे प्रतापी िम्रार् था। कारण (R): उनका हाथीगुम्फा सशलालेख िूचना का प्रमुख स्रोत है। उपरोक्त क े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है। B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A की िही व्याख्या नहीिं है। C. A ित्य है लेककन R गलत है। D. A गलत है लेककन R ित्य है। उत्तर:B व्याख्या: राजा महापद्मनिंद द्वारा कसलिंग में नहर की नक्काशी को इि सशलालेख में वणटन ककया गया है। यह पहला सशलालेख भी है जो नहरों क े उत्कीणटन क े बारे में बताता है। इिमें जैन सभक्षुओिं को गािंवों क े दान का वणटन है। इि सशलालेख िे यह भी पता चलता है कक खारवेल ने तीन राज्यों चोल, चेरा और दक्षक्षण क े पिंड्या को हराया। 64. महाजनपद और उनकी राजधातनयााँ नीचे दी गई हैं 1. काशी - वाराणिी 2. अिंग - चिंपा 3. वाजजी - वैशाली 4. वत्ि - कौशाम्बी िही जोडे क े सलए कोर् का चयन करें A. क े वल 1
  • 34. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 B. 2 और 3 C. 1 और 4 D. 1, 2, 3 और 4 उत्तर:D व्याख्या: काशी यूपी क े वाराणिी जजले में है। अिंगा बबहार क े मुिंगेर और भागलपुर जजलों में है। वाजजी बबहार में आधुतनक ट्रदन मुजफ्फरपुर और वैशाली क े जजलों में हैं। और वत्ि यूपी क े इलाहाबाद और समजाटपुर जजलों में है। 65. कालानुक्रम में तनम्नसलखखत मुगल विंश की व्यवस्था करें 1. निंद 2. शुिंग 3. मौयट 4. हरनकि तनम्नसलखखत कोर् िे उत्तर चुनें A. 2, 1, 4 और 3 B. 4, 1, 3 और 2 C. 3, 2, 1 और 4 D. 1, 3, 4 और 2 उत्तर:B व्याख्या: 16 महाजनपद क े बीच, मगध एक िाम्राज्य क े रूप में हयंक विंश क े शािन क े िाथ उभरा। बबजम्बिार इि राजविंश का पहला शजक्तशाली शािक था। निंद विंश क े ििंस्थापक महापद्मनिंद एक शूद्र शािक थे। उन्होंने "एकरात्र और एकचत्र" की उपाचध धारण की। चिंद्रगुप्त मौयट ने अपने पूवटवती चाणक्य की मदद िे अिंततम निंद शािक धनानिंद को हराने क े बाद मौयट िाम्राज्य की स्थापना की थी । शुिंग विंश की स्थापना मौयट िेनापतत पुष्यसमत्र शुिंग ने 184 ईिा पूवट में अिंततम मौयट शािक बृहद्रथ की हत्या करने क े बाद की थी ।
  • 35. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 66. महाभाष्य क े लेखक, पतिंजसल ने दो अचवमेध यज्ञ को ककि शािक क े राज में ककया A. अजग्नसमत्र B. विुसमत्र C. पुष्यसमत्र D. देवभूतत उत्तर: C व्याख्या: पुष्यसमत्र शुिंग िुिंग विंश का ििंस्थापक था जो मौयों का मूल उत्तराचधकारी था। अजग्नसमत्र पुष्यसमत्र क े पुत्र और कासलदाि नार्क "मालप्रवकाजग्नसमत्र" क े नायक थे। 67. उत्तर-पजचचम र्ेक्कन या महाराष्ि में रॉक कर् प्रवहार और चैतन्य जैिे नासिक, कन्हेरी और काले का तनमाटण शािनकाल में ककया गया था A. िुिंग विंश B. िातवाहन विंश C. क ै न्वा विंश D. चेट्रद विंश उत्तर:B व्याख्या: दक्खन और मध्य भारत में मौयों क े मूल उत्तराचधकारी िातवाहनों थे। सिमुका िातवाहन विंश का ििंस्थापक था। उनकी राजधानी महाराष्ि क े पैठण में थी। 68. ििंगम युग में दक्खन क े पठार क े दक्षक्षण में तीन राज्य उत्पन्न हुए, जो कक प्रवषम थे A. चोल ने बी पल्लव C. पिंड्या D. चेरि
  • 36. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 उत्तर:A व्याख्या: ििंगम युग में पल्लव, पािंड्य और चेरि दक्षक्षण में दक्कन क े पठार िे उत्पन्न हुए। 69. कौन िा सशलालेख रुद्रदामन 1 की प्रवसभन्न उपलजजधयों क े बारे में बताता है? A. जूनागढ़ B. सभर्ारी C. नासिक D. रािंची उत्तर:A व्याख्या: ििंस्कृ त में सलखखत जूनागढ़ सशलालेख 158 ईस्वी, िािंस्कृ ततक कला और ििंस्कृ त िाट्रहत्य का िमथटन करने और मौयों द्वारा तनसमटत बािंध क े पुनतनटमाटण क े सलए रुद्रदामन 1 का श्रेय देता है । वास्तव में उन्होंने िुदशटन झील की मरम्मत की, जो मौयों द्वारा बाढ़ की जााँच क े सलए बनाई गई थी। जूनागढ़ रॉक में अशोक क े 14 ििंस्करणों क े िाथ अशोक क े सशलालेख भी हैं; रुद्रदामन 1 और स्कन्दगुप्त क े बारे में भी है। 70. भूसम राजस्व जो मौयट काल क े दौरान आय का मुख्य स्रोत था, ककि अचधकारी द्वारा एकत्र ककया गया था A. एग्रोनोमोई B. शुलकध्यक्षा C. िीताध्याक्ष D. अराधायक्ष उत्तर:C व्याख्या: िीताचधपतत जो मौयट िाम्राज्य में कृ प्रष भूसम क े प्रमुख हैं और उन्होंने भू राजस्व उत्तोलन भी ककया था।एग्रोनोमोई को जजला अचधकारी क े रूप में जाना जाता था। शुलकध्यक्षा प्रवसभन्न व्यापार और िेवा कर और अराधायक्ष तनयिंबत्रत खानों को इकट्ठा करती थी ।
  • 37. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 71. िूची I को िूची II क े िाथ िूचीबद्ध करें और नीचे ट्रदए गए कोर् िे िही उत्तर चुनें: िूची I िूची II (िम्रार्) (र्ाइर्ल) a. अशोक 1. पराक्रमक b. िमुद्रगुप्त 2. प्रप्रयदशटनी c. चन्द्रगुप्त द्प्रवतीय 3. कमाटट्रदत्य d. स्कन्दगुप्त 4. प्रवक्रमाट्रदत्य कोर्: a b c d A. 1. 2. 3. 4 B. 3. 2. 1. 4 C. 2. 1. 4. 3 D. 4. 3. 2. 1 उत्तर:C व्याख्या: अशोक को प्रप्रयदशटनी की उपाचध दी गई है। िमुद्रगुप्त को पराक्रमािंक की उपाचध। चिंद्रगुप्त 2 प्रवक्रमाट्रदत्य का शीषटक और स्क िं दगुप्त का नाम क्रामाट्रदत्य शीषटक है। 72. कथन (A): पूवट गुप्त काल में कृ प्रष ििंरचना की मुख्य प्रवशेषता िामिंतवाद का प्रवकाि था। कारण (R): भूस्वामी मध्यम वगट और आचश्रत ककिान वगट इि अवचध में अजस्तत्व में आए। उपरोक्त क े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है। B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A की िही व्याख्या नहीिं है। C. A ित्य है लेककन R गलत है। D. A गलत है लेककन R ित्य है।
  • 38. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 उत्तर: A व्याख्या: कृ प्रष िमाज कोई भी िमुदाय है जजिकी अथटव्यवस्था फिलों और खेत क े उत्पादन और रखरखाव पर आधाररत है। 73. कथन (A): कपडा उद्योग गुप्त काल का एक प्राथसमक उद्योग था। कारण (R): कपडा तनमाटण क ें द्र गुजरात, बिंगाल, दक्कन और तसमलनार्ु में गुप्त काल क े दौरान जस्थत थे। उपरोक्त क े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है। B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A की िही व्याख्या नहीिं है। C. A ित्य है लेककन R गलत है। D. A गलत है लेककन R ित्य है। उत्तर:A व्याख्या: गुजरात, बिंगाल, दक्कन और तसमलनार्ु गुप्त काल क े दौरान वस्त्र तनमाटण उद्योग क े सलए प्रसिद्ध थे। 74. गुप्त विंश क े शािक और उनक े सशलालेख ट्रदए गए हैं 1. िमुद्रगुप्त - नालिंदा कॉपर प्लेर् 2. चिंद्रगुप्त द्प्रवतीय - महरौली लौह स्तिंभ 3. स्कन्दगुप्त - सभतरी स्तिंभ 4. बौद्धगुप्त - इिंदौर पाषाण स्तिंभ उि प्रवकल्प का चयन करें जो िही तरीक े िे िमूहीकृ त नहीिं है। A. 1 और 2 B. क े वल 1
  • 39. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 C. क े वल 3 D. ई क े वल 4 उत्तर:D व्याख्या: पहाडपुर तािंबे की प्लेर् में बुद्धगुप्त क े बारे में दशाटया गया है जबकक इिंदौर का पत्थर का स्तिंभ स्क िं दगुप्त क े बारे में है। 75. िाम्राज्य - ििंगम काल क े शािक और शािक नीचे ट्रदए गए हैं। 1. चेरा - वनजी - उडडयािंगलर 2. चोल - उररयुर - एलारा 3. पिंड्या - मदुरै - मुदुक ु दमी दी गई जोडडयों में िे कौन िही ढिंग िे िमूहीकृ त है? A. क े वल 1 B. क े वल 2 C. क े वल 3 D. 1, 2 और 3 उत्तर:D व्याख्या: ििंगम काल पहली िे तीिरी शताजदी ईस्वी िन्का था और इिमें चेरा, चोल और पािंड्य क े तीन प्रारिंसभक राज्य थे। 76. वधटन विंश क े शािकों का िही क्रम है A. पुष्यभूतत, प्रभाकरवधटन, राज्यवधटन, हषटवधटन B. प्रभाकरवधटन , पुष्यभूतत, राज्यवधटन, हषटवधटन। C. हषटवधटन, प्रभाकरवधटन, पुष्यभूतत, राज्यवधटन।
  • 40. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 D. राज्यवधटन, हषटवधटन, प्रभाकरवधटन , पुष्यभूतत। उत्तर:A व्याख्या: वधटना राजविंश की स्थापना 6 वीिं शताजदी की शुरुआत में पुष्यभूतत द्वारा हररयाणा क े थानेचवर में की गई थी। राजविंश का पहला महत्वपूणट शािक प्रभाकरवधटन था । वह अपने िबिे बडे पुत्र राज्यवधटन द्वारा अनुगत हुआ था। राज्यवधटन की मृत्यु क े बाद उनक े छोर्े भाई हषटवधटन ने 606 ईस्वी में राजगद्दी ििंभाली और इिी वषट िे हषट युग की शुरुआत हुई। 77. ककिक े शािन काल में चीनी यात्री नवेन त्िािंग भारत आया था A. चिंद्रगुप्त 2 B. हषटवधटन ने C. चिंद्रगुप्त मौयट D. चिंद्रगुप्त 1 उत्तर:B व्याख्या: नवेन त्िािंग भारत में लगभग 15 वषों तक रहे और देश क े लगभग हर प्रािंत का दौरा ककया। नवेनत्िािंग ने कन्नौज और प्रयाग में हषट शािनकाल की दो िबिे प्रसिद्ध घर्नाओिं का उल्लेख ककया है। कन्नौज िभा को नवेन त्िािंग क े िम्मान में और बौद्ध धमट क े महामाया ििंप्रदाय को लोकप्रप्रय बनाने क े सलए आयोजजत ककया गया था । गिंगा, यमुना और िरस्वती क े ििंगम पर हर 5 िाल क े अिंत में धासमटक उत्िव मनाने क े सलए प्रयाग प्रवधानिभा का आयोजन ककया गया था। कहा जाता है कक यह क ुिं भ मेले की शुरुआत थी। 78. हषटचररत ककिने सलखी है A. आयटभट्र् B. बाणभट्र् C. प्रवष्णु गुप्ता D. पररमल गुप्ता
  • 41. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 उत्तर:B व्याख्या: बाणभट्र् ने हषटचररत की रचना की। यह वधटन विंश का प्रमुख स्रोत है। 79. िप्त पैगोर्ा या रथ मिंट्रदरों का तनमाटण ककया गया था A. महेंद्रवमटना 1 B. नरसिम्हावमटना 1 C. नरसिम्हावमटना 2 D. उपरोक्त में िे कोई नहीिं उत्तर:B व्याख्या: नरसििंहवमटन ने महाबलीपुरम में मिंर्प मिंट्रदर और रथ मिंट्रदर का तनमाटण कराया। 80. "नागानिंद", "रत्नावली" और "प्रप्रयदसशटका" द्वारा सलखा गया था A. प्रवशाखा दत्ता B. बाणभट्र् C. नागा भट्र्ा D. हषटवधटन ने उत्तर:D व्याख्या: हषटवधटन सशक्षा और प्रवद्या क े महान प्रेमी थे। रत्नावली, प्रप्रयदसशटका और नागानिंद क े तीन नार्क हैं जजनक े बारे में कहा जाता है कक इिकी रचना हषटवधटन ने की थी। 81. बत्रपक्षीय ििंघषट ककिक े बीच था A. पाला, प्रततहार और राष्िक ू र् B. पाला, प्रततहार और चिंदेला
  • 42. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 C. प्रततहार, चिंदेला और गढ़वाल D. गोट्रहलोर्ा, राष्िक ू र् और परमार उत्तर:A व्याख्या: 8 वीिं ई क े अिंततम दौर में, वहााँ भारत में तीन महान शजक्तयों थे पाला पूवट में, उत्तर में गुजटर प्रततहार और र्ेक्कन में राष्िक ू र्। पाला, प्रततहारों और राष्िक ू र्ों क े बीच वचटस्व क े सलए बत्रपक्षीय ििंघषट िदी की महत्वपूणट घर्ना थी। इि ििंघषट का मुख्य कारण कन्नौज शहर को रखने की इच्छा थी जो तब ििंप्रभुता का प्रतीक था। 82. प्रवक्रमसशला प्रवचवप्रवद्यालय की स्थापना ककिने की? A. गोपाल ने B. देवपाल C. धमटपाल D. रामपाल उत्तर:C व्याख्या: गोपला ने 758AD में पाल िाम्राज्य की स्थापना की। उनक े पुत्र धमटपाल ने उनका उत्तराचधकार ककया। धमटपाल ने नालिंदा प्रवचवप्रवद्यालय को पुनजीप्रवत ककया और प्रवक्रमसशला प्रवचवप्रवद्यालय की स्थापना की। पाल विंश को बिंगाल क े िेन राजविंश ने हराया था। 83. हम्मीर महाकाव्य क े अनुिार चौहान थे A. चिंद्रविंशी B. यदुविंशी C. िूयटविंशी D. उपरोक्त में िे कोई नहीिं उत्तर:C व्याख्या: हम्मीर महाकाव्य की ररपोर्ट क े अनुिार, चौहान िूयट क े पुत्र, पूवटज चमन क े विंशज थे।
  • 43. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 84. अलखखिंर् द्वारा सलखा गया था A. चिंदबरदाई B. परमार देव C. आल्हा ऊदल D. जगतनक उत्तर:D व्याख्या: चिंदेल राजा परमार देव और पृथ्वीराज चौहान क े भयानक ििंघषट का वणटन पृथ्वीराज रािो और परमाल रािो में चिंदबरदाई और अलखिंद द्वारा जगतनक द्वारा प्रदान ककया गया है । 85. तनम्नसलखखत में िे कौन अपने प्रपता क े असभयान क े दौरान एक िैन्य सशप्रवर में पैदा हुआ था? A. अमोघवषट राष्िक ू र् B. भोज परमार C. धमटपाल D. नागभट्र् 2 प्रततहार उत्तर:A व्याख्या: राष्िक ू र् राजा अमोघवषट 1 का जन्म 800AD में नमटदा नदी क े पाि श्रीभवन में एक िैन्य सशप्रवर में उि िमय हुआ था जब उनक े प्रपता गोप्रविंद 2 उत्तर भारत क े िफल असभयानों क े बाद लौर् रहे थे। 86. िूची I को िूची II क े िाथ िूचीबद्ध करें और नीचे ट्रदए गए कोर् िे िही उत्तर चुनें: िूची I िूची II (प्रसिद्ध स्थान) (क्षेत्र) a. खजुराहो 1. रायलिीमा
  • 44. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 b. बोधगया 2. अहमदनगर c.सशरर्ी 3. बुिंदेलखिंर् d. ततरुपतत 4. गया जजला कोर्: a b c d A. 2. 4. 3. 1 B. 3. 2 4 1 C. 2 4. 3 1 D. 2 4। 1 3 उत्तर:B व्याख्या: ये उत्तर भारत में प्रवसभन्न पूजा स्थल हैं जजनका तनमाटण शुरुआती मध्य काल क े दौरान हुआ था। 87.कथन (A): महान शािक होने क े बावजूद, राजपूत शािकों ने लगभग 500 वषों तक शािन करने क े बाद चगरावर् आई। कारण (R): उनमें एकता और दूरदसशटता की कमी है और उनमें दोषपूणट िैन्य ििंगठन है। उपरोक्त क े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है। B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A की िही व्याख्या नहीिं है। C. A ित्य है लेककन R गलत है। D. A गलत है लेककन R ित्य है। उत्तर:A व्याख्या: एकता और दूरदसशटता की कमी, जातत व्यवस्था और दोषपूणट िैन्य ििंगठन राजपूत शािकों क े पतन क े क ु छ कारण थे।
  • 45. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1 88. कथन (A): समट्रहर भोज, गुजटर प्रततहार शािक ने आट्रदवारा की उपाचध प्राप्त की। कारण (R): वह सशव का अनुयायी था। उपरोक्त क े ििंदभट में तनम्नसलखखत में िे कौन िा िही है A. A और R दोनों ित्य हैं और R, A की िही व्याख्या है। B. A और R दोनों ित्य हैं लेककन R, A का िही व्याख्या नहीिं है। C. A ित्य है लेककन R गलत है। D. A गलत है लेककन R ित्य है। उत्तर:C व्याख्या: समट्रहर भोज गुजटर प्रततहारों में िबिे शजक्तशाली शािक था। वह वैष्णववाद का अनुयायी था। उन्होंने आट्रदवारा और प्रभाि की उपाचध प्राप्त की । 89. तनम्नसलखखत में िे कौन मीडर्यावाइल इिंडर्या क े प्रसिद्ध न्यायप्रवद थे? 1. प्रवज्ञानेचवर 2. हेमाट्रद्र 3. राजशेखर 4. जीमूतवाहन कोर्: A. 1, 2 और 3 B. 2, 3 और 4 C. 1, 2 और 4 D. 1 और 3 उत्तर:C