2. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 1
Time Allowed: 2 HoursMaximum Marks: 200
INSTRUCTIONS
1. IMMEDITELY AFTER THE COMMENCEMENT OF THE EXAMINATION, YOU SHOULD
CHECK THAT THIS TEST BOOKLET DOES NOT HAVE ANY UNPRINTED OR TORN OR MISSING PAGES OR
ITEMS, ETC. IF SO, GET IT REPLACED BY A COMPLETE TEST BOOKLET.
2. You have to enter your Roll Number on the Test
Booklet in the Box provided alongside. DO NOT
Write anything else on the Test Booklet.
4. This Test Booklet contains 150 items (questions). Each item is printed only in English. Each item
comprises four responses (answers). You will select the response which you want to mark on the
Answer Sheet. In case you feel that there is more than one correct response, mark the response
which you consider the best. In any case, choose ONLY ONE response for each item.
5. You have to mark all your responses ONLY on the separate Answer Sheet provided. See directions
in the Answer Sheet.
6. All items carry equal marks.
7. Before you proceed to mark in the Answer Sheet the response to various items in the Test
Booklet, you have to fill in some particulars in the Answer Sheet as per instructions sent to you with
your Admission Certificate.
8. After you have completed filling in all your responses on the Answer Sheet and the examination
has concluded, you should hand over to the Invigilator only the Answer Sheet. You are permitted to
take away with you the Test Booklet.
9. Sheets for rough work are appended in the Test Booklet at the end.
10. Penalty for wrong answers:
THERE WILL BE PENALTY FOR WRONG ANSWERS MARKED BY A CANDIDATE IN THE OBJECTIVE TYPE
QUESTION PAPERS.
(i) There are four alternatives for the answer to every question. For each question for which a wrong
answer has been given by the candidate, one-third of the marks assigned to that question will be
deducted as penalty.
(ii) If a candidate gives more than one answer, it will be treated as a wrong answer even if one of the
given answers happens to be correct and there will be same penalty as above to that question.
(iii) If a question is left blank, i.e., no answer is given by the candidate, there will be no penalty for
that question.
3. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 2
पूर्व ऐतिहासिक काल
1. भारत में प्रथम पुरापाषाण उपकरण की खोज ककसने की थी?
A. वी.एस. वाकणकर
B. रॉबर्ट ब्रूस फ
ू र्े
C. क
े . डी. बाजपेयी
D. एच. डी. साांकलिया
उत्तर. B
व्याख्या: 1863 में पल्िवरम, चेन्नई में पुरापाषाण उपकरणों की खोज करने वािे एक अांग्रेज
भूववज्ञानी सर रॉबर्ट ब्रूस फ
ू र्े पहिे व्यक्तत थे।
2. राख का र्ीिा नवपाषाण स्थि _______ से जुडा है।
A. बुदिहाि
B. संगनाकल्लू
C. कोक्ल्डहवा
D. ब्रह्मगिरी
उत्तर. B
व्याख्या: संगनाकल्लू में बसने वािे िोि प्रारांलभक कृ षक थे, जो छोर्े बाजरा और िािों की खेती
करते थे। वे भेड, मवेशी रखते थे और िोबर (राख क
े र्ीिे) डािने क
े लिए उनक
े पास अिि-अिि
क्षेत्र थे। यह अनुमान ििाया जाता है कक ये राख क
े र्ीिे िाय क
े िोबर को सांभवतः एक अनुष्ठान
क
े तरीक
े से जिाने क
े लिए थे।
3. िेरुए रांि क
े लमट्टी क
े बतटन (O.C.P.) ______ पर पाए िए थे।
A. हक्स्तनापुर
4. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 3
B. अहिच्छत्र
C. नोह
D. िाि ककिा
उत्तर. A
व्याख्या: िेरुए रांि क
े लमट्टी क
े बतटन इांडो-िांिा क
े मैिान की एक काांस्य युि की सांस्कृ तत है, जो
आमतौर पर 2000-1500 ईसा पूवट की है, जो पूवी पांजाब से उत्तरपूवी राजस्थान और पक्चचमी उत्तर
प्रिेश तक फ
ै िी हुई है।
4. क
ु त्ते को मानव शरीर क
े साथ िफनाने क
े प्रमाण तनम्नलिखखत में से ककस स्थान से लमिे हैं?
A. बुजटहोम
B. कोक्ल्डहवा
C. चौपनी
D. मांडो
उत्तर. A
व्याख्या: बुजटहोम में क
ु त्तों को उनक
े मालिकों क
े साथ िफनाया जाता था। बुजटहोम कचमीर में खोजा
जाने वािा पहिा नवपाषाण स्थि था।
5. ववांध्य क
े ककस शैिाश्रय से सवाटगिक सांख्या में मानव क
ां काि लमिे हैं?
A. मोरहाना पहाड
B. घाघररया
C. बघाही खोर
D. िेखादहया
उत्तर. D
5. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 4
व्याख्या: जे.एन. पाण्डेय क
े 'पुरातत्व ववमशट' क
े अनुसार ववांध्य क्षेत्र में िेखादहया क
े शैिाश्रय 1 से 17
मानव क
ां काि प्राप्त हुए थे। अमेररका की ओरेिॉन यूतनवलसटर्ी क
े जॉन आर िुकास क
े मुताबबक
िेखादहया में 27 मानव क
ां काि क
े अवशेष लमिे हैं।
6. सूची I को सूची II से सुमेलित कीक्जए और नीचे दिए िए क
ू र् से सही उत्तर चुतनए:
सूची I सूची II
a. पुरापाषाण युि 1. खाद्य उत्पािक
b. मध्यपाषाण युि 2. खाद्य सांग्राहक और लशकारी
c. नवपाषाण युि 3. लशकारी और चरवाहे
d. ताम्रपाषाण युि 4. ग्राम्य जीवन
कोड :
a b c d
A. 4 3 2 1
B. 3 1 4 2
C. 2 3 1 4
D. 3 4 1 2
उत्तर. C
7. अलभकथन (A): पुरापाषाण िोि लशकार, मछिी पकडने और भोजन इकट्ठा करने का काम करते थे
और जानवरों को पाितू नहीां बनाते थे।
कारण (R): राजस्थान में बािोर का ववलशष्र् िघुपाषाण उद्योि था।
उपरोतत क
े सांिभट में तनम्नलिखखत में से कौन सा एक सही है
A. A और R िोनों सत्य हैं और R, A की सही व्याख्या है।
6. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 5
B. A और R िोनों सत्य हैं िेककन R, A की सही व्याख्या नहीां है।
C. A सत्य है परन्तु R असत्य है।
D. A असत्य है परांतु R सत्य है।
उत्तर. D
व्याख्या: 9000 ईसा पूवट में पाषाण-युि की सांस्कृ तत में एक मध्यवती चरण शुरू हुआ, क्जसे
पुरापाषाण युि कहा जाता है। यह पुरापाषाण और नवपाषाण या नव पाषाण युि क
े बीच का बििाव
का चरण था। मध्यपाषाण काि क
े िोि लशकार, मछिी पकडने और भोजन एकत्र करने पर तनभटर
थे; बाि क
े चरण में उन्होंने पशुओां को भी पाितू बनाया। पहिे तीन व्यवसाय पुरापाषाण अभ्यास में
जारी रहे, जबकक अांततम नवपाषाण सांस्कृ तत में ववकलसत हुआ। इस प्रकार, पुरापाषाण युि ने
पशुपािन क
े लिए तनवाटह क
े तरीक
े में बििाव का चरण गचक्ह्नत ककया। मध्यपाषाण युि क
े ववलशष्र्
उपकरण लघुपाषाण या छोर्े उपकरण हैं। पुरापाषाण स्थि राजस्थान, िक्षक्षणी यूपी, मध्य और पूवी
भारत में और कृ ष्णा निी क
े िक्षक्षण में भी मौजूि हैं। उनमें से, राजस्थान में बािोर बहुत अच्छी
तरह से खुिा हुआ है। इसका एक ववलशष्र् लघुपाषाण उद्योि था और इसक
े तनवासी लशकार और
पशुचारण पर तनभटर थे।
8. तनम्नलिखखत में से कौन-से प्रािैततहालसक शैि किा क
े महत्वपूणट शैि-गचत्रकिा स्थि हैं?
1. उत्तर प्रिेश में मुरहाना पहाड
2. मध्य प्रिेश में भीमबेर्का, आिमिढ़, िाखा जुआर
3. कनाटर्क में क
ु पिल्िू
4. उत्तर-पक्चचम पाककस्तान में चारिुि
नीचे दिए िए क
ू र् से उत्तर का चयन करें:
A. 1, 2, 3 और 4
B. 1, 3 और 4
C. 1, 2 और 3
D. 2, 3 और 4
7. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 6
उत्तर. A
व्याख्या: भारत में ििभि सभी शैल-आश्रय में ऊपरी पुरापाषाण और मध्यपाषाण काि क
े िोिों क
े
प्रमाण हैं और इसमें ववलभन्न प्रकार क
े ववषयों, मुख्य रूप से जानवरों या िोिों और जानवरों िोनों
को िशाटते हुए शैल चित्र शालमि हैं। इन शैि-गचत्रों का ववतरण बहुत ववस्तृत है। वे उत्तर-पक्चचम
पाककस्तान में चारिुि से िेकर पूवट में उडीसा तक और उत्तर में क
ु माऊ
ां की पहाडडयों से िेकर िक्षक्षण
में क
े रि तक पाए िए हैं।
9. तनम्नलिखखत में से कौन-सी कचमीरी नवपाषाण सांस्कृ तत की ववलशष्र् ववशेषताएां थीां।
1. रहने वािे िड्ढे
2. पाषाण युग का पूणट अभाव
3. हड्डी क
े औजारों का उपयोि
नीचे दिए िए क
ू र् का प्रयोि कर सही उत्तर चुतनए:
A. क
े वि 1 और 2
B. क
े वि 1 और 3
C. क
े वि 2 और 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर. D
व्याख्या: उत्तर-पक्चचम में, कचमीरी नवपाषाण सांस्कृ तत अपने आवास िड्ढों, चीनी लमट्टी की ववस्तृत
श्रृांखिा, पत्थर और हड्डी क
े औजारों की वववविता और पाषाण युग की पूणट अनुपक्स्थतत से प्रततक्ष्ठत
थी।
10. तनम्नलिखखत में से कौन-सा स्थि तनम्न पुरापाषाण काि का है?
1. सोहन घार्ी
2. बेिन घार्ी
8. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 7
3. भीमबेर्का
4. डीडवाना
नीचे दिए िए क
ू र् का प्रयोि कर सही उत्तर चुतनए:
A. क
े वि 1, 2 और 3
B. क
े वि 2, 3 और 4
C. क
े वि 1, 2 और 4
D. 1, 2, 3 और 4
उत्तर. D
व्याख्या: पांजाब में सोन या सोहन निी की घार्ी में प्रारांलभक पुराने पाषाण युि क
े स्थि पाए िए हैं,
जो अब पाककस्तान में है। कचमीर और थार क
े मरुस्थि में अनेक स्थि लमिे हैं। उत्तर प्रिेश की
बेिन घार्ी और राजस्थान क
े डीडवाना क
े मरुस्थिीय क्षेत्र में तनम्न पुरापाषाणकािीन उपकरण भी
पाए िए हैं। डीडवाना में न क
े वि तनम्न पुरापाषाण काि क
े पत्थर क
े औजार लमिे बक्ल्क मध्य और
उच्च पुरापाषाण युि क
े औजार भी लमिे। महाराष्र में गचरकी-नेवासा से 2000 औजार प्राप्त हुए हैं
और वे िक्षक्षण में कई स्थानों पर भी पाए िए हैं। आांध्र प्रिेश में नािाजुटनकोंडा एक महत्वपूणट स्थि
है, और भोपाि क
े पास भीमबेर्का की िुफाएँ और शैिाश्रय भी तनम्न पुरापाषाण युि की ववशेषताएां
िशाटते हैं। हो सकता है कक चट्टान आश्रयों ने मनुष्यों क
े लिए मौसमी लशववरों क
े रूप में काम ककया
हो। दहमािय क
े िूसरे दहमनिीकरण क
े समय, जब जिवायु कम आर्द्ट हो िई थी, क
े जमाव में हाथ
की क
ु ल्हाडडयाँ पाई िई हैं।
सििंधु घाटी िभ्यिा
11. भारत में चाांिी का सबसे पहिा प्रमाण ककसमें पाया जाता है?
A. हडप्पा सांस्कृ तत
B. पक्चचमी भारत की ताम्रपाषाण सांस्कृ ततयाँ
C. वैदिक ग्रांथ
9. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 8
D. चाँिी क
े पांचमाक
ट वािे लसतक
े
उत्तर. A
व्याख्या: भारत में चाँिी क
े प्राचीनतम प्रमाण हडप्पा सांस्कृ तत में लमिते हैं। िो चाांिी की मुहरों में से
एक हडप्पा में पाया िया है क्जसमें एक िेंडा आकृ तत है। एक झुकी हुई गचमनी क
े साक्ष्य की खोज
की िई है जो एक भट्टी की उपक्स्थतत का सुझाव िेती है जैसा कक वत्स लमिर द्वारा सुझाया िया
था क्जसका उपयोि िातु क
े तनमाटण क
े लिए ककया िया था।
12. हडप्पा सांस्कृ तत की मुहरों और र्ेराकोर्ा किा पर तनम्नलिखखत में से ककस जानवर को गचबत्रत
नहीां ककया िया था?
A. िाय
B. हाथी
C. िैंडा
D. बाघ
उत्तर. A
व्याख्या: हडप्पा की मुहर-पदट्टयाां कई जानवरों को िशाटती हैं, िेककन आठ सबसे आम हैं। इनमें से
चार घास क
े मैिानों क
े जांििी जानवर हैं: िैंडा, हाथी, भैंस और बाघ। अन्य चार जानवर पाितू हैं:
बकरी, जेबू, ससतारुण पशु (लघु श्रंग नस्ल) बैि और तथाकगथत एकश्रंगी बैि।
13. तनम्नलिखखत में से ककस हडप्पा स्थि से र्ेराकोर्ा 'हि' प्राप्त हुआ था?
A. िोिावीरा
B. बनाविी
C. कािीबांिन
D. िोथि
उत्तर. B
10. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 9
व्याख्या: र्ेराकोर्ा का हि हडप्पा स्थि बनाविी में पाया िया था।
14. ििेरी ______ का उत्तर हडप्पा स्थि है।
A. जम्मू
B. पांजाब
C. हररयाणा
D. उ.प्र.
उत्तर. B
व्याख्या: उत्तर हडप्पा क
े लमट्टी क
े बतटनों और गचबत्रत धूसर बततन क
े सह-अक्स्तत्व का खुिासा जम्मू-
कचमीर क
े माांडा और हररयाणा क
े ििेरी स्थानों से हुआ है।
15. िोथि क
े पुराताक्त्वक स्थि द्वारा प्रस्तुत हडप्पा शहर ______ निी पर क्स्थत था।
A. नमटिा
B. माही
C. भोिवा
D. भीम
उत्तर. C
व्याख्या: िोथि क
े हडप्पा बांिरिाह शहर क
े पुराताक्त्वक अवशेष खांबत की खाडी में साबरमती की
एक सहायक निी भोिवा निी क
े ककनारे क्स्थत हैं।
16. सूची I को सूची II से सुमेलित कीक्जए और नीचे दिए िए क
ू र् से सही उत्तर चुतनए:
सूची I सूची II
11. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 10
(हडप्पा बस्ती) (निी क्जस पर क्स्थत है)
a. हडप्पा 1. भोिवा
b. कािीबांिन 2. घग्िर
c. िोथि 3. रवव
d. रोपड 4. सतिज
कोड :
a b c d
A. 4 3 2 1
B. 3 2 1 4
C. 2 3 4 1
D. 3 4 1 2
उत्तर. B
17. अलभकथन (A): लसांिु घार्ी सभ्यता आयट सभ्यता से पहिे रखी िई है।
कारण (R): लसांिु घार्ी सभ्यता को आयट सभ्यता से पहिे रखने का महत्वपूणट कारण ताँबा है।
उपरोतत क
े सांिभट में तनम्नलिखखत में से कौन सा एक सही है
A. A और R िोनों सत्य हैं और R, A की सही व्याख्या है।
B. A और R िोनों सत्य हैं िेककन R, A की सही व्याख्या नहीां है।
C. A सत्य है परन्तु R असत्य है।
D. A असत्य है परांतु R सत्य है।
उत्तर. C
व्याख्या: लसांिु घार्ी सभ्यता को आयट सभ्यता से पहिे रखने का महत्वपूणट कारण लमट्टी क
े बतटन हैं।
12. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 11
18. हडप्पा लिवप क
े सांबांि में तनम्नलिखखत कथनों पर ववचार करें।
1. अगिकाांश अलभिेख िम्बे हैं।
2. लिवप िाएँ से बाएँ लिखी जाती थी।
3. लिवप में 375 और 400 क
े बीच कहीां बहुत अगिक गचह्न हैं।
ऊपर दिए िए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A. क
े वि 1 और 2
B. क
े वि 1 और 3
C. क
े वि 2 और 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर. C
व्याख्या: हडप्पाई मुहरों पर आमतौर पर लिखने की एक पांक्तत होती है, क्जसमें शायि मालिक का
नाम और शीषटक होता है। ववद्वानों ने यह भी सुझाव दिया है कक मूि भाव (आमतौर पर एक
जानवर) उन िोिों क
े लिए एक अथट बताता है जो पढ़ नहीां सकते थे। अगिकाांश लशिािेख छोर्े हैं,
सबसे िांबे लशिािेखों में ििभि 26 सांक
े त हैं। हािाँकक यह लिवप आज तक पढ़ी नहीां जा सकी है,
यह स्पष्र् रूप से वणाटनुक्रम में नहीां थी तयोंकक इसमें 375 और 400 क
े बीच कहीां बहुत सारे सांक
े त
हैं। यह स्पष्र् है कक लिवप िाएँ से बाएँ लिखी िई थी।
19. हडप्पा सभ्यता में तनम्नलिखखत में से कौन सा खाद्यान्न बडे पैमाने पर पाया िया था?
1. िेहूँ
2. जौ
3. चावि
4. चना
नीचे दिए िए क
ू र् का प्रयोि कर सही उत्तर चुतनए:
13. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 12
A. क
े वि 1, 2 और 3
B. क
े वि 2, 3 और 4
C. क
े वि 1, 2 और 4
D. 1, 2, 3 और 4
उत्तर. C
व्याख्या: हडप्पावासी मछिी सदहत ववलभन्न प्रकार क
े पौिे और पशु उत्पाि खाते थे। पुरातत्वववि
जिे हुए अनाज और बीजों की खोज से आहार प्रथाओां का पुनतनटमाटण करने में सक्षम हैं। इनका
अध्ययन पुरातत्व-वनस्पततवविों द्वारा ककया जाता है, जो प्राचीन पौिों क
े अवशेषों क
े ववशेषज्ञ हैं।
हडप्पा स्थिों पर पाए जाने वािे अनाज में िेहूां, जौ, मसूर, चना और तति शालमि हैं। बाजरा
िुजरात क
े स्थिों से प्राप्त होता है। चावि क
े अवशेष अपेक्षाकृ त िुिटभ हैं।
20. हडप्पा काि क
े िौरान शहरी तनयोजन क
े सांबांि में तनम्नलिखखत कथनों पर ववचार करें
1. दुगत की ऊ
ां चाई इस तथ्य क
े कारण है कक इमारतों का तनमाटण लमट्टी की ईंर्ों क
े चबूतरे पर ककया
िया था।
2. िुिट और तनचिा निर िोनों िीवारों से तघरे हुए थे।
ऊपर दिए िए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A. क
े वि 1
B. क
े वि 2
C. 1 और 2 िोनों
D. न तो 1 और न ही 2
उत्तर. C
व्याख्या: बस्ती को िो भािों में बाांर्ा िया है, एक छोर्ा िेककन ऊ
ँ चा और िूसरा बहुत बडा िेककन
तनचिा। पुरातत्वववि इन्हें क्रमशः दुगत (Cetadel) और तनचिा शहर कहते हैं। दुगत की ऊ
ां चाई इस
तथ्य क
े कारण है कक इमारतों का तनमाटण लमट्टी की ईंर् क
े चबूतरे पर ककया िया था। यह िीवार से
तघरा हुआ था, क्जसका अथट था कक यह तनचिे शहर से शारीररक रूप से अिि था। तनचिा शहर भी
14. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 13
चारिीवारी से तघरा हुआ था। कई इमारतों को चबूतरे पर बनाया िया था, जो नीांव क
े रूप में काम
करती थीां।
र्ैदिक ििंस्कृ ति
21. िोत्र शब्ि पहिी बार _____ में आया है।
A. अथवटवेि
B. ऋग्वेि
C. सामवेि
D. यजुवेि
उत्तर. B
व्याख्या: ऋग्वेि में पहिी बार 'िोत्र' शब्ि आया है।
22. पुराणों की सांख्या है :
A. 16
B. 18
C. 19
D. 21
उत्तर. B
व्याख्या: पारांपररक रूप से 18 पुराण हैं, िेककन 18 की कई अिि-अिि सूगचयाँ हैं, साथ ही 18 से
अगिक या कम की क
ु छ सूगचयाँ भी हैं। सबसे पुराने पुराणों की रचना शायि 350 और 750 CE क
े
बीच की िई थी। ये ब्रह्माण्ड, िेवी, क
ू मट, माक
ं डेय, मत्स्य, वामन, वराह, वायु और ववष्णु हैं।
15. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 14
23. 'िस राजाओां' का प्रलसद्ध युद्ध ककस निी क
े तर् पर िडा िया था?
A. िांिा
B. ब्रह्मपुत्र
C. कावेरी
D. परुष्णी
उत्तर. D
व्याख्या: िस राजाओां की िडाई सुिास ने जीती थी और यह परुष्णी या रावी निी क
े ककनारे िडी िई
थी।
24. िायत्री मांत्र ककस ग्रांथ में लमिता है?
A. उपतनषि
B. भिवतिीता
C. ऋग्वेि
D. यजुवेि
उत्तर. C
व्याख्या: ऋग्वेि क
े तीसरे मांडि में िायत्री मांत्र है जो सूयट िेवता साववत्री की स्तुतत में सांकलित ककया
िया था। इसकी रचना ऋवष ववचवालमत्र ने की थी।
25. ऋग्वेि में वखणटत 'यव' शब्ि ककस कृ वष उत्पाि क
े लिए प्रयुतत हुआ है?
A. जौ
B. ग्राम
C. चावि
D. िेहूां
16. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 15
उत्तर. A
व्याख्या: ऋग्वैदिक काि में मुख्य फसि यव या जौ थी।
26. सूची I को सूची II से सुमेलित कीक्जए और नीचे दिए िए क
ू र् से सही उत्तर चुतनए:
सूची I सूची II
a. तनष्क 1. बाि का वैदिक लसतका
b. उषा 2. ऋग्वैदिक लसतका
c. अपािा 3. िेवी
d. कृ ष्णिा 4. स्त्री कवतयत्री
कोड :
a b c d
A. 4 3 2 1
B. 3 1 4 2
C. 2 3 4 1
D. 3 2 1 4
उत्तर. D
व्याख्या: ऋग्वैदिक काि क
े तनष्क क
े अिावा, सोने और चाांिी क
े लसतक
े जैसे सतमान और कृ ष्णिा
का उपयोि बाि क
े वैदिक काि क
े िौरान ववतनमय क
े माध्यम क
े रूप में ककया िया था। ऋग्वैदिक
काि में मदहिाओां को उनक
े आध्याक्त्मक और बौवद्धक ववकास क
े लिए पुरुषों क
े समान अवसर दिए
िए थे। ऋि वैदिक काि में अपािा, ववचववारा, घोषा और िोपामुर्द्ा जैसी मदहिा कववतयत्री थीां।
मदहिाएां िोकवप्रय सभाओां में भी शालमि हो सकती थीां। बाि वववाह नहीां था और सती प्रथा
अनुपक्स्थत थी।
17. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 16
27. अलभकथन (A): ऋग्वेि में िाय शब्ि 176 बार आता है और ऋग्वेि में ककसी अन्य जानवर का
इतनी बार उल्िेख नहीां ककया िया है।
कारण (R): वैदिक िोि अतसर प्रजा (बच्चों) और पासु (मवेशी) क
े लिए प्राथटना करते हैं।
उपरोतत क
े सांिभट में तनम्नलिखखत में से कौन सा एक सही है
A. A और R िोनों सत्य हैं और R, A की सही व्याख्या है।
B. A और R िोनों सत्य हैं िेककन R, A की सही व्याख्या नहीां है।
C. A सत्य है परन्तु R असत्य है।
D. A असत्य है परांतु R सत्य है।
उत्तर. D
व्याख्या: ऋग्वेि और उसक
े बन्िुओां में अचव (घोडा) शब्ि सांस्कृ त, अवस्तान, ग्रीक, िैदर्न और अन्य
इांडो-यूरोपीय भाषाओां में प्रकर् होता है। अपने ववलभन्न रूपों में, अचव शब्ि ऋग्वेि में 215 बार आया
है; ककसी अन्य जानवर का इतनी बार उल्िेख नहीां ककया िया है। िाय शब्ि 176 बार और वृषभ
शब्ि 170 बार आया है। इन िोनों शब्िों को एक साथ िेने से पशुपािन क
े महत्व का पता चिता
है। हािाँकक, पशुपािकों पर घोडों पर आिाररत अलभजात विट का प्रभुत्व था।
28. अलभकथन (A): समाज क
े चार ववभाजन (ब्राह्मण, क्षबत्रय, वैचय और शूर्द्) या वणट व्यवस्था बाि
क
े वैदिक काि क
े िौरान पूरी तरह से स्थावपत की िई थी।
कारण (R): बाि क
े वैदिक काि क
े िौरान इांर्द् और अक्ग्न जैसे िेवताओां ने अपना महत्व खो दिया।
उपरोतत क
े सांिभट में तनम्नलिखखत में से कौन सा एक सही है
A. A और R िोनों सत्य हैं और R, A की सही व्याख्या है।
B. A और R िोनों सत्य हैं िेककन R, A की सही व्याख्या नहीां है।
C. A सत्य है परन्तु R असत्य है।
D. A असत्य है परांतु R सत्य है।
उत्तर. D
18. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 17
व्याख्या: उत्तर वैदिक काि में िोहे का व्यापक रूप से उपयोि ककया जाता था और इसने िोिों को
जांििों को साफ करने और खेती क
े तहत अगिक भूलम िाने में सक्षम बनाया। कृ वष मुख्य व्यवसाय
बन िया। िो उच्च विों - ब्राह्मण, और क्षबत्रय ने उन ववशेषागिकारों का आनांि लिया जो वैचयों और
शूर्द्ों को नकारे िए थे। एक ब्राह्मण ने क्षबत्रय की तुिना में एक उच्च स्थान पर कब्जा कर लिया
था, िेककन कभी-कभी क्षबत्रय ब्राह्मणों पर उच्च क्स्थतत का िावा करते थे। इस काि में उनक
े
व्यवसाय क
े आिार पर अनेक उप-जाततयाां प्रकर् हुईं। प्रजापतत (तनमाटता), ववष्णु (सांरक्षक) और रुर्द्
(ववध्वांसक) बाि क
े वैदिक काि क
े िौरान प्रमुख हो िए। बलििान अभी भी महत्वपूणट थे और उनसे
जुडे अनुष्ठान अगिक ववस्तृत हो िए थे।
29. बाि क
े वैदिक काि में राजनीततक सांिठन क
े सांबांि में तनम्नलिखखत कथनों पर ववचार करें
1. वविाता पूरी तरह से िायब हो िया।
2. सभा और सलमतत पर योद्धाओां और ब्राह्मणों का प्रभुत्व था।
ऊपर दिए िए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A. क
े वि 1
B. क
े वि 2
C. 1 और 2 िोनों
D. न तो 1 और न ही 2
उत्तर. C
व्याख्या: बाि क
े वैदिक काि में, ऋग्वैदिक जनजातीय सभाओां ने महत्व खो दिया, और उनकी कीमत
पर शाही सत्ता में वृवद्ध हुई। वविाता पूरी तरह से िायब हो िया; सभा और सलमतत अपनी जमीन
पर कायम रही िेककन उनका चररत्र बिि िया। अब उन पर सरिारों और िनी रईसों का तनयांत्रण
था, और मदहिाओां को अब उस सभा में बैठने की अनुमतत नहीां थी क्जस पर अब योद्धाओां और
ब्राह्मणों का प्रभुत्व था।
30. प्रारांलभक वैदिक समाज क
े सांबांि में तनम्नलिखखत में से कौन से कथन सही हैं?
1. पररवार ऋग्वैदिक समाज की मूि इकाई था।
19. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 18
2. इसकी प्रकृ तत वपतृसत्तात्मक थी।
3. एकि वववाह वववाह का सामान्य मानिांड था िेककन कई बार मुखखया बहुवववाह का अभ्यास करते
थे।
4. ऋग्वैदिक समाज एक सरि और काफी हि तक एक समतावािी समाज था।
नीचे दिए िए क
ू र् से उत्तर का चयन करें:
A. क
े वि 2, 3 और 4
B. क
े वि 1, 2 और 3
C. 1, 2, 3 और 4
D. क
े वि 1, 3 और 4
उत्तर. C
व्याख्या: कोई जातत ववभाजन नहीां था। व्यवसाय जन्म पर आिाररत नहीां था। एक पररवार क
े सिस्य
ववलभन्न व्यवसायों को अपना सकते हैं। हािाँकक इस अवगि क
े िौरान क
ु छ अांतर मौजूि थे। वणट या
रांि वैदिक और िैर-वैदिक िोिों क
े बीच प्रारांलभक भेिभाव का आिार था।
जैन धर्व और बौद्ध धर्व
31. तनम्नलिखखत में से कौन सा बौद्ध पववत्र स्थान तनरांजना निी क
े तर् पर क्स्थत है?
A. बोििया
B. क
ु शीनिर
C. िुांबबनी
D. ऋवषपार्न
उत्तर. A
20. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 19
व्याख्या: महाबोगि मांदिर, बौद्ध िमट क
े सबसे पववत्र स्थिों में से एक, बुद्ध क
े ज्ञानोिय (बोगि) क
े
स्थान को गचक्न्हत करता है। यह तनरांजना निी क
े तर् पर बोििया (मध्य बबहार राज्य, पूवोत्तर
भारत में) में क्स्थत है।
32. महावीर क
े प्रथम अनुयायी कौन थे?
A. जमािी
B. यशोिा
C. अनोज्जा
D. बत्रशिा
उत्तर. A
व्याख्या: जमािी जो महावीर क
े िामाि भी थे, महावीर क
े पहिे लशष्य थे। जमािी महावीर से
क
ु ण्डग्राम िाँव में लमिे जहाँ महावीर का जन्म हुआ था। जमािी ने पाांच सौ योद्धा जातत क
े साथ व्रत
लिया।
33. तनम्नलिखखत में से कौन बुद्ध क
े जीवनकाि में भी सांघ का नेता बनना चाहता था?
A. िेवित्त
B. महाकस्सप
C. उपािी
D. आनांि
उत्तर. A
व्याख्या: िेवित्त, (भारत में छठी शताब्िी ईसा पूवट फिा-फ
ू िा), बौद्ध लभक्षु क्जन्होंने सांघ (मठवासी
समुिाय) पर कठोर जीवन सांदहता िािू करक
े सुिार करने की माांि की। वह बुद्ध क
े चचेरे भाई थे।
34. जैन िमट में 'सम्पूणट बुवद्ध' क
े लिए ककस शब्ि का प्रयोि ककया जाता है?
21. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 20
A. क्जन
B. रत्ना
C. क
ै वल्य
D. तनवाटण
उत्तर. C
व्याख्या: क
ै वल्य शब्ि का अथट 'पूणट ज्ञान' या आध्याक्त्मक मुक्तत से है।
35. आठ िुना पथ की अविारणा ________ का ववषय बनाती है।
A. िीपवांश
B. दिव्याविान
C. महापररतनब्बन
D. िमट चक्र प्रचार सूत्र
उत्तर. D
व्याख्या: आष्र्ाांगिक मािट में आठ अभ्यास होते हैं: सम्यक दृक्ष्र्, सम्यक सांकल्प, सम्यक वाणी,
सम्यक आचरण, सम्यक आजीववका, सम्यक प्रयास, सम्यक स्मृतत और सम्यक समागि।
36. सूची I (बुद्ध की जीवन घर्ना) को सूची II (प्रतीकों) क
े साथ सुमेलित कीक्जए और नीचे दिए िए
क
ू र् से सही उत्तर चुतनए:
सूची I सूची II
a. जन्म 1. स्तूप
b. प्रथम उपिेश 2. कमि और बैि
c. तनवाटण 3. िमटचक्र
d. पररतनवाटण 4. बोगि वृक्ष
22. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 21
कोड :
a b c d
A. 4 3 2 1
B. 3 1 4 2
C. 2 3 4 1
D. 3 4 1 2
उत्तर. C
व्याख्या:
घर्ना प्रतीक
बुद्ध का जन्म कमि और बैि
महान प्रस्थान (महालभतनष्क्रमण) घोडा
ज्ञानोिय (तनवाटण) बोगि वृक्ष
प्रथम उपिेश (िम्मचक्र प्रचार) पदहया
मृत्यु (पररतनवाटण) स्तूप
37. अलभकथन (A): बुद्ध की मृत्यु क
े तुरांत बाि राजिृह में एक पररषि बुिाई िई थी जहाँ उपािी ने
ववनय वपर्क (आिेश क
े तनयम) का पाठ ककया था।
कारण (R): यहाँ आनांि ने सुत्तवपर्क (बुद्ध क
े उपिेश या लसद्धाांत और नैततकता) का पाठ ककया।
उपरोतत क
े सांिभट में तनम्नलिखखत में से कौन सा एक सही है
A. A और R िोनों सत्य हैं और R, A की सही व्याख्या है।
B. A और R िोनों सत्य हैं िेककन R, A की सही व्याख्या नहीां है।
23. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 22
C. A सत्य है परन्तु R असत्य है।
D. A असत्य है परांतु R सत्य है।
उत्तर. B
व्याख्या: पहिी बौद्ध पररषि 400 ईसा पूवट में बुद्ध क
े महापररतनवाटण क
े तुरांत बाि 400 ईसा पूवट में
राजा अजातशत्रु क
े सांरक्षण में आयोक्जत की िई थी, क्जसमें लभक्षु महाकचयप सप्तपणी िुफा में
राजिृह की अध्यक्षता कर रहे थे।
38. तनम्नलिखखत में से कौन से भारत में बौद्ध िमट क
े पतन क
े कारण हैं?
1. ब्राह्मणवाि क
े पुनरुत्थान और भािवतवाि क
े उिय क
े कारण बौद्ध िमट की िोकवप्रयता में गिरावर्
आई।
2. बौद्ध िमट की भाषा क
े रूप में जनता की भाषा पािी का उपयोि पहिी शताब्िी ईस्वी से छोड
दिया िया था।
3. महायान बौद्ध िमट क
े जन्म क
े बाि, मूततट पूजा और प्रसाि चढ़ाने की प्रथा ने नैततक मानकों का
ह्रास ककया।
नीचे दिए िए क
ू र् से उत्तर चुतनए –
A. क
े वि 2 और 3
B. क
े वि 1 और 2
C. क
े वि 1 और 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर. D
व्याख्या: बौद्धों ने सांभ्ाांत विट की भाषा सांस्कृ त को अपनाना शुरू ककया। इसक
े अिावा, 5वीां और 6वीां
शताब्िी में हूणों क
े हमिे और 12वीां शताब्िी में तुकी आक्रमणकाररयों ने मठों को नष्र् कर दिया।
इन सभी कारकों ने भारत में बौद्ध िमट क
े पतन में योििान दिया।
24. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 23
39. नीचे सूचीबद्ध चार राजाओां में से कौन से िो राजा विटमान महावीर और िौतम बुद्ध क
े साथ
समान रूप से लमत्रवत थे?
1. मिि का बबंबबसार
2. मिि का अजातशत्रु
3. कोशि क
े प्रसेनक्जत
4. अवांती का प्रद्योत
A. 3 और 4
B. 1 और 4
C. 2 और 3
D. 1 और 3
उत्तर. B
व्याख्या: बबांबबसार महावीर और बुद्ध िोनों क
े समकािीन थे। जैन ग्रांथों में उल्िेख है कक वह भिवान
महावीर क
े लशष्य थे। बौद्ध ग्रांथों में उल्िेख लमिता है कक ज्ञानोिय से पहिे वह बुद्ध से लमिे थे। बुद्ध
ने उन्हें ज्ञान प्राप्त होने क
े बाि अपनी राजिानी आने का वािा ककया। वह बुद्ध क
े सांरक्षक थे और
सद्भावना क
े प्रतीक क
े रूप में उन्होंने सांघ को बाांस ग्रोव (करांि वेणु वन) भेंर् ककया। अवांती का
प्रद्योत बबांबबसार का समकािीन था।
40. अजातशत्रु क
े सांबांि में तनम्नलिखखत कथनों पर ववचार कीक्जए।
1. कहा जाता है कक वह िौतम बुद्ध से लमिे थे।
2. भरिुत की मूततटयों में इस दृचय का गचत्रण ककया िया है।
3. प्रथम बौद्ध सांिीतत क
े आयोजन में उनकी महत्वपूणट भूलमका थी।
ऊपर दिए िए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A. क
े वि 1 और 2
B. क
े वि 1 और 3
25. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 24
C. क
े वि 2 और 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर. D
व्याख्या: अजातशत्रु का शासनकाि उसकी सैन्य ववजय क
े लिए उल्िेखनीय था। उसने कोशि और
वैशािी क
े ववरुद्ध युद्ध ककया। वैशािी क
े लिच्छववयों क
े नेतृत्व में एक िुजेय सांघ क
े खखिाफ उन्हें बडी
सफिता लमिी। इससे उसकी शक्तत और प्रततष्ठा में वृवद्ध हुई थी। यह युद्ध ििभि सोिह वषट तक
चिा। यह वह समय था जब अजातशत्रु को छोर्े से िाँव, पार्लिग्राम (भववष्य क
े पार्लिपुत्र) क
े
सामररक महत्व का एहसास हुआ। उन्होंने इसे वैशािी क
े खखिाफ सांचािन क
े सुवविाजनक आिार क
े
रूप में काम करने क
े लिए मजबूत ककया। बौद्ध और जैन िोनों का िावा है कक अजातशत्रु उनक
े िमट
क
े अनुयायी थे। िेककन आमतौर पर यह माना जाता है कक शुरुआत में वह जैन िमट का अनुयायी था
और बाि में उसने बौद्ध िमट ग्रहण कर लिया। कहा जाता है कक वह िौतम बुद्ध से लमिे थे। यह दृचय
भरिुत की मूततटयों में भी िशाटया िया है। महावांश क
े अनुसार, उन्होंने कई चैत्यों और ववहारों का
तनमाटण ककया। उन्होंने बुद्ध की मृत्यु क
े तुरांत बाि राजिृह में प्रथम बौद्ध सांिीतत क
े आयोजन में भी
महत्वपूणट भूलमका तनभाई थी।
र्हाजनपि और र्गध का उिय
41. उज्जैन का प्राचीन नाम तया था?
A. तक्षलशिा
B. इांर्द्प्रस्थ
C. अवांततका
D. उपरोतत में से कोई नहीां
उत्तर. C
व्याख्याः उज्जैन को प्राचीन काि में 'अवांततका' क
े नाम से जाना जाता था। उज्जैन जनसांख्या क
े
दहसाब से मध्य प्रिेश का पाांचवाां सबसे बडा शहर है। उज्जतयनी अवांती राज्य की राजिानी थी। िूसरी
शताब्िी ईसा पूवट क
े िौरान उज्जैन सम्रार् अशोक का क
ें र्द् था।
26. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 25
42. 16 महाजनपिों की अवगि में मथुरा ककसकी राजिानी थी?
A. वज्जी
B. वत्स
C. काशी
D. सुरसेन
उत्तर. D
व्याख्या: मथुरा 16 महाजनपिों में से एक, सुरसेन की राजिानी थी, जो छठी और चौथी शताब्िी
ईसा पूवट क
े बीच अक्स्तत्व में थी। यह उत्तर प्रिेश में वतटमान बृज क
े अनुरूप एक क्षेत्र में क्स्थत था।
सुरसेन नाम का उल्िेख रामायण में लमिता है।
43. उितयन-वासवित्त की कथा सांबांगित____ से िै।
A. उज्जैन
B. मथुरा
C. मदहष्मती
D. कौशाम्बी
उत्तर. D
व्याख्या: उियन-वासवित्त की कथा कौशाम्बी से सांबांगित है। यह कहानी उियन और वासवित्त क
े
बीच की बातचीत क
े साथ समकािीन समाज पर प्रकाश डािने का प्रयास करती है।
44. छठी शताब्िी ई.पू. क
े िौरान ववचव की प्रथम िणताांबत्रक व्यवस्था कहाँ थी? क्स्थत है?
A. वैशािी
B. एथेंस
27. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 26
C. स्पार्ाट
D. पार्लिपुत्र
उत्तर. A
व्याख्या: जैन िमट और बौद्ध िमट िोनों क
े ग्रांथों में वैशािी क
े ववलभन्न सांिभों का पता ििाया जा
सकता है; इन ग्रांथों की जानकारी क
े आिार पर, वैशािी को 6वीां शताब्िी ईसा पूवट में एक िणतांत्र क
े
रूप में स्थावपत ककया िया था, यानी िौतम बुद्ध क
े जन्म से पहिे, क्जससे यह िुतनया का पहिा
िणतांत्र बन िया।
45. ईसा पूवट छठी शताब्िी क
े 16 महाजनपिों का वणटन ककस बुद्ध ग्रांथ में ककया िया है?
A. िीघतनकाय
B. बत्रवपर्क
C. िीपवांश
D. अांिुअत्तर तनकाय
उत्तर. D
व्याख्या: अांिुत्तर तनकाय, महावस्तु (बौद्ध ग्रांथ), भिवती सूत्र (जैन ग्रांथ) ग्रांथों में 16 महाजनपिों का
उल्िेख है।
46. पक्चचम से पूवट की ओर जाने वािे तनम्नलिखखत महाजनपिों को सही क्रम में व्यवक्स्थत कीक्जए:
1. अवांती
2. मिि
3. मत्स्य
4. कोशि
कोड:
28. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 27
A. 1 3 4 2
B. 1 3 2 4
C. 1 4 3 2
D. 1 2 3 4
उत्तर. A
47. अलभकथन (A): क
ु छ महाजनपि, क्जन्हें िण या सांघ क
े रूप में जाना जाता है, क
ु िीन विट थे।
कारण (R): महावीर और बुद्ध िोनों ऐसे िणों क
े थे।
उपरोतत क
े सांिभट में तनम्नलिखखत में से कौन सा एक सही है
A. A और R िोनों सत्य हैं और R, A की सही व्याख्या है।
B. A और R िोनों सत्य हैं िेककन R, A की सही व्याख्या नहीां है।
C. A सत्य है परन्तु R असत्य है।
D. A असत्य है परांतु R सत्य है।
उत्तर. B
व्याख्या: प्रारांलभक बौद्ध और जैन ग्रांथों में, अन्य बातों क
े अिावा, सोिह राज्यों का उल्िेख है, क्जन्हें
महाजनपि क
े रूप में जाना जाता है। हािाँकक सूगचयाँ अिि-अिि हैं, क
ु छ नाम जैसे वक्ज्ज, मिि,
कोशि, क
ु रु, पांचाि, िाांिार और अवांती अतसर आते हैं। स्पष्र् रूप से, ये सबसे महत्वपूणट
महाजनपिों में से थे। जबकक अगिकाांश महाजनपिों पर राजाओां का शासन था, क
ु छ, क्जन्हें िणसोर
सांघ क
े रूप में जाना जाता था, क
ु िीनतांत्र थे, जहाँ कई पुरुषों द्वारा सत्ता साझा की जाती थी, क्जन्हें
अतसर सामूदहक रूप से राजा कहा जाता था। महावीर और बुद्ध िोनों ऐसे ही िणों क
े थे।
48. अलभकथन (A): िांिा घार्ी क
े िेहूां उिाने वािे क्षेत्र में अांि और मिि क्स्थत थे।
कारण (R): कृ वष उत्पािन में चावि िेहूँ से अगिक हो जाता है क्जससे चावि उिाने वािे क्षेत्र में
जनसांख्या का घनत्व अगिक हो जाता है।
29. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 28
उपरोतत क
े सांिभट में तनम्नलिखखत में से कौन सा एक सही है
A. A और R िोनों सत्य हैं और R, A की सही व्याख्या है।
B. A और R िोनों सत्य हैं िेककन R, A की सही व्याख्या नहीां है।
C. A सत्य है परन्तु R असत्य है।
D. A असत्य है परांतु R सत्य है।
उत्तर. C
49. तनम्नलिखखत कथनों पर ववचार कीक्जए।
1. भारत पर सबसे पहिे आक्रमण करने वािे यूनानी थे, क्जन्हें इांडो-ग्रीक कहा जाता है।
2. सबसे प्रलसद्ध भारतीय-यूनानी शासक लमनाांडर था।
3. लमनाांडर को हररसेना ने बौद्ध िमट में पररवततटत ककया था।
ऊपर दिए िए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A. क
े वि 1 और 2
B. क
े वि 1 और 3
C. क
े वि 2 और 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर. A
व्याख्या: भारत पर आक्रमण करने वािे पहिे यूनानी थे, क्जन्हें इांडो-ग्रीक या इांडो-बैक्तरयन कहा
जाता है। िूसरी शताब्िी ईसा पूवट की शुरुआत में, इांडो-यूनातनयों ने उत्तर-पक्चचमी भारत क
े एक बडे
दहस्से पर कब्जा कर लिया, लसक
ां िर द्वारा जीते िए क्षेत्र की तुिना में बहुत बडा क्षेत्र। कहा जाता है
कक वे अयोध्या और पार्लिपुत्र तक आिे बढ़े। हािाँकक, यूनानी भारत में एकजुर् शासन स्थावपत
करने में ववफि रहे। िो ग्रीक राजवांशों ने एक साथ समानाांतर रेखाओां पर उत्तर-पक्चचमी भारत पर
शासन ककया। सबसे प्रलसद्ध इांडो-ग्रीक शासक मेनेंडर (165-45 ईसा पूवट) थे, क्जन्हें लमलिांडा क
े नाम से
भी जाना जाता है। उसकी राजिानी पांजाब में सकिा (आिुतनक लसयािकोर्) में थी; और िांिा-यमुना
30. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 29
िोआब पर आक्रमण ककया। सकिा और मथुरा सदहत उनक
े प्रभुत्व में उनक
े पास कई महान शहर थे।
वह अपने प्रभुत्व में लसतकों की वववविता और व्यापक प्रसार क
े लिए जाना जाता है। उन्हें नािसेन
द्वारा बौद्ध िमट में पररवततटत ककया िया था, क्जन्हें नािाजुटन क
े नाम से भी जाना जाता है।
50. िाइडेस्पीज (झेलम) की िडाई ______ क
े बीच िडी िई थी।
1. लसक
ां िर
2. पोरस
3. घनानंद
4. डेररयस आई
नीचे दिए िए क
ू र् का प्रयोि कर सही उत्तर चुतनए:
A. क
े वि 1 और 2
B. क
े वि 2 और 3
C. क
े वि 3 और 4
D. क
े वि 1 और 4
उत्तर. A
व्याख्या: 327 ई.पू. लसक
ां िर ने दहांिुक
ु श पवटत को पार ककया और क़बीिों से िडने में ििभि िस
महीने बबताए। उसने फरवरी 326 ई.पू. में नावों क
े पुि क
े सहारे लसन्िु निी पार की। तक्षलशिा क
े
शासक अम्भी ने उनका िमटजोशी से स्वाित ककया। वहाँ से लसक
ां िर ने पोरस को सन्िेश भेजा कक
वह समपटण कर िे। िेककन पोरस ने मना कर दिया और लसक
ां िर क
े खखिाफ िडने का फ
ै सिा ककया।
कफर लसक
ां िर ने तक्षलशिा से हाइडस्पेस (झेिम) निी क
े तर् पर चढ़ाई की। निी क
े उस पार उसने
पोरस की ववशाि सेना िेखी।
र्ौयव िाम्राज्य
31. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 30
51. अशोक क
े तनम्नलिखखत में से ककस लशिािेख में िक्षक्षण भारतीय राज्यों का उल्िेख ककया िया
है?
A. िूसरा प्रमुख लशिािेख
B. पहिा स्तांभ लशिािेख
C. तीसरा प्रमुख लशिािेख
D. नौवाां प्रमुख लशिािेख
उत्तर. A
व्याख्या: िूसरे प्रमुख लशिािेख में िक्षक्षण भारत क
े पाांड्यों, सत्यपुरों और क
े रिपुत्रों का उल्िेख है।
52. पुष्यलमत्र शुांि, क्जसने अांततम मौयट शासक बृहर्द्थ की हत्या की और शुांि वांश की स्थापना की,
वह था:
A. मौयों क
े प्रिान मांत्री
B. सामांती शासक
C. मौयों क
े सेनापतत
D. ऊपर A. और B. िोनों
उत्तर. C
53. मौयट काि में 'सीता' का अथट है_____?
A. एक िालमटक सांप्रिाय
B. बांजर भूलम
C. एक िेवी
D. राजकीय भूलम से राजस्व
उत्तर. D
32. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 31
54. तनम्नलिखखत में से कौन सा इांडडका क
े िेखक द्वारा व्यतत नहीां ककया िया था?
A. पार्लिपुत्र की राजिानी में 570 मीनारें थीां।
B. भारतीय िरीबी और सभी प्रकार क
े िुखों से पीडडत थे।
C. भारतीय चीांदर्याँ िोमडडयों क्जतनी बडी थीां और पृथ्वी से सोना तनकाि सकती थीां।
D. बडी भारतीय सेनाओां ने हागथयों को युद्ध जानवरों क
े रूप में इस्तेमाि ककया।
उत्तर. B
व्याख्या: इांडडका ग्रीक िेखक मेिस्थनीज द्वारा लिखखत मौयट भारत का िेखा-जोखा है। मौयट साम्राज्य
क
े तहत प्राचीन भारत क
े पुनतनटमाटण में इांडडका का महत्व है। यह हमें भारत की समृद्ध सांस्कृ तत और
अथटव्यवस्था को दिखाता है और हमें प्राचीन भारतीय िोिों क
े प्रशासन, ववववि सांस्कृ तत और िशटन
को समझने में भी मिि करता है।
55. अशोक क
े तनम्नलिखखत लशिािेखों में से कौन सा लशिािेख क
ु छ त्योहारों पर पशु बलि पर
प्रततबांि ििाता है, क्जसमें सांभवतः जानवरों की हत्या पर भी प्रततबांि शालमि है?
A. स्तांभ लशिािेख V
B. स्तंभ सशलालेख XI
C. स्तंभ सशलालेख I
D. स्तंभ सशलालेख IX
उत्तर. C
56. तनम्नलिखखत लशिािेखों में से कौन सा एक लशिािेख सांकर् क
े समय उपयोि ककए जाने वािे
िो अन्न भांडारों क
े तनमाटण को सांिलभटत करता है?
A. िामोिरपुर ताांबे की प्िेर्
B. मिुबन ताांबे की प्िेर्
33. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 32
C. पूना ताांबे की प्िेर्
D. सोहािौरा ताांबे की प्िेर्
उत्तर. D
व्याख्या: प्राचीनतम ज्ञात ताम्रपत्र, क्जसे सोहिौरा ताम्र-प्िेर् क
े नाम से जाना जाता है, एक मौयट
अलभिेख है क्जसमें अकाि राहत प्रयासों का उल्िेख है। सोहिौरा ताांबे की प्िेर् सांकर् क
े समय
उपयोि की जाने वािी कोष्ठिारा (अनाज) की एक जोडी को सांिलभटत करती है।
57. अलभकथन (A): मौयट वांश की स्थापना चांर्द्िुप्त मौयट ने की थी।
कारण (R): चांर्द्िुप्त क
े िुचमनों क
े खखिाफ चाणतय की चािें ववशाखित्त द्वारा लिखखत एक नार्क
मुर्द्ाराक्षस में ववस्तार से वखणटत हैं।
उपरोतत क
े सांिभट में तनम्नलिखखत में से कौन सा एक सही है
A. A और R िोनों सत्य हैं और R, A की सही व्याख्या है।
B. A और R िोनों सत्य हैं िेककन R, A की सही व्याख्या नहीां है।
C. A सत्य है परन्तु R असत्य है।
D. A असत्य है परांतु R सत्य है।
उत्तर. B
व्याख्या: मौयट वांश की स्थापना चांर्द्िुप्त मौयट ने की थी, जो एक सािारण पररवार से ताल्िुक रखते
थे। ब्राह्मणवािी परांपरा क
े अनुसार, उनका जन्म नांिों क
े िरबार में एक शूर्द् मदहिा मुरा से हुआ था।
हािाँकक, पहिे की एक बौद्ध परांपरा मौयों को नेपािी तराई क
े पास िोरखपुर क
े क्षेत्र में वपप्पलिवाना
क
े छोर्े िणराज्य क
े शासक कबीिे क
े रूप में बोिती है। सभी सांभावना में, चांर्द्िुप्त इसी कबीिे क
े
सिस्य थे। उसने अपने शासन क
े अांततम दिनों में नांिों का िाभ उठाया। चाणतय, जो कौदर्ल्य क
े
नाम से जाने जाते हैं, की मिि से उन्होंने नांिों को उखाड फ
ें का और मौयट वांश का शासन स्थावपत
ककया। नौवीां शताब्िी में ववशाखित्त द्वारा लिखखत नार्क, मुर्द्ाराक्षस में चांर्द्िुप्त क
े िुचमनों क
े
खखिाफ चाणतय की साक्जशों का ववस्तार से वणटन ककया िया है। आिुतनक समय में, कई नार्क
इस पर आिाररत रहे हैं।
34. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 33
58. अलभकथन (A): अथटशास्त्र की पाांडुलिवप पहिी बार 1904 में आर शमा शास्त्री द्वारा खोजी िई
थी।
कारण (R): अथटशास्त्र में 15 पुस्तक
ें और 180 अध्याय हैं।
उपरोतत क
े सांिभट में तनम्नलिखखत में से कौन सा एक सही है।
A. A और R िोनों सत्य हैं और R, A की सही व्याख्या है।
B. A और R िोनों सत्य हैं िेककन R, A की सही व्याख्या नहीां है।
C. A सत्य है परन्तु R असत्य है।
D. A असत्य है परांतु R सत्य िै।
उत्तर. B
व्याख्या: सांस्कृ त में अथटशास्त्र चांर्द्िुप्त मौयट क
े समकािीन कौदर्ल्य द्वारा लिखा िया था। कौदर्ल्य
को 'भारतीय मैककयावेिी' भी कहा जाता था। अथटशास्त्र की पाांडुलिवप पहिी बार 1904 में आर. शामा
शास्त्री द्वारा खोजी िई थी। अथटशास्त्र में 15 पुस्तक
ें और 180 अध्याय हैं, िेककन इसे तीन भािों
में ववभाक्जत ककया जा सकता है: पहिा राजा और उसकी पररषि और सरकार क
े ववभािों से सांबांगित
है; लसववि और आपरागिक कानून क
े साथ िूसरा; और तीसरा क
ू र्नीतत और युद्ध क
े साथ। यह मौयों
क
े इततहास का सबसे महत्वपूणट सादहक्त्यक स्रोत है।
59. फाह्यान की यात्रा क
े सांबांि में तनम्नलिखखत कथनों पर ववचार करें।
1. चांर्द्िुप्त द्ववतीय क
े शासनकाि में फाह्यान भारत आया था।
2. उनकी यात्रा का मुख्य उद्देचय बुद्ध की भूलम को िेखना और बौद्ध पाांडुलिवपयों को एकत्र करना था।
3. उन्हें राजनीततक मामिों में कोई दििचस्पी नहीां थी।
ऊपर दिए िए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A. क
े वि 1 और 2
B. क
े वि 1 और 3
C. क
े वि 2 और 3
35. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 34
D. 1, 2 और 3
उत्तर. D
व्याख्या: प्रलसद्ध चीनी यात्री फाह्यान ने चांर्द्िुप्त द्ववतीय क
े शासनकाि में भारत की यात्रा की थी।
भारत में अपने नौ वषों क
े प्रवास में से उन्होंने छह वषट िुप्त साम्राज्य में बबताए। वह खोतान,
काशिर, िाांिार और पांजाब होते हुए थि मािट से भारत आया था। उन्होंने अन्य स्थानों क
े अिावा
पेशावर, मथुरा, कन्नौज, श्रावस्ती, कवपिवस्तु, क
ु शीनिर, पार्लिपुत्र, काशी और बोििया का िौरा
ककया। वह सीिोन और जावा क
े रास्ते का िौरा करते हुए समुर्द्ी मािट से िौर्ा। उनकी यात्रा का
मुख्य उद्देचय बुद्ध की भूलम को िेखना और भारत से बौद्ध पाांडुलिवपयों को एकत्र करना था। उनकी
रुगच मुख्यतः िमट में थी।
60. तनम्नलिखखत कथनों पर ववचार कीक्जएः
1. पुष्यलमत्र शुांि बौद्ध िमट क
े कट्टर अनुयायी थे।
2. पुष्यलमत्र शुांि क
े शासन काि में भरहुत और साांची क
े बौद्ध स्मारकों का जीणोद्धार ककया िया और
उनमें और सुिार ककया िया।
उपरोतत में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?
A. 1 और 2 िोनों
B. क
े वि 2
C. क
े वि 1
D. न तो 1 और न ही 2
उत्तर. B
व्याख्या: पुष्यलमत्र ब्राह्मणवाि का कट्टर अनुयायी था। उन्होंने िो अचवमेि यज्ञ ककए। बौद्ध स्रोत उन्हें
बौद्ध िमट क
े उत्पीडक क
े रूप में सांिलभटत करते हैं। िेककन इस बात क
े पयाटप्त प्रमाण हैं कक पुष्यलमत्र
ने बौद्ध किा का सांरक्षण ककया था। उसक
े शासनकाि क
े िौरान, भरहुत और साांची में बौद्ध स्मारकों
का जीणोद्धार ककया िया और उनमें और सुिार ककया िया। साांस्कृ ततक क्षेत्र में उन्होंने ब्राह्मणवाि
और अचवबलि को पुनजीववत ककया। उन्होंने वैष्णववाि और सांस्कृ त भाषा क
े ववकास को भी बढ़ावा
दिया। सांक्षेप में, उनका शासन िुप्तों क
े स्वणट युि की शानिार प्रत्याशा थी।
36. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 35
ििंगर् युग और अन्य प्रश्न
61. तनम्नलिखखत में से ककस मांदिर पररसर में नांिी की एक ववशाि मूततट है, क्जसे भारत में सबसे
बडी माना जाता है?
A. क
ां िाररया महािेव मांदिर
B. लिांिराज मांदिर
C. बृहिेचवर मांदिर
D. िेपाक्षी मांदिर
उत्तर. C
व्याख्या: तांजावुर में बृहिेचवर मांदिर का तनमाटण राजाराजा प्रथम ने 1009 ईस्वी में भिवान लशव की
पूजा क
े लिए करवाया था। उनकी कई उपिक्ब्ियाां यहाां अांककत हैं। यह चोि स्थापत्य किा का
सवोत्तम उिाहरण है।
62. चोि साम्राज्य का ववस्तार ककस क्षेत्र में हुआ था?
A. होयसि
B. मािाबार तर्
C. ववजयनिर क्षेत्र
D. कोरोमांडि तर् और ितकन का क
ु छ क्षेत्र
उत्तर. D
व्याख्या: अपने चरम पर, चोि साम्राज्य िक्षक्षण में श्रीिांका क
े उत्तरी भािों से िेकर उत्तर में
िोिावरी कृ ष्णा निी बेलसन तक भर्कि में कोंकण तर् तक, िक्षद्वीप और माििीव क
े अिावा पूरे
मािाबार तर् तक फ
ै िा हुआ था।
37. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 36
63. सांिम सादहत्य में तनम्नलिखखत में से ककस राजवांश का उल्िेख नहीां है?
A. चोि
B. चेर
C. किम्ब
D. पाांड्या
उत्तर. D
व्याख्या: किांब कनाटर्क, भारत का एक प्राचीन शाही पररवार था, क्जसने उत्तरी कनाटर्क और वतटमान
उत्तर कन्नड क्जिे क
े बनवासी से कोंकण पर शासन ककया था। साम्राज्य की स्थापना 345 CE में
मयूरशमाट द्वारा की िई थी और बाि क
े समय में शाही अनुपात में ववकलसत होने की क्षमता दिखाई
िी।
64. तनम्नलिखखत में से ककस चोि शासक को चोि िांिम नामक एक ववशाि कृ बत्रम झीि बनाने का
श्रेय दिया जाता है?
A. राजागिराज
B. राजेंर्द्-प्रथम
C. राजराजा-प्रथम
D. राजराजा-द्ववतीय
उत्तर. B
व्याख्या: 1023 ई. में िांिा क
े मैिानों पर ववजय प्राप्त करने क
े बाि राजेंर्द्-प्रथम ने अपनी ववजय
की स्मृतत में िांिईकोंडचोिपुरम नामक एक महान शहर और एक लशव मांदिर िांिाईकोंडचोिीस्वरार
और एक झीि चोि िांिाम का तनमाटण ककया।
65. तनम्नलिखखत में से कौन सा प्राचीन भारत में िक्षक्षण भारतीय व्यापाररयों का एक बडा,
प्रभावशािी सांघ था?
38. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 37
A. चतुवेिीमांििम
B. पररषि
C. अष्र्दिकिज
D. मनीग्राम
उत्तर. D
व्याख्या: मखणग्रामम 10वीां-12वीां शताब्िी CE में पक्चचमी चािुतय शासकों की अवगि क
े िौरान
िक्षक्षण भारतीय व्यापाररयों का एक बडा, प्रभावशािी सांघ था।
66. चोि साम्राज्य क
े सांबांि में तनम्नलिखखत कथनों पर ववचार कीक्जए।
1. मिुरै में उनकी राजनीततक शक्तत का मुख्य क
ें र्द् स्थावपत ककया िया।
2. चोि साम्राज्य पेन्नार और वेिार नदियों क
े बीच क्स्थत था।
ऊपर दिए िए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A. क
े वि 1
B. क
े वि 2
C. 1 और 2 िोनों
D. न तो 1 और न ही 2
उत्तर. B
व्याख्या: चोि साम्राज्य, क्जसे प्रारांलभक मध्यकाि में चोिमांडिम (कोरोमांडि) कहा जाने ििा, पेन्नार
और वेिार नदियों क
े बीच पाांड्यों क
े क्षेत्र क
े उत्तर-पूवट में क्स्थत था। सांिम ग्रांथों से हमें चोिों क
े
राजनीततक इततहास का क
ु छ पता चिता है। कपास क
े व्यापार क
े लिए प्रलसद्ध स्थान उरैयूर में उनकी
राजनीततक सत्ता का मुख्य क
ें र्द् स्थावपत हुआ।
67. अलभकथन (A): पल्िवों क
े तहत जातत व्यवस्था अत्यगिक कठोर हो िई।
39. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 38
कारण (R): पल्िव शासन क
े िौरान ब्राह्मणों को भूलम अनुिान आम थे।
उपरोतत क
े सांिभट में तनम्नलिखखत में से कौन सा एक सही है
A. A और R िोनों सत्य हैं और R, A की सही व्याख्या है।
B. A और R िोनों सत्य हैं िेककन R, A की सही व्याख्या नहीां है।
C. A सत्य है परन्तु R असत्य है।
D. A असत्य है परांतु R सत्य है।
उत्तर. B
व्याख्या: तलमि समाज ने पल्िव काि क
े िौरान एक महान पररवतटन िेखा। जातत व्यवस्था कठोर हो
िई। ब्राह्मणों का समाज में उच्च स्थान था। उन्हें राजाओां और रईसों द्वारा भूलम-अनुिान दिया
जाता था। उन्हें मांदिरों की िेखभाि की क्जम्मेिारी भी िी िई थी। पल्िव काि में शैववाि और
वैष्णववाि का उिय हुआ और बौद्ध और जैन िमट का पतन भी हुआ।
68. अलभकथन (A): सांिम सादहत्य िालमटक सादहत्य का िठन नहीां करता है।
कारण (R): सांिम सादहत्य छोर्ी और िांबी कववताओां की रचना कई कववयों ने ववलभन्न नायकों और
नातयकाओां की प्रशांसा में की थी।
उपयुटतत क
े सांिभट में तनम्नलिखखत में से कौन-सा एक सही है?
A. A और R िोनों सत्य हैं और R, A की सही व्याख्या है।
B. A और R िोनों सत्य हैं िेककन R, A की सही व्याख्या नहीां है।
C. A सत्य है परन्तु R असत्य है।
D. A असत्य है परांतु R सत्य है।
उत्तर. B
व्याख्या: सांिम ग्रांथ वैदिक ग्रांथों, ववशेषकर ऋग्वेि से लभन्न हैं। वे िालमटक सादहत्य का िठन नहीां
करते हैं। छोर्ी और िांबी कववताएँ कई कववयों द्वारा ववलभन्न नायकों और नातयकाओां की प्रशांसा में
रगचत हैं और इस प्रकार प्रकृ तत में िमटतनरपेक्ष हैं।
40. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 39
69. तोल्काक्प्पयम क
े सांबांि में तनम्नलिखखत कथनों पर ववचार करें।
1. तोल्काप्प्पयम टोल्कपपयार द्वारा रगचत है।
2. यह तलमि व्याकरण पर एक काम है।
3. यह सांिम काि की राजनीततक और सामाक्जक आगथटक क्स्थततयों की जानकारी भी प्रिान करता
है।
ऊपर दिए िए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A. क
े वि 1 और 2
B. क
े वि 1 और 3
C. क
े वि 2 और 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर. D
व्याख्या: सांिम सादहत्य क
े कोष में तोल्काक्प्पयम, एट्टुर्ोिाई, पट्टुपट्टू, पागथनेनककिकनतक
ु और िो
महाकाव्य - लसिप्पागथिरम और मखणमेिािाई शालमि हैं। टोल्कपपयार द्वारा लिखखत तोल्काप्प्पयम
तलमि सादहत्य का सबसे पुराना है। यह तलमि व्याकरण पर एक काम है िेककन यह सांिम काि की
राजनीततक और सामाक्जक आगथटक क्स्थततयों पर जानकारी प्रिान करता है।
70. सांिम सादहत्य क
े सांबांि में तनम्नलिखखत कथनों पर ववचार कीक्जए।
1. सांिम सादहत्य में कववता की ििभि 30,000 पांक्ततयाँ शालमि हैं क्जन्हें एट्टुट्टोकाई नामक आठ
सांकिनों में व्यवक्स्थत ककया िया है।
2. िो मुख्य समूह पततनेंककि कन्नतक
ू (अठारह तनचिे सांग्रह) और पट्टुपट्टू (िस िाने) हैं।
3. बाि वािे को आम तौर पर पूवट की तुिना में पुराना माना जाता है।
ऊपर दिए िए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A. क
े वि 1 और 2
41. General Studies Paper#1-Sectional Paper#1
Target PCS Lucknow Page 40
B. क
े वि 1 और 3
C. क
े वि 2 और 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर. A
व्याख्या: सांिम सादहत्य में कववता की ििभि 30,000 पांक्ततयाँ शालमि हैं क्जन्हें एट्टुट्टोकाई नामक
आठ सांकिनों में व्यवक्स्थत ककया िया है। कववताएँ सैकडों क
े समूहों में एकबत्रत की जाती हैं जैसे
पुराणानुरू (ि फोर हांड्रेड ऑफ़ ि एतसर्ीररयर)। िो मुख्य समूह पततनेंककि कन्नतक
ू (अठारह तनचिे
सांग्रह) और पट्टुपट्टू (िस िाने) हैं। पूवट को आम तौर पर बाि वािे से पुराना माना जाता है, और
इसलिए इसे महान ऐततहालसक महत्व माना जाता है।
गुप्ि काल
71. तनम्नलिखखत में से ककसने उस समय क
े अच्छे लशक्षा क
ें र्द् सोमपुरा महाववहार की स्थापना की
थी?
A. मदहपाि
B. नायपाि
C. राज्यपाि
D. िमटपाि
उत्तर. D
व्याख्या: िमटपाि ने उस समय क
े एक अच्छे शैक्षक्षक क
ें र्द् सोमपुरा महाववहार की स्थापना की थी।
सोमपुरा महाववहार, या महान मठ, 12वीां शताब्िी तक एक प्रलसद्ध बौवद्धक क
ें र्द् था। इसका नक़्शा पूरी
तरह से अपने िालमटक कायों क
े अनुक
ू ि है, यह मठों का शहर एक अद्ववतीय किात्मक उपिक्ब्ि का
प्रतततनगित्व करता है।
72. िुप्तों द्वारा जारी चाांिी क
े लसतकों को _______ कहा जाता था।