3. भूकम्प
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यह भौतितिक भूगोल की एक पमुख शाखा ह, िजिसके अन्तिगरति भूकम्पों का
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वजािनक अधयन एवं तिथयपूणर िवशलेषण शािमल िकया गया है । मोटा
पाठ ==प्लेट िववतिरिनक िसद्धांति== भूकम्प से संबिधिति अिधिकांश चोटे और
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मौततिे, मलबा िगरने, कांच टू टकर िगरने और भवनों व पुलों जिसी िनमारण
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सरचनाओं के धवस्ति होने के कारण होतिी ह। भूकम्प के कारण भूस्खलन, बफीले
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तिूफान, अिग्निकांड और सुनामी भी उत्पन्न हो सकतिे ह। भूकम्प आने के पहले
भूकम्प आने से पहले तियारी कर लेने से आपक घर और कारोबार को होने
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वाली क्षतिति कम करने और आपको जिीिवति बचने मे मदद िमलतिी ह।
4. भूकम्प आने के दौरान
यदिद आप िकसी भवन के अदर है, तो कछ कदम से अिधिक न चले, खद को िगिराए ं, ढंके
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और थामे रखे। कम्पन थम जाने तक अदर ही रहे और बाहर तभी िनकले जब आप यदह
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िनिश्चत कर ले िक अब ऐसा करना सुरिक्षित ह। न्यदूजीलैण्ड मे अिधिकांश भवनों मे आप
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अिधिक सुरिक्षित रहेगिे यदिद आप कम्पन थमने तक वहीं ठहरते ह। यदिद आप िकसी
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एिलवेटर पर है, तो खद को िगिराए , ढंके और थामे रख। कम्पन थमने पर नजदीकी फर्शर
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पर जाने की कोिशश करे यदिद आप सुरिक्षित रूप से ऐसा कर सके। यदिद आप बाहर है, तो
इमारतों, पेड़ों, स्टरीटलाइटों और िबजली की लाईनों से कछ कदम से अिधिक दर न जाए ं,
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ीटलाइटों
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िफर्र खद को िगिराए ं, ढंके और थामे रख। यदिद आप िकसी बीच पर तट के िनकट ह, तो
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खद को िगिराए ं, ढंके और थामे रखे और िफर्र तत्काल ऊची जमीन की ओर जाए ं यदिद
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भूकम्प के बाद सुनामी आ रही हो। यदिद आप वाहन चला रहे ह, तो िकसी खली जगिह
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तक जाए ं, रूके और वहीं ठहरे और अपनी सीटबल्ट को तब तक कसे रखे जब तक िक
कम्पन न थम जाए। एक बार कम्पन थम जाने पर, सावधिानीपूवरक आगिे बढे और उन पुलों
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यदा ढलानों पर न जाए ं जो क्षिितग्रस्त हो चुके हो सकते ह। यदिद आप िकसी पवरतीयद क्षिेत्र मे
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यदा अिस्थर ढलानों यदा खड़ी चट्टानों पर ह, तो मलबा िगिरने यदा भूस्खलन होने के प्रतित
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सचेत रह।
5. भूकम्प आने के बाद
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अपने स्थानीयद रिडयदो केन्द्रों का प्रतसारण सुने जहां आपातिस्थित प्रतबधिन
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कमरचारी, आपके समुदायद और पिरिस्थित के िलए सबसे उपयदक्त सलाह
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देगिे। भूकम्प के बाद के झटके महसूस करने के िलए तयदार रहे। यदिद चोट
लगिी हो तो अपनी जांच कर े और आवश्यदक होने पर प्रताथिमक िचिकत्सा
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प्रताप्त कर। दसरों की मदद कर े यदिद आप ऐसा कर सके। सतक रहे िक
िबजली आपूितर भगि हो सकती है और फर्ायदर अलामर तथा िस्प्रतंकलर
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िसस्टम भूकम्प के दौरान भवन मे काम करना बद कर सकते है चाहे आगि
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न लगिी हो। इसकी जांच कर े और छोटी-मोटी आगि हो तो बुझा दे। यदिद
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आप िकसी क्षिितग्रस्त भवन मे ह, तो बाहर आने की कोिशश करे और एक
सुरिक्षित, खला स्थान खोजे। एिलवेटरों के बजायद सीिढ़़यदों का इस्तेमाल
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कर। िबजली की िगिरी हुई लाईनों यदा टूटी गिस लाईनों का ध्यदान रखे और
क्षिितग्रस्त इलाके से बाहर िनकल जाए। आपातकालीन कॉलों के िलए
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लाईने खली रखने के िलए फर्ोन का उपयदोगि केवल छोटी, जरूरी कॉलों
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के िलए ही कर।
7. ज्वालामुख ी
ज्वालामुख ी पृथ्वी के सतह
पर उपित स्थित ऐसे मुख होते
है ित जिनसे पृथ्वी के भीतर का
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गर्मर लावा, गर्स, राख आदित दि
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बाहर आदते ह। अक्सर
ज्वालामुखी पहाड़ के रूप मे
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होते ह। ज्वालामुखी अकसर
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ित वस्फोट के साथि फटते ह।
8. ज्वालामुखी के प्रकार
• हवाई प्रकार के ज्वालामुखी
• स्टराम्बोित लयन प्रकार के ज्वालामुखी
• वलकैित नयन प्रकार के ज्वालामुखी
• ित वसुित वयस प्रकार के ज्वालामुखी
• पीित लयन प्रकार के ज्वालामुखी