सीजेपी के अधिवक्ताओं ने 1951 की एनआरसी सूची के साथ अजिबुन का लिखित बयान विदेशी न्यायाधिकरण के समक्ष प्रस्तुत किया, जिसमें उसके पिता, दादी और सौतेली मां का नाम शामिल था। सीजेपी की लीगल टीम ने 6 मई, 1954 को एक खरीद विलेख और 29 नवंबर, 1961 को टी एस्टेट के खतियान की एक प्रति प्रस्तुत की, जो दोनों उसके पिता के नाम पर थे, साथ ही वर्ष 1966, 1971, 1979, 1985, 1997, की मतदाता सूची और अन्य आवश्यक दस्तावेज़ की प्रमाणित प्रति भी।