2. भव्यता और दिव्यता में अंतर
1 भव्यता – भौततक गुणों पर आधाररत
2 दिव्यता – चेतना पर आधाररत
भव्य – भवन / मंदिर / उद्योग
दिव्य – मनुष्य / मूतति / उद्योगपतत
3. दिव्यता जागरण हेतु आवश्यक तीन सूत्र
S- SATSANG (सत्संग)
D- DISCIPLINE (डिससप्लिन)
M-MERITATION (मेररटेशन)
4. FOUR S( चार स )
1. S – SADHNA ( साधना)
2. S – SWADYAY ( स्वाध्याय )
3. S – SANYAM ( संयम )
4. S – SEWA ( सेवा )