6. यह मेरा पहला चरण था; जिसमें मैंने तीन महान शिक्षकों-डॉ विक्रम साराभाई,
प्रोफे सर सतीि धिन और डॉ ब्रह्म प्रकाि से नेतृत्ि सीखा। मेरे शलए यह सीखने
और ज्ञान के अधधग्रहण के समय था।
7.
8. “ 2000 िर्षों के इततहास में भारत पर 600 िर्षों तक अन्य लोगों ने िासन
ककया है। यदि आप विकास चाहते हैं तो िेि में िाांतत की जथथतत होना आिश्यक
है और िाांतत की थथापना िजतत से होती है। इसी कारण प्रक्षेपाथरों को विकशसत
ककया गया ताकक िेि िजतत सम्पन्न हो। “
- अब्िुल कलाम
9.
10.
11. इससे पहले की सपने सच हो आपको सपने देखने होंगे।
सपना वो नह ीं है जो आप न ींद में देखे, सपने वो है जो
आपको न ींद ह नह ीं आने दे।
इींतजार करने वालो को ससर्फ उतना ह समलता है, जजतना
कोसिि करने वाले छोड़ देते है।
एक अच्छी पुस्तक हजार दोस्तों के बराबर होत है जबकक
एक अच्छा दोस्त एक लाइब्रेर (पुस्तकालय) के बराबर होता है
12. आत्मववश्वास और कड़ मेहनत, असर्लता नामक बबमार
को मारने के सलए सबसे बढ़िया दवाई है। ये आपको एक सर्ल व्यजतत
बनात है।
देि का सबसे अच्छा ढदमाग, तलास रूम की आखर बेंचो पर
समल सकता है।
आप अपना भववष्य नह ीं बदल सकते पर आप अपन आदते
बदल सकते है और ननजश्चत रूप से आपकी आदते आपका फ्यूचर बदल
देग ।
अपने जॉब से प्यार करो पर अपन कम्पन से प्यार मत करो
तयोकक आप नह ीं जानते की कब आपकी कम्पन आपको प्यार करना
बींद कर दे।
अपन पहल सर्लता के बाद ववश्राम मत करो तयोकक अगर
आप दूसर बार में असर्ल हो गए तो बहुत से होंठ यह कहने के
इींतजार में होंगे की आपकी पहल सर्लता के वल एक तुतका ी ।