वो बात सुनहरी हैं by रश्मि गुप्ता किताब के बारे में... एक बार फिर मैं आपके पास आई हूँ। आपका और मेरा अपना मन बहलाने । फुर्सत के कुछ पलों का आनंद उठाने। कहने वाले को तभी तो कहने में स्वाद आता है, जब सुनने वाला तल्लीन होकर सुनता है जाहिर सी बात है, घिसिपिटि बातों को तो कोई सुनता नहीं। मैं लेकर आई हूँ, हर पीढ़ी के लिए कुछ चटपटा, कुछ गर्म, गर्म, कुछ नरम नरम, कुछ शिक्षाप्रद और कुछ सौहार्द पूर्ण । मैंने इसे चार भागों में विभाजित किया है। एक हिस्सा बचपन का, नाम है फुलझड़ियां। एक हिस्सा सस्पेंस। एक हिस्सा नन्हे मुन्ने बच्चे तेरी मुट्ठी में क्या है। एक हिस्सा नवरात्र में कुछ मां भवानी को समर्पित और कुछ अन्य भजन। यदि आप इस पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक से इस पुस्तक को पढ़ें या नीचे दिए गए दूसरे लिंक से हमारी वेबसाइट पर जाएँ! https://hindi.shabd.in/vo-baat-sunahari-hain-rashmi-gupta/book/10107696 https://shabd.in/