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Happy Navratri ( Nau Deviyan )

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Sri guru paduka pancham
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Happy Navratri ( Nau Deviyan )

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Nau Durga are the nine manifestations of Goddess Durga that hold the paramount position in Hindu Mythology. It is believed that paying homage to these forms of Goddess makes the devotee free from all the sins and wrongdoings. There are nine major abodes of Goddess Shakti.

Nau Durga are the nine manifestations of Goddess Durga that hold the paramount position in Hindu Mythology. It is believed that paying homage to these forms of Goddess makes the devotee free from all the sins and wrongdoings. There are nine major abodes of Goddess Shakti.

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Happy Navratri ( Nau Deviyan )

  1. 1. http://apnahumsafar.com शैलपुत्री देवी दुर्गा क े नौ रूप में पहले स्वरूप में जगनी जगती हैं। ये ही नवदुर्गाओं में प्रथम दुर्गा हैं। पवातरगज हहमगलय क े घर पुत्री रूप में उत्पन्न होने क े कगरण इनकग नगम 'शैलपुत्री' पडग। नवरगत्र- पूजन में प्रथम हदवस इन्हीं की पूजग और उपगसनग की जगती है।
  2. 2. ब्रह्मचगररणी मगाँ की नवरात्र पवव क े दूसरे ददन पूजा-अर्वना की जाती है। साधक इस ददन अपने मन को मगाँ क े र्रणों में लगाते हैं। ब्रह्म का अर्व है तपस्या और र्ाररणी यानी आर्रण करने वाली। इस प्रकार ब्रह्मचगररणी का अर्व हुआ तप का आर्रण करने वाली। देवी का यह रूप पूणव ज्योततमवय और अत्यंत भव्य है। इस देवी क े दाएं हार् में जप की माला है और बाएं हार् में यह कमण्डल धारण ककए हैं।
  3. 3. http://apnahumsafar.com मााँ दुगावजी की तीसरी शक्तत का नाम चंद्रघंटग है। नवरात्रत्र उपासना में तीसरे ददन की पूजा का अत्यधधक महत्व है और इस ददन इनहीं क े ववग्रह का पूजन-आराधन ककया जाता है। इस ददन साधक का मन 'मणणपूर' र्क्र में प्रववष्ट होतग है। माता चंद्रघंटग का रंग स्वणव क े समान र्मकीला है। माता क े तीन नैत्र और दस हार् हैं। इनक े कर-कमल गदा, बाण, धनुष, त्रत्रशूल, खड्ग, खप्पर, र्क्र और अस्त्र-शस्त्र हैं, अक्नन जैसे वणव वाली, ज्ञान से जगमगाने वाली दीक्प्तमान देवी हैं चंद्रघंटग। ये शेर पर आरूढ़ है तर्ा युद्ध में लड़ने क े ललए उनमुख है।
  4. 4. http://apnahumsafar.com मगं दुगाव अपने र्तुर्व स्वरूप में क ू ष्मगण्डग क े नाम से जानी जाती हैं. नवरात्र क े र्ौर्े ददन आयु, यश, बल व ऐश्वयव को प्रदान करने वाली भगवती क ू ष्मगण्डग की उपासना- आराधना का ववधान है. अपनी मंद हंसी द्वारा अण्ड अर्ावत् ब्रह्माण्ड को उत्पनन करने क े कारण इनहें क ू ष्मगण्डग देवी क े नाम से अलभदहत ककया गया है. माता क ू ष्मगंडग को हलवे का भोर् लगाया जाता है. आप माता को कद्दू क े हलवे का भोर् लगा सकते हैं.
  5. 5. http://apnahumsafar.com मगं दुर्गा क े पगंचवे रूप को स्क ं दमगतग कहग जगतग है। नवरगत्रत्र की पंचमी ततथथ को स्क ं दमगतग क े पूजन कग ववधगन है। स्क ं दमगतग कग स्क ं द अथगात भर्वगन कगतताक े य की मगतग क े रूप में पूजन होतग है।मगं स्क ं दमगतग कमल पर ववरगजमगन रहती हैं इसललए उन्हें पद्मगसनग देवी क े नगम से जगनग जगतग है। कहग जगतग है कक मगं स्क ं दमगतग मगतृत्व को पररभगवित करती हैं। मगं स्क ं दमगतग क े र्ोद में छह मुख वगले स्क ं द क ु मगर ववरगजजत रहते हैं। मगं स्क ं दमगतग की पूजग करनग अत्यंत लगभकगरी मगनग जगतग है।
  6. 6. http://apnahumsafar.com कगत्यगयनी नवदुगाव या दहंदू देवी पाववती (शक्तत) क े नौ रूपों में छठवीं रूप हैं। 'कगत्यगयनी' अमरकोष में पाववती क े ललए दूसरा नाम है, संस्कृ त शब्दकोश में उमा, कगत्यगयनी, गौरी, काली, हेेेमावती व ईश्वरी इनहीं क े अनय नाम हैं। शक्ततवाद में उनहें शक्तत या दुगाव, क्जसमे भद्रकाली और र्ंडडका भी शालमल है, में भी प्रर्ललत हैं। आपको बता दें कक कत्यायानी का मतलब देवी पाववती, लाल रंग में सजे, दुगाव और पाववती का एक ववशेषण होता है।
  7. 7. Best marriage bureau in mohali http://apnahumsafar.com नवरात्रत्र क े सातवें ददन देवी दुगाव क े सातवें स्वरूप मां कगलरगत्रत्र की पूजा- आराधना की जाती है। माता क े इस स्वरूप की पूजा करने से सभी तरह क े पापो से मुक्तत लमलने क े सार् व्यक्तत क े शत्रुओं का नाश भी हो जाता है। मगाँ कगलरगत्रत्र दुष्टों का ववनाश करने वाली हैं। दानव, दैत्य, राक्षस, भूत, प्रेत आदद इनक े स्मरण मात्र से ही भयभीत होकर भाग जाते हैं। ये ग्रह-बाधाओं को भी दूर करने वाली हैं। इनक े उपासकों को अक्नन-भय, जल-भय, जंतु- भय, शत्रु-भय, रात्रत्र-भय आदद कभी नहीं होते।
  8. 8. http://apnahumsafar.com नवरात्रत्र क े आठवें ददन मां महागौरी की पूजा का ववधान है। मानयता है कक महाष्टमी या दुगावष्टमी क े ददन मां महागौरी की ववधध- ववधान से पूजा करने से भततों क े कष्ट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। नवरात्रत्र की अष्टमी ततधर् को कनया पूजन भी ककया जाता है। माता महगर्ौरी की पूजा करते समय पीले या सफ े द वस्त्र भी धारण कर सकते हैं। महगर्ौरी का पूजन करते समय पीले फ ू ल अवपवत करने र्ादहए। महगर्ौरी को हलवा का भोर् लगाना र्ादहए। मानयता है कक माता रानी को काले र्ने वप्रय हैं।
  9. 9. http://apnahumsafar.com मगाँ दुगावजी की नौवीं शक्तत का नाम लसद्थधदगत्री हैं। ये सभी प्रकार की लसद्धधयों को देने वाली हैं। नवरात्र-पूजन क े नौवें ददन इनकी उपासना की जाती है। इस ददन शास्त्रीय ववधध-ववधान और पूणव तनष्ठा क े सार् साधना करने वाले साधक को सभी लसद्धधयों की प्राक्प्त हो जाती है। मानयता है कक मगं लसद्थधदगत्री को मौसमी फल, र्ना, पूड़ी, खीर, नाररयल और हलवा अततवप्रय है. कहते हैं कक मगं को इन र्ीजों का भोर् लगाने से वह प्रसनन होती हैं
  10. 10. THANKS FOR WATCHING…….. WWW.APNAHUMSAFAR.COM • Website :- www.apnahumsafar.com • Contact no :- 7307111660 • Contact no :- 1814640041 • Email :- apnahumsafar@gmail.com • city :- Jalandhar, Chandigarh, Ludhiana • city :- Amritsar, Pathankot, Patiala, Jammu www.apnahumsafar.com

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