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विद्युत व्यवस्था.pptx

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विद्युत व्यवस्था.pptx

  1. 1. विद् युत –व्यिस्था िोल्टेज (िोल्ट) , करेंट (एम्पीयर) ,प्रवतरोध (रवजसटेन्स –ओम ), लोड (वकलोिाट , क े िीए , अश्व शक्ति (हॉसस पािर )) , विजली खपत यूविट (वकलोिाट आिर ), पािर फ़ े क्टर, फ्रीक्यूएन्सी(50 हटसज़) , टैररफ़ रेट आवद
  2. 2. विद् युत - व्यिस्था • विद् युत भारत सरकार की समिती(कोिकरेंट वलस्ट)सूची में सम्मवलत है । • अत : भारत सरकार और प्रदेश सरकार दोिोों क े वियमोों का पालि करिा होता है । • विद् युत का उत्पादि भारत सरकार , प्रदेश सरकार और विजी क्षेत्ोों द्वारा वकया जाता है । • िावभकीय (न्यूक्लीयर )उत्पादि(परमाणु –ऊजास ) क े िल भारत सरकार करती है । • थमसल(तापीय ) , हायवडल ( जल ), उत्पादि सभी क े द्वारा वकया जाता है । • अक्षय ऊजास (सोलर /सौर , विोंड/पिि , टायडल/ ज्वारभाटा , भूगभीय /वजओथमसल , िायोमास /अपवशष्ट ) से भी ऊजास उत्पादि होता है ।
  3. 3. विद् युत –व्यिस्था • भारत सरकार की सोंस्थाएों – • एि टी पी सी (िेशिल थमसल पािर कोरपोरेशि )-1975 • एि एच पी सी (िेशिल हायवडल पािर कोरपोरेशि )-1975 • एि पी सी आई एल (न्यूक्लीयर पािर कॉपोरेशि ऑफ इोंवडया वलवमवटड )-1987 • पी जी सी आई एल ( पािर विड कॉपोरेशि ऑफ इोंवडया वलवमवटड)-1989 • आर ई सी (रुरल इलेक्टर ीवफक े शि कॉपोरेशि )-1969 (पी एफ सी में समावहत -2019 ) • पी एफ सी (पािर फायिेंस कॉपोरेशि )-1986 • आर जी जी िी िाय (राजीि गाोंधी िाम विद् युतीकरण योजिा )-2005 • डी डी यू जी जे िाय (दीि दयाल उपाध्याय िाम ज्योवत योजिा ) -2014 • ए पी डी आर पी (2002), आर ए पी डी आर पी (2008 ) • आई पी डी एस -2013 • सौभाग्य योजिा -25-09-2017 ,उदय (उज्ज्वल वडस्कोम योजिा )-ििोंिर 2015
  4. 4. विद् युत –व्यिस्था • वियम –कािूि –भारत सरकार – • भारतीय विद् युत अवधवियम (आई ई एक्ट )-1910 • विद् युत (आपूवतस )अवधवियम (इलेक्टर ीवसटी सप्लाई एक्ट )-1948 • परमाणु ऊजास आयोग -एटोवमक एिजी कमीशि (ए ई सी )-1948 • क ें द्रीय विद् युत प्रावधकरण (सी ई ए )-1951 • भारतीय विद् युत वियम (आई ई रूल्स )-1956 • एटोवमक एिजी एक्ट (परमाणु ऊजास अवधवियम )-1962 • उपभोिा सोंरक्षण अवधवियम -1986 • इलेक्टर ीवसटी रेगुलेटरी कमीशि एक्ट (ई आर सी एक्ट )-1998 • ऊजास सोंरक्षण अवधवियम -2001 • ब्यूरो ऑफ एिजी एफीसीन्यसी (िी ई ई )-2001 • भारतीय विद् युत अवधवियम -2003
  5. 5. विद् युत –व्यिस्था • प्रदेश सरकार –मध्य –प्रदेश सरकार • मध्य प्रदेश विद् युत मण्डल (एम पी ई िी )-01-11-1956 • मध्य प्रदेश राज्य विद् युत मण्डल (एम पी एस ई िी ) 01-11-2000 , जि छत्तीसगढ़ राज्य अलग से ििा • मध्य –प्रदेश विद् युत सुधार अवधवियम -2000 • म प्र विद् युत प्रदाय सोंवहता (इलेक्टर ीवसटी सप्लाई कोड )-2004 • लोक सेिा गारोंटी अवधवियम -2010 • विद् युत िोडस में उत्पादि (जेिरेशि ) ,पारेषण (टराोंसमीशि )तथा वितरण(वडस्टरीब्यूशि)विभाग थे । • िए सुधारोों क े अोंतगसत पााँच कम्पवियााँ ििी -01-07-2002 • पाोंच कम्पवियााँ- जेिको(उत्पादि ),टरान्सको(पारेषण ),तीि वडस्कोम(वितरण)- पूिस क्षेत् , मध्य क्षेत् और पविम क्षेत् । • इसक े िाद इिक े अलािा मेिेजमेंट कम्पिी,एिों टरेड को और ििी ।
  6. 6. विद् युत –वितरण कम्पिी(वडस्कोम ) • वितरण कम्पिी क े कायस क्षेत् में 33 क े िी लाइि , 33/11 क े िी उपक ें द्र(पािर टराोंसफामसर ), 11क े िी लाइि , 11/0.4 क े िी उपक ें द्र (वितरण/वडस्टरीब्यूशि टराोंसफामसर), एल टी लाइि , सविसस लाइि , उपभोिा मीटर और उपभोिा आते हैं । • आपूवतस व्यिस्था की दृवष्ट से एक वजले का एक समूह ििाया जाता है – अशोकिागर –डी -9 , गुिा –डी -10 , वशिपुरी डी -11 , श्योपुर –डी -12 ,दवतया –डी -13 ,ग्वावलयर –डी 14 , वभोंड –डी -15 और मुरैिा –डी -16 ,ग्वावलयर क्षेत् क े समूह हैं । • भोपाल क्षेत् क े वजला समूह हैं – सीहोर –डी-1 , िेतूल-डी -2 ,भोपाल –डी -3 , विवदशा –डी -4 , राजगढ़ –डी -5 ,हरदा –डी -6 , हौशोंगािाद –डी -7 , रायसेि –डी -8
  7. 7. विद् युत –वितरण कम्पिी (वडस्कोम ) • 33 क े िी फीडर समूह (िुप ) –िुप (I-IV) –िामीण क्षेत् , िुप (V-VIA ) - तहसील क्षेत् , िुप (VII –VIIA) ,िुप (VIII ) वजला क्षेत् , िुप (IX -XIII) – औद्योवगक क्षेत् • उपरोि समूह अिुसार जािकारी िेि साइड डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डी सी सी सी ज़ेड डॉट कॉम (www.dcccz.com )पर देखी जा सकती है । पूिस क्षेत् क े वलए डी सी सी ई ज़ेड डॉट कॉम(www.dccez.com ) और पविम क्षेत् क े वलए डी सी सी डब्ल्यू ज़ेड डॉट कॉम (www.dccwz.com) पर देख सकते हैं । • मध्य प्रदेश मध्य क्षेत् विद् युत वितरण कम्पिी वलवमवटड (एम पी एम क े िी िी सी एल ) की जािकारी िेि साइड एम पी सी ज़ेड डॉट को डॉट इि (www.mpcz.co.in ) पर देख सकते हैं
  8. 8. विद् युत –व्यिस्था , आपूवतस –गुणित्ता • आपूवतस 24 x 7 (24 घोंटे , सातोों वदि )वििासध/लगातार होती रहे । • िोल्टेज ठीक होों , एल टी लाइि िोल्टेज +6 % ,- 6 % , एच टी लाइि िोल्टेज +6 % ,- 9% , ई एच टी लाइि िोल्टेज +10% , -12.5 % तथा िोल्टेज उतार – चड़ाि ि िोल्टेज वडप ि होों ।हामोन्स फ्री िोल्टेज । • फ्रीक्व े न्सी 50 हटसज़, = +1 % ,-1 % • ब्रेक डाउि प्रवत माह -कवमशिरी /सोंभागीय मुख्यालय पर 5 िोंिर/ 5 घोंटा ,वजला मुख्यालय -25 िोंिर /15 घोंटा • सामान्य मौसम में 10 वटरवपोंग प्रवत माह और मािसूि /िषासती मौसम में 30 वटरवपोंग प्रवत माह से अवधक ि होों
  9. 9. विद् युत –व्यिस्था – विद् युत –उपयोग • मोटर – पािर / घूणसि उपयोग • हीवटोंग – गरम उपयोग • क े मीकल ईक्तक्वपमेंट ,इलेक्टरो प्लेवटोंग , िेक्तडोंग • िैटरी चावजिंग • इलेक्टरोविक ईक्तक्वपमेंट –इलेक्तक्टरविक उपकरण (टीिी , क ों प्यूूटर आवद ) • लाइवटोंग –प्रकाश उपयोग
  10. 10. विद् युत –व्यिस्था –विद् युत –उपयोग क्रम ांक वििरण –उपयोग मध्य प्रदेश (%) भ रत (%) 1 घरेलू उपयोग 28 28 2 व्यिसावयक-उपयोग 5 11 3 औद्योवगक –उपयोग 17 28 4 क ृ वष –उपयोग 37 22 5 अन्य –उपयोग 13 11 6 क ु ल –उपयोग 100 100 7
  11. 11. विद् युत व्यिस्था –लाइि हावियाों(लॉस ) क्रम ां क 33 क े िी ल इन प िर ट् ांसफ ममर 11 क े िी ल इन वितरण ट् ांसफ ममर एल टी ल इन क ु ल ह वन 1 3% 1% 6 % 2 % 3 % 15 % उपरोि से स्पष्ट है वक जहाों हावि अवधक हैं िहााँ सुधार आिश्यक है ।
  12. 12. विद् युत व्यिस्था विद् युत चालू –िोंद (ऑि –ऑफ ) प्रविया • विद् युत की आपूवतस (सप्लाई ) फीडर क े वलए विदेवशत समयािुसार फीडर को चालू वकया जाता है । • 24 घोंटे विद् युत आपूवतस प्रिावहत करिे िाले फीडर को हमेशा चालू रखिा है , िशते िह फीडर वकसी व्यिधाि /फाल्ट या पूिस वियोवजत/ प्री अरेंजड कायस हेतु विदेवशत समय को छोड़कर • ऐसे फीडर वजिको विधासररत समय क े वलए विद् युत आपूवतस प्रदाय वकया जािा है , उस विधासररत समय क े वलए ही फीडर चालू रखिा है । शेष समय क े वलए फीडर िोंद रखिा है । इिमें मुख्यत : क ृ वष और वमक्स फीडर इस श्रेणी में आते हैं । • जि कोई फीडर व्यिधाि क े कारण िोंद होता है तो व्यिधाि दू र होिे क े िाद उसे चालू वकया जा सक े गा । • जि कोई फीडर पूिस वियोवजत कायस हेतु िोंद होता है ,कायस पूणस होिे क े उपराोंत तथा परवमट की प्रविया का पालि करते हुए फीडर को चालू वकया जाता है । • ििीि फीडर एिों उपकरण वजसका कायस पूणस होता है उसको विधासररत परीक्षण क े उपरान्त विधासररत विदेशािुसार विद् युत आपूवतस प्रदाय की जाती है ।
  13. 13. विद् युत-व्यिस्था विद् युत आपूवतस प्रदाय िोंद करिा / होिा • फीडर पर विधासररत विद् युत आपूवतस क े समय क े अवतररि समय में फीडर को िोंद वकया जाता है। • फीडर पर पूिस आयोवजत कायस (सोंधारण कायस एिों ििीि कायस ) करिे हेतु फीडर को वियमािुसार परवमट की प्रवियाओों का पालि करते हुए उसे िोंद वकया जाता है । • फीडर पर वटरवपोंग –फाल्ट आिे क े उपराोंत यवद फीडर पुि : चालू िहीों होता है ति उसे फाल्टी (िावधत )फीडर घोवषत कर उसे िोंद कर वदया जाता है । • विशेष आपातकालीि क्तस्थवत (तेज आोंधी – तूफाि ,चििात , िाढ़ , आगजिी , दुघसटिा विशेष ,दोंगे आवद )में भी फीडर िररष्ठ अवधकाररयोों क े मागसदशसि क े अिुरूप िोंद वकया जाता है ।
  14. 14. विद् युत व्यिस्था म प्र विद् युत वियामक आयोग विद् युत क े प्रदाय, व्यिधाि को सुचारु करिे हेतु विदेश (िामीण /शहरी क्षेत्ोों में विद् युत प्रदाय िहाल करिे की समय –सीमा ) क्र व्यिध न क प्रक र शहरी क्षेत्र ग्र मीण क्षेत्र प्रभ वित उपभोक्त को देय क्षवतपूवतम र वश 1 साधारण फ्यूज ऑफ काल (उपभोिा द्वारा वशकायत क े आधार पर ) कायासलीि वदिसोों में 4 घोंटे क े अोंदर , अकायासलीि वदिसोों में 5 घोंटे क े अोंदर 24 घोंटे क े अोंदर वशकायत क े सुधार में विलम्ब होिे पर रुपये 100 प्रवत वदिस (अथिा उसका अोंश ) 2 लाइि ब्रेक डाउि क े कारण विद् युत प्रदाय पुिस-स्थापिा (पोल का टू टिा ि उखाड़िा सम्मवलत िहीों ) वदि की रोशिी में 12 घोंटे क े अोंदर 3 वदिस विद् युत प्रदाय की पुिस –स्थापिा वकए जािे तक रुपये 100 प्रवतवदिस (अथिा उसका अोंश ) 3 उच्च दाि लाइिोों का टू टिा वदि की रोशिी में 12 घोंटे क े अोंदर 3 वदिस उपरोिािुसार 4 पेड़ोों का उच्च दाि लाइिोों पर वगरिा (पोल का टू टिा ि उखाड़िा सम्मवलत िहीों है ) वदि की रोशिी में 12 घोंटे क े अोंदर 3 वदिस उपरोकतािुसार
  15. 15. म प्र विद् युत वियामक आयोग द्वारा विद् युत क े प्रदाय व्यिधाि को सुचारु करिे हेतु विदेश (िामीण /शहरी क्षेत्ोों में विद् युत प्रदाय िहाल करिे की समय सीमा क्र व्यिध न क प्रक र शहरी क्षेत्र ग्र मीण क्षेत्र प्रभ वित उपभोक्त को देय क्षवतपूवतम र वश 6 असफल वितरण टर ाोंसफामसर का प्रवतस्थापि 24 घोंटे क े अोंदर (सोंभागीय मुख्यालय में 4 घोंटे क े अोंदर ) 7 वदिस क े अोंदर मािसूि क े समय , सूखे समय 3 वदिस विवशष्ट टर ाोंसफामसर क े माध्यम से सेिाक ृ त समस्त उपभोिाओों को प्रवत उपभोिा रुपये 100/-की दर से 7 असफल पािर टर ाोंसफामसर एिों सोंिोंद्ध उपकरण 7 वदिस (िैकक्तिक व्यिस्था की तैयारी क े साथ ) 7 वदिस (िैकक्तिक व्यिस्था की तैयारी क े साथ ) 8 सविसस मेन्स का असफल होिा (सिोपरर लाइि ) 24 घोंटे (अस्थायी व्यिस्था क े द्वारा ) 48 घोंटे (अस्थायी व्यिस्था क े द्वारा ) 9 सविसस मेन्स का असफल होिा (भूवमगत लाइि ) 3 वदिस (समय सीमा सक्षम अवधकारी से कायस अिुमवत प्राप्त करिे क े तुरोंत िाद से लागू होगी ) 3 वदिस (समय सीमा सक्षम अवधकारी से कायस अिुमवत प्राप्त करिे क े तुरोंत िाद से लागू होगी )
  16. 16. म प्र विद् युत वियामक आयोग द्वारा विद् युत क े प्रदाय व्यिधाि को सुचारु करिे हेतु विदेश (शहरी /िामीण क्षेत्ोों में विद् युत िहाल करिे की समय सीमा ) • वितरण प्रणाली में विद् युत प्रदाय िहाल करिे हेतु सोंिोंवहत उत्तरदावयत्व क े अवधकारी अधोवलक्तखत समय सीमा सुविवित करेंगे । उपरोि समय सीमा से अवधक विलोंि होिे की क्तस्थवत में सोंिक्तित उप –महाप्रिोंधक क े द्वारा विस्तृत वििरण तथा विलोंि िाित कारण ि उत्तरदावयत्व विधासररत कर प्रवतिेदि क्षेत्ीय मुख्य महाप्रिोंधक क े माध्यम से कम्पिी मुख्यालय को प्रस्तुत करिा अवििायस होगा ।
  17. 17. विद् युत व्यिस्था – सोंधारण कायस विष्पादि हेतु अवधक ृ त अवधकाररयोों /कमसचाररयोों क े अवधकार ,कतसव्य एिों उत्तरदावयत्व क्र क यम सम्प दन क े वलए विम्मेद र अवधक री क यों क वििरण विसक े वलए अवधक ृ त हैं क यम सम्प दन हेतु अवधक री क उत्तरद वयत्व 1 उपमहाप्रिोंधक(डीई ) /प्रििक (ए ई )/ सहायक प्रििक(जे ई ) /लाइि इोंस्पेक्टर /लाइि मेि 33 क े िी तक िोंद की गई लाइिोों एिों उपकरणोों क े वलए अिुज्ञा पत् (परवमट) जारी करिे तथा अिुज्ञा पत् लेिे क े वलए अवधक ृ त हैं । अपिे विदेशि में कायस करिे क े वलए अवधक ृ त हैं । उपमहाप्रिोंधक(डीई ) 2 सहायक लाइि मेि एिों ऊपर क े कमसचारी 11 क े िी तक की िोंद की गई लाइिोों /उपकरणोों जि लाइि अवधक ृ त व्यक्ति द्वारा िोंद कर भू –सोंयोवजत (अथस ) कराई गई हो , सुरक्षात्मक उपायोों को अपिाया गया हो ति ऐसी िोंद 11 क े िी लाइिोों /उपकरणोों पर परवमट लेकर कायस करिे /करािे हेतु अवधक ृ त हैं । प्रििक (ए ई ) 3 लाइि हेिर एिों ऊपर क े कमसचारी 440 िोल्ट तक चालू लाइिोों/उपकरणोों पर विद् युत वियमोों का पालि करते हुए तथा सुरक्षा उपकरणोों का उपयोग करते हुए काम करिे क े वलए अवधक ृ त हैं । सहायक प्रििक (जे ई )
  18. 18. विद् युत व्यिस्था सोंधारण कायस विष्पादि हेतु अवधक ृ त अवधकाररयोों /कमसचाररयोों क े अवधकार ,कतसव्य एिों उत्तरदावयत्व • िोट – • जो लाइिमेि /सहायक लाइिमेि /लाइि हेिर िामीण क्षेत्ोों में स्वतोंत् रूप से वियुि वकए जाते हैं िे 11 क े िी तक क े लाइिोों क े ए िी क्तस्वच काटकर ,क्तस्वच में ताला लगाकर , िोंद लाइि भू-सोंयोवजत (अथस )कर लाइि पर फ्यूज िदलिे जैसा अवत आिश्यक कायस कर सकते हैं लेवकि ये उसका स्वयों का उत्तरदावयत्व होगा वक िह सभी सुरक्षा वियमोों का पालि ि सभी सुरक्षा उपकरणोों का उपयोग करते हुए कायस करें । • ऐसे सहायक (हेिर ) वजन्हें िररष्ठ लाइिमेि क े अधीि रहकर विद् युत लाइि रख – रखाि का 10 िषों से अवधक कायस करिे का अिुभि हो ,ऐसे हेिर को 11 क े िी तक क े िोंद लाइि एिों उपकरणोों पर कायस करिे क े वलए लाइिोों क े ए िी क्तस्वच काटकर , क्तस्वच में ताला लगाकर , िोंद लाइि को अथस कर लाइि पर फ्यूज िदलिे जैसा अवत आिश्यक कायस कर सकते हैं , लेवकि उि कायस करिे क े वलए कायसपालि अवभयोंता /वडिीज़िल इोंजीवियर/ उप महाप्रिोंधक द्वारा अवधक ृ त वकया गया हो ।
  19. 19. 33/11 क े िी उप क ें द्र से फाल्टी (िावधत) फीडर घोवषत करिा क्र वट् वपांग समय सांक े त /इांडीक े शन क यमि ही 1 प्रथम वटर वपोंग 0 समय सप्लाई िोंद होिे का सोंक े त ,अलामस का िजिा अलामस से स्वीक ृ त कर पहले अलामस का क्तस्वच िोंद कर पैिल की ररले पर आए सोंक े त /इोंडीक े शि फ़्लैग को रर-सेट करक े रवजस्टर में वटर वपोंग समय दजस करिा । 2 प्रथम चावजिंग 3 वमविट िाद अ –सप्लाई चालू होिे का सोंक े त 3 वमविट का अोंतराल देकर वटर प होिे िाले फीडर क े पैिल की िी सी िी को प्रथम िार चाजस करिा अ-यवद प्रथम चावजिंग पर फीडर की सप्लाई चालू हो जाती है तो इस आशय की जािकारी रवजस्टर में की जािेगी । 3 लगभग 10 वमविट िाद (वद्वतीय चावजिंग) पुि : वटर वपोंग होिे तथा सप्लाई िोंद होिे पर अलामस का िजिा ि –प्रथा चावजिंग पर लाइि चालू हो जािे क े क ु छ अोंतराल जैसे 10 वमविट क े अोंदर अथिा शीघ्र ही िही फीडर वटर प होता है तो इोंवडक े शि देखकरिोट करें , यवद ओिर करेंट क े इोंवडक े शि पर फीडर वटर प हुआ है , इस आशय की जािकारी सोंिक्तित जे ई /ए ई (सहायक प्रििक/प्रििक )को देकर फोि पर विदेश लेकर उिक े अिुसार ओपरेशिकरें । 4 5 वमविट क े अोंतराल में (तृतीय चावजिंग ) पुि ; वटर वपोंग होिे पर लाइि फाल्टी घोवषत करिा यवद एक िार और चावजिंग क े आदेश वमलते हैं तो 5 वमविट रुककर ही फीडर चाजस करें । फीडर चाजस होिे पर सूवचत करें ,यवद फीडर चाजस करते ही वटर प हो जाता है तो उसी समय फीडर पर आए इोंवडक े शि को रवजस्टर में िोट करें तथा अवधकारी को सूवचत करें। लाइि को फाल्टी घोवषत होिे पर उपक ें द्र याडस में जाकर िीसीिी क े आउट /िाहर में जािे िाले फीडर क े एिी क्तस्वच को हैंड ग्लब्स पहिकर काट दें । एिों आगे की कायसिाही अवधकारी क े आिे क े िाद
  20. 20. विद् युत व्यिस्था 33/11 क े िी उपक ें द्र से िावधत (फाल्टी)फीडर घोवषत होिे क े उपराोंत की कायसिाही • फीडर फाल्टी (िावधत )घोवषत हो गया है तो उसे िार –िार चाजस ि करें ,इससे पािर टराोंसफामसर ,िीसीिी आवद उपकरण को िुकसाि पहुोंचिे की सोंभाििाएों िढ़ जाती हैं । फाल्टी फीडर को पुि : तभी चाजस करिा चावहए जि उसकी पेटरोवलोंगकर ली गए हो तो िार –िार वटरवपोंग होिे क े कारण ही पूणस जािकारी तथा समीक्षा सोंिक्तित अवधकारी िे कर ली या वफर फाल्ट को ढुढ़कर ठीक कर वदया गया हो । फाल्ट ढुढ्िे हेतु लगाए गए लाइि कमसचाररयोों को उपक ें द्र से अवधक ृ त परवमट (अिुज्ञा –पत् ) लेिा अत्योंत आिश्यक है । इस हेतु ओपरेटर को उपक ें द्र से विकलिे िाले फीडर पर वजसे फाल्टी घोवषत वकया जा चुका है , उपक ें द्र में राखी परवमट पुक्तस्तका में अवधक ृ त लाइि कमसचारी /अवधकारी को परवमट जारी करिा चावहए । सप्लाई को पूणस रूप से िोंद कर दी गई है इसका विरीक्षण पैिल पर वदखाई गए िीसीिी िोंद क े लाल इोंवडक े टर की जााँचकर याडस में जाकर िीसीिी क े पहले एिों िाद में लगे आइसोलेटर या एिी क्तस्वच को रिड़ हैंड ग्लब्ज पहिकर काट लेिा चावहए तभी लाइि िोंद मािी जाती है तथा प्रत्येक पर”लाइि िोंद है “क े विदेश िाली पविकाएाँ लटकािा चावहए । इसक े िाद फीडर की डीपी जो याडस की िाउोंडरी क े िाहर क्तस्थत है पर लगे एिी क्तस्वच को काटकर ताला लगाकर उस पर भी पविका लटकािा चावहए तथा फीडर िीसीिी जो िोंद है क े आउटगोइोंग तारोों पर तीि वडस्चाजस रोड को अथस में लगाकर टेिोि फ े जोों पर लटकािा चावहए ।
  21. 21. विद् युत व्यिस्था –परवमट (अिुज्ञा- पत्) • वफर अवधक ृ त लाइि कमसचारी को परवमट िुक में फीडर क े िाम का उल्लेख करते हुए सप्लाई िोंद करिे क े स्थाि आइसोलेटर ,एिी क्तस्वच काटकर पविकाएाँ लटकािे की जािकारी तथा तीिोों फ े जोों पर अथस रोड लगाए जािे की जािकारी भी वलखी जािा चावहए । इसक े िाद परवमट जारी करिे िाले ऑपरेटर को परवमट पर यह भी अोंवकत (वलखिा )करिा चावहए वक शट डाउि परवमट लेिे िाला कमसचारी लाइि पर अपिी एिों साथी कमसचाररयोों की िोंद लाइि पर कायस करिे क े वलए सूरवक्षत कायस विष्पादि क े वियमोों का पालि करेंगे एिों िे स्वयों जिािदार रहेंगे । लाइि पर जािे िाले कमसचाररयोों की सोंख्या भी परवमट िुक में दजस होिा चावहए । • “िोंद लाइि पर चढ़कर कायस करिे क े पूिस ‘सुरक्षा जोि’ अिश्य ििाएों “ यह स्लोगि /िारा भी ऑपरेटर परवमट िुक में दजस करेगा तभी परवमट जारी करेगा तथा उपक ें द्र में रखी परवमट िुक की प्रवत में परवमट लेिे िाले व्यक्ति क े हस्ताक्षर एिों परवमट जारी करिे का समय तथा वदिाोंक दजस कराएगा । परवमट एिों शट डाउि देिे का समय , वदिाोंक ,एिों फीडर क े िाम का उल्लेख उपक ें द्र क े रवजस्टर में ऑपरेटर दजस करेगा । फालती लाइि की पेटरोवलोंगया फाल्ट की खोज करिे क े िाद सुधार कायस पूणस होिे क े िाद परवमट लेिे िाले कमसचारी की जिािदारी रहती वक िो कायस पूणस कर परवमट लौटाए ।
  22. 22. विद् युत व्यिस्था –परवमट • कमसचारी द्वारा परवमट लौटािे पर ओपरेटर को पहले कमसचारी से परवमट पर ही फाल्ट वमलिे एिों सुधार कायस करिे की सोंवक्षप्त जािकारी लेिा चावहए तथा इस आशय का प्रमाण पत् भी उसी परवमट पर वलखिािा चावहए वक उसक े साथ गए सभी लाइि कमसचारी सुरवक्षत रूप से िापस आ गए हैं , कोई भी लाइि पर कायसरत िहीों है । लाइि चालू करिे हेतु पूणस सुरवक्षत है । सभी जगह क े शॉटस सवक स ट या वडस्चाजस रोड लाइि से हटा वलए गए हैं । लाइि फाल्ट सुधार वदया गया है ,परवमट लौटािे का समय एिों वदिाोंक हस्ताक्षर सवहत लेिे क े िाद ओपरेटर को उपक ें द्र में लगाए गए तीिोों वडस्चाजस रोडोों को उतारकर अलग करक े वफर याडस क े िाहर ििी डीपी क े एिी क्तस्वच को लगाकर िीसीिी क े दोिोों ओर लगे आइसोलेटरोों /एिी क्तस्वचोों को ऑि करक े परवमट क े क्तन्सल करें ।वफर दोिोों आइसोलेटरोों को रिड़ हैंड ग्लब्ज पहिकर लगाएों गे और क ों टरोल रूम में आकर पुि : परवमट लौटािे िाले कमसचारी से एक िार फीडर चालू करिे हेतु पूछें गे तथा फीडर चालू करिे क े वलए सुरवक्षत है और कोई भी कमसचारी लाइि पर िहीों है , की मौक्तखक जािकारी लेंगे । फीडर चालू कर वदया जाए इस िारे में स्वीक ृ वत लेकर पैिल क े ररमोट से फीडर चालू करेंगे । फीडर स्टैंड होिे क े 5 वमविट क े िाद सप्लाई चालू हो गई की जािकारी सोंिक्तित अवधकारी को देंगे ।
  23. 23. विद् युत लाइिोों से धरातल , भििोों से सुरवक्षत दू री आवद क े वलए क ें द्रीय विद् युत प्रावधकरण द्वारा विम्नवलक्तखत मापदोंड विधासररत हैं - क्र वििरण एलटी ल इन 11 क े िी ल इन 33 क े िी ल इन 1 िामीण क्षेत् जहाों िाहि ,टरैवफक ि हो , िहााँ जमीि से क ों डक्टर की दू री 15 फीट 4.57 मीटर 15 फीट 4.57मीटर 17 फीट 5.18मीटर 2 िामीण एिों शहरी क्षेत्ोों में सड़क क े समािान्तर विद् युत लाइिोों क े विचले क ों डक्टर से जमीि की दू री 18 फीट 5.5 मीटर 19 फीट 5.8मीटर 19 फीट 5.8मीटर 3 िामीण एिों शहरी क्षेत्ोों में सड़क िॉवसोंग करती विद् युत लाइिोों क े विचले क ों डक्टर की जमीि से दू री 19 फीट 5.8मीटर 20 फीट 6.1मीटर 20 फीट 6.1मीटर 4 वकसी मकाि क े ऊपर से गुजरिे िाली लाइि क े विचले क ों डक्टर एिों मकाि क े सिसे ऊपर वहस्से क े िीच की दू री 8 फीट 2.5मीटर 10 फीट 3.04मीटर 12 फीट 3.66मीटर 5 वकसी मकाि क े पास से गुजरिे िाली लाइि क े िजदीक क ों डक्टर की मकाि से दू री 4 फीट 1.2मीटर 6 फीट 1.83मीटर 8 फीट 2.5मीटर 6 लाइि एिों पेड़ की शाखा /डगाल की दू री 4 फीट 1.2 मीटर 6 फीट 1.83मीटर 8 फीट 2.5मीटर 7 33 क े िी लाइि से दू री 10 फीट 3.04मीटर 10 फीट 3.04मीटर 10 फीट 3.04मीटर
  24. 24. विद् युत व्यिस्था -11 क े िी फीडर 1 एम्पीयर • 33/11 क े िी विद् युत उपक ें द्र (सि स्टेशि )पर विद् युत आपूवतस का वितरण 11 क े िी फीडरोों द्वारा होता है । • 11 क े िी फीडर पर 1 एम्पीयर लोड /करेंट का माि =(िगसमूल 3) ( 11क े िी )(1 एम्पीयर ) = 19.052 क े िीए वजसे 20 क े िीए मािते हैं ।इससे ही फ्यूज रेवटोंग विकालते हैं । • यह लोड 33 क े िी साइड पर 1/3 एम्पीयर तथा एल टी साइड पर 25 गुिा होगा । • यवद पािर फ े क्टर 0.746 मािते हैं ति क े िीए = अश्व शक्ति (हासस पािर ) होगा । • यवद पािर फ े क्टर 0.8 मािते हैं ति लोड 16 वकलोिाट होगा • 16 वकलोिाट लोड 1 घोंटे लगातार उपयोग होिे पर 16 वकलोिाट आिर होते हैं जो 16 यूविट विजली की खपत को दशासते हैं । • सामान्यत : विजली की दर रुपये 6 प्रवत यूविट क े अिुसार रुपये 96 होोंगे । यह रावश रुपये 100 क े औसत में माि लेते हैं । • कहिे /ितािे का तात्पयस यह है वक11 क े िी फीडर पर 1 एम्पीयर लोड 1 घोंटा उपयोग करिे पर 16 यूविट और रुपये 100 की ऊजास की खपत होती है । • अिावधक ृ त रूप से फीडर पर दी गई विजली का मूल्ाोंकि उपरोकतािुसार होता है ।
  25. 25. विद् युत व्यिस्था 33/11 क े िी उपक ें द्र पर क े पेवसटर उपयोग क्रम ांक वििरण क े पेवसटर क्षमत उपयोग 1 जि 11 क े िी फीडर लोड 100 एम्पीयर से अवधक हो 1200 क े िीएआर क े पेवसटर चालू रखें 2 जि 11 क े िी फीडर लोड 75 से 100 एम्पीयर तक हो 900 क े िीएआर क े पेवसटर चालू रखें 3 जि 11 क े िी फीडर लोड 50 से 75 एम्पीयर तक हो 600 क े िीएआर क े पेवसटर चालू रखें 4 जि 11क े िी फीडर लोड 50 एमपीयर से कम हो क े पेवसटर िोंद रखा जािे 5 क े पेवसटर िोंद करिे क े िाद कम से कम 10 वमिट तक चालू ि करें ,इसी प्रकार वटर वपोंग आिे पर भी 10 वमिट तक आइसोलेटर /एिी क्तस्वच आपरेट ि करें 6 जहाों वजस उपक ें द्र पर 1500 क े िीएआर क्षमता क े क े पेवसटर स्थावपत /लगे हैं , िहााँ क े पेवसटर स्वचावलत (आटोमेवटक )कायस प्रणाली पर आधाररत हैं 7 जि 11 क े िी फीडर पर लोड 120-150 एम्पीयर वििा क े पेवसटर क े होता है ति क े पेवसटर उपयोग करिे पर लगभग 20 एम्पीयर करेंट कम हो जाता है 8 20 एम्पीयर करेंट एक वदि में 10 घोंटे उपयोग पर रुपये 20000
  26. 26. विद् युत व्यिस्था –ऊजास –विभाग लोकसेिा गारोंटी अवधवियम -2010 क्र अवधसूवित सेि क न म शहरी क्षेत्र ग्र मीण क्षेत्र 1 विम्न दाि क े व्यक्तिगत स्थायी ििीि किेकशि क े वलए माोंग पत् प्रदाय करिा ,जहाों ऐसा किेकशि ितसमाि िेटिक स से सोंभि है 10 वदिस 16 वदिस 2 माोंग –पत् अिुसार रावश जमा करिे क े िाद ितसमाि िेटिक स से विम्न दाि स्थायी ििें किेकशि प्रदाि करिा 10 वदिस 14 वदिस 3 अ-जहाों ितसमाि विम्न दाि अधोसोंरचिा में विस्तार की आिश्यकता ि हो िहााँ 10 वकलोिाट तक क े वलए अस्थायी (टेम्परेरी )किेकशि प्रदाय करिे हेतु माोंग पत् जारी करिा ि – जहाों ितसमाि विम्न दाि अधोसोंरचिा में विस्तार की आिश्यकता ि हो िहााँ 10 वकलोिाट तक क े वलए रावश जमा करिे क े उपराोंत अस्थायी किेकशि प्रदाय करिा 4 वदिस 3 वदिस 4 वदिस 3 वदिस 4 जहाों ितसमाि विम्न दाि अधोसोंरचिा में विस्तार की आिश्यकता ि हो िहााँ उपभोिा द्वारा सम्पूणस दस्तािेज़ प्रस्तुत करिे क े उपराोंत भार िृक्तद्ध क े प्रकरणोों में माोंग पत् जारी करिा 7 वदिस 7 वदिस 5 जहाों ितसमाि विम्न दाि अधोसोंरचिा में विस्तार की आिश्यकता ि हो िहााँ माोंग पत् क े अिुसार रावश जमा करिे तथा अिुपूरक अिुिोंध वकए जािे क े उपराोंत विम्न दाि क े प्रकरणोों मेंभार िृक्तद्ध करिा 7 वदिस 7 वदिस
  27. 27. विद् युत व्यिस्था -ऊजास विभाग लोकसेिा गारोंटी अवधवियम -2010 क्र अवधसूवित सेि शहरी क्षेत्र ग्र मीण क्षेत्र 6 विम्न दाि उपभोिाओों क े मीटर िोंद होिे या तेज चलिे की वशकायत पर जाोंच करािा एिों मीटर खराि पाये जािे पर सुधारणा / िदलिा 22 वदिस 37 वदिस 7 विम्न दाि सोंयोजि क े स्थायी विच्छे दि करिे सोंिोंधी आिेदि का विराकरण 30 वदिस 30 वदिस 8 अ –विम्न दाि क े ितसमाि में अव्यिक्तस्थत किेकशिोों की श्रेणी (क े टेगरी )में पररितसि ि- विम्न दाि क े ितसमाि में अव्यिक्तस्थत किेकशिोों क े वििरण में िदलाि की स्वीक ृ वत 15 वदिस 7 वदिस 21 वदिस 10 वदिस 9 उच्च दाि क े स्थायी ििीि किेकशि का स्वीक ृ त पत् (सेंकशि लेटर )प्रदाि करिा 7 वदिस 30 वदिस 10 उच्च दाि क े ितसमाि में अव्यिक्तस्थत किेकशि क े भार में पररितसि करिे की स्वीक ृ वत पत् (सेंकशि लेटर )प्रदाि करिा 7 वदिस 30 वदिस 11 अ –विम्न दाि क े ितसमाि में अव्यिक्तस्थत किेकशिोों क े वििरण में िदलाि की स्वीक ृ वत ि – उच्च दाि क े ितसमाि में अव्यिक्तस्थत किेकशिोों क े वििरण में िदलाि की स्वीक ृ वत 7 वदिस 15 वदिस 7 वदिस 15 वदिस
  28. 28. विद् युत व्यिस्था –ऊजास विभाग लोकसेिा गारोंटी अवधियम -2010 क्र अवधसूवित सेि क न म शहरी क्षेत्र ग्र मीण क्षेत्र 12 सौर एिों पिि ऊजास क े विद् युत उत्पादकोों को विड से सोंयोजि प्रदाि करिे की सैद्धाोंवतक स्वीक ृ त प्रदाि करिा 15वदिस 60 वदिस 13 कालोिी क े िाह्य विद् युतीकरण क े प्राक्कलिोों की प्रशासकीय अिुमोदि एिों तकिीकी स्वीक ृ वत 30 वदिस (10 एमिीए से कम) 45 वदिस (10 एमिीए से अवधक) 30 वदिस (10 एमिीए से कम ) 45 वदिस (10 एमिीए से अवधक ) 14 िहू उपभोिा सोंक ु ल (मल्टीयूजर कॉम्प्प्लेक्स )क े िाह्य विद् युतीकरण क े प्राक्कलिोों की स्वीक ृ वत उपरोकतािुसार उपरोकतािुसार 15 विद् युत अधोसोंरचिा सोंिक्तित प्राक्कलिोों की स्वीक ृ वत 30 वदिस 30 वदिस 16 अ –मीटर / सविसस लाइि अथिा मीटर की पररसर में ही वशक्तटोंग हेतु माोंग पत् जारी करिा ि- माोंग पत् अिुसार रावश जमा करिे क े उपराोंत मीटर / सविसस लाइिाथिा मीटर की पररसर में ही वशक्तटोंग करिा 5 वदिस 10 वदिस
  29. 29. विद् युत व्यिस्था – ऊजास विभाग लोकसेिा गारोंटी अवधवियम -2010 क्र अवधसूवित सेि क न म शहरी क्षेत्र ग्र मीण क्षेत्र 17 वििावदत विजली विल की वशकायत का विराकरण(विजली चोरी प्रकरणोों को छोड़कर ) 5 वदिस 10 वदिस 18 िकाया रावश का भुगताि उपराोंत विच्छे वदत किेकशि को पुि : सोंयोवजत करिा 2 वदिस 4 वदिस 19 33 क े िी से अवधक िोल्टेज पर सोंयोवजत होिे िाले उच्च दाि उपभोिाओों की आोंतररक विद् युत स्थापिाओों क े रेखावचत्(लाइि डायिाम ) का अिुमोदि (भुगताि क े िाद ) 7 वदिस 7 वदिस 20 33 क े िी से अवधक िोल्टेज पर सोंयोवजत होिे िाले उच्च दाि उपभोिाओों की आोंतररक विद् युत स्थापिाओों का विरीक्षण एिों उन्हें चालू करिे की स्वीक ृ वत (चावजिंग परमीशि ) (कायस की पूणस स्थापिा एिों भुगताि क े पिात ) 7 वदिस 7 वदिस पदवभवहत अवधकारी - वितरण क ें द्र /जोि प्रभारी , वजिकी सेिा प्रदाय करिे की विवित समय सीमा उपरोकतािुसार है । प्रथम अपीलीय अवधकारी – कायसपालि अवभयोंता / उप महाप्रिोंधक / वडिीज़िल इोंजीवियर होता है –जि विधासररत समय सीमा में कायस विष्पादि िहीों होता ति प्रथम अपीलीय अवधकारी से विराकरण हेतू सोंपक स करिा होता है । वद्वतीय अपीलीय अवधकारी – अधीक्षण अवभयोंता / सुपररन्टेंडेंट इोंजीवियर / महाप्रिोंधक

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